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इस बीच, गुरुवार को चुनाव आयोग ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के साथ अलग-अलग बैठकें कीं, ताकि नए मामलों में वृद्धि के बीच स्थिति दैनिक तकनीकी रणनीतिकार पर का जायजा लिया जा सके, जो मुख्य रूप से ओमाइक्रोन संस्करण द्वारा संचालित है। कोरोनावाइरस।

Uttarakhand Chunav 2022: BJP incharge Pralhad Joshi ने किया उत्तराखंड में जीत का दावा, कहा भाजपा के विकास के सामने फिर हारेगा कांग्रेस का अनुभव, WATCH This Video

Uttarakhand Assembly Election 2022: कर्नाटक की धारवाड़ सीट से वर्ष 2004 से सांसद और केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी को चुनाव प्रबंधन में महारत हासिल है। यही वजह है कि भाजपा ने उन्हें उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव की कमान सौंपी है। प्रदेश चुनाव प्रभारी (UK दैनिक तकनीकी रणनीतिकार पर दैनिक तकनीकी रणनीतिकार पर BJP incharge) Pralhad Joshi इन दिनों भाजपा के मुख्य रणनीतिकार की भूमिका में हैं। साथ ही प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस पर सीधे निशाना भी साध रहे हैं। Pralhad Joshi से 'दैनिक जागरण' के स्टेट दैनिक तकनीकी रणनीतिकार पर ब्यूरो चीफ विकास धूलिया ने इस चुनाव में भाजपा की ताकत, मुख्य मुद्दों और विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवालों को लेकर विस्तृत बातचीत की।

इस चुनाव में भाजपा का 60 पार के नारे को लेकर जब सवाल पूछा गया तो ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्त्व में पिछले 5 सालों में उत्तराखंड राज्य में जिस तेजी से विकास हुआ हैं, वो पहले कभी नही हुआ था। उन्होंने कहा कि मोदी जी नेतृत्व में उत्तराखण्ड के लोगों ने विकास को देखा हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को लेकर मोदी जी का विशेष लगाव रहा हैं। इसके साथ ही हमारी सरकार के कार्यकाल में हुए काम और विकास को देखते हुए हमें पूरी उम्मीद हैं कि 2022 के चुनाव में भी हमारी बड़ी जीत होगी और फिर से बीजेपी यहां सरकार बनाने में कामयाब हो जायेगीं

कांग्रेस का नही है नेतृत्व- Pralhad Joshi

दैनिक जागरण के पत्रकार द्वारा नेतृत्व परिवर्तन पर पूछे गए सवाल पर जवाब देते हुए Pralhad Joshi ने कहा कि जहां भी कांग्रेस की सरकार थी वहां भी हमने जीत हासिल की हैं। ऐसे में इस बार नेतृत्व बदलाव को लेकर जिस उम्मीद से विपक्ष यहां जीत की आस लगाएं बैठा हैं, वह बिल्कुल गलत साबित होगीं ।

Pralhad Joshi ने कहा कि भाजपा की नीति और विषय बिल्कुल स्पष्ट हैं जबकि कांग्रेस की नीति बिल्कुल भी स्पष्ट नही हैं। उन्होंने कांग्रेस के नेताओं के अनुभवी होने पर पार्टी का जीत का आत्मविश्वास पर पूछे गए सवाल पर कहा कि पिछली बार भी कांग्रेस के अनुभवी नेता चुनावी मैदान में आये थे लेकिन उनका अनुभव तब भी हार गया था।

प्रशांत की चुनाव आयोग को जान बचाओ वाली सलाह, कोरोना पर पहले नियंत्रण करना प्राथमिकता

भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) द्वारा पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा करने की संभावना से कुछ दिन पहले, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को ट्विटर पर सुझाव दिया कि उन्होंने चुनावी अभ्यास आयोजित करने का ‘एकमात्र सुरक्षित तरीका’ बताया। यहां तक ​​​​कि जब देश अपने दैनिक कोविड -19 संक्रमणों में एक ताजा और तेजी से वृद्धि का अनुभव करता है।

“चुनाव वाले राज्यों में कम से कम 80% लोगों के लिए चुनाव आयोग को 2 वैक्सीन खुराक पर जोर देना चाहिए। भयंकर महामारी के बीच #चुनाव कराने का यही एकमात्र सुरक्षित तरीका है। दैनिक तकनीकी रणनीतिकार पर बाकी सब कुछ हॉगवॉश है। #Covid के उचित व्यवहार के लिए दिशा-निर्देशों की धारणा, जिसका कोई पालन नहीं करता है, FARCICAL है, ”किशोर ने ट्विटर पर साझा किया।

अब मंत्री सुभाष गर्ग आए प्रशांत किशोर के विरोध में, ट्वीट कर बोले:व्यापारी की जरूरत नहीं

राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की जारी अटकलों के बीच तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने अप्रत्यक्ष रूप से पीके की एंट्री पर निशाना साधा है।

जयपुर। राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की जारी अटकलों के बीच तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने अप्रत्यक्ष रूप से पीके की एंट्री पर निशाना साधा है। गर्ग ने ट्वीट कर कहा है कि किसी संगठन को मज़बूत व ताकतवर केवल नेतृत्व व कार्यकर्ता ही बना सकते हैं ,कोई सलाहकार व सेवा प्रदाता नहीं । नेतृत्व को चाणक्य की ज़रूरत है न कि व्यापारी की।

गौरतलब है कि मंत्री सुभाष गर्ग मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी समर्थक माने जाते हैं। गर्ग का यह ट्वीट ऐसे वक्त आया है जब पीके की एंट्री को लेकर दिल्ली में उच्च स्तर पर मंत्रणा जारी है। कांग्रेस में पीके की एंट्री को लेकर कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता सहमत नहीं है। इसी कड़ी में गर्ग के ट्वीट को वर्तमान राजनीतिक हालातों से जोड़कर देखा जा रहा है, हालांकि गर्ग कांग्रेस से विधायक नहीं है, बल्कि आरएलडी पार्टी के विधायक है, जिन्होंने राजस्थान में कांग्रेस सरकार को समर्थन दे रखा है। राजनीतिक जानकारों के अनुसार गर्ग ने यह ट्वीट गहलोत समर्थकों के कहने पर किया है। गर्ग के ट्वीट के बाद यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्दी ही इस ट्वीट को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो सकती हैं। पीके की कांग्रेस में एंट्री वाले समर्थक कांग्रेस नेता भी जल्द ही इस ट्वीट का जवाब सोशल मीडिया के माध्यम से दे सकते हैं।

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मुख्यमंत्री योगी ने छोटू राम और लचित बोरफूकन की जयंती पर दी श्रद्धांजलि

मुख्यमंत्री योगी ने छोटू राम और लचित बोरफूकन की जयंती पर दी श्रद्धांजलि

-सर छोटू राम के उत्कृष्ट लोकतांत्रिक मूल्यों से अभिसिंचित त्यागमय जीवन सभी के लिए प्रेरणादायक

- मुगल सेना को धूल चटाने व अद्भुत सैन्य के रणनीतिकार थे लचित बोरफूकन : मुख्यमंत्री

लखनऊ, 24 नवम्बर(हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर छोटू राम और लचित बोरफूकन की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री ने गुरुवारको ट्यूट कर कहाकि महान स्वाधीनता संग्राम सेनानी, अद्भुत समाज सुधारक, राष्ट्रवादी विचारक, शोषितों, वंचितों एवं किसानों के समग्र उन्नयन के लिए आजीवन समर्पित रहे सर छोटू राम को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि देता हूं। कहा कि उत्कृष्ट लोकतांत्रिक मूल्यों से अभिसिंचित आपका त्यागमय जीवन सभी के लिए प्रेरणा है।

Sensex Update: बिकवाली के जोर में सेंसेक्स 714 अंक गिरा, निफ्टी भी फिसला

Sensex Update: बिकवाली के जोर में सेंसेक्स 714 अंक गिरा, निफ्टी भी फिसला

मुंबई, 22 अप्रैल : पिछले दो दिनों से घरेलू शेयर बाजारों में जारी तेजी पर शुक्रवार को विराम लग गया. कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच इंफोसिस एवं रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे प्रमुख शेयरों में हुई बिकवाली से मानक सूचकांक सेंसेक्स 714.53 अंक तक लुढ़क गया. विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की निकासी जारी रहने से भी कारोबारी धारणा प्रभावित हुई. सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिवस पर बीएसई सेंसेक्स 714.53 अंक यानी 1.23 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,197.15 अंक पर बंद दैनिक तकनीकी रणनीतिकार पर हुआ. इसी तरह एनएसई का प्रमुख सूचकांक निफ्टी भी 220.65 अंक यानी 1.27 प्रतिशत के नुकसान के साथ 17,171.95 अंक पर आ गया. बीएसई में कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय 776.96 अंक तक गिरकर 57,134.72 अंक पर खिसक चुका था. लेकिन बाद में इसमें थोड़ा सुधार हुआ.

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