क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास

खबरों से जुड़े लेटेस्ट अपडेट लगातार हासिल करने के लिए आप हमें Facebook , Twitter, Instagram पर भी ज्वॉइन कर सकते हैं … क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास Facebook- ABC News 24 x 7 , Twitter- Abcnews.media Instagram – www.abcnews.media
एक दिसंबर से शुरू होगा डिजिटल रुपये का खुदरा चलन, कर सकेंगे लेनदेन-खरीदारी
ABC News: थोक डिजिटल रुपए के बाद आरबीआइ एक दिसंबर से खुदरा डिजिटल रुपए का चलन शुरू करने जा रहा है. खुदरा क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास डिजिटल रुपए से ग्राहक आपस में लेनदेन के साथ किसी भी दुकान से खरीदारी भी कर सकेंगे. खुदरा डिजिटल रुपए का चलन अभी देश के चार शहरों से पायलट रूप में शुरू किया जा रहा है. इन शहरों में मुंबई, दिल्ली, बंगलुरू और भुवनेश्वर शामिल हैं. इसके बाद अहमदाबाद, गंगटोक, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोच्चि, लखनऊ, पटना और शिमला जैसे शहरों में डिजिटल रुपए का चलन शुरू होगा. डिजिटल रुपए के थोक व खुदरा चलन के पायलट प्रोजेक्ट के बाद पूर्ण रूप से डिजिटल रुपए के चलन को शुरू किया जाएगा.
आरबीआइ के क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास मुताबिक डिजिटल रुपए को जारी करने का काम बैंक करेंगे. फिलहाल चार बैंक भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक देश के चार शहरों में खुदरा डिजिटल रुपया जारी करने का काम करेंगे. बाद में बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक भी इस पायलट प्रोजेक्ट से जुड़ेंगे. बैंक बिल्कुल पेपर के नोट जैसे आकार में ही डिजिटल रुपया जारी करेंगे. इसे रखने के लिए बैंक ही ग्राहकों को डिजिटल वैलेट मुहैया कराएंगे जिसे मोबाइल फोन या अन्य डिवाइस में स्टोर किया जा सकेगा. हालांकि डिजिटल रुपया रखने पर बैंक की तरफ से कोई ब्याज नहीं दिया जाएगा. जबकि पेपर नोट को बैंक में रखने पर क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास ब्याज मिलता है. डिजिटल रुपए से ग्राहक आपस में लेनदेन भी कर सकेंगे और दुकान से खरीदारी भी कर सकेंगे. खरीदारी करने के लिए वे दुकानदार के क्यूआर कोड का इस्तेमाल करेंगे. डिजिटल रुपया आरबीआइ की तरफ से बैंक देंगे, इसलिए यह वैधानिक होगा. पेपर नोट के मुकाबले यह अधिक सुरक्षित होगा. कही भी भुगतान कर सकेंगे और जब चाहे इसे नोट के रूप में बैंक में जमा कर सकेंगे. ताकि ब्याज मिल सके. एक दिसंबर से पायलट रूप में डिजिटल रुपया के सृजन, इसके वितरण और रियल टाइम में इसके खुदरा इस्तेमाल से जुड़ी तमाम प्रक्रियाओं की निगरानी की जाएगी. इस पायलट से क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास मिलने वाले अनुभव के आधार पर अगले पायलट में डिजिटल रुपया टोकन का परीक्षण किया जाएगा. डिजिटल रुपए के चलन के लिए टोकन का इस्तेमाल किया जाना है. विशेषज्ञों के मुताबिक वैधानिक रूप से डिजिटल रुपए जारी करने से क्रिप्टोकरेंसी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी का मूल्य हमेशा घटता-बढ़ता रहता है जबकि डिजिटल रुपए में ऐसा कुछ नहीं होगा.
इस देश की सरकार ने 20 करोड़ की पेंशन से खरीदी क्रिप्टोकरेंसी, लेते ही 87 फीसदी गिरी शेयर की कीमत
स्टॉकहोम: स्वीडिश पब्लिक पेंशन फंड ने क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास क्रिप्टोकरंसी कंपनी में 20 करोड़ ($19 मिलियन स्वीडिश क्रोनर) का निवेश किया है, लेकिन इसे लेने के बाद से कंपनी के शेयर की कीमत में 87 प्रतिशत की गिरावट आई है। स्वीडिश दैनिक समाचार पत्र डेगेन्स न्येथर (डीएन) के अनुसार, स्वीडन के सार्वजनिक पेंशन धन का प्रबंधन करने वाले चार सार्वजनिक पेंशन फंडों ने क्रिप्टोक्यूरेंसी ट्रेडिंग कंपनी कॉइनबेस में 200 मिलियन से अधिक का निवेश किया है।
फंड की अर्ध-वार्षिक रिपोर्ट की समीक्षा करने के बाद अखबार डीएन ने क्रिप्टोइकोनॉमी में अपने क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास निवेश की एक धूमिल तस्वीर की सूचना दी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कितने शेयर खरीदे और बेचे गए इसका ब्योरा फिलहाल सामने नहीं आया है।