Moving Average इंडिकेटर क्या होता है

MACD ( एमएसीडी ) इंडिकेटर एक ट्रेंडफोलोविंग और मोमेंटम इंडिकेटर है जिसका इन्वेंशन 1979 में Gerald Appel ने किया था, MACD ( एमएसीडी ) का फुल फॉर्म Moving Average Convergence Divergence है। MACD ( एमएसीडी ) आज भी एक विश्वशनीय इंडिकेटर है जो इंट्राडे ट्रेडर्स को ट्रडिंगे डिसीजन लेने में काफी मदद करता है।
शेयर मार्केट का चार्ट कैसे देखते है? How To Read The Chart Of Share Market?
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साथियों, यह प्रश्न अक्सर नए निवेशकों द्वारा पूछा जाता है जो हाल में Share Market में Entry ले ली है पर उसके बारे में मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है की शेयर मार्केट का चार्ट कैसे देखें? उन्हें इसके बारे में पता नहीं होता है कि किस तरह से चार्ट को रीड करें और Moving Average इंडिकेटर क्या होता है उसमें निवेश करें। अगर देखा जाए तो चार्ट को समझना बहुत ही आवश्यक है। क्योंकि चार्ट को बिना समझे निवेश करना बिना युद्ध कला के ज्ञान के किसी बड़े योद्धा से लड़ने के बराबर है। इसीलिए शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए आप कुछ शेयर मार्केट को समझना बहुत जरूरी है। इसके बारे में बात करेंगे।
शेयर मार्केट का चार्ट कैसे देखते है? How To Read The Chart Of Share Market?
शेयर बाजार का चार्ट देखने के लिए और समझने के लिए सबसे महत्वपूर्ण यह है कि आपको एक ऐसा प्लेटफार्म चाहिए जहां पर चार्ट को अच्छे से Present किया जाए क्योंकि चार्ट को Read करने से पहले आपके पास वह चार्ट होना बहुत ही आवश्यक है। इसके बाद जब आपके पास चार्ट उपलब्ध है तो आप चार्ट के छोटे इकाई कैंडल को समझना शुरू कीजिए। जब आपको कैंडल समझ में आ जाए और यह भी समझ में आ जाए कि किस तरह से चाट बनता Moving Average इंडिकेटर क्या होता है है तो टेक्निकल एनालिसिस का इस्तेमाल करके चार्ट को एनालाइज करना शुरू कीजिए की चार्ट किसी Specific Point से ऊपर जाएगा या फिर नीचे। इन सभी चीजों के बारे में हमने नीचे स्टेप में बताया है, जिसे आप अच्छे से पढ़ सकते हैं।
शेयर बाज़ार का Moving Average इंडिकेटर क्या होता है चार्ट किस तरह देखते है? FAQ
आर्टिकल के इस भाग में हम कुछ इस आर्टिकल से जुड़ी महत्वपूर्ण सवालों के जवाब जो कुछ नए Investors के मन में अक्षर चल रहे होते है जिसका जवाब मैंने निचे निम्नलिखित प्रकार दर्ज किया है।
क्या शेयर मार्केट से पैसा कमाना संभव है?
Ans. हाँ, परन्तु इसके लिए आपको शेयर को एनालाइज करने का टेक्निकल तथा फंडामेंटल तरीका सीखना होगा।
शेयर बाजार का Chart देखने के लिए कौन से प्लेटफार्म का उपयोग करें?
Ans. Basically, शेयर बाज़ार का Chart देखने के लिए Trending View.in Website का उपयोग करके हम आसानी से शेयर मार्किट का Chart देख सकते है।
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RSI को कैसे कैलकुलेट किया जाता है ?
RSI को कैलकुलेट करने का फार्मूला है
RSI Calculation formula Hindi
ऊपर दिए गए फोर्मुले में Average Gain और Average Loss को निकालने का नियम इस प्रकार है –
Average Gain : जितने दिन का RSI निकालना है, उसमे पिछले दिन के बाद, स्टॉक के भाव में ऊपर की तरफ होने वाला बदलाव का औसत
Average Profit: जितने दिन का RSI निकालना है, उसमे पिछले दिन के बाद, स्टॉक का जितने दिन कम हुआ, तो कम हुए भाव के पॉइंट्स का औसत,
जैसे – अगर किसी स्टॉक का भाव 85 है, और अगले 14 दिन का भाव कुछ इस प्रकार है तो हम मैन्युअली RSI निकाल कर देखते है –
RS CALCULATION SHEET
इस तरह Average Gain Moving Average इंडिकेटर क्या होता है = 29/14=2.07
और Average Loss= 10/4 =0.714
इस तरह RS = 2.07/0.714 =2.8991
इसलिए अब RSI = 100- 100/100+2.8991
RSI का AUTOMATIC कैलकुलेशन
RSI को हम टेक्निकल एनालिसिस के सॉफ्टवेयर की हेल्प से दो सेकंड में कैलकुलेशन कर सकते है,
सिर्फ हमें RSI (INDICATOR TOOL) को सेलेक्ट करना है, और INPUT में सॉफ्टवेयर को दिनों की संख्या के बारे में बताना है, कि हम कितने दिन का RSI निकालना चाहते है,
जैसे- अगर 14 दिन का RSI निकलना चाहते है तो हमें 14 इनपुट करना है,
और सॉफ्टवेयर तुरंत चार्ट पर एक RSI इंडिकेटर की लाइन खीच देगा, जो 0 से 100 के बीच कुछ भी हो सकता है,
RELATIVE STRENGTH INDEX (RSI) के नियम और इसका इस्तेमाल
1. RSI एक 0 से 100 के बीच BAND में घूमता है, RSI न तो 0 से नीचे जा सकता है और न ही 100 से ऊपर,
2. जब RSI 70 से उपर जाता है, तो ये हमें OVERBOUGHT के बारे में बताता है, और स्टॉक में STRONG POSITIVE MOMENTUM के टॉप का पता चलता है, जहा से आगे CORRECTION या मार्केट नीचे आने की संम्भावना की जा सकती है,
और ये हो सकता है कि जब CORRECTION तो भाव नीचे आएगा और ऐसे में कुछ ट्रेडर SHORT SELLING या अपनी पोजीशन को SQUARE OFF करने का सोच सकते है,
3. जब RSI 30 से नीचे जाता है, तो ये हमें OVERSOLD के बारे में बताता है, और स्टॉक में STRONG NEGATIVE MOMENTUM के टॉप का Moving Average इंडिकेटर क्या होता है पता चलता है, जहा से आगे CORRECTION या मार्केट के ऊपर की संम्भावना की जा सकती है,
ऐसी सिचुएशन में कुछ ट्रेडर खरीददारी का मौका तलाश कर सकते है, और अपनी पोजीशन को लॉन्ग बनाने की कोशिश कर सकते है,
RELATIVE STRENGTH INDEX (RSI) नियम के अपवाद और सावधानिया
1. अगर कोइ स्टॉक बहुत समय से UPTREND में है, तो चार्ट पर उसका RSI भी 70 से ऊपर हो सकता है, और ऐसे में ये जरुरी नहीं कि तुरंत कोई करेक्शन आने वाला है,
क्योकि RSI 100 से ऊपर नहीं जाता है, और स्टॉक जब तक UP TREND में तब तक RSI 70 या उस से ऊपर ही बताएगा,
और ऐसे में अगर आपने स्टॉक में अपनी पोजीशन बनाई हुई है, तो जब तक कोई ट्रेंड् REVERSAL नहीं आता, तब तक सिर्फ RSI के आधार पर मार्केट के करेक्शन की संभवना सही नहीं मानी जाएगी,
2. इसी तरह, अगर कोइ स्टॉक बहुत समय से DOWN TREND में है, तो चार्ट पर उसका RSI भी 30 के आस पास या उस नीचे हो सकता है, और ऐसे में ये जरुरी नहीं कि तुरंत कोई करेक्शन आने वाला है, क्योकि हो सकता है स्टॉक में लम्बे समय का डाउन ट्रेंड बना रहने वाला हो,
ध्यान देने वाली बात है कि क्योकि RSI 0 से नीचे नहीं जाता है, और इसलिए स्टॉक जब तक DOWN TREND में तब तक RSI 30 या उस से नीचे ही बताएगा,
एमएसीडी-एडीएक्स इंडिकेटर के साथ डे ट्रेडिंग करना सीखे|
परिचय
एमएसीडी (मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस / डाइवर्जेंस इंडिकेटर) और एडीएक्स(एवरेज डायरेक्शनल इंडेक्स) दो सबसे बड़े तकनीकी संकेतक हैं। मुझे यकीन है कि आप में से अधिकांश ने कभी ना कभी उनका उपयोग किया होगा। उन्हें ठीक से एक साथ मिलाएं और आप एक बढ़िया ट्रेडिंग सिस्टम बना सकते हैं।पढ़ते रहें और नीचे दिए गए परिणामों से सीखें।
एमएसीडी
एमएसीडी दो एक्स्पोनेंशियल मूविंग एवरेजेस के अंतर का उपयोग ट्रेंड की दिशा और इसका मोमेंटम बताने के लिए करता है। एमएसीडी के ईएमए (सिग्नल लाइन)के साथ उपयोग करना हमें एक भरोसेमंद संकेतक देता है। आप इसके उपयोग और निर्माण के बारे में एमएसीडी का डे-ट्रेडिंग में उपयोग कैसे करें? से जान सकते हैं।
एडीएक्स
एडीएक्स इंडिकेटर का मुख्य उपयोग बिना दिशा के संदर्भ के ट्रेंड की शक्ति को मापना है। यदि इंडिकेटर 25 लाइन से ऊपर पहुंचता है तो ट्रेंड को मजबूत माना जाता Moving Average इंडिकेटर क्या होता है है। इसके विपरीत, यदि इंडिकेटर 25 लाइन से नीचे है, तो ट्रेंड कमजोर है या मार्केट में ट्रेंड नहीं है। 30 से अधिक एडीएक्स इंडिकेटर मजबूत प्रवृत्ति को प्रदर्शित करता है - यह निश्चित रूप से ट्रेड में आने का सबसे अच्छा समय है।
BEST EIGLE STOCKS कैसे FIND करे
अधिकांश लोग PENNY STOCKS में अपना पैसा निवेश कर देते है क्यूंकि उनका भाव सस्ता होता है और एक व्यक्ति उसमे अधिक शेयर की मात्रा भी खरीद सकता है लेकिन अधिकांश लोगो को PENNY STOCKS में मुनाफे की जगह नुकसान ही हुआ है । कुछ लोग BLUECHIP STOCKS व GROWTH STOCKS में भी निवेश करते है हालाँकि इन स्टॉक्स में निवेश करने से नुकसान बहुत ही कम होता है लेकिन इनमे हमे लम्बी अवधि के लिए निवेश करना पड़ता है।
आखिरकार प्रश्न ये उठता है की किन शेयर में निवेश करे ताकि कम समय में अधिक मुनाफा कमाया जा सके इसके लिए लोग विभ्भिन प्रश्न पूछते है जैसे शेयर बाजार में किस स्टॉक में ट्रेड करे शेयर बाजार में मुनाफा कमाने की रणनीति क्या है आदि
शेयर बाजार में EIGLE STOCKS FIND करने की प्रकिया
1. PRICE ACTION
किसी भी शेयर में PRICE ACTION देखना बहुत ही जरूरी है। एक शेयर में होने वाली मंदी और तेजी को PRICE के माध्यम से आसानी से देखा जा सकता है शेयर बाजार में अधिकांश लोग प्राइस एक्शन के माध्यम से ही शेयर में ट्रेड लेते है PRICE ACTION शेयर बाजार का एक बहुत ही बड़ा विषय है
एक शेयर में हम निम्न तरीको से प्राइस एक्शन को देख सकते है
1. PREVIOUS DAY BREAKOUT
प्रीवियस डे ब्रेकआउट इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बहुत ही उपयोगी है अगर कोई शेयर अपने प्रीवियस डे के प्राइस को ब्रेक आउट कर नए प्राइस पर क्लोजिंग करता है तो हम इस क्लोजिंग की गतिविधि के आधार पर ट्रेड ले सकते है
2. WEEKLY / MONTHLY BREAKOUT
शार्ट टर्म ट्रेडिंग के लिए वीकली व मंथली प्राइस ब्रेक आउट बहुत ही महत्वपूर्ण है वीकली ब्रेक आउट में शेयर अपने पिछले पिछले सप्ताह के प्राइस को ब्रेक आउट कर नई प्राइस पर क्लोजिंग करता है जबकि मंथली ब्रेकऑउट में शेयर अपने पिछले महीने के प्राइस को ब्रेकऑउट कर नई प्राइस पर क्लोजिंग करता है।
VOLUME AND DELIVERY
VOLUME AND DELIVERY के आधार पर किसी भी शेयर में ट्रेड लिया जा सकता है एक शेयर में किसी बड़े निवेशक के प्रवेश को केवल वॉल्यूम के माध्यम से ही देखा जा सकता है अगर लगातार किसी शेयर में वॉल्यूम और डेलिवेरी बढ़ रही है तो शेयर शेयर में तेजी आने के संकेत है।
जब भी किसी शेयर में ब्रेकआउट होता है व ब्रेकआउट वॉल्यूम और डिलीवरी के साथ होता है तो ऐसा ब्रेकआउट ट्रू ब्रेकआउट माना जाता है।
अगर शेयर के प्राइस को वॉल्यूम व डिलीवरी के साथ देखा जाये तो शेयर के चलन को आसानी से समझा जा सकता है।
MOMENTUM INDICATORS
मोमेंटम इंडियकटर्स के माध्यम से शेयर में होने वाले मोमेंट पता लगाया जा सकता है शेयर बाजार में मुनाफा कमाने के लिए ऐसा ही शेयर निवेश करना आव्सय्क है जिनमे मोमेंट हो। अगर किसी शेयर में मोमेंट नहीं है तो उसमे समय और पैसा निवेश करने का कोई अर्थ नहीं है।
मोमेंटम इंडीकेटर्स के दो प्रकार है Moving Average इंडिकेटर क्या होता है -
1. RELATIVE STRENGTH INDEX ( RSI )
रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स इंडिकेटर का उपयोग टेक्निकल एनालिसिस में अधिक किया जाता है RSI किसी भी शेयर की प्राइस मॉवेन्ट के आधार पर शेयर शेयर की गति और परिवतर्न को दर्शाता है शेयर की स्ट्रेंथ को दर्शाने के लिए RSI 0 -100 की रेंज के मध्य औसीलेट करता है। अगर RSI 70 से ऊपर है तो शेयर को ओवरबॉट माना जाएगा और अगर 30 के नीचे है तो शेयर में ओवरसोल्ड की स्थिति मानी जाएगी।
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HELLO FRIENDS आज आप जानेंगे एक ऐसा टेक्निकल इंडिकेटर के बारे में जिसके बिना स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग करना लग भाग सम्भब नहीं है। यह इंडिकेटर इनता महत्वा रखता है की आप सोच भी नहीं पाएंगे ये इतना महत्वपूर्ण है क्यों की ये टेक्निकल इंडिकेटर ट्रैंड बताती है कोई शेयर बुलिश ट्रैंड है या बेयरिश ट्रैंड है और यह टेक्निकल इंडिकेटर है मूविंग एवरेज (MOVING AVERAGE) मूविंग एवरेज मतलब पिछले दिनके शेयर की दाम को एक एवरेज में बताना। उदाहण के स्वरुप मान लीजिये आज टाटा स्टील कंपनी की शेयर की दाम 500 रूपया है और यह शेयर की दाम इसे ऊपर जायेगा या नीचे कैसे पत्ता करे यहां से अंदाज़ लगाना सुरु हो जाती है अगर शेयर की प्राइस पिछले 20 दिनों की प्राइस से ऊपर है या नीचे। अगर ऊपर है तो हो सकता है ऊपर जाये अगर नीचे है तो हो सकता प्राइस नीचे जाये यही एवरेज प्राइस को मूविंग एवरेज बताती है जिसे हमें पता चले शेयर की प्राइस 20 मूविंग एवरेज से ऊपर है या नीचे। मूविंग एवरेज 20 से ऊपर है मतलब अभी शेयर की प्राइस पिछले 20 दिन के प्राइस से ऊपर है और यह शेयर ऊपर जा सकती है। ऐसे ही हर कोई ट्रेडर अलग अलग दिनों की एवरेज प्राइस निकल के ट्रेड करते हैं। जैसे 50 ,100 ,150 ,200 दिनों की एवरेज निकल ते हैं। यहाँ पर ध्यान रखने बाली बिषय है एक महीना में 30 -31 दिन होते हैं लेकिन ट्रेडिंग दिन लगभग 22 दिन क्यों की शनिबार और रबिबार शेयर मार्किट छूटी रहती है फिर हर महीना कोई भी तेव्हार के बजाये से 1 -2 दिन छूटी रहती है ऐसे में हमलोग एक महीना में लग भाग 20 ट्रेडिंग डे की एवरेज लेते हैं। इसलिए 20 मूविंग एवरेज को हम एक महीना की ट्रेड लेके चलेंगे ऐसे ही आप लोग कैलकुलेशन करेंगे। 5 मूविंग एवरेज मतलब एक हपता की ट्रेडिंग दिन 50 मूविंग एवरेज मतलब 2.5 महीना की ट्रेडिंग दिन।
मूविंग एवरेज यानि सिंपल मूविंग एवरेज जिसे हर कोई SMA के नाम से जानते हैं। आप देखेंगे 20 SMA ,50 SMA बहुत सरे जगह पर बताये हुए। 20 SMA मतलब 20 दिनों की एवरेज प्राइस 50 SMA मतलब 50 दिनों की एवरेज प्राइस को बताया जाता है। सिंपल मूविंग एवरेज एक लेगिंग इंडिकेटर है इसका मतलब पहले प्राइस एक्शन हो जाने के बाद ये इंडिकेटर इंडीकेट करती है मतलब बताती है। मूविंग Moving Average इंडिकेटर क्या होता है Moving Average इंडिकेटर क्या होता है एवरेज को शेयर सिलेक्शन के लिए इस्तिमाल होती है और लाइव मार्किट में शेयर प्राइस की ट्रैंड जानने के लिए इस्तिमाल करते हैं।