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बिटकॉइन के लाभ

बिटकॉइन के लाभ
Invest in Bitcoin or not: आधी कीमत के करीब मिल रहा बिटकॉइन, अब पैसे लगाना फायदे का सौदा है या नहीं, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट!

बिटकॉइन क्या है किसने बनाया और कैसे खरीदें | Bitcoin In Hindi

Bitcoin Kya Hai In Hindi: बिटकॉइन का नाम तो आप लोगों ने जरुर सुना होगा, क्योंकि आज के समय में यह Crptocurrency बहुत चर्चा में है इसलिए सभी लोग बिटकॉइन के बारे में जानना चाहते हैं. बिटकॉइन या टेक्नोलॉजी में रूचि रखने वाले लोग अक्सर इंटरनेट पर सर्च करते हैं कि Bitcoin क्या होता है.

अगर आपको भी बिटकॉइन के बारे में जानना है तो यह लेख आपके लिए ही है. हमने इस बिटकॉइन के लाभ लेख के द्वारा कोशिस की है कि आपको बिटकॉइन के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करा सकें.

इस लेख में आपको जानने को मिलेगा कि Bitcoin क्या है इन हिंदी, बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया, बिटकॉइन का उपयोग कहाँ किया जाता है, आप कैसे एक बिटकॉइन खरीद सकते हैं, बिटकॉइन के फायदे और नुकसान क्या हैं और क्या भारत में बिटकॉइन लीगल है.

हमें पूरी उम्मीद है कि इस लेख में आपके बिटकॉइन से सम्बंधित अनेक सारे Confusion दूर हो जायेंगे, लेकिन उसके लिए आपको इस लेख को पूरा पढना होगा. तो चलिए शुरू करते हैं आज का यह लेख और जानते हैं बिटकॉइन क्या होता है विस्तार से.

बिटकॉइन के लाभ का पता नहीं, हानि का अंत नहीं, इसके भविष्य पर भी काले बादल

बिटकॉइन ( P C : Pixabay )

ऐसी कई वित्तीय योजनाएं और विचार हैं जिनके बारे में उसके समर्थक और विरोधी एक दूसरे से विपरीत राय रखते हैं। उदाहरण के लिए कोई कहता है कि सागौन का पौधा लगाना अच्छा रिटर्न देगा। कोई और कहेगा कि इससे कुछ हासिल नहीं होगा।

नई दिल्ली, धीरेंद्र कुमार। कोरोना संकट के बीच बिटकॉइन को लेकर जुनून बढ़ता दिख रहा है। इसके पक्ष और विपक्ष में तरह-तरह के तर्क दिए जा रहे हैं। मगर सच यह है कि बिटकॉइन से अटकलबाजों और अपराधियों को छोड़कर किसी और को कोई फायदा नहीं है। यह कार्बन उत्सर्जन के रूप में बिटकॉइन के लाभ भी दुनिया के लिए बड़ा खतरा है। ऐसे में कोई शक नहीं कि बहुत जल्द अधिकतर देशों की सरकारें इसे प्रतिबंधित कर दें।

कोरोना महामारी के बारे में आ रही भयावह खबरों के बीच एक और कहानी चल रही है। यह कहानी है बिटकॉइन की। कोरोना महामारी बिटकॉइन कीमतों के लिए अच्छी रही है और बिटकॉइन को लेकर जूनून बढ़ रहा है। कॉइनबेस ग्लोबल नामक अमेरिकन क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज 14 अप्रैल को अपना आइपीओ लेकर आया। एक दिन एक्सचेंज के कर्मचारियों और संस्थापकों ने जरूर मोटा मुनाफा कमाया, लेकिन इसके बाद स्टॉक का दौर उतना अच्छा नहीं रहा।

हाल ही में मैंने बिटकॉइन के बारे में एक खबर पढ़ी। इस खबर ने बिटकॉइन को लेकर मेरा ध्यान आकर्षित किया। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आइसीसी) की एंटी करप्शन यूनिट ने जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान हीथ स्ट्रीक के आचरण के बारे में जांच का ब्योरा जारी किया बिटकॉइन के लाभ है। इस कहानी में बिटकॉइन की अहम भूमिका है।

अर्थ तंत्र को गति देते बैंक। पीटीआई फोटो

दिल्ली के रहने वाले मिस्टर अग्रवाल ने हीथ स्ट्रीक को दो बिटकॉइन का भुगतान किया था। यह भुगतान उन जानकारियों के बदले में था जिनका इस्तेमाल सट्टेबाजी में किया जा सकता था। स्ट्रीक ने बाद में बिटकॉइन 35,000 डॉलर में बेच दिया। उन्हें इसका गहरा अफसोस रहा होगा, क्योंकि दो बिटकॉइन की कीमत बेची गई रकम के तीन गुने से अधिक होगी।

एक दूसरी गैर वित्तीय खबर बिटकॉइन को लेकर है। इसमें रैनसमवेयर हैक्स का उल्लेसख किया गया है। एक दिन कोई इंडिविजुअल या कंपनी पाती है कि उसके कंप्यूटर की सारी फाइल एनक्रिप्टेड है। स्क्रीन पर रैनसम नोट है जिसमें यह निर्देश दिया गया है कि फाइल वापस पाने के लिए बिटकॉइन में कैसे भुगतान करना है।

साफ है कि ज्यादातर पीडि़त भुगतान कर देते हैं। मैं समझता हूं कि बिटकॉइन मिस्टर अग्रवाल, हीथ स्ट्रीक और रैनसमवेयर अपराधियों की जरूरतों पर खरा उतरता है। उनको इस बात के लिए शुक्रगुजार होना चाहिए कि बिटकॉइन की खोज की गई जिससे वे अपना कारोबार ज्यादा सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से चला सकें। अगर ऐसा नहीं होता तो मुझे कहना पड़ता कि बिटकॉइन पूरी तरह से बेकार है।

ऐसी कई वित्तीय योजनाएं और विचार हैं जिनके बारे में उसके समर्थक और विरोधी एक दूसरे से विपरीत राय रखते हैं। उदाहरण के लिए कोई कहता है कि सागौन का पौधा लगाना अच्छा रिटर्न देगा। कोई और कहेगा कि इससे कुछ हासिल नहीं होगा। ये बिल्कुल विपरीत विचार हैं। बिटकॉइन इस तरह से नहीं है। बिटकॉइन के समर्थक और इस पर शक करने वाले इसकी बुनियादी खासियत को लेकर सहमत हैं।

समर्थकों के अनुसार बिटकॉइन बहुत अच्छा है, क्योंकि यह एक करेंसी है जिसे कोई सेंट्रल बैंक या सरकार नियंत्रित नहीं करती है। बिटकॉइन अनजान और ट्रेस न किए जा सकने वाले ट्रांजैक्शन की अनुमति देता है। कोई भी सरल तकनीकी प्रक्रिया का इस्तेमाल करते हुए बिटकॉइन बना सकता है। विरोधी खेमे का कहना है कि बिटकॉइन एक बेकार विचार है।

बिटकॉइन के समर्थक इस बात पर निराशा जताते हैं कि बहुत सी सरकारें इसके प्रति दुश्मनी का रवैया रखती हैं। वास्तव में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर किसी सरकार का दुश्मनी भरा रवैया तार्किक है। दुनिया में हर सरकार अपनी करेंसी और अपने मौद्रिक परिदृश्य पर नियंत्रण रखना चाहेगी।

जो देश ऐसा नहीं कर सकते हैं उनको आर्थिक मोर्चे पर मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। उदाहरण के लिए जब भी लोग एक करेंसी में भरोसा खो देते हैं, तो वे अपनी असेट किसी और करेंसी में शिफ्ट कर देते हैं। एक तय उम्र पार कर चुके हर भारतीय को वे दिन आज भी याद हैं जब ऐसा नियमित तौर पर होता था।

सबसे बड़ी बात माइनिंग प्रॉसेस की लगातार बढ़ रही बिजली की खपत है। यह बिटकॉइन की अंतर्निहित खासियत है। कैंब्रिज यूनीवर्सिटी की स्टडी में अनुमान लगाया गया है कि बिटकॉइन सालाना 178 टेरावाट की खपत करता है। एक तरफ हम कार्बन फुटप्रिंट और क्लाइमेट इमरजेंसी की लगातार बात करते हैं। वहीं दूसरी तरफ एक ऐसी रकम को बनाने में बड़े पैमाने पर एनर्जी को बरबाद किया जा रहा है जिसका अटकलबाजी और आपराधिक गतिविधियों के अलावा और कोई इस्तेमाल नहीं है।

हाल में ऐसी खबरे आई थीं कि भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कड़े कदम उठाने जा रही है। इसके तहत भारतीय नागरिकों के पास मौजूद सभी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाया जाना था। साफ है कि अभी सरकार की प्राथमिकताएं दूसरी हैं। लेकिन उम्मीद की जानी चाहिए कि आखिरकार सरकार इस तरह के कदम उठाएगी, जिससे दुनिया की दूसरी सरकारें बिटकॉइन को खत्म करने की दिशा में प्रेरित हों।

(लेखक वैल्यू रिसर्च ऑनलाइन डॉट कॉम के सीईओ हैं। प्रकाशित विचार उनके निजी हैं।)

बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है 1 बिटकॉइन की कीमत कितनी है

दुनिया के हर देश में मुद्रा(Currency) का अपना अपना नाम और वैल्यू है जहा भी जाओ आप वहा पे आपको उस देश की मुद्रा (Currency) का नाम मिलेगा जैसे की इंडिया की मुद्रा(Currency) रुपए है और अमेरिका की डॉलर (डॉलर) इसी तरह इन्टरनेट में भी एक मुद्रा है जो की वर्चुअल है जिसके बारे में आजकल हर कोई जानना चाहता है जिसका नाम है बिटकॉइन(Bitcoin).

bitcoin

बिटकॉइन के बारे में आपने जरुर सुना होगा, बिटकॉइन आज के टाइम में बहोत ही ज्यादा पोपुलर है ये एक ओपन पेमेंट नेटवर्क है जहा पे आप इंटरनेशनली पेमेंट यानि पैसो का लेन देन कर सकते है इसके सिवा इसके बहोत सारे और भी फायदे है तो चलिए अब जान लेते है की बिटकॉइन क्या है इसके क्या फायदे है ये कैसे काम करता है इत्यादि

बिटकॉइन(Bitcoin) क्या है

बिटकॉइन एक डिजिटल करन्सी या फिर वर्चुअल करन्सी (Virtual Currency) है बिटकॉइन को डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है ये ओपन सोर्स है इसे कोई भी यूज़ कर सकता है वर्चुअल करन्सी का मतलब ये है की ये पैसा तो है इसका यूज़ हम हर जगह कर सकते है लेकिन इसे हम न तो छु सकते है और न ही देख सकते है या फिर आप मान सकते है की ये एक तरह का पॉइंट्स होता है जो हमें मिलता है जिसे हम बाद में अपने देश के मुद्रा के हिसाब से कन्वर्ट कर सकते है

अब आप सोच रहे होंगे की इसे हम न तो छु सकते है और न ही देख सकते है क्या ये हमेशा होगा तो यहाँ में आपको बताना चाहूँगा की ऐसा कुछ नहीं है बस इसे एक वर्चुअल करन्सी नाम दिया गया है बाद में आप इसे अपने बैंक अकाउंट में भेज कर अपने देश का करन्सी बना सकते है

1 बिटकॉइन की कीमत कितनी है ?
अब आप ने जान तो लिया है की बिटकॉइन क्या है लेकिन क्या आपको पता है की 1 बिटकॉइन की कीमत क्या है आप जान कर हैरान हो जायेंगे इंडिया में बिटकॉइन के लाभ 1Bitcoin की कीमत करीब Rs 67712.20 रूपये है लेकिन हा ध्यान रहे बिटकॉइन की कीमत घटती बढती रहती है

नोट : फ़िलहाल की 1 बिटकॉइन की कीमत जानने के लिए गूगल में सर्च करे 1 Bitcoin to inr आपको जो फ़िलहाल रेट चल रहा है पता चल जायेगा

क्यों आपको बिटकॉइन से दूर रहना चाहिए ? जानिए 10 वजह

इस साल बिटकॉइन की कीमत में 1000 फीसदी से ज्यादा का उछाल आया है. इस साल की शुरुआत में एक बिटकाइन की कीमत करीब 1000 डॉलर थी.

क्यों आपको बिटकॉइन से दूर रहना चाहिए ? जानिए 10 वजह

ऐसे चढ़ी बिटकॉइन की कीमतें

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2- अब तक कोई रेगुलेटर नहीं
बिटकॉइन या दूसरी क्रिप्टोकरेंसी पर निगरानी के लिए अब तक कोई रेगुलेटर नहीं हैं. न इस पर सरकार का नियंत्रण है और न ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का . इसके अलावा इस पर सेबी (भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड) का भी कोई कंट्रोल नहीं है. यानी अगर आप Zebpay, Unocoin और Coinsecure जैसे बिटकॉइन एक्सचेंजों से बिटकॉइन खरीदते हैं और आपके साथ कोई फ्रॉड होता है तो आपको बड़ा नुकसान हो सकता है. इसमें कोई आपकी मदद नहीं करेगा. आरबीआई कई बार कह चुका है कि जो लोग क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड कर रहे हैं वो अपने रिस्क पर इसमें निवेश करें.

3- सरकार ने झाड़ा पल्ला
सरकार ने बिटकऑइन को लेकर शुक्रवार को बड़ा बयान दिया है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने साफ कहा है कि फिलहाल बिटकॉइन को मान्यता देने का सरकार का इरादा नहीं है. वित्त मंत्री ने कहा कि अभी तक सरकार की पोजीशन यही है कि वर्च्युअल करेंसी को कानूनी मान्यता नहीं है. इस पर बनाई गई कमिटी की रिपोर्ट की समीक्षा की जा रही है जिसके बाद फैसला लिया जाएगा.

4-गैर कानूनी धंधों में इस्तेमाल

सरकार के नियंत्रण से बाहर होने से आतंकवादी, माफिया और हैकर्स बिटकॉइन का इस्तेमाल गैर कानूनी धंधों में करने का शक है. इसकी सबसे बड़ी वजह है कि इसमें लेनदेन में पहचान छुपी रहती है. इसलिए सरकार की पकड़ में ऐसे लोग नहीं आ पाते हैं. हैकर भी फिरौती के लिए बिटकॉइन को माध्यम बना रहे हैं. कुछ महीने पहले रैनसममवेयर के हैकर ने बिटकॉइन में फिरौती मांगी थी.

निवेश से संबंधित टिप्स और जानकारियां

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5- कीमतों को लेकर सटीक आकलन नहीं
जब हम किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो कंपनी की ग्रोथ होने पर उसके दाम भी चढ़ते हैं. लेकिन बिटकॉइन के मामले में ऐसा नहीं है. यानी कंपनी की कमाई, टर्नओवर, विस्तार का पूरा खाका होता है जबकि बिटकॉइन के मामले में ऐसी बात नहीं है.

6- बिटकॉइन से कोई चीज नहीं खरीद सकते

जब आप कोई सामान खरीदते हैं वीसा, मास्टर कार्ड और रुपे कार्ड से भुगतान करके उसे ले सकते हैं, जबकि बिटकॉइन के मामलें में ऐसा नहीं है. रिजर्व बैंक का साफ कहना है कि हम ऐसे लेनदेन की गांरटी नहीं लेते हैं.

7-न यह कमोडिटी है न ही करेंसी
पुराने जमाने में सोने-चांदी जैसी धातुओं के सिक्के चलते थे. इसके बाद सरकार द्वारा या आरबीआई की ओर से चलाए गए सिक्के आए. इन्हें फिएट करेंसी बिटकॉइन के लाभ बोला जाता था. जबकि बिटकॉइन अब तक न करेंसी की कैटेगरी में न ही कमोडिटी है.

एंजेल कमोडिटी के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट (कमोडिटी एवं करेंसी) अनुज गुप्ता का कहना है कि कम समय में भारी मुनाफा मिलने से निवेशक बिटकॉइन में निवेश बढ़ा रहे हैं. उनका कहना है कि कई निवेशक अभी गोल्ड की जगह बिटकॉइन में पैसा लगा रहे हैं.

8- पोंजी स्कीम का रैकेट
क्रिप्टोकरेंसी में सिर्फ ऑपरेशनल खतरे ही नहीं बल्कि इसमें दूसरे जोखिम भी हैं. ठगी के लिए पोंजी स्कीम लॉन्च की जा रही हैं. ये निवेशकों से गारंटीड रिटर्न का वादा कर रहे हैं. आईएफआईएम में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन बैकिंग के प्रोफेसर एवं चेयरमैन राजेन्द्र के सिन्हा का कहना है कि कुछ कंपनियां कम समय में दोगुना रिटर्न के वादा कर रही हैं . निवेशकों को इनसे बचना चाहिए क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी के भाव में बहुत उतार-चढ़ाव रहता है.

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9- जेपी मार्गन ने बताया था फ्रॉड
अमेरिकी निवेश बैंक जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जैमी डिमॉन ने बिटकॉइन के बारे में यह तक बोल दिया है कि ये दुनिया का सबसे बड़ा फ्रॉड है और इसमें निवेश करना बेवफूकी है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी IMF की डायरेक्टर ने भी बिटकॉइन की बढ़ती कीमतों को लेकर चिंता जताई थी.

10- चीन ने बढ़ाई सख्ती
बिटकॉइन का 90 फीसदी कारोबार चीनी एक्सचेजों से होता है. इसके बाद चीनी सरकार ने ट्रांजेक्शन फीस तेजी से बढ़ाई, जिसके बाद कारोबार का वॉल्यूम 20 फीसदी गिर गया. इसके अलावा ऑनलाइन टोकन पर रोक लगाई थी.

क्या है बिटकॉइन?
बिटकॉइन वर्चुअल करेंसी है. इसे क्रिप्टो करेंसी भी कहा जाता है. यह अन्य मुद्राओं की तरह जैसे डॉलर, रुपये या पॉन्ड की तरह भी इस्तेमाल की जा सकती है. ऑनलाइन पेमेंट के अलावा इसको डॉलर और अन्य मुद्राओं में एक्सचेंज किया जा सकता है. बिटकॉइन साल 2009 में चलन में आई थी. आज इसका इस्तेमाल ग्लोबल पेमेंट के लिए किया जा रहा है. बिटकॉइन की ख़रीद और बिक्री के लिए एक्सचेंज हैं. दुनियाभर के बडे बिजनेसमैन और कई बड़ी कंपनियां वित्तीय लेनदेन में इसका इस्तेमाल कर रही हैं.

Invest in Bitcoin or not: आधी कीमत के करीब मिल रहा बिटकॉइन, अब पैसे लगाना फायदे का सौदा है या नहीं, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट!

Invest in Bitcoin or not: वित्त सचिव टीवी सोमनाथ तो यहां तक कह चुके हैं कि बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरंसी (Investment In Bitcoin) को कभी लीगल नहीं किया जाएगा। बजट में क्रिप्टोकरंसी पर 30 फीसदी टैक्स लगाया बिटकॉइन के लाभ गया है और 1 फीसदी टीडीएस भी लगाया है। अब लोग इस चीज को लेकर कनफ्यूज हो रहे हैं कि सरकार क्या चाह रही है? क्रिप्टो में निवेश करना चाहिए या नहीं, इसे लेकर भी लोग कनफ्यूज हो रहे हैं। आइए बताते हैं कि एक्सपर्ट क्या कहते हैं।

invest in bitcoin or not: what expert saying about investment in cryptocurrency after introduction of tax in budget

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क्रिप्टो पर टैक्स लगाने से निवेशक खुश!

बजट में क्रिप्टोकरंसी पर जो 30 फीसदी टैक्स लगाया गया है, उससे भले ही अब निवेशकों की जेब में कम रकम जाएगी, लेकिन वह खुश हैं। इसकी वजह ये है कि उन्हें लगता है कि सरकार आने वाले वक्त में क्रिप्टो को लीगल कर सकती है। यहां तक कि बजट के दिन तमाम क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स पर रजिस्ट्रेशन की संख्या में 30-50 फीसदी तक का उछाल देखा गया। अभी तक बहुत से लोग इस डर से क्रिप्टो में पैसे नहीं लगा रहे थे कि कहीं सरकार ने इसे बैन कर दिया तो उनके सारे पैसे ना डूब जाएं। अब लोगों के सामने ये बात साफ है कि इससे हुई कमाई पर टैक्स चुकाना होगा, अभी इसे बैन नहीं किया जा रहा।

सस्ती हुई क्रिप्टोकरंसी, क्या करना चाहिए?

अभी देखें तो क्रिप्टोकरंसी की कीमतें अपने उच्चतम स्तर से लगभग आधी के करीब हैं। ऐसे में लोग ये जानना चाह रहे हैं कि क्या इस वक्त निवेश करना सही रहेगा? यहां एक बात समझनी होगी क्रिप्टोकरंसी में कीमत गिरने का मतलब ये नहीं है कि वह सस्ता हो गया है या उसमें निवेश के मौके बन गए हैं। कीमत गिरने का मतलब दरअसल ये है कि अब वह और महंगा पड़ सकता है। इसकी वजह है कि इसके बारे में सिवाय कीमत के और कोई जानकारी नहीं होती।

तो अब क्रिप्टो में निवेश करें या नहीं?

अगर बात शेयर बाजार की करें तो वहां शेयर यानी कंपनी की पूरी जानकारी होती है। उसे फायदा हो रहा है या घाटा हो रहा है या कितनी कमाई हो रही है समेत तमाम जानकारियां आपको पता होती हैं। शेयर में जब कीमत गिरती है तो निवेश के मौके बनते हैं, लेकिन क्रिप्टो में कीमत के अलावा और कुछ नहीं पता तो ये कहा बिटकॉइन के लाभ नहीं जा सकता कि कीमत गिरने पर निवेश फायदा देगा या नुकसान की वजह बनेगा। वहीं इस बात की चिंता को भी अभी दरकिनार नहीं किया जा सकता है कि आने वाले वक्त में सरकार इस पर बैन नहीं लगाएगी या कोई दूसरा सख्त एक्शन नहीं लेगी। तो क्रिप्टो में निवेश से पहले इसके फायदे नुकसान समझ लें, तभी निवेश करें।

समझिए क्रिप्टोकरंसी पर कैसे लगेगा टैक्स?

क्रिप्टोकरंसी से हुई कमाई पर बजट में टैक्स और टीडीएस लगाया गया है। अगर आप क्रिप्टोकरंसी से मुनाफा कमाते हैं तो उस पर आपको 30 फीसदी टैक्स सरकार को चुकाना होगा। वहीं क्रिप्टो ट्रांजेक्शन पर 1 फीसदी टीडीएस भी लगेगा, जिससे सरकार को ये ट्रैक करने में आसानी होगी कि क्रिप्टो की दुनिया से आपने कितनी कमाई की है। यानी अगर आप भी क्रिप्टो में पैसा लगाते हैं तो अब आप हर वक्त सरकार की नजर में रहेंगे। क्रिप्टो पर टैक्स को लेकर एक खास बात यह है कि आपकी कमाई पर तो 30 फीसदी टैक्स लगेगा, लेकिन नुकसान पूरा आपको ही झेलना होगा।

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