ट्रेडर कौन होते है

यह बहुत ही Disciplined ट्रेडर होते है और ऐसे ट्रेडर बहुत ही कम होते है।
13 Best Trading App in india 2022| भारत का सबसे अच्छा ट्रेडिंग ऐप
लेकिन अगर आप trading start करने या Trading app पर switch करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको apps के बारे में basic बातों की जांच करनी चाहिए और best app for stock market तथा Best Trading App in India (भारत का सबसे अच्छा ट्रेडिंग ऐप) के साथ निवेश करना चाहिए।
Table of Contents
What is Share market in hindi | what is Stock Market in hindi
Share Market तथा Stock Market एक ऐसा market है जहाँ काफी सारे companies के stocks या shares खरीदते और बेचते हैं. ये एक ऐसा स्थान है जहाँ कई लोग या तो बहुत पैसे कमा लिया करते हैं या तो अपने सारे पैसे गवा दिया करते हैं, किसी भी कंपनी का shares या stocks खरीदने का अर्थ है आप उस company में हिस्सेदार या partner बन जाना।
आप जितना भी पैसे लगाते हैं, तो आप लगाए हुए पैसे के हिसाब से कुछ percent के मालिक उस कंपनी के बन जाते हैं। जिसका अर्थ ये है की अगर उस कंपनी को future में मुनाफा हुआ तो आपके लगाए हुए पैसे से दुगना पैसा आपको मिलता है और यदि घाटा होता है तो आपका भी नुकसान होगा।
जिस तरह Share market in Hindi में पैसे कमाना या बनाना easy है ठीक उसी तरह यहाँ पैसे गवाना भी उतना ही easy है क्यूंकि stock market में उतार चढ़ाव होते रहते हैं.
What is ट्रेडर कौन होते है a trading app?| ट्रेडिंग ऐप क्या है?
Trading app एक mobile app है जो Share Market में Trading की सुविधा प्रदान करता है। अलावा, यह आपको Market news, research reports, विभिन्न Shares prices आदि प्रदान करता है ताकि आप Share Market में trade करते समय एक Inform decision ले सकें। इसके अतिरिक्त, Trading apps आमतौर पर आपको IPO, Mutual Fund, Commodity, Gold आदि में Investment करने की सुविधा प्रदान करते हैं।
Trading app आपके Trading की Real-time processing offer करते हैं और आपके Shares के performance monitor करने में आपकी मदद करते हैं। आप किसी भी समय, कहीं भी एक Trusted app के साथ shares buy और sell कर सकते हैं।
List of best trading apps in India to earn money में जाने से पहले, आइए उन Factors पर एक नज़र डालें, जिन पर आपको शुरुआती लोगों के लिए Best ट्रेडर कौन होते है trading app in india 2022 चुनते समय विचार करना चाहिए।
Points to keep in mind while choosing the best trading app
आप Broker को app से बदल रहे हैं और जानना चाहते हैं कि Which app is the best for trading in India? इसलिए, आपको Best trading app चुनते समय बहुत सावधान रहना चाहिए क्योंकि यह आपके सभी Investments को संभालेगा। निम्नलिखित parameters के साथ उनका assessment करके Best Trading App in India चुनें।
1. Reliability
App की Reliability और credibility की जांच करना आवश्यक है। आपको app की Security के बारे में अच्छी तरह से research करना चाहिए। इसके अतिरिक्त, आप अन्य Users के Experience को जानने के लिए Online reviews देख सकते हैं।
2. User-friendly Interface
एक Complex interfaces के साथ Trading app आपके लिए Trading को एक difficult task बना सकता है। Trading को easy बनाने के लिए हमेशा simple लेकिन Clear interface वाले Trading apps की तलाश करें।
3. Fees and charges
Trading app आपके investment Manage करने के लिए अलग-अलग fee लेता है। इसलिए, app का उपयोग करने से पहले fee and charges की जांच करना महत्वपूर्ण है ताकि आपके Benefit app fees कि वजह से दूर न हों।
4. Features
आपको app features पर करीब से नज़र डालनी चाहिए। अपने Investment option की सहायता के लिए आवश्यक सुविधाओं के अनुसार app की list को brief करें।
शेयर बाज़ार से सचमुच कमाता कौन है
बाज़ार को समझना है तो उससे जुड़े इंसान को समझना होगा, बाज़ार से कमाना है तो उससे जुड़े उन इंसानों को समझना होगा जो यहां से बराबर कमाते रहते हैं। यहां से दो तरह के लोग कमाते हैं। एक लम्बे समय के निवेशक और दूसरे छोटी अवधि के ट्रेडर। यह भी कहा जाता है कि शेयर बाज़ार में 95% ट्रेडर गंवाते और केवल 5% ट्रेडर ही कमाते हैं। लेकिन सच्चाई को अपने आसपास के व्यवहार से समझने की कोशिश करें। लम्बे समय के निवेशक का धन अगर पांच साल में 100 का 200 रुपए भी हो गया तो सीधा रिटर्न तो 100% और रिटर्न की सालाना चक्रवृद्धि दर 15% निकलती है। अभी जिस तरह हर तरफ मुद्रास्फीति करीब 10% चल रही है, उसमें उसका वास्तविक रिटर्न कितना हुआ? अब बुधवार की बुद्धि…
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'ट्रेडिंग-बुद्ध' अर्थकाम की प्रीमियम-सेवा का हिस्सा है। इसमें शेयर बाज़ार/निफ्टी की दशा-दिशा के साथ हर कारोबारी दिन ट्रेडिंग के लिए तीन शेयर अभ्यास और एक शेयर पूरी गणना के साथ पेश किया जाता है। यह टिप्स नहीं, बल्कि स्टॉक के चयन में मदद करने की सेवा है। इसमें इंट्रा-डे नहीं, बल्कि स्विंग ट्रेड (3-5 दिन), मोमेंटम ट्रेड (10-15 दिन) या पोजिशन ट्रेड (2-3 माह) के जरिए 5-10 फीसदी कमाने की सलाह होती है। साथ में रविवार को बाज़ार के बंद रहने पर 'तथास्तु' के अंतर्गत हम अलग से किसी एक कंपनी में लंबे समय (एक साल से 5 साल) के निवेश की विस्तृत सलाह देते हैं। इस कॉलम को पूरा पढ़ने के लिए आपको यह सेवा सब्सक्राइब करनी होगी। सब्सक्राइब करने से पहले शर्तें और प्लान व भुगतान के तरीके पढ़ लें। या, सीधे यहां जाइए।
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निवेश – तथास्तु
शेयर बाज़ार में आप इंडेक्स फंड के ईटीएफ या म्यूचुअल फंड की इक्विटी स्कीमों के ज़रिए परोक्ष रूप से निवेश कर सकते हैं। लेकिन सीधे निवेश करना है तो संभावनामय कंपनियां चुननी पड़ती हैं, पता करना पड़ता है कि कंपनी का भविष्य क्या हो सकता है। और, आप जानते ही हैं कि कोई भी, यहां तक कि कंपनी का प्रवर्तक भी कंपनी के बारे में सटीक भविष्यवाणी नहीं कर सकता। लेकिन बिना भविष्य का अंदाज़ा लगाए किसी […]
पेड सेवा
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भारतीय अर्थव्यवस्था बढ़ रही है और आगे भी बढ़ेगी। लेकिन कहा जा रहा है कि इसका लाभ आम आदमी को पूरा नहीं मिलता। अमीर-गरीब की खाईं बढ़ रही है। बाज़ार को आंख मूंदकर गालियां दी जा रही हैं। लेकिन बाज़ार सचेत लोगों के लिए आय और दौलत के सृजन ही नहीं, वितरण का काम भी …
पोजिशनल ट्रेडिंग क्या होता है? Positional Trading Kya Hota Hai
शेयर बाजार में एक महीने से ज्यादा और एक साल के अंदर किया जाने बाला ट्रेडिंग को पोजिशनल ट्रेडिंग कहते है। शेयर बाजार में समय के आधार पर 3 तहर के ट्रेडिंग होते जैसे इंट्राडे ट्रेडिंग ( 1 दिन के अंदर) , स्विंग ट्रेडिंग ( < 1 महीना ) और पोजिशनल ट्रेडिंग ( > 1 महीना ) । आप पोजिशनल ट्रेडिंग कैश में शेयर की डिलीवरी ले कर कर सकते है अथवा आप डेरिवेटिव्स में फ्यूचर और ऑप्शन कॉन्ट्रक्ट ख़रीद कर कर सकते है।आपको अच्छे से फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में जानने केलिए नीच दिए गए लेक को पढ़े।
इक्विटी बाजार में ट्रेडिंग 2 सेगमेंट होते है
1) कैश ट्रेडिंग
इस प्रकार के ट्रेडिंग में आप मॉर्निज के बिना आपके खुदके पैसों ट्रेडिंग कर सकते है। इसमें आप शेयर की दिलीविरी लेकर खरीद और बिक्री कर ट्रेडिंग करते है। इसमें आपको बहोत कम रिटर्न्स मिलता है। मगर इसमें आर्थिक जोखिम भी बहोत कम होता है। शेयर बाजार में पेशे आदर ट्रेडर इस तरह के ट्रेडिंग नहीं करते है । इसमें लेवल लघु समय ( < 1 वर्ष ) के निवेशक ट्रेडिंग करते है।
2) डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग
इस प्रकार के ट्रेडिंग में आप ब्रोकर मॉर्निज पैसों के साथ आपके ट्रेडिंग कर सकते है। इसमें आप स्टॉक ( ITC , HDFC , Reliance ) , करेंसी ( USD/INR ) , इंडेक्स ( NIFTY 50 / SENSEX ) और कमोडिटी ( Cruid Oil , Gold , Silver ) की दिलीविरी लिए बिना खरीद और बिक्री कर ट्रेडिंग करते है। इसमें आपको बहोत ज्यादा रिटर्न्स मिलता है। मगर इसमें आर्थिक जोखिम बहोत ज्यादा होता है। शेयर बाजार में पेशेदार ट्रेडर इस तरह के ट्रेडिंग करते है ।
डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग 2 तरह के होते है
a) फ्यूचर ट्रेडिंग
शेयर मार्किट में फ्यूचर ट्रेडिंग या फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट ट्रेडिंग का मतलब होता हे की आप किसी भी स्टॉक / इंडेक्स को उसकी एक्सपाइरी डेट से पहले खरीद या बेच सकते हे, कोई भी फिक्स प्राइस पर।
b) ऑप्शन ट्रेडिंग
शेयर बाजार मेंहर दिन शेयर और इंडेक्स की मूल्य ऊपर नीचे होते रहता है । इस में अगर आप किसी शेयर को भबिष्य के किसी निधारित मूल्य (strick price) में बेचना और ख़रीदना हो तो आपको किसी के साथ एक कॉन्ट्रैक्ट करना होता है । इस को आसान भासा में स्टॉक हेजिंग कहे ते है इस के निबेश की रिस्क कम होजा ता है । सभी कॉन्ट्रैक्ट का एक निधारित समय सीमा होता है । इसी कॉन्ट्रैक्ट (Option) को बेचना और खरीदना को option trading कहते है ।
ट्रेडिंग करने केलिए सबसे अच्छी ट्रेडिंग कंपनी कौन सी है?
बाजार में बहोत सारे ऐप है जो कि ऑप्शन ट्रेडिंग देते है मगर सबमें अलग ब्रोकेज चार्ज और मार्जिन के नियम अलग अलग है । इस लिए आपको बहोत सावधानी से अपना ब्रोकर चुने । में आपको कुछ ब्रोकर की सलाह देसकता है ।
1. जेरोधा सेकुरिट्स
2. ऐंजल ब्रोकिंग
3. मोतीलाल ओसबल सेकुरिट्स
4. IIFL सेकुरिट्स
5. उप स्टॉक
Share Bazar se sach me paisa kaun kamata hai?
इस लिए ज़्यादातर लोग जो शेयर बाजार में से कमाते है वो लम्बे समय के निवेशक ही होते है।
यह लम्बे समय के निवेशक भी दो तरह के होते है :
i) खुद जाँच कर ने के बाद निवेश करने वाले :
लम्बे समय के निवेशकों में से एक तरह का निवेशक है, जो खुद Research कर के अच्छी कंपनियां खोजता है। फिर उनके शेयर का दाम सस्ता होने का इंतज़ार करता है। और फिर जब बाज़ार में मंदी होती है, तब वह उन्ही शेयर को बहुत सस्ते दाम पर खरीदता है।
क्युकी अक्सर ऐसा ही होता है, की ज्यादातर लोग बाज़ार में मंदी के वक्त डरे हुए होते है। जिस से वह नए शेयर खरीदते नहीं है और कुछ तो सिर्फ डर की वजह से भी अपने शेयर बेचने लगते है। इस वजह से बाज़ार में मंदी के वक्त अच्छी अच्छी कंपनीओ के शेयर भी बहुत Discount पर मिल रहे होते है।
इस तरीके से निवेश कर के यह निवेशक अपने निवेश पर बहुत ही बढ़िया रिटर्न कमाता है। खुद जाँच कर के निवेश करने वाले लोगो में Warren Buffett और Rakesh JhunJhunwala जैसे लोग सामिल है।
ii) म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश करने वाले :
लम्बे समय के लिए निवेश करने वाले निवेशकों में दूसरा है, म्यूच्यूअल फंड्स के द्वारा शेयर बाज़ार में निवेश करने वाला निवेशक।
इस तरह के निवेशक ज्यादातर सामान्य लोग जो की कही पर नौकरी करते है वह सामिल है।
इनके पास समय या फिर कंपनीओ के विश्लेषण का ज्ञान नहीं होता जिससे की वह खुद जाँच कर के अच्छे शेयर चुन सके।
जिसकी वजह से वह Mutual Funds के द्वारा शेयर बाज़ार में निवेश करते है।
इसके लिए वह अपनी स्थिति के अनुसार कोई अच्छा सा Equity Mutual Fund खोज कर उसमे SIP या Lump Sum के द्वारा निवेश करते है।
इस तरीके में उन्हें खुद बहुत ज्यादा समय देने की और खुद अच्छी कंपनियां खोजने की जरुरत नहीं होती।
क्युकी सभी Mutual Funds में Fund Managers होते है।
जो की बहुत से पैसो को निवेश करने के अनुभवी और निवेश के बारे में बहुत जानकर होते है।
वही बाज़ार की स्थिति और Mutual Funds के लक्ष्य के अनुसार Mutual Funds के पैसो को अलग अलग कंपनीओ में निवेश करते है।
और Mutual Funds के निवेशकों को कम जोखिम में अच्छा रिटर्न मिले इसका प्रयास करते है।
इस तरह अगर कोई व्यक्ति अपनी आर्थिक स्थिति और अपने लक्ष्य के अनुसार अच्छे Mutual Funds चुनकर निवेश करे तो वह भी शेयर बाज़ार से सच में कमा सकता है।
2) Disciplined Trader :
आपको यह जानकर शायद हैरानी होगी की शेयर बाजार से सच मे कौन कमाता है इस लिस्ट में ट्रेडर भी है।
मगर यह बात सच है।
लेकिन यह ट्रेडर सामान्य ट्रेडर की तरह नहीं होते।
यह बहुत ही Disciplined ट्रेडर होते है और ऐसे ट्रेडर बहुत ही कम होते है।
इन ट्रेडर के पास ट्रेडिंग का अच्छा खासा अनुभव होता है।
यह लोग अपने अनुभव की वजह से ट्रेडिंग का मनोविज्ञान (Psychology) जान चुके होते है और उस ज्ञान को वह अपनी ट्रेडिंग में पूरी तरह से लागु करते है।
इसी वजह से वो अपनी ट्रेडिंग में बहुत ही Disciplined होते है।
जिस से वो शेयर बाजार में ट्रेडिंग करके भी बहुत अच्छा पैसा कमा लेते है।
शेयर बाजार से सच में कमाने का यह तरीका सबसे ज्यादा जोखिम है।
तो अब हम जान चुके है, की शेयर बाज़ार से सच में कौन कमाता है ?
और अब जानते है की ,
हम भी शेयर बाजार से कैसे कमा सकते है ?
अगर आप भी शेयर बाजार से सच में पैसा कामना चाहते है तो फिर आपको इन तीनो में से एक बनना पड़ेगा।
अगर आप कोई आम निवेशक है जोकि कही पर नौकरी करते है,और आप के पास समय नहीं है जिससे की आप कंपनीओ की जाँच कर सके तो आप के लिए सबसे आसान रास्ता म्यूच्यूअल फंड ही होगा।
या फिर अगर आपके पास समय है तो आप खुद ही अच्छे कंपनीओ के बारे में जाँच कर के निवेश कर सकते है।
लेकिन इसके लिए आपको Fundamental Analysis सीखना पड़ेगा।
अगर आप Free में Fundamental Analysis सीखना चाहते है, तो आप यहाँ से पढ़कर सिख सकते है : Fundamental Analysis
निष्कर्ष :
दोस्तों आज हमने जाना की शेयर बाज़ार से सच में कौन कमाता है ? और हम किस तरह शेयर ट्रेडर कौन होते है बाजार से सच में कमा सकते है ?
उम्मीद करता हु दोस्तों की आपके लिए यह जानकारी उपयोगी साबित हुई होगी।
अगर आप शेयर बाज़ार से जुड़ी एसी ही जानकारी की Update free मे चाहते है, तो नीचे दिए गए Blue Color के (Subscribe to Updates) के Button को Click करके जो स्क्रीन खुलेगी उसमे yes का विकल्प select कर दीजिए।
By Gaurav
Gaurav Popat एक निवेशक, ट्रेडर और ब्लॉगर है, जो की शेयर बाज़ार मे बहुत रुचि रखता है। वह साल 2015 से शेयर बाज़ार मे है। ट्रेडर कौन होते है पिछले 7 साल मे खुद अलग अलग जगह से सीख कर और अनुभव के आधार पर शेयर बाज़ार और निवेश के विषय मे यहा पर जानकारी देता है।
पोजिशनल ट्रेडिंग क्या होता है? Positional Trading Kya Hota Hai
शेयर बाजार में एक महीने से ज्यादा और एक साल के अंदर किया जाने बाला ट्रेडिंग को पोजिशनल ट्रेडिंग कहते है। शेयर बाजार में समय के आधार पर 3 तहर के ट्रेडिंग होते जैसे इंट्राडे ट्रेडिंग ( 1 दिन के अंदर) , स्विंग ट्रेडिंग ( < 1 महीना ) और पोजिशनल ट्रेडिंग ( > 1 महीना ) । आप पोजिशनल ट्रेडिंग कैश में शेयर की डिलीवरी ले कर कर सकते है अथवा आप डेरिवेटिव्स में फ्यूचर और ऑप्शन कॉन्ट्रक्ट ख़रीद कर कर सकते है।आपको अच्छे से फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में जानने केलिए नीच दिए गए लेक को पढ़े।
इक्विटी बाजार में ट्रेडिंग 2 सेगमेंट होते है
1) कैश ट्रेडिंग
इस प्रकार के ट्रेडिंग में आप मॉर्निज के बिना आपके खुदके पैसों ट्रेडिंग कर सकते है। इसमें आप शेयर की दिलीविरी लेकर खरीद और बिक्री कर ट्रेडिंग करते है। इसमें आपको बहोत कम रिटर्न्स मिलता है। मगर इसमें आर्थिक जोखिम भी बहोत कम होता है। शेयर बाजार में पेशे आदर ट्रेडर इस तरह के ट्रेडिंग नहीं करते है । इसमें लेवल लघु समय ( < 1 वर्ष ) के निवेशक ट्रेडिंग करते है।
2) डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग
इस प्रकार के ट्रेडिंग में आप ब्रोकर मॉर्निज पैसों के साथ आपके ट्रेडिंग कर सकते है। इसमें आप स्टॉक ( ITC , HDFC , Reliance ) , करेंसी ( USD/INR ) , इंडेक्स ( NIFTY 50 / SENSEX ) और कमोडिटी ( Cruid Oil , Gold , Silver ) की दिलीविरी लिए बिना खरीद और बिक्री कर ट्रेडिंग करते है। इसमें आपको बहोत ज्यादा रिटर्न्स मिलता है। मगर इसमें आर्थिक जोखिम बहोत ज्यादा होता है। शेयर बाजार में पेशेदार ट्रेडर इस तरह के ट्रेडिंग करते है ।
डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग 2 तरह के होते है
a) फ्यूचर ट्रेडिंग
शेयर मार्किट में फ्यूचर ट्रेडिंग या फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट ट्रेडिंग का मतलब होता हे की आप किसी भी स्टॉक / इंडेक्स को उसकी एक्सपाइरी डेट से पहले खरीद या बेच सकते हे, कोई भी फिक्स प्राइस पर।
b) ऑप्शन ट्रेडिंग
शेयर बाजार मेंहर दिन शेयर और इंडेक्स की मूल्य ऊपर नीचे होते रहता है । इस में अगर आप किसी शेयर को भबिष्य के किसी निधारित मूल्य (strick price) में बेचना और ख़रीदना हो तो आपको किसी के साथ एक कॉन्ट्रैक्ट करना होता है । इस को आसान भासा में स्टॉक हेजिंग कहे ते है इस के निबेश की रिस्क कम होजा ता है । सभी कॉन्ट्रैक्ट का एक निधारित समय सीमा होता है । इसी कॉन्ट्रैक्ट (Option) को बेचना और खरीदना को option trading कहते है ।
ट्रेडिंग करने केलिए सबसे अच्छी ट्रेडिंग कंपनी कौन सी है?
बाजार में बहोत सारे ऐप है जो कि ऑप्शन ट्रेडिंग देते है मगर सबमें अलग ब्रोकेज चार्ज और मार्जिन के नियम अलग अलग है । इस लिए आपको बहोत सावधानी से अपना ब्रोकर चुने । में आपको कुछ ब्रोकर की सलाह देसकता है ।
1. जेरोधा सेकुरिट्स
2. ऐंजल ब्रोकिंग
3. मोतीलाल ओसबल सेकुरिट्स
4. IIFL सेकुरिट्स
5. उप स्टॉक