मार्जिन क्या है?

Small Business Ideas- 50 हजार महीना तो घर से ही कमा सकते हैं, फिर बड़ा प्लान करेंगे
स्मॉल बिजनेस आइडिया का मतलब यह कभी नहीं होता कि कोई ऐसा काम शुरू कर दिया जाए जिसमें जिंदगी भर स्मॉल इनकम, स्मॉल प्रॉफिट मार्जिन बना रहे। कुछ ऐसा करना चाहिए जिसमें आगे बढ़ने की संभावना हो। जितनी पूंजी बढ़ाते जाएं, उतना कारोबार बढ़ता चला जाए। कंपटीशन कम हो और डिमांड ज्यादा हो। आज अपन एक ऐसे ही बिजनेस आइडिया पर डिस्कस करने वाले हैं।
सबसे पहले पब्लिक की प्रॉब्लम जिसे सॉल्व करना है
आजकल आपको ऐसे बहुत सारे लोग मिल जाएंगे जो सादा दाल-चावल-रोटी-सब्जी खाते हैं, फिर भी अक्सर बीमार पड़ जाते हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि गेहूं और चावल ऐसे अनाज हैं जो अत्यधिक ऊर्जा उत्पन्न करते हैं। इस प्रकार का अनाज मार्जिन क्या है? किसान, मजदूर, जवान, गस्त करने वाले पुलिसकर्मी, सिक्योरिटी गार्ड और इसी प्रकार का शारीरिक परिश्रम करने वालों के लिए उचित है परंतु ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारी और बिजनेस करने वाले दुकानदारों के लिए नुकसानदायक होते हैं।
गेहूं और चावल के कारण कुछ लोगों में बीमारियां बढ़ती हैं
डायबिटीज, हार्ट डिसीज, किडनी फैलियर, ब्लड प्रेशर यहां तक कि कैंसर का कारण गेहूं और चावल होते हैं। भोजन करने के आधे घंटे के भीतर शरीर में अत्यधिक ऊर्जा उत्पन्न हो जाती है और जब उसका सदुपयोग नहीं होता तो वह शरीर को नुकसान पहुंचाती है। शरीर में जो भी भाग कमजोर होता है उसे नष्ट करने लगती है और आप बीमार पड़ने लगते हैं। यानी उन सब लोगों के लिए जो शारीरिक परिश्रम नहीं करते, गेहूं और चावल नुकसानदायक अनाज है।
प्रॉब्लम का सॉल्यूशन और बिजनेस अपॉर्चुनिटी
इस प्रॉब्लम का सॉल्यूशन ही अपनी बिजनेस अपॉर्चुनिटी है। प्राचीन काल में भी तपस्या करने वाले ऋषि-मुनि, गुरुकुल संचालित करने वाले आचार्य या दूसरे सभी प्रकार के बौद्धिक काम करने वाले लोग भोजन में गेहूं-चावल का उपयोग नहीं करते थे। उनके भोजन में हमेशा Positive grains होते थे। अपन को भी Positive grains का बिजनेस करना है।
Positive grains मार्जिन क्या है? के फायदे क्या होते हैं
Positive grains का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि यह अनाज गेहूं और चावल की तरह आधे घंटे में अत्यधिक ऊर्जा उत्पन्न नहीं करता बल्कि लगभग 8 घंटे तक थोड़ी-थोड़ी ऊर्जा पैदा करता है। इससे लोग अपने ऑफिस में, दुकान पर, किसी कॉन्फ्रेंस में या मीटिंग में लंबे समय तक खुद को energetic फील करेंगे। ज्यादा काम कर पाएंगे और ब्लड प्रेशर से लेकर कैंसर तक ऊपर बताई गई बीमारियों का शिकार नहीं होंगे।
Positive grains का बिजनेस सभी लोग क्यों नहीं करते
ज्यादातर लोग बिजनेस में अच्छे प्रॉफिट मार्जिन के साथ यह जरूर चाहते हैं कि उन्हें कोई खास काम ना करना पड़े। गेहूं के उत्पादन से लेकर उसका आटा बनाने तक कई लोग काम करते हैं। कुछ सालों पहले तक physical labour करने वालों की संख्या भी बहुत अधिक थी इसलिए गेहूं और चावल की डिमांड भी अधिक थी। अब समय बदल रहा है और डिमांड भी बदल रही है। जो Positive grains का काम अभी शुरू करेगा वह भविष्य में करोड़पति सेठ बन सकता है।
Positive grains क्या होते हैं
पॉजिटिव ग्रेन्स के अंतर्गत छोटे अनाज आते हैं। इन्हें सिरिधान्य भी कहा जाता है, जैसे – बाजरा, ज्वार, रागी और प्रोसो। इनकी सबसे खास बात यह होती है कि जो व्यक्ति उनका नियमित रूप से सेवन करता है उसका शरीर बीमारियों को खत्म करने के लिए अपने आप तैयार हो जाता है। यह अनाज खून में शामिल होकर बीमारियों से खुद लड़ता है। खून को हमेशा साफ बनाए रखता है।
Positive grains का बिजनेस कैसे करें
आपके इलाके में जो भी मिलता हो उसके अच्छी क्वालिटी के दाने कलेक्ट करें। इनमें किसी भी प्रकार का यूरिया और केमिकल नहीं होता लेकिन क्योंकि डिमांड बढ़ने लगी है इसलिए कुछ लोग पॉलिश्ड दाने बाजार में बेचने लगे हैं। अनाज के पॉलिश्ड दानों को इग्नोर करना है। अब इनका आटा बनाकर 1-1 किलो के पैकेट में पैक कर लेना है। हर पैकेट पर उसके नाम के साथ उसकी खास बातें भी प्रिंट करना जरूरी है। पैकेट पर यह भी लिखें कि यह अनाज mental labor करने वालों के लिए है। खिलाड़ी, मजदूर और physical labour करने वालों के लिए नहीं है।
पॉसिबल हो तो एक रेसिपी बुक प्रिंट करवाएं और हर ग्राहक को कम से कम एक बार वह रेसिपी बुक जरूर दें। बाजरा, ज्वार, रागी और प्रोसो से रोटी, पराठा, खीर, इडली, डोसा सब कुछ बनाया जा सकता है। आप की रेसिपी बुक उनकी हेल्प करेगी और आपको फिर से आर्डर मिलेगा। जैसा कि स्मॉल स्केल बिजनेस का नेचर होता है। शुरुआत अपने शहर के किसी एक इलाके से करें। जैसे-जैसे रिस्पांस मिलता जाए वैसे वैसे काम बढ़ाते चले जाएं।
जब डिमांड बढ़ जाएगी तो अनाज की पिसाई के लिए अपनी चक्की और पैकिंग मशीन भी लगानी पड़ेगी। कृपया ध्यान रखिए कि इसका पैकिंग और प्रेजेंटेशन शानदार होना चाहिए। पैकेट को हाथ में लेते ही लोगों को मार्जिन क्या है? यह फील होना चाहिए कि यह अनाज बुद्धिजीवियों (intellectuals) के लिए है।
Positive grains के बिजनेस में प्रॉफिट मार्जिन कितना होता है
यदि आप बाजार से दाना खरीद कर आटा बनाकर पैकेट में बंद करके बेचते हैं तो इसका ग्रॉस प्रॉफिट मार्जिन 90 से 100% होता है। यानी ₹450 का 5 किलो आटा तैयार होता है और ₹900 में बिकता है। नेट प्रॉफिट मार्जिन कितना निकलेगा यह आपके टैलेंट पर डिपेंड करता है।
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IT Sector Outlook: नौकरी छोड़ने वालों की संख्या में कमी, हाई यूटिलाइजेशन, प्राइसिंग धीरे-धीरे बढ़ोतरी और रुपये में कमजोरी से इस सेक्टर को सपोर्ट मिलेगा.
IT Stocks: सितंबर 2022 के अंत से निफ्टी आईटी इंडेक्स में 15 फीसदी तेजी दिखी है.
Best IT Stocks to Invest: आईटी शेयरों में एक बार फिर तेजी देखने को मिल मार्जिन क्या है? रही है. सितंबर 2022 के अंत से निफ्टी आईटी इंडेक्स में करीब 15 फीसदी बढ़ोतरी देखने को मिली है. यह ब्रारॅडर मार्केट की तुलना में बेतर प्रदर्शन है. वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में आईटी कंपनियों ने उम्मीद के मुताबित रेवेन्यू हासिल किया है. वहीं मार्जिन में भी कुछ सुधार देखने को मिला है. वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में मार्जिन ट्रैजेक्टरी को लेकर भरोसा बना हुआ है. हालांकि मंदी की आशंका, हाई एनर्जी कास्ट, ब्याज दरों में बढ़ोतरी और जियोपॉजिटिकल टेंशन जैसे फैक्टर वैल्युएशन पर असर डालेंगे.
किन वजहों से सेक्टर को मिलेगा सपोर्ट
ब्रोकरेज का कहना है कि सेक्टर की मॉडरेट ग्रोथ, पिछली कुछ तिमाहियों में नई भर्ती, टैलेंट पूल में विस्तार और स्टार्ट-अप द्वारा छंटनी के चलते नौकरी छोड़ने वालों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है. ब्रोकरेज के अनुसार सेक्टर का EBIT मार्जिन दूसरी छमाही में सुधरेगा.
नौकरी छोड़ने वालों की संख्या में कमी, हाई यूटिलाइजेशन, प्राइसिंग धीरे-धीरे बढ़ोतरी और रुपये में कमजोरी से इस सेक्टर को सपोर्ट मिलेगा. हालांकि, ग्रोथ में सुस्ती और ट्रैवल कास्ट में बढ़ोतरी से सेक्टर में तेजी सीमित होगी.
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टॉप पिक्स: शेयर, रेटिंग और टारगेट
TCS, Hold, 3100 रुपये
Infosys, Buy, 1600 रुपये
HCL Tech, Buy, 1070 रुपये
WPRO, Buy, 460 रुपये
TECH Mahindra, Buy, 1200 रुपये
LTI, Hold, 4500 रुपये
Mphasis, Buy, 2600 रुपये
COFORGE, Hold, 3550 रुपये
Persistent Systems, Buy, 3950 रुपये
Birla Soft, Buy, 370 रुपये
Firstsource Solutions, Buy, 125 रुपये
Route Mobile, Hold, 1500 रुपये
ZOMATO, Buy, 90 रुपये
रेवेन्यू पर अभी कुछ और दिन दबाव
ब्रोकरेज हाउस एमके ग्लोबल का मानना है कि वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में वर्किंग डेज यानी काम के दिनों की संख्या कम होने, ज्यादा छुट्टियों और मैक्रो अनिश्चितताओं के चलते निर्णय लेने में देरी से रेवेन्यू प्रभावित होगा. कंपनियों का मानना है कि व्यापक अनिश्चितताओं के बीच ग्राहकों द्वारा निर्णय लेने में देरी हुई है, जिससे लार्ज डील और स्पेंडिंग पर असर हुआ मार्जिन क्या है? है. अनिश्चितताओं के कारण इस साल टेक्नोलॉजी बजट साइकिल लंबा हो सकता है. यह Q4 रेवेन्यू ग्रोथ ट्रैजेक्टरी पर भार डाल सकता है.
प्राइसिंग एन्वायरमेंट स्टेबल
ब्रोकरेज के अनुसार प्राइसिंग एन्वायरमेंट स्टेबल है. कंपनियां न्यू डील प्राइसिंग में वर्तमान लागत अनुमानों को पास ऑन करने में सक्षम हैं. मौजूदा डील के लिए कंपनियां नियमित रूप से COLA क्लॉज को लागू कर रही हैं और हाई ऑनसाइट इनफ्लेशन को देखते हुए कस्टमर्स इसके लिए अधिक जिम्मेदार हैं. मैनेजमेंट का कहना है कि कीमतों में बढ़ोतरी ग्रेजुअल प्रॉसेस है, जबकि कर्मचारी-कास्ट इनफ्लेशन अपफ्रंट है. जिसने पिछली कुछ तिमाहियों में मार्जिन को प्रभावित किया है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)
अभी मार्जिन किसे कहते हैं? जानिये इस की प्रक्रिया क्या है
अभी मार्जिन से तात्पर्य उस प्रक्रिया से है जिसमें भीड़ के रेशों की चिकनाई, धूल और गर्त हटा दिए जाते हैं। उन्हें मार्जिन क्या है? प्राप्त करने के लिए, भेड़ की खाल से निकाले गए बालों को टंकियों में डाल दिया जाता है और अच्छी तरह से धोया जाता है, ताकि उन बालों पर मौजूद सभी ग्रीस, धूल, गंदगी, गंदगी आदि को अच्छी तरह से हटा दिया जाए। इस प्रक्रिया को ‘अभी मार्जिन’ कहा जाता है।
अभी मार्जिन की क्या प्रक्रिया है
अभी मार्जिन की प्रक्रिया में आज के व्यावसायिक समय में यह प्रक्रिया बड़ी-बड़ी मशीनों से की जाती है। पहले यह मानव द्वारा मैन्युअल रूप से किया जाता था। साफ करने के बाद साफ बालों को फैक्ट्रियों में भेजा जाता है। जहां अलग-अलग बनावट के बालों को छांटकर अलग किया जाता है और ऊन बनाने के लिए आगे की प्रक्रिया की जाती है।
Gujarat Assembly Election: अरविंद केजरीवाल ने सूरत के व्यापारियों के साथ की बैठक, कहा- महंगाई और बेरोजगारी से देंगे राहत
Gujarat Assembly Election: पहले चरण की वोटिंग (First Phase Votine) के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) ने सोमवार (28 नवंबर) को सूरत के व्यापारियों के साथ एक बैठक की।
Arvind Kejriwal Meets Marchant of Surat: सूरत में व्यापारियों से मिले केजरीवाल (Photo- Twitter/ @ArvindKejriwal)
Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election) को अब महज 3 दिन रह गए हैं ऐसे में सभी सियासी दल (Political Parties) जोर-शोर से अपनी तैयारियां कर रहे हैं। पहले चरण की वोटिंग (First Phase Votine) के लिए आम मार्जिन क्या है? आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) ने सोमवार (28 नवंबर) को सूरत के व्यापारियों के साथ एक बैठक की। इस बैठक में अरविंद केजरीवाल ने सूरत के व्यापारियों से झाड़ू पर वोट देने की अपील की।
Arvind Kejriwal ने किया 3 उम्मीदवारों की जीत का दावा
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले 27 सालों से यहां मार्जिन क्या है? एक ही पार्टी का शासन है जो यहां के व्यापारियों को लगातार धमकाती है। उन्हें गालियां देती हैं और हम इन व्यापारियों को इस सरकार से छुटकारा दिलाएंगे। अरविंद केजरीवाल ने इस दौरान ये भी कहा कि उनके आम आदमी पार्टी के गुजरात अध्यक्ष गोपाल इटालिया भारी मार्जिन से चुनाव जीत रहे हैं, गुजरात के आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार इशुदान गढ़वी भारी मार्जिन से चुनाव जीत रहे हैं और अल्पेश जी वराक्षा से भारी मार्जिन से जीत रहे हैं।
व्यापारियों से ली जाती है Extorsion Money: Arvind Kejriwal
अरविंद केजरीवाल ने कहा बीते 27 सालों में पहली बार गुजरात बीजेपी इतना बौखलाई है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ये जानते हैं कि गुजरात की जनता को अब बीजेपी का विकल्प मिल गया है। यहां के व्यापारियों से वसूली की जाती है। यहां का व्यपारी वर्ग आम आदमी पार्टी साथ है लेकिन वो लोग डरे हुए हैं। क्योंकि वो नहीं चाहते हैं कि उनके बारे में बीजेपी को पता चले क्योंकि उन्हें यहां अपना व्यापार करना है। केजरीवाल ने ये भी कहा कि मैं लिख कर दे रहा हूं कि गुजरात में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने वाली है।
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Arvind Kejriwal ने महिलाओं से की AAP को वोट करने की अपील
इसके पहले रविवार को भी आप नेता ने गुजरात रैली में कहा था कि हम इस बात का वादा करते हैं कि अगर गुजरात में हमारी सरकार आई तो हम पुरानी पेंशन व्यवस्था फिर से लागू करेंगे। साथ ही केजरीवाल ने ये भी कहा कि गुजरात की सत्ता में अगर हम आए तो 31 मार्च से आपका बिजली का बिल शून्य हो जाएगा। उन्होंने गुजरात की महिलाओं से अपील की कि वो अपने घर से सभी वोट झाड़ू पर डलवाएं। केजरीवाल ने कहा कि घर की महिलाओं को ही असली महंगाई की मार झेलनी पड़ती है। 27 सालों से सत्ता में रही भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात की जनता को बेरोजगारी और महंगाई के सिवा दिया ही क्या है।
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