बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है

बिटकॉइन के लोकप्रियता का कारण
क्रिप्टो करेंसी पर कितने प्रकार का टैक्स लगेगा ( 30%,15%,1% ) डिटेल में पढ़े | How much tax will be charged on cryptocurrency (30%, 15%, 1%) read in detail in Hindi
2022 2023 के बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्पस्ट कर दिया है कि अब क्रिप्टो करेंसी पर 30% का टैक्स लगेगा | जिसे और अच्छे से रेवेन्यू सेक्रेटरी तरुण बजाज ने explain किया है, उनके अनुसार अब इनकम टैक्स फॉर्म मैं एक और कॉलम दिखेगा जिसमें आपको क्रिप्टो करेंसी से होने वाले प्रॉफिट को दिखाना पड़ेगा.
ना केवल 30% का टैक्स लगेगा बल्कि अगर एक साल मे 50 लाख से ज्यादा का प्रॉफिट हुआ तो उपको 15% का सरचार्ज भी चुकाना पड़ेगा है.
बजाज के क्रिप्टो करेंसी को घुड़दौड़ और लॉटरी से होने वाले प्रॉफिट के category मे रखा गया है | घुड़दौड़ और लॉटरी से होने वाले प्रॉफिट पर 28% का जीएसटी लगता है इसलिए आशंका यह है कि क्रिप्टोकरंसी पर 30 परसेंट टैक्स के साथ-साथ 28 % का जीएसटी भी लग सकता है.
Q. क्रिप्टो करेंसी पर कितने प्रकार का टैक्स लगेगा
क्रिप्टो करेंसी पर तकरीबन 3-4 प्रकार से टैक्स लग सकता हैं
1- टोटल प्रॉफिट पर 30% का टैक्स
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अनुसार 1अप्रैल 2023 से क्रिप्टो करेंसी से होने वाले हर प्रॉफिट पर 30 % का टैक्स लगेगा,
Detail मे समझे -:
मांन लीजिए आप अपने बैंक अकाउंट से ₹1000 क्रिप्टो एक्सचेंज के अकाउंट में डालते हैं और उस 1000 को क्रिप्टो एक्सचेंज पर ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट करते हैं, जिससे आपको ₹500 का प्रॉफिट होता है. मतलब अब आपके अकाउंट में हो गया ₹1500, अब जब आप इस 1500 रुपए को अपने बैंक अकाउंट में पुनः ट्रांसफर करेंगे तो ₹500 पर 30% का टैक्स लगेगा .
2- एक परसेंट का टीडीएस चार्ज
1जुलाई 2022 से जब भी आप क्रिप्टो करेंसी से ट्रांजैक्शन करेंगे तो आपको 1% का टीडीएस चार्ज देना पड़ेगा . डिटेल में समझे- मतलब अगर आप अपने क्रिप्टो करेंसी को एक एक्सचेंज से दूसरे एक्सचेंज में या एक वॉलेट से दूसरे वॉलेट में ट्रांसफर करेंगे तो जो ट्रांजैक्शन का जो चार्ज है वह तो लगेगा ही साथ ही 1 परसेंट का टीडीएस में लगेगा जो गवर्नमेंट के खाता में जाएगा
Q. क्या क्रिप्टो करेंसी इंडिया में लीगल है
इस बार के बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्रिप्टो करेंसी पर 30% का टैक्स तो लगा दिए हैं पर ना ही इसे लीगल माना है और ना ही इसे illegal माना है.
उनके अनुसार से क्रिप्टो करेंसी से होने वाला प्रॉफिट एक प्रॉपर्टी gan है और उस प्रॉपर्टी gan पर 30% का टैक्स लगाएं है
एक्सपर्ट की मानें तो क्रिप्टो करेंसी पर भी tex लग गया है और एक्सचेंज पर भी टैक्स लगता है, इसका मतलब है कि कहीं ना कहीं गवर्नमेंट क्रिप्टोकरंसी को लीगल मारने की ओर बढ़ रही है
हां यह बात सही है कि इसे asset के रूप में ही माना जाएगा, पर इसे लीगल घोषित किया जाएगा
Q. क्रिप्टो से गवर्नमेंट को कितना टैक्स मिलेगा
क्रिप्टो करेंसी पर गवर्नमेंट को कितना टैक्स मिलेगा इस बात की कल्पना आप इससे कर सकते हैं कि सिर्फ टीडीएस जोकि 1 पर्सेंट लगता है उससे गवर्नमेंट को तकरीबन एक हजार करोड़ की कमाई होगा
डिटेल में समझे -:
टीडीएस से कितना टैक्स मिलेगा
सीबीडीटी के चेयरमैन जेबी महापात्रा के अनुसार क्रिप्टो एक्सचेंज का सालाना टर्नओवर तकरीबन 30,000 करोड से 100000 करोड रुपए का,
और एक लाख करोड़ पर एक परसेंट का टीडीएस काटे तो गवर्नमेंट को तकरीबन तकरीबन एक हजार करोड़ का टैक्स मिलेगा
30 पर्सेंट टैक्स से कितना प्रॉफिट होगा
हालांकि सीबीडीटी के चेयरमैन जेबी महापात्रा ने इसके ऊपर कोई टिप्पणी तो नहीं दिया पर ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि क्रिप्टो मार्केट में तकरीबन डेढ़ लाख करोड़ रुपए का निवेश है तो आप इससे अनुमान लगा सकते हैं कि गवर्नमेंट की तिजोरी में कितना पैसा आने वाला है
बिटकाॅइन से नहीं है किसी भी मुद्रा को नुकसान (Bitcoin is Not Harmful For Any Currency)
जब से बिटकॉइन बना बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है है तब से यह मुद्दा भी सामने आने लगा है कि क्या बिटकॉइन किसी देश की स्थानीय मुद्रा की जगह ले सकता है? क्या आने वाले समय में बिटकॉइन इतना मजबूत हो जाएगा की सभी देशों की मुद्रा को खत्म कर देगा?
इस विषय को गहराई से समझने की जरुरत है क्योंकि जैसे जैसे बिटकॉइन और बाकि क्रिप्टो के साथ क्रिप्टो क्षेत्र आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे इसके बारे में गलत जानकारी भी भ्रम पैदा कर रही हैं। पिछले कुछ समय में कई देशों ने अलग अलग तरीके से अपने देश में बिटकॉइन को मान्यता दी है। किसी देश में आप बिटकॉइन से टैक्स दे सकते हैं, कई देशों में बिटकॉइन और बाकि क्रिप्टो से खरीदारी कर सकते हैं। केवल एक देश ऐसा है जिसने बिटकॉइन को अपनी अधिकारिक मुद्रा होने का दर्जा दिया है और इसका नाम है एल सल्वाडोर। कुछ देशों में बिटकॉइन और बाकि क्रिप्टो पर पूरी तरह से प्रतिबन्ध है और कुछ जगहों की सरकार इस विषय पर अभी विचार कर रही बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है है।
बिटकॉइन और मुद्रा में फर्क
इस विषय में सबसे पहले समझने वाली बात है कि ‘बिटकॉइन और मुद्रा में’ क्या फर्क है? बिटकॉइन एक विकेन्द्रीयकृत तकनीक पर आधारित है और इसका नियंत्रण किसी एक व्यक्ति या समुदाय के हाथ में नहीं है! बिटकॉइन की कार्य प्रणाली पहले से ही निर्धारित कोडिंग पर चलती है और इसे बदला नहीं जा सकता और न ही इस से छेड़छाड़ की जा सकती है। बिटकॉइन की मात्रा को बढ़ाया या घटाया नहीं जा सकता।
इसके विपरीत हर देश की मुद्रा पर वहां की सरकार का नियंत्रण होता है और मुद्रा से सम्बंधित सभी निर्णय उस देश की सरकार लेती है। स्थानीय मुद्रा का नियंत्रण सरकार के हाथ में होने के कारण वह इसके विषय में समय समय पर कानून बनाती रहती है और जरुरत पड़ने पर मुद्रा की मात्रा को बढ़ाया जाता है।सरकार चाहे तो कभी भी अपने देश की मुद्रा को बंद कर सकती है। अगर आपके पास बिटकॉइन है तो आप 100% उसके मालिक हैं लेकिन मुद्रा पर सरकार का नियंत्रण होने के कारण हम मुद्रा का इस्तेमाल तो कर सकते हैं लेकिन हम उसके मालिक नहीं बन सकते।
मुद्रा और बिटकॉइन के इस्तेमाल में फर्क
बिटकॉइन पूरी तरह से इंटरनेट पर आधारित है और इसके इस्तेमाल के लिए इंटरनेट और स्मार्ट फ़ोन या कंप्यूटर का होना अनिवार्य है। इन दो सुविधाओं के बिना बिटकॉइन का लेनदेन संभव नहीं है। अगर हम मुद्रा की बात करें तो यहाँ पर कई तरीके हैं लेनदेन को मुद्रा से पूरा करने के। अगर इंटरनेट और फ़ोन है तो एप्लीकेशन के द्वारा इसका लेनदेन किया जा सकता है लेकिन अगर यह सुविधाएं नहीं है तब भी कैश लेनदेन किया जा सकता है। कैश लेनदेन की एक समस्या है कि इस से सीमित मात्रा में ही लेनदेन किया जा सकता है और इसका दायरा सीमित है यानि जहां आप हैं वहीं लेनदेन कर सकते हैं किसी और जगह नहीं। बिटकॉइन से असीमित लेनदेन किया जा सकता है और कही भी लेनदेन कि कीमत को चुकाया जा सकता है। इसके इलावा बैंक भी चेक द्वारा लेनदेन को पूरा करने कि सुविधा देते हैं। बिटकॉइन कि कीमत स्थिर नहीं है इस लिए बिटकॉइन से खरीदारी करने और बेचने वाले को फायदा और नुकसान दोनों कि सम्भावनाएं है लेकिन मुद्रा कि कीमत स्थिर है इस लिए मुद्रा के साथ ऐसी कोई समस्या नहीं है।
क्रिप्टोकरेंसी पे टैक्स कैसे लगेगा । cryptocurrency pe tax kaise lagega?
क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स भारत मे बहोत ही गरम मुद्दा है । क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स देना होगा इस बात से बहोत लोग डारे हुए हैं और निवेश करना छोड रहे हैं । लेकिन जो लोग छोड़ेंगे वो लोग बाद में पसताएँगे । चलिए आसान भाषा मे समझते हैं कि क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स कैसे लगेगा ।
- चलिये हम मैन लेते हैं कि राहुल नाम का एक इंसान है जो क्रिप्टो करेंसी पे निवेश करना चाहता है । और उसके पास 15000 है निवाश करने के लिए ।
- उसने अगले दिन कॉइन डीसीएक्स , वज़ीर एक्स या फिर कॉइन स्विच कुबेर में से किसी एक से अकॉउंट बना कर kyc कर के 5000 का शीबा इनु और 5000 बिटकॉइन खरीद लिया बाकी के 5000 का doge कॉइन खरीद लिया ।
- लगाने में कोई टैक्स नही दिया उसने तो अपने पूरे पैसे का क्रिप्टो कॉइन खरीद लिया । 🆗
- अब 5 साल बीत गए उसने अपना अकॉउंट देखा तो शीबा इनु जो 5000 का लिया था वो 20000 (अनुमानित )बन गए और जो 5000 का बिटकॉइन खरीदा था वो 15000 बन गए और बाकी doge कॉइन से 1000 मिल रहे थे ।
- अब जानिए की टैक्स कैसे लगेगा :
क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स कब से लगेगा । cryptocurrency par tax kab se lagega
हालांकि क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स 1 अप्रैल से लगने वाले थे लेकिन शुत्रो की माने तो जो 30% टैक्स है वो लगना शुरू हो गया है और टीडीएस जो 1 % लगेगा वो 1 जुलाई से लगेगा ।
यदि आप कोई भी डिजिटल कॉइन खरीदते हैं क्रिप्टो करेंसी या nft तो आपको उसपे हुए मुनाफे का 30% सरकार को देना होगा । जैसे आप 10000 का बिटकॉइन खरीदे और आप उसको 15000 में बेच रहे हैं तो आपके 5000 का 30% नो की 1500 होगा तो आपको 13500 मिलेगा ।
टीडीएस का नियम । tds ka niyam ?
मान लीजिये आपको आप कोई क्रिप्टो करेंसी 5000 का खरीदे और आप जब बेचे उसे तो आपको न मुनाफा हुआ न घटा तो टीडीएस के तौर पर आपको 50 रुपये चुकाना होगा और बच के आपके खाते में सिर्फ 4950 रु आएंगे ।
आप टैक्स बिल्कुल न देना पड़े और आप क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग भी करे ऐसा तो कही भी नही होगा लेकिन हैं आप कैसे टैक्स कम दे सकते है । कुछ बाते हैं जो आपको ध्यान रखनी होगी :
- पहली बात आप अपने क्रिप्टो करेंसी को बार – बार खरीद बिक्री न करे क्योंकि आपको हर बार 1% का टीडीएस देना होगा ।
- दूसरी बात की आप अपने क्रिप्टो करेंसी को एक वॉलेट से दूसरे वॉलेट में ट्रांसफर ना करे इसमे आपको 30% और 1% टैक्स दोनों लगेगा ।
- क्रिप्टो करेंसी में आपको एक बाद निवेश कर के लंम्बे समय ले किये छोड देना चाहिए ।
- बहोत सारे क्रिप्टो कॉइन्स भी न खरीदे ।
निष्कर्ष । conclusion
अंत मे मैं यही कहना चाहता हूँ कि क्रिप्टो करेंसी पे निवेश करना गलत नही है लेकिन हैं जब भी आप निवेश करने की सोचे तो उससे पहले आपको उसकी पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए जैसे , कॉइन स्टेबल है या नही , कॉइन पिछले साल कितनी प्रतिशत बढ़ी है , कॉइन कितनी साल पुरानी है और भी उस कॉइन या क्रिप्टो करेंसी के बारे मे अच्छे से जांच पड़ताल करने के बाद ही निवेश करे अन्यथा आपको हानि हो सकती है ।
शीबा इनु क्या है ?
शीबा इनु एक क्रिप्टो करेंसी है ।
क्रिप्टो करेंसी पे निवेश करना सही है या नही ?
जी हैं । अगर आप लम्मे समय के लिए क्रिप्टो करेंसी पर निवेश करते हैं तो आपको मुनाफा जरूर मिलेग ।
Budget 2022: अब Cryptocurrency पर भी लगेगा 30% का टैक्स, जानिए कैसे कर सकते हैं इसमें निवेश
By: ABP Live | Updated at : 01 Feb 2022 01:42 PM (IST)
How Invest in Cryptocurrency: आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने देश के सामने वित्त वर्ष 2022-2023 के लिए बजट संसद में पेश किया है. वित्त मंत्री का यह बजट भाषण करीब 90 मिनट का रहा जिसमें उन्होंने विभिन्न सेक्टर्स के लिए अलग-अलग कई ऐलान किए हैं. अपने भाषण में वित्त मंत्री में ऐलान किया कि वर्चुअल डिजिटल ऐसेट (Virtual Digital Asset) से आमदनी पर 30 फीसदी का टैक्स (30% Tax on Digital Assets) लगेगा. इससे यह साफ हो गया कि क्रिप्टोकरेंसी (Tax on Cryptocurrency) भी इसके दायरे में आ जाएगी और क्रिप्टोकरेंसी से बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है आय (Cryptocurrency Income Tax) पर 30 फीसदी का टैक्स लगेगा. लंबे समय से क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों ने सरकार से वर्चुअल डिजिटल ऐसेट पर अपनी स्थिति को साफ करने की मांग कर रहे थें.
आखिर साइबर फिरौती बिटकॉइन में ही क्यों मांगी जा रही है?
दुनिया भर में रैनसमवेयर वायरस "ब्रॉनाकाई" से दशहत का माहौल बना हुआ है. वैश्विक साइबर हमले की भयावहता का अंदाज इससे लगाया जा सकता है कि 150 देशों के 2 लाख से ज्यादा कंप्यूटर बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. इसमें फिरौती जिस मुद्रा में मांगी जा रही है, वह ‘बिटकॉइन’ है. अब प्रश्न उठता है कि बिटकॉइन की ऐसी क्या विशेषता है कि फिरौती इसी मुद्रा में मांगी जा रही है? सर्वप्रथम समझते हैं कि बिटकॉइन क्या है?
बिटकॉइन क्या है?
बिटकॉइन एक नई इनोवेटिव टेक्नोलॉजी है, जिसका इस्तमाल ग्लोबल पेमेंट के लिए किया जा रहा है. यह अनोखी और नई आभासी मुद्रा है. कंप्यूटर नेटवर्कों के द्वारा इस मुद्रा से बिना किसी मध्यस्थता(बिना बैंक) के ट्रंजेक्शन किया जा सकता है.