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बिटकॉइन के शोर के बाद

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सावधान!दुनिया के 99 देशों में हुआ रैनसमवेयर कंप्यूटर वायरस का हमला, मोबाइल-कंप्यूटर में घुसकर मांगता है पैसे

3360W Metal Old Asic Bitcoin Miner Whatsminer M31s 80TH/S

The MicroBT Whatsminer M31s is an SHA-256 algorithm mining device that Micro BT Whatsminer sells. This mining device can mine Bitcoin and has a maximum hash rate of 70th/s with a power consumption of 3360W. The MicroBT Whatsminer M31s is regarded as one of the most profitable miners in the market.

It was released in April 2020 by the Whatsminer company; it comes with a Noise level of 75db. The Noise level indicates that the miner creates noise pollution and would be something to factor in before purchasing. The high power consumption requires a great amount of power supply to be able to consume much power. With such a high hash rate, the level of power supply that will be needed needs to बिटकॉइन के शोर के बाद be considered.

For new miners, the electric cost of supplying power to the miner needs to be known and added to the production cost. A high hash rate and high power consumption of any mining device show a high level of power supply needed for the mining to be done. Electric charges vary with location, so locations with high electric costs will affect the product's profitability.

The device comes with 390 x 155 x 240mm and weighs 10500g. It also comes with dual fans that help keep the temperature at the level of optimal performance. The fans help reduce the heat that is emitted from the device when mining. It performs within the temperature range of -5c to -40c. This is the temperature where the performance is optimal. It works over the Ethernet as its interface has a humidity within the range of 5 - 95%.

This device comes with a power supply unit(PSU). The supply unit provides an electric voltage of 220v-300v.

Power Consumption of MicroBT Whatsminer M31s

The power consumption of the miner is about 3360W. This is known to be one of the miners with the highest power consumption. This also shows that the miner will have better profitability compared to other devices in the market. The power consumption also means that the hash rate will be high. This then results in higher profitability. But like has been mentioned above, power consumption means that there is a need for a greater power supply, which needs to be considered by any miner that is willing to purchase this product.

The MicroBT Whatsminer M31s run at 200v - 300v that mines at the hash rate of 70th and uses 3360W worth of power.

Noise Level of MicroBT Whatsminer M31s

The Noise level of the device is 70db. This contributes to the fact that the device has a high power consumption with a high hash rate. For new miners, the Noise level should be considered if the setup will be in a residential area. The Noise level is also an indicator the MicroBt Whatsminer M30++ consumes a lot of power and therefore increase the noise it produces.

The profitability of MicroBT Whatsminer M31s

The device mines Bitcoin on its SHA-256 mining algorithm. The profitability of the miner will depend on the price of Bt in the market. It will be crucial that the miner knows that this is estimated profitability gotten from the miner. The miner's profitability per day is $1.41/day, $42.34/month, and $508.08/year. Other factors such as the power supply, temperature, and the hash rate can also affect the device's profitability.

The efficiency of MicroBT Whatsminer M31s

This device's efficiency, which is a result of the power and hash rate it consumes, is at 0.046j/Gh. This is poor compared to the MicroBT Whatsminer M30++ and other similar devices in the market.


Apart from Bitcoin, which the MicroBT Whatsminer M31s mines, the device can also mine these coins: Acoin(ACOIN), Curecoin(CURE), Joulecoin(XJO), Peercoin(PPC), unbreakable(UNB), BitcoinCash(BCH). embark(DEM), Terracoin(TRC), BitcoinSv(BSV).

दुनिया के 99 देशों में हुआ रैनसमवेयर कंप्यूटर वायरस का हमला, मोबाइल-कंप्यूटर में घुसकर मांगता है पैसे

ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस (NHS) संस्थान के साथ-साथ दुनियाभर के 99 देशों के कई बड़े संस्थानों पर शुक्रवार को रैनसमवेयर कंप्यूटर वायरस का हमला हुआ।

Ankit Tyagi
Published on: May 13, 2017 15:21 IST

सावधान!दुनिया के 99 देशों में हुआ रैनसमवेयर कंप्यूटर वायरस का हमला, मोबाइल-कंप्यूटर में घुसकर मांगता है पैसे- India TV Hindi News

सावधान!दुनिया के 99 देशों में हुआ रैनसमवेयर कंप्यूटर वायरस का हमला, मोबाइल-कंप्यूटर में घुसकर मांगता है पैसे

नई दिल्ली। आपका मोबाइल फोन या कम्प्यूटर चलते-चलते एक दम ब्लैंक हो जाए और उस पर एक मैसेज लिखा आए कि पैसे दीजिए नहीं, तो आपकी सभी फाइलें डिलीट हो जाएंगी। ऐसा ही कुछ शुक्रवार को ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस (NHS) संस्थान के साथ-साथ दुनियाभर के 99 देशों के कई बड़े संस्थानों के साथ हुआ। वायरस के हमलों के बाद एक प्रोग्राम ने हजारों जगहों के कंप्यूटर्स लॉक कर दिए और पेमेंट नेटवर्क ‘बिटकॉइन’ के जरिए 230 पाउंड (करीब 19 हजार रुपए) की फिरौती मांगी।

इन बड़े देशों में हुआ साइबर हमला

ब्रिटेन, अमरीका, चीन, रूस, स्पेन, इटली, वियतनाम और कई अन्य देशों में रैनसमवेयर साइबर हमलों की खबर है। प्रभावित कई संगठनों ने कंप्यूटर्स के लॉक होने और फिरौती की मांग वाले स्क्रीनशॉट्स शेयर किए हैं। ब्रिटेन में आईटी एक्सपर्ट जोर-शोर से नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस) के कंप्यूटरों को इस हमले से छुड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। ब्रिटेन की साइबर सुरक्षा एजेंसी के चीफ कीयरन मार्टिन ने कहा कि वो अपनी पूरी ताकत झोंककर इस बेहद अहम सेवा को बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं।

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क्या है रेनसमवेयर वायरस
रैनसमवेयर एक कंप्यूटर वायरस है जो कंप्यूटर्स फ़ाइल को बर्बाद करने की धमकी देता है। धमकी दी जाती है कि अगर अपनी फाइलों को बचाना है तो फीस चुकानी होगी। ये वायरस कंप्यूटर में मौजूद फ़ाइलों और वीडियो को इनक्रिप्ट कर देता है और उन्हें फिरौती देने के बाद ही डिक्रिप्ट किया जा सकता है। खास बात ये है कि इसमें फिरौती चुकाने के लिए समयसीमा निर्धारित की जाती है और अगर समय पर पैसा नहीं चुकाया जाता है तो फिरौती की रकम बढ़ जाती है।

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ऐसे करता है ये कम्प्यूटर और मोबाइल पर अटैक
रैनसमवेयर वायरस मोबाइल के ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉइड में घुस कर जानकारी पर कब्जा कर लेता है। यह वायरस ऑडिया क्लिपिंग के जरिए वार्निंग जारी करता है और तब तक नहीं छोड़ता, जब तक उसे पैसा ना मिल जाते। सिक्युरिटी फर्म एफ-सिक्योर के मुताबिक रैनसमवेयर वायरस एंड्रॉइड उपकरणों में फाइलों को लॉक कर देता है। इसके अलावा यह टैबलेट और हैंडसेट के एसडी कार्ड को अपना निशाना बनाता है।

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ऐसे पहचानें वायरस का अटैक
एक्सपर्ट कहते हैं कि एंड्रॉइड सेटों पर सबसे पहले एक पोर्न अलर्ट आता है। फिर एक मैसेज आता है कि उनका फोन लॉक हो गया है क्योंकि उन्होंने चाइल्ड पोर्नोग्राफी जूफिलिया देखी है। इसके अलावा यह वायरस स्पाईवारे की तरह यह भी फेक ईमेल या स्पैम सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए आता है। इसीलिए कभी भी किसी लिंक पर क्लिक नहीं करें जिसके बारे में आप नहीं जानते है।

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कैसे बचें
अपने ईमेल देखते हुए सावधान रहें. अनजान ईमेल पर आने वाले संदिग्ध लिंक्स पर क्लिक न करें। अपने कंप्यूटर के सिक्योरिटी सिस्टम को अपडेट रखें। फायरवॉल और एंटी वायरस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें। अपनी सारी जरुरी फाइलों का बैकअप एक एक्सटर्नल ड्राइव में रखें।

Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी पर संसदीय स्थाई समिति की हुई बैठक, सदस्यों ने रेग्युलेट करने की रखी मांग

Cryptocurrency Update: क्रिप्टोकरेंसी पर वित्त मंत्रालय से जुड़ी संसदीय स्थाई समिति की बैठक में इसे रेग्युलेट करने की मांग की बिटकॉइन के शोर के बाद गई. कुछ सदस्यों ने निवेशकों के निवेश की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है.

By: abp news | Updated at : 15 Nov 2021 07:57 PM (IST)

Cryptocurrency News: क्रिप्टोकरेंसी ( Cryptocurrency) को लेकर वित्त मंत्रालय से जुड़ी संसदीय स्थाई समिति ( Parliament Standing Committee on Finance) की बैठक हुई है. स्थाई समिति के चेयरमैन जयंत सिन्हा ( Jayant Sinha)की अध्यक्षता में हुई बैठक में ज्यादातर सदस्यों ने माना कि क्रिप्टोकरेंसी पर रोक नहीं लगाई जा सकती लेकिन इसे रेग्युलेट किये जाने की जरुरत है. बैठक में कुछ सदस्यों ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेशकों के निवेश की सुरक्षा को लेकर चिंता भी जाहिर की है.

संसदीय स्थाई समिति के सदस्यों ने सरकार के अधिकारियों से उनके समक्ष उपस्थित होकर क्रिप्टोकरेंसी को लेकर उनकी चिंताओं को दूर करने को कहा है. सदस्य चाहते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी को रेग्युलेट करने के लिये एक पुख्ता ढांचा तैयार किया जाये. सूत्रों के मुताबिक बैठक में एक सदस्य ने अखबारों में क्रिप्टोकरेंसी के फुल पेज विज्ञापन को लेकर भी हैरानी जताई है.

क्रिप्टोफाइनैंस को लेकर स्थाई समिति की पहली बैठक

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यह पहली मौका है जब वित्त मंत्रालय से जुड़ी स्थाई समिति ने क्रिप्टो करेंसी उद्योग के स्टेकहोल्डर्स को औपचारिक रूप से चर्चा करने के लिए बैठक की है. बैठक में क्रिप्टोफाइनैंस में संभावनाओं और चुनौतियों ( CryptoFinance: Opportunities and Challenges) को लेकर चर्चा की गई. बैठक में क्रिप्टो एक्सचेंजों के स्टेरहोल्डरर्स, ब्लॉकचैन और क्रिप्टो एसेट्स काउंसिल (BACC) के सदस्यों ने शिरकत की है.

पीएम मोदी ने शनिवार को बड़ी बैठक की

इससे पहले शनिवार 13 नवंबर को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश पर भारी रिटर्न के भ्रामक दावों पर चिंताओं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर सरकार का भावी रुख तय करने के लिए एक बड़ी बैठक की अध्यक्षता की थी. बैठक में युवाओं को गुमराह करने वाले अति-लुभावने और गैर-पारदर्शी विज्ञापन (over- promising & non-transparent advertising) पर चिंता जताई गई और ये तय किया गया इन विज्ञापनों पर नकेल कसी जाएगी.

नहीं बनने दिया जाएगा मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फाइनेंसिंग का जरिया

सरकारी सूत्रों ( Sources ) के मुताबिक पीएम मोदी ( PM Modi) द्बारा बुलाई गई बैठक में ये भी तय किया गया अनरेग्युलेटेड क्रिप्टो बाजारों ( unregulated crypto markets) को मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फाइनेंसिंग का जरिया ( avenues for money laundering & terror financing) नहीं बनने दिया जाएगा. क्रिप्टोकरेंसी को लेकर ये बैठक बहुत ही व्यापक थी जिसमें हर पहलुओं को लेकर चर्चा की गई. आरबीआई, वित्त मंत्रालय, गृह मंत्रालय ने पूर्व में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर देश और दुनियाभर के एक्सपर्ट के साथ इस बारे में विचार विमर्श किया है. दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी के उदाहरणों और बेस्ट प्रैक्टिस का भी अद्ययन किया गया है. जिसके बाद खुद प्रधानमंत्री ने ये बैठक बुलाई थी.

जारी रहेगी विशेषज्ञों स्टेकहोल्डरों से चर्चा

सरकार इस तथ्य से अवगत है कि क्रिप्टोकरेंसी ( Cryptocurrency ) एक विकसित तकनीक (an evolving technology) है इसलिए सरकार इस पर कड़ी नजर रखेगी और सक्रिय कदम उठाएगी. बैठक में इस बात पर भी सहमति थी कि सरकार द्वारा इस क्षेत्र में जो कदम उठाये जायेंगे वो प्रगतिशील और दूरदर्शी वाली होगी. सरकार विशेषज्ञों और अन्य स्टेकहोल्डरों के साथ सक्रिय रूप से चर्चा जारी रखेगी. चुंकि यह मुद्दा अलग-अलग देशों की सीमाओं से जुड़ा है (cuts across individual countries’ borders), इसलिए यह महसूस किया गया कि इसके लिए वैश्विक भागीदारी और सामूहिक रणनीतियों पर भी चर्चा की जाएगी.

आरबीआई गर्वनर भी जता चुके हैं चिंता

इससे पहले आरबीआई ( Reserve Bank Of India) ने भी क्रिप्टोकरेंसी के खिलाफ अपनी दृढ़ राय को बार-बार दोहराया है. आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ( Shaktikanta Das) ने पिछले हफ्ते ही कहा था कि इससे देश की व्यापक आर्थिक ( Macro Economic) और वित्तीय स्थिरता ( Financial Stability) को गंभीर खतरा पैदा हो सकता है.

Published at : 15 Nov 2021 07:45 PM (IST) Tags: Cryptocurrency Bitcoin narendra Modi jayant sinha Cryptocurrency Prices Today Bitcoin Price Today Parliament Standing Committee on Finance Cryptocurrency will be regulated हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

Bitcoin: क्रिप्टोकरेंसी में निवेश आपको करोड़पति बनाएगा या रोडपति, जानिए सारे सवालों के जवाब

भारत सरकार ने अभी तक क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई बिल नहीं पास किया है. अभी तक इसे कानूनी मान्यता देने को लेकर भी कोई गाइडलाइन नहीं जारी की गई है.

  • जानिए कब हुई थी क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत
  • जानिए भारत में कितना सुरक्षित है क्रिप्टोकरेंसी में निवेश

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Bitcoin: क्रिप्टोकरेंसी में निवेश आपको करोड़पति बनाएगा या रोडपति, जानिए सारे सवालों के जवाब

नई दिल्ली: देश में क्रिप्टोकरेंसी के कई फॉर्म Bitcoin, Ethereum, Tether, Dogecoin और न जाने क्या -क्या आ चुके हैं. हर तरफ क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बहुत जोर-शोर से चर्चा हो रही है. कई लोग इसमें निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं. हाल ही में, क्रिप्टोकरेंसी में भारी गिरावट देखी गई है.

भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सबसे बड़ा सवाल यह है कि इसे कानूनन किस तरह की मान्यता प्राप्त अहि और इसमें निवेश करना कितना सुरक्षित है.

कब हुई थी क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत

क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत अमेरिका के एक नागरिक ने साल 1983 में की थी. इसे साल 2009 में बिटकॉइन के चर्चा में आने के बाद लोकप्रियता मिली.

जापान के इंजीनियर सतोषी नाकमोतो ने बिटकॉइन को इजाद किया था.

बिटकॉइन के लोकप्रिय होने के बाद क्रिप्टोकरेंसी के हजारों फॉर्म चर्चा में आ चुके हैं.

भारत में कितना सुरक्षित है क्रिप्टोकरेंसी में निवेश

भारत सरकार ने अभी तक क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई बिल नहीं पास किया है. अभी तक इसे कानूनी मान्यता देने को लेकर भी कोई गाइडलाइन नहीं जारी की गई है.

हाल ही में, क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी वैधता प्रदान करने को लेकर एक नई कमिटी बननी गई है. अभी इस बात पर कोई फैसला नहीं किया जा सका है कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी को पूर्णत: प्रतिबंधित किया जाएगा अथवा नहीं. क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी वैधता प्रदान करने में RBI भी अहम भूमिका अदा करेगा.

भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अनिश्चितता बरकारार

अभी जब भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अनिश्चितता बरकारार है, तब तक लोगों में इसमें निवेश करने से बचना चाहिए. अभी इसमें कुछ दिनों से काफी उतार-चढ़ाव भी देखने को मिल रहा है, इसलिए इसकी अनिश्चितता को देखते हुए लोगों को इसमें निवश से बचना चाहिए.

अभी भारत में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर कई App मार्किट में आ गई हैं, लेकिन इनमें से कई को कानूनी वैधता नहीं प्राप्त है, इसलिए लोगों पर उनके पैसे डूबने का खतरा मंडरा रहा है.

निवेश के लिए App मौजूद लेकिन खतरा बरकारार

अभी देश में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश बहुत ही संशय का विषय है, इसलिए लोगों को इसमें निवेश करते समय हर तरह की प्रतिकूल परिस्थितियों को भी ध्यान में रखना चाहिए.

भारत में अभी WazirX, Unocoin, CoinDCX, Zebpay, Coin Switch Kuber जैसी Apps के जरिए आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर सकते हैं. लेकिन अभी इनमें से कई Apps में निवेश को लेकर सभी शर्तें एकदम साफ नहीं है, इसलिए निवेशकों के लिए खतरा बरकारार है.

भारत सरकार ने हाल ही में एक क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म प्रदान करने वाली कंपनी WazirX को बड़ी मात्रा में लेन-देन को लेकर नोटिस जारी किया है.

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Cryptocurrency में मिलता है तगड़ा रिटर्न, लेकिन कैसे करना है Bitcoin, इथीरियम जैसी करेंसी में निवेश और किन बातों का रखना है ध्यान, जानिए पूरी बात

Cryptocurrency अपने देश में अभी रेग्युलेटेड नहीं है, लेकिन सरकार इसे रेग्युलेट करने को लेकर जोर-शोर से तैयारी कर रही है. ऐसे में अगर डिजिटल करेंसी में निवेश करना चाहते हैं तो कुछ महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखना होगा.

Cryptocurrency में मिलता है तगड़ा रिटर्न, लेकिन कैसे करना है Bitcoin, इथीरियम जैसी करेंसी में निवेश और किन बातों का रखना है ध्यान, जानिए पूरी बात

TV9 Bharatvarsh | Edited By: अंकित त्यागी

Updated on: Sep 24, 2021 | 6:02 AM

फाइनेंशियल मार्केट में अभी Cryptocurrency सबके सिर चढ़कर बोल रहा है. सरकार भी इसे रेग्युलेट करने की पूरी तैयारी में जुटी है. क्रिप्टोकरेंसी के प्रति दीवानगी का सबसे बड़ा कारण है इससे होने वाली मोटी कमाई. दुनिया के बड़े-बड़े उद्योगपति जैसे जैक डोर्सी, एलन मस्क इसका खुलकर समर्थन कर रहे हैं.

यही वजह है कि रिटेल इन्वेस्टर्स क्रिप्टोकरेंसी में बड़े पैमाने पर निवेश कर रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट जरूर है, लेकिन जानकारों का कहना है कि डिमांड और इंट्रेस्ट बढ़ने के कारण एकबार फिर से इसमें तेजी आएगी. अपने देश में इस समय इस बात पर चर्चा है कि क्रिप्टोकरेंसी को असेट का दर्जा दिया जाए और उसी आधार पर टैक्स और इन्वेस्टमेंट संबंधी नियमन तय किए जाएं. ऐसे में अगर आप भी डिजिटल असेट में निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो कुछ बातों को ध्यान में रखना बेहद जरूरी है.

सबसे बिटकॉइन के शोर के बाद पहले सही Crypto Exchange की करें पहचान

जैसा कि हम जानते हैं इस समय अपने देश में क्रिप्टोकरेंसी रेग्युलेटेड नहीं है. हालांकि, कई सारे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज हैं जिनकी मदद से इसमें निवेश किया जा सकता है. ऐसे में निवेशक के तौर पर सबसे पहली चुनौती सही क्रिप्टो एक्सचेंज की पहचान करना है. WazirX, CoinDCX और CoinSwitch Kuber इस समय सबसे पॉप्युलर क्रिप्टो एक्सचेंज हैं. इन प्लैटफॉर्म्स को यूजर्स के हिसाब से काफी फ्रेंडली बनाया गया है जिससे कोई भी निवेशक आसानी से निवेश कर सके.

अब अपना अकाउंट सुरक्षित तरीके से क्रिएट करें

क्रिप्टो एक्सचेंज को लेकर फैसला लेने के बाद अपने लिए सही तरीके से अकाउंट तैयार करना काफी जरूरी है. यह काफी सिक्यॉर्ड होना चाहिए. अलग-अलग क्रिप्टो एक्सचेंज पर लॉगिन संबंधी तमाम जानकारियां उपलब्ध हैं. यह बैंक अकाउंट खुलवाने जैसा है जिसमें ऑनलाइन कई डॉक्युमेंट जमा करने होते हैं और आपका अकाउंट ओपन हो जाता है.

बैंक अकाउंट से कनेक्ट कर ट्रांजैक्शन को आसान बनाएं

किसी तरह का ट्रांजैक्शन करने के लिए आपके क्रिप्टो अकाउंट में पैसे की जरूरत होती है. यह काम बैंक अकाउंट की मदद से होता है. यहां पर सावधानी बरतने की जरूरत होती है, क्योंकि आपको क्रिप्टो अकाउंट में पैसे जमा करने के साथ-साथ पैसे निकासी के बारे में सही और पूरी जानकारी होनी चाहिए.

वैल्यु वाली करेंसी में करें निवेश

इतनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपको अपने लिए सही डिजिटल करेंसी की पहचान करनी होगी. बिटक्वॉइन, इथीरियम, Cardano, Binance Coin, Tether, XRP जैसी करेंसी में आसानी से निवेश किया जा सकता है. जानकारों की सलाह होती है कि निवेशकों को वैल्यु करेंसी में निवेश करना चाहिए. यहां वोलाटिलिटी कम होती है और आपका निवेश ज्यादा सुरक्षित माना जाता है. इस समय पूरी दुनिया में 5000 से भी ज्यादा डिजिटल करेंसी है. ऐसे में किसी करेंसी में निवेश से पहले उसके बारे सारी जानकारी जरूर इकट्ठा कर लें. क्रिप्टो अकाउंट हैक भी किया जा सकता है, इसलिए इसे सुरक्षित रखें.

अलग-अलग डिजिटल करेंसी का रेट

गुरुवार रात को 9 बजे बिटक्वॉइन का रेट 44 हजार डॉलर के करीब है. उसी तरह इथीरियम का रेट 3100 डॉलर, XRP का रेट 0.98 डॉलर, Cardano का रेट 2.22 डॉलर और Tether का रेट 1 डॉलर के करीब है.

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