क्या है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड?

अतः विकल्प (d) सही है।
क्या है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड?
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एक्सचेंज ट्रेडेड फंड क्या है, इसमें निवेश कैसे फायदेमंद है?
एक्सचेंज ट्रेडेड फंड यानी ईटीएफ प्रतिभूतियों का बास्केट होता है. इसकी स्टॉक एक्सचेंज पर खरीद-फरोख्त हो सकती है. ईटीएफ की पेशकश इक्विटी, बॉन्ड या गोल्ड जैसे एसेट पर की जाती है. देश में कुछ लोकप्रिय ईटीएफ में निफ्टी50 ईटीएफ, गोल्ड ईटीएफ, लिक्विड ईटीएफ और इंटरनेशनल ईटीएफ शामिल हैं. ईटीएफ जिस मूल्य पर ट्रेड किए जाते हैं, यह उनके एसेट्स की एनएवी पर निर्भर करता है. इसका मतलब हुआ कि अगर ये गोल्ड ईटीएफ हैं तो इनका मूल्य सोने से और बॉन्ड ईटीएफ हैं तो बॉन्ड की कीमत से तय होता है. ईटीएफ जिस मूल्य पर ट्रेड किए जाते हैं, यह उनके एसेट्स की एनएवी पर निर्भर करता है. इसका मतलब हुआ कि अगर ये गोल्ड ईटीएफ हैं तो इनका मूल्य सोने से और बॉन्ड ईटीएफ हैं तो बॉन्ड की कीमत से तय होता है.
एक्सचेंज ट्रेडेड फंड के क्या फायदे हैं?
इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इन्हें रियल टाइम में खरीदा और बेचा जा सकता है. इनमें निवेश की लागत कम होती क्या है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड? है. एक बार ट्रेडिंग अकाउंट खुल जाने के बाद कारोबारी घंटों में इनकी आसानी से खरीद-फरोख्त हो सकती है. डीमैट अकाउंट का इस्तेमाल करके आप ऐसा कर सकते हैं. इनका एक्सपेंस रेशियो कम होता है. कम से कम एक यूनिट में निवेश किया जा सकता है. ईटीएफ निवेशकों को मार्केट में इंट्रा-डे मूवमेंट का फायदा उठाने का मौका देते हैं. ओपन-एंडेड फंडों के साथ यह मुमकिन नहीं है. चूंकि, फंड मैनेजर इन्हें सक्रिय तौर पर मैनेज नहीं करते हैं. इसलिए इनका कॉस्ट स्ट्रक्चर बहुत कम होता है. आप सिर्फ 0.05 से 0.10 फीसदी एक्सपेंस रेशियो में व्यापक इंडेक्स ईटीएफ खरीद और बेच सकते हैं.
कब निवेशक ईटीएफ में पैसा लगाते हैं?
जो निवेशक यह तय नहीं कर पाते हैं किस शेयर या सेगमेंट में अपना पैसा लगाएं, वे अक्सर इंडेक्स ईटीएफ में निवेश करते हैं. इसकी मदद से उन्हें निवेश को बनाए रखने में मदद मिलती है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इनकी क्या है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड? लोकप्रियता बढ़ने का कारण यह है कि इन्होंने हाल में सक्रिय रूप से प्रबंधित किए जाने वाले फंडों को पीछे छोड़ा है.
क्या हैं नुकसान?
कुछ कम लोकप्रिय ईटीएफ में बहुत अधिक बोली हो सकती है जो आपका खरीद मूल्य बढ़ा दें या आपको बेचने के वक्त पर्याप्त लिक्विडिटी नहीं मुहैया कराएं. अगर आप ईटीएफ यूनिटों का बहुत कम हिस्सा खरीदते और बेचते हैं तो ब्रोकरेज और डीमैट चार्ज ज्यादा बैठ सकते हैं.
Web Title : what is exchange traded fund or etf, how investing is useful in it?
Hindi News from Economic Times, TIL Network
डेली अपडेट्स
जुलाई, 2022 में गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) से 457 करोड़ रुपए का शुद्ध बहिर्वाह हुआ क्योंकि क्या है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड? निवेशकों ने पोर्टफोलियो पुनर्संतुलन रणनीति (Portfolio Rebalancing Strategy) के हिस्से के रूप में अन्य परिसंपत्ति वर्गों में अपना पैसा निवेश किया।
- यह जून 2022 में 135 क्या है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड? करोड़ रुपए के शुद्ध अंतः प्रवाह की तुलना में था।
गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड
- परिचय:
- स्वर्ण/गोल्ड ETF (जिसका उद्देश्य घरेलू भौतिक सोने की कीमत को आंकलन करना है) निष्क्रिय निवेश साधन हैं जो सोने की कीमतों पर आधारित होते हैं तथा सोने को बुलियन में निवेश करते हैं।
- गोल्ड ETF भौतिक सोने का प्रतिनिधित्व करने वाली इकाइयाँ हैं जो कागज या डीमैट रूप में हो सकती हैं।
- एक गोल्ड ETF इकाई 1 ग्राम सोने के बराबर होती है और इसमें उच्च शुद्धता का भौतिक सोना होता है।
- वे स्टॉक निवेश के लचीलेपन और सोने के निवेश की सहजता को संयोजित करते हैं।
- ETF की हिस्सेदारी में पूरी पारदर्शिता है।
- गोल्ड ETF में भौतिक क्या है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड? सोने के निवेश की तुलना में बहुत कम खर्च होता है।
- ETFs पर संपत्ति कर, सुरक्षा लेनदेन कर, वैट और बिक्री कर नहीं लगाया जाता है।
- ETF सुरक्षित और संरक्षित होने के कारण चोरी का कोई डर नहीं है क्योंकि धारक के डीमैट खाते में इकाइयाँ होती हैं।
एक्सचेंज ट्रेडेड फंड
- एक एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF) प्रतिभूतियों की एक बास्केट है जो स्टॉक की तरह ही एक्सचेंज पर व्यापार करती है।
- ETF बीएसई सेंसेक्स की तरह एक सूचकांक की संरचना को दर्शाता है। इसका ट्रेडिंग मूल्य अंतर्निहित शेयरों (जैसे शेयर) के नेट एसेट वैल्यू (NAV) पर आधारित होता है, जिसका यह प्रतिनिधित्व करता है।
- ETF शेयर की कीमतों में पूरे दिन उतार-चढ़ाव होता है क्योंकि इसे खरीदा और बेचा जाता है। यह म्युचुअल फंड से अलग है जिसका बाज़ार बंद होने के बाद दिन में केवल एक बार व्यापर होता है।
- एक ETF विभिन्न उद्योगों में सैकड़ों या हज़ारों शेयर रख सकता है, या फिर उसे किसी एक विशेष उद्योग या क्षेत्र में वर्गीकृत किया जा सकता है।
- बॉण्ड ईटीएफ एक प्रकार के ईटीएफ हैं जिनमें सरकारी बॉण्ड, कॉरपोरेट बॉण्ड और राज्य तथा स्थानीय बॉण्ड शामिल हो सकते हैं - जिन्हें म्युनिसिपलबॉण्ड कहा जाता है।
- बॉण्ड एक ऐसा साधन है जो एक निवेशक द्वारा एक उधारकर्त्ता (आमतौर पर कॉर्पोरेट या सरकारी) को दिये गये ऋण का प्रतिनिधित्व करता है।
एक्सचेंज ट्रेडेड फंड और म्यूचुअल फंड में क्या अंतर है
एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या ईटीएफ आमतौर पर म्यूचुअल फंड के समान ही होते हैं। म्यूचुअल फंड की तरह ही यह कई शेयरों का बंडल होता है जिनमें निवेशक निवेश करता है। यह निवेशकों को विविधता भरा पोर्टफोलियो उपलब्ध कराता है। इसके बावजूद दोनों में काफी अंतर है। ईटीएफ का कारोबार शेयर बाजार पर दिन भर उसी तरह होता है जैसे कि
एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या ईटीएफ आमतौर पर म्यूचुअल फंड के समान ही होते हैं। म्यूचुअल फंड की तरह ही यह कई शेयरों का बंडल होता है जिनमें निवेशक निवेश करता है। यह निवेशकों को विविधता भरा पोर्टफोलियो उपलब्ध कराता है। इसके बावजूद दोनों में काफी अंतर है।
ईटीएफ का कारोबार शेयर बाजार पर दिन भर उसी तरह होता है जैसे किसी शेयर में। जबकि म्यूचुअल फंड में खरीद-फरोख्त दिन के अंत में प्राप्त उसके नेट एसेट वैल्यू के आधार पर ही की जा सकती है। ज्यादातर ईटीएफ किसी खास इंडेक्स के पीछे चलते हैं और इसकी वजह से उसके परिचालन संबंधी खर्च कम हो जाते हैं। जबकि सक्रिय निवेश वाले म्यूचुअल फंडों के मामले में ऐसा नहीं है। इस लिहाज से ईटीएफ में आपके निवेश पर रिटर्न की दर बढ़ती है। इसके अतिरिक्त ईटीएफ में निवेश की कोई न्यूनतम सीमा नहीं होती और न ही बिक्री पर किसी तरह का चार्ज। जबकि पारंपरिक म्यूचुअल फंड में दोनों तरह की बाध्यताएं होती हैं। हां, ज्यादातर इंडेक्स म्यूचुअल फंडों में सेल्स लोड नहीं होता।