स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने

बहुत सारे ट्रेडर पांच मिनट का टाइम फ्रेम प्रयोग करते हैं तथा बाजार के क्षणिक उतार – चढ़ाव से ही अपना प्रॉफिट बनाने का प्रयास करते हैं।
इंट्राडे के लिये बेस्ट ट्रेडिंग चार्ट टाइम फ्रेम | Best Trading Chart Time Frame In Hindi
बहुत से ट्रेडर्स को ये नही समझ मे आता है कि इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बेस्ट ट्रेडिंग चार्ट टाईम फ्रेम कौन सा है ?
बहुत से नए ट्रेडर्स अक्सर इस उलझन में रहते हैं कि ट्रेडिंग के समय ऐसा कौन सा Best Trading Chart Time Frame प्रयोग किया जाए,
जिससे ट्रेडिंग में ज्यादा शुद्धता आ सके तथा नुकसान की संभावना को भी कम किया जा सके।
इस लेख में हमलोग इसी बात पर चर्चा करेंगे कि किस बेस्ट ट्रेडिंग चार्ट टाइम फ्रेम का प्रयोग स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने किया जाए जिससे ट्रेडिंग में ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।
जैसा स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने कि हम जानते हैं कि ट्रेडिंग तीन प्रकार से होती है –
पहली इंट्राडे ट्रेडिंग जिसमें हमे उसी दिन शेयर की खरीद – बिक्री करनी होती है, तथा उसी दिन मार्केट बंद होने से पहले अपनी पोजिशन बन्द करनी होती है।
बेस्ट ट्रेडिंग चार्ट टाइम फ्रेम ( Best Trading Chart Time Frame In Hindi )
जैसा कि ऊपर बताया गया है कि शेयर बाजार में भिन्न – भिन्न प्रकार से ट्रेडिंग की जाती है। और हर प्रकार की ट्रेडिंग में चार्ट भी अलग – अलग समयानुसार ही देखा जाता है।
वैसे तो चार्ट को अपनी सुविधा और अनुभव के आधार पर अलग – अलग समय चक्र के अनुसार देखा और समझ जाता है।
किन्तु नए Traders को Stock Market का ज्यादा अनुभव नही होता है इसलिए वो चार्ट को लेकर हमेशा दुविधा में रहते हैं।
भिन्न – भिन्न समय ढांचे में चार्ट को देखते रहने पर भी नए ट्रेडर को किसी भी Sock का कोई स्पष्ट रुझान या Trend समझ मे नही आता है।
वो ये समझ ही नही पाते हैं कि आखिर Best Trading Chart Time Frame है क्या ?
इस लेख में नए ट्रेडरों की इसी उलझन को सुलझाने का प्रयत्न किया जा रहा है कि किस प्रकार की ट्रेडिंग के लिए कौन सा बेस्ट ट्रेडिंग चार्ट टाइम फ्रेम अच्छा होता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बेस्ट ट्रेडिंग चार्ट टाइम फ्रेम ( Best Trading Chart Time Frame For Intraday In Hindi )
किसी भी चार्ट में सबसे पहला एक मिनट का टाइम फ्रेम होता है जिसमे एक इंट्राडे ट्रेडर ब्रेकआउट ( Brakeout ) की स्थिति ढूंढने का प्रयास करता है।
परन्तु इसमे बहुत ज्यादा शुद्धता नही होती है क्योंकि एक मिनट मे बनने वाले चार्ट पैटर्न से केवल किसी स्टॉक की क्षणिक स्थिति ही पता चलती है इसलिए एक मिनट के टाइम फ्रेम पर ट्रेडिंग करना उचित नही होता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए पांच से पंद्रह स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने मिनट का टाइम फ्रेम बेस्ट चार्ट टाइम फ्रेम होता है।
स्विंग ट्रेडिंग ( Swing Trading ) के लिए बेस्ट ट्रेडिंग चार्ट टाइम फ्रेम
यदि हम स्विंग ट्रेडिंग करते हैं तो इसके लिए आधे घण्टे या एक घण्टे के टाइम फ्रेम का प्रयोग कर सकते हैं।
बहुत से इंट्राडे ट्रेडर भी आधे घंटे के टाइम फ्रेम को देखते हैं, क्योंकि चार्ट टाइम फ्रेम जितना बड़ा होगा उसके संकेत भी उतने ही सटीक होंगे।
किसी स्टॉक का सही ट्रेंड बड़े टाइम फ्रेम से ही सटीक पता चलता है। जो Trend आपको बड़े टाइम फ्रेम में दिखेगा वही Trend छोटे चार्ट टाइम फ्रेम में भी होगा।
उदाहरण के लिए यदि आधे घण्टे के टाइम फ्रेम में कोई स्टॉक तेजी दर्शा रहा है तो पांच मिनट के टाइम फ्रेम में भी वो तेजी ही दिखाएगा।
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यदि आप शेयर मार्किट में कुछ महीने या फिर कुछ साल से जुड़े है तो , निश्चित ही स्विंग ट्रेडिंग का नाम जरूर जानते होंगे यदि आप नए नए शेयर मार्किट में आये है तो मैं आपसे वायदा करता स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने हूँ की एक बार इस बुक को पढ़ने के बाद आप शेयर मार्किट के साथ - साथ स्विंग ट्रडिंग के बारे में भी आसानी से समझ जायेंगे।
यदि स्विंग ट्रेडिंग के बारे में थोड़ा विस्तार से जाने तो यह एक छोटी अवधि का ट्रेडिंग होता है जिसमे इन्वेस्टर कुछ घंटे या फिर एक हफ्ते अंदर किसी चुने हुए शेयर को खरीदकर होल्ड करते है और फिर मुनाफा होने के बाद बेच देते हैं।
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इंट्रा-डे की जगह बी.टी.एस.टी. या स्विंग ट्रेड ही करें
यदि आप इंट्रा-डे की जगह मार्जिन पर ट्रेड न करके 'कैश एंड कैरी' में शेयर लेते हैं और अगले दिन बेच देते हैं तो इसे 'बाय टुडे सेल टुमारो' कहते हैं। इसी का संक्षिप्त नाम 'बी.टी.एस.टी. ' है। जब शेयरों को 2 से 30 दिन तक होल्ड करके बेचा जाता है तो इसे 'स्विंग ट्रेड' कहते हैं।
इंट्रा-डे की जगह 'बी.टी.एस.टी.' था। स्विंग ट्रेड की पोजीशन लेना आपके जीतने की संभावना को बढ़ा देता है, क्योंकि इसमें एक तो ऑपरेटर आपकी लिवरेज पोजीशन को ट्रिगर नहीं करवा सकता; दूसरा, आपके पास समय भी ज्यादा होता है, जिसमें शेयर परफॉर्म कर सकता है।