सोने के दाम किसपर निर्भर

डिजिटल गोल्ड में निवेश – यह गोल्ड खरीदने का सबसे अच्छा निवेश का तरीका है, जिसमें आप ऑनलाइन वॉलेट की सहायता से सोने को आसानी से खरीद सकते हैं तथा जब चाहें बेच भी सकते हैं.
Bhopal Sone ka Bhav: भोपाल में आज का सोने का भाव
भारत के सबसे प्रसिद्ध शहर भोपाल में सोने की आवश्यकता अन्य शहरों की भांति ही प्रतिवर्ष बढ़ी है.
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल अपनी संस्कृति तथा परंपरा के लिए सबसे अधिक प्रसिद्ध है, यहां लोगों के द्वारा प्रचुर मात्रा में सोने को खरीदा जाता है.
सोने को तोले के अनुसार खरीदा जाता है, भारत में 1 तोला 10 ग्राम के बराबर होता है. इसलिए सोने के दाम को तोले के अनुसार व्यक्त किया जाता है.
भोपाल में 22 कैरेट सोने का भाव 1gm, 8gm, 10gm, 100gm
पिछले 10 दिनों में भोपाल में सोने के दाम (10 ग्राम)
भोपाल में सोने का भाव किस-किस पर निर्भर करता है?
अंतरराष्ट्रीय मार्केट में अनिश्चितता – क्योंकि भारत सोने का उत्पादन नहीं करता सोने के दाम किसपर निर्भर इसलिए भारत के प्रत्येक शहर में सोने का भाव अंतरराष्ट्रीय अनिश्चितता पर निर्भर करता है.
उदाहरण के लिए कोविड-19 के बाद से सोने का आयात भारत में और अधिक मुश्किल हो गया था. जिस कारण सोने के दामों में बढ़ोतरी देखने को सोने के दाम किसपर निर्भर मिली.
रूस यूक्रेन विवाद के कारण भी सोने की कीमतों में उछाल देखने को मिला है. इसलिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में होने वाले हलचल से सोने के भाव बदलते सोने के दाम किसपर निर्भर रहते हैं.
बैंकों में ब्याज दर का बढ़ना – ऐसा देखा जाता है कि ब्याज दर तथा सोनी कीमतें एक दूसरे पर नकारात्मक प्रभाव डालती है. जब बैंकों के द्वारा ब्याज दर में वृद्धि की जाती हैं तो लोग बैंकों में अपना पैसा डालना पसंद करते हैं, जिससे कि सोने की मांग कम हो जाती है.
सरकार का गोल्ड रिजर्व
देशों के सेंट्रल बैंक गोल्ड रिजर्व रखते हैं। जब-जब सेंट्रल बैंक ऐसा करते हैं तब सोने के दाम बढ़ जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस परिस्थिति में बाजार में करंसी का फ्लो बढ़ जाता है और सोने की सप्लाई कम हो जाती है।
वैश्विक बाजार में कैसी चाल?
ग्लोबल मूवमेंट में किसी भी तरह के परिवर्तन का असर भारत में सोने की कीमत पर भी पड़ता है। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत सोने के सबसे बड़े आयातक देशों में से है। ऐसे में जब किसी ग्लोबल मूवमेंट की वजह से एक्सपोर्ट करने वाला देश सोने पर आयात शुल्क बढ़ा देते हैं तब भी इसका असर भारत में दिखता है और सोना महंगा हो जाता है।
ब्याज दर का असर
फाइनैंशल प्रॉडक्ट्स और सर्विसेस के लिए ब्याज दरों का सीधा संबंध सोने की मांग से होता है। करंट गोल्ड प्राइस किसी भी देश में इंट्रेस्ट रेट्स के लिए भरोसेमंद संकेतों की तरह माने जाते हैं। ब्याज दरों में कमी की वजह से ग्राहक कैश के बदले सोना बेचने लगते हैं और इससे गोल्ड की सप्लाई बढ़ जाती है और फिर सोने के दाम किसपर निर्भर इसके दाम कम हो जाते हैं। इसी तरह जब इंट्रेस्ट रेट्स कम होते हैं तब सोने की मांग बढ़ती है और इसकी कीमत में भी बढ़ोतरी हो जाती है।
जूलरी मार्केट
भारत में त्योहारों के वक्त जूलरी की खरीद एक धार्मिक काम की तरह होता है। ऐसे में दीवाली और धनतेरस जैसे त्योहारों के दौरान देश में सोने की मांग काफी बढ़ जाती है। ऐसे में कीमत बढ़ना भी तय है।
Gold Silver Rate Today:चांदी लगभग स्थिर लेकिन सोने का दाम बढ़ा, जानिए आज की कीमत
Gold Silver Rate Today:चांदी लगभग स्थिर लेकिन सोने का दाम बढ़ा, जानिए आज की कीमत पिछले कुछ वर्षों में सोने की कीमतें मुद्रास्फीति का सबसे अच्छा गेज रही हैं। निवेशक सोने को अहम निवेश मानते हैं। अच्छा रिटर्न (वनइंडिया मनी) आपको भारत में सोने के सर्वोत्तम मूल्य प्रदान करता है। हमारा लक्ष्य आपको सूचित करना है। इस पृष्ठ पर सोने की दरें देश में सोने के डीलरों से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर प्रकाशित की जाती हैं। आप यहां दैनिक सोने की दरों की जांच कर सकते हैं।
Gold Silver Rate Today
भारत में आज 22 कैरेट सोने की कीमत – भारतीय रुपये में प्रति ग्राम सोने की कीमत
22 कैरेट सोना
22 कैरेट सोना आज
22 कैरेट सोना कल
कीमतें रोज बदलती हैं
1 ग्राम ₹ 4,801 ₹ 4,800 1
8 ग्राम ₹ 38,408 ₹ 38,400 8
10 ग्राम ₹ 48,010 ₹ 48,000 10
100 ग्राम ₹4,80,100 ₹4,80,000 ₹100
जानिए सोने का भाव अब तक के उच्चतम स्तर से कितना नीचे है। सोना अभी भी अपने सर्वकालिक उच्च स्तर से करीब 4,686 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता बिक रहा है। सोना अगस्त 2020 में अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। वह तब था जब सोना 56,200 रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंच गया था।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर आज रात एमसीएक्स पर पता करें कि किस रेट पर कारोबार हो रहा है, दिसंबर 2022 का सोना वायदा कारोबार आज रात 71.00 रुपये की बढ़त के साथ 51,577.00 रुपये पर है। वहीं चांदी दिसंबर 2022 का वायदा सौदा 152.00 रुपये की गिरावट के साथ 61,409.00 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
सोने के अनेक रूपों पर कैसे लगता है कर
जब आप नए गहने खरीदने के लिए पुराने जेवरात आदि बेचते हैं तो आपको पूंजीगत लाभ कर देना पड़ सकता है। आपसे कर वसूला जाएगा या नहीं यह इस बात पर निर्भर करेगा कि लेनदेन किस तरह किया जाता है। ऐसा लेनदेन दो तरीके से हो सकता है। पहली स्थिति में आभूषण विक्रेता ग्राहक से मिले सोने का इस्तेमाल नए आभूषण बनाने के लिए करता है और केवल मेहनताना (मेकिंग चार्ज) लेता है। दूसरी स्थिति में आभूषण विक्रेता आभूषण का मूल्यांकन करता है। ग्राहक उसी दाम के बराबर नए आभूषण खरीदता है या नए और पुराने आभूषणों की कीमतों में जो भी अंतर होता है, उस रकम का भुगतान कर देता है।
दूसरी स्थिति में आभूषण कारोबारी नई खरीदारी के लिए एक नया बिल देगा और ग्राहक को उस पर कर देना होगा। टैक्समैन डॉट कॉम में चार्टर्ड अकाउंटेंट नवीन वाधवा कहते हैं, 'यह उसी तरह है जैसे कोई व्यक्ति पुराने गहने बेचता है और नए खरीदता है। ज्यादातर लोगों को यह पता नहीं होता कि बिल के आधार पर ऐसी खरीदारी करने पर कर देना पड़ता है।'
यहां पर जानिए दुबई सहित दुनिया के अन्य देशों से सोना खरीद कर लाने के रूल्स
दुनिया भर के कई देशों से खरीद का सोना लाना अपराध के दायरे में नहीं आता है। मगर आपको इसकी जानकारी कस्टम विभाग को उपलब्ध करानी होगी। और भारत पहुंचने पर विदेश में खरीदे गए गोल्ड के बिल के अनुसार इस पर शुल्क भी चुकाना होगा।
मान लीजिए अगर कोई एक भारतीय नागरिक तकरीबन 1 साल से विदेश में सोने के दाम किसपर निर्भर रह रहा है तो वह अपने साथ 40 ग्राम तक का सोना ला सकता है। जबकि पुरुष यात्री 20 ग्राम और महिला यात्री 40 ग्राम तक विदेश से सोना भारत ला सकते हैं। इसी के साथ इसके मूल्यों को भी तय सोने के दाम किसपर निर्भर किया गया है। जिससे अधिक सोना विदेश से खरीदकर भारत नहीं लाया जा सकता है।
ऐसा करने पर जमा करनी होगी 36 फ़ीसदी ड्यूटी
मान लीजिए यदि भारत में हवाई अड्डे पर कोई व्यक्ति निर्धारित वजन से अधिक सोना लाने के मामले में पकड़े जाते हैं तो उन्हें सोने की कीमत का 36% ड्यूटी शुल्क देना पड़ता है। लेकिन वह तय वजन के अंदर सोना लाते हैं तो उन्हें किसी भी प्रकार से परेशान नहीं किया जाएगा। जबकि सोने के बिस्किट और सिक्के पर 12.5 फ़ीसदी ड्यूटी जमा करनी पड़ेगी। लेकिन इसके लिए यात्री के पास खरीदारी करने का पर्चा होना चाहिए।
अगर कोई भारतीय यात्री संयुक्त अरब अमीरात सहित दुनिया के अन्य किसी देश से खरीदारी कर के सामान अपने देश लाता है तो उन्हें कस्टम ड्यूटी चुकानी पड़ती है। दूसरी तरफ कस्टम ड्यूटी आपको कितनी चुकानी पड़ेगी ये आपके सामान के साथ साथ आपके विदेश में रहने की समय सीमा पर भी निर्भर करता है।
हवाई अड्डे पर करना होगा इन नियमों का पालन
मिली जानकारी के मुताबिक हवाई अड्डे पर दो तरह के चैनल मौजूद होते हैं जिसमें से एक ग्रीन और एक रेड चैनल होता है। जिनके सामान पर ड्यूटी शुल्क नहीं लगना है उन लोगों के लिए ग्रीन चैनल है और जो लोग ड्यूटी लगने वाला सामान विदेश से लाए हैं उन्हें रेड चैनल पार करना होगा।
ऐसा करने के लिए आपको पहले से ही डिक्लेरेशन फॉर्म भरना होता है और विदेश से अपने साथ लाए गए सामान की सही-सही जानकारी भी देनी होती है।दूसरी तरफ आप अतिथि मोबाइल ऐप के जरिए भी अपने द्वारा लाए गए सामान की जानकारी एयरपोर्ट अथॉरिटी को दे सकते हैं।