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क्रिप्टो करेंसी पर भरोसा कैसे करें

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क्रिप्टो बाजार में अधिक नियामकीय स्पष्टता की जरूरत: बाइनेंस सीईओ

कोवेंट्री (ब्रिटेन), 15 नवंबर (द कन्वरसेशन) दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बाइनेंस के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) चांगपेंग झाओ ने क्रिप्टो बाजार को लेकर अधिक नियामकीय स्पष्टता का आह्वान किया है। क्रिप्टो करेंसी बाजार में अफरातफरी और गत एक वर्ष में निवेशकों को दो हजार अरब डॉलर का नुकसान होने के अनुमान के बीच उन्होंने यह बात कही है।

झाओ ने बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन में कहा, ‘‘हमें क्रिप्टो बाजार में नियमों को स्पष्ट और बेहतर बनाने की आवश्यकता क्रिप्टो करेंसी पर भरोसा कैसे करें है।’’

हालांकि लोगों के हितों की रक्षा के लिए केवल नियामक ही जिम्मेदार नहीं हैं, उद्योग को ऐसे नये मॉडल की तलाश करनी चाहिए जिनसे इस बारे में मदद मिल सके।

एफटीएक्स के हाल में धराशायी होने का पूरे क्रिप्टो करेंसी उद्योग पर प्रतिकूल असर पड़ा है। एफटीएक्स ने अमेरिका में दिवाला प्रक्रिया के लिये अर्जी भी लगा दी क्रिप्टो करेंसी पर भरोसा कैसे करें है। इस साल की शुरुआत में इसका कुल कारोबार मूल्य 32 अरब अमेरिकी डॉलर आंका गया था।

वहीं एफटीएक्स संकट के क्रिप्टो करेंसी पर भरोसा कैसे करें बाद सबसे मजबूत डिजिटल मुद्रा बिटकॉइन दो साल के निचले स्तर पर पहुंच गई। क्रिप्टो करेंसी व्यापारियों या निवेशकों को बैंकों और बिचौलियों की आवश्यकता के बिना खरीदने और बेचने की अनुमति देती है।

ब्लॉकचेन तकनीक एफटीएक्स और इसके क्रिप्टो करेंसी पर भरोसा कैसे करें प्रतिद्वंद्वी बाइनेंस जैसे एक्सचेंज पर क्रिप्टोकरेंसी के आपस में लेनदेन की सुविधा देती है।

लेन-देन को सत्यापनकर्ताओं के एक समूह द्वारा आम सहमति के माध्यम से सत्यापित किया जाता है जिन्हें आम तौर पर ‘माइनर’ कहा जाता है।

सत्यापन का कार्य करने वाले ‘माइनर’ ऐसा करने के लिए जटिल गणितीय पहेलियों को हल करते हैं। हालांकि जब इन लेनदेन को व्यवस्थित करने की बात आती है, तो बाइनेंस और उससे जुड़ी कंपनियां उसी "लिमिट ऑर्डर बुक" मॉडल का उपयोग करते हैं, जो किसी भी पारंपरिक एक्सचेंज जैसे न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में होता है।

इसका मतलब है कि यह एक केंद्रीकृत ढांचा है जो खरीदारों और विक्रेताओं को मिलाती है तथा क्रिप्टो एक्सचेंज से खरीद-बिक्री करने वाले नकदी की आपूर्ति करते हैं और लेनदेन के लिये कारोबारियों से प्रभार वसूलते हैं। इस तरह की संरचना ने क्रिप्टो बाजार में हाल की घटनाओं को कुछ हद तक बढ़ा दिया है।

एफटीएक्स के केंद्रीकृत मॉडल ने इस साल की शुरुआत में संकटग्रस्त क्रिप्टो कंपनियों को ऋण की अनुमति दी। हालांकि उभरते मॉडल, विकेन्द्रीकृत एक्सचेंज, क्रिप्टोकरेंसी के मूल्य निर्धारण और शासन के लिए अलग-अलग नियमों के तहत काम करते हैं जो ऐसे जोखिमों को कम कर सकते हैं।

वे निवेशकों को एल्गोरिथम रूप से निर्धारित मूल्य पर टोकन खरीदने और बेचने की अनुमति देते हैं। यह स्वचालित मॉडल पेशेवर बाजार प्रतिभागियों पर भरोसा नहीं करता है, इसके बजाय व्यक्तिगत निवेशक नकदी की आपूर्ति करते हैं और लेनदेन से क्रिप्टो करेंसी पर भरोसा कैसे करें शुल्क का एक हिस्सा एकत्र करते हैं।

बिटकॉइन के खिलाफ फेसबुक ने शुरू की जंग, क्रिप्टोकरेंसी के विज्ञापनों पर लगाया प्रतिबंध

सोशल नेटवर्किंग प्‍लेटफॉर्म फेसबुक ने अपने प्लेटफॉर्म पर बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी के आरंभिक कॉइन निर्गम (आईसीओज) और बायनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग के विज्ञापनों को प्रतिबंधित कर दिया है।

Edited by: Abhishek Shrivastava
Published on: January 31, 2018 19:42 IST

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सैन फ्रांसिस्को। सोशल नेटवर्किंग प्‍लेटफॉर्म फेसबुक ने अपने प्लेटफॉर्म पर बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी के आरंभिक कॉइन निर्गम (आईसीओज) और बायनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग के विज्ञापनों को प्रतिबंधित कर दिया है। यह प्रतिबंध फेसबुक के अलावा इंस्टाग्राम, ऑडिएंस नेटवर्क और मैसेंजर पर भी लागू होगा। फेसबुक ने एक बयान में कहा कि नई नीति उन विज्ञापनों को प्रतिबंधित करती है, जो भ्रामक वित्तीय सेवाओं और उत्पादों को बढ़ावा देते हैं।

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फेसबुक ने कहा कि हम चाहते हैं कि लोग किसी घोटाले या धोखे के डर के बिना फेसबुक एड के माध्यम से नए उत्पादों और क्रिप्टो करेंसी पर भरोसा कैसे करें सेवाओं के बारे में जानकारी हासिल करें। फेसबुक के उत्पाद प्रबंध निदेशक रॉब लेथर्न ने कहा कि कई कंपनियां हैं, जो बायनरी ऑप्शंस, आईसीओ और क्रिप्टोकरेंसीज का विज्ञापन देती हैं, जोकि फि‍लहाल ज्यादा भरोसेमंद नहीं है।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने अपने दो अरब से ज्यादा यूजर्स के समुदाय से उन विज्ञापनों की रिपोर्ट करने को कहा है, जो फेसबुक के विज्ञापन नियमों के खिलाफ हैं। कंपनी ने कहा है कि हमारे मूल विज्ञापन सिद्धांतों में से दो इस बात पर जोर देते हैं कि विज्ञापनों को सुरक्षित होना चाहिए, और हमारे लिए यूजर्स प्रथम हैं। फेसबुक पर भ्रामक विज्ञापनों का कोई स्थान नहीं है।

भारत के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए बांग्लादेशी टीम घोषित, शाकिब की हुई वापसी

भारत के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए बांग्लादेशी टीम घोषित, शाकिब की हुई वापसी

आगामी 04 दिसंबर से भारत के खिलाफ शुरू होने वाली वनडे सीरीज के लिए बांग्लादेश क्रिकेट टीम का ऐलान किया गया है। तमीम इकबाल की अगुवाई वाली 16 सदस्यीय टीम में स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन की वापसी हुई है। वहीं अब तक छह वनडे खेल चुके यासिर अली और सिर्फ एक वनडे खेलने वाले इबादत हुसैन को भी टीम में चुना गया है। आइए इस खबर पर एक नजर डालते हैं।

इन खिलाड़ियों को मिली टीम में जगह

बांग्लादेश ने जुलाई-अगस्त में जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे सीरीज खेली थी, जिसमें शाकिब व्यक्तिगत कारणों से उपलब्ध नहीं थे। वहीं 26 वर्षीय यासिर का लिस्ट-A क्रिकेट में हालिया प्रदर्शन अच्छा रहा है, जिसके चलते उन्हें टीम में मौका मिला है। यासिर आखिरी बार मार्च 2022 में बांग्लादेश से कोई वनडे खेले थे। तेज गेंदबाज इबादत ने जिम्बाब्वे दौरे पर अपना वनडे डेब्यू किया था। उन पर भरोसा बरकरार रखा है।

इन खिलाड़ियों को किया गया बाहर

ऑलराउंडर मोसादेक हुसैन के अलावा तेज गेंदबाज शोरफुल इस्लाम और बाएं हाथ के स्पिनर तैजुल इस्लाम टीम में अपनी जगह बरकरार रखने में नाकाम रहे हैं। BCB के मुख्य चयनकर्ता मिन्हाजुल आबेदीन ने इस बारे में कहा, "हमने मोसादेक को वनडे के लिए जिम्बाब्वे दौरे में शामिल किया था क्योंकि तब हमारे पास शाकिब उपलब्ध नहीं थे। जैसे ही शाकिब की वापसी हुई है तो हमें 50 ओवर के प्रारूप से उन्हें बाहर रखना पड़ा।"

वनडे सीरीज के लिए बांग्लादेश की टीम

बांग्लादेश की टीम: तमीम इकबाल (कप्तान), लिटन दास, अनामुल हक, शाकिब अल हसन, मुशफिकुर रहीम, अफिफ क्रिप्टो करेंसी पर भरोसा कैसे करें हुसैन, यासिर अली, मेहदी हसन, मुस्तफिजुर रहमान, तस्कीन अहमद, हसन महमूद, इबादत हुसैन, नसुम अहमद, महमूदुल्लाह, नजमुल हुसैन शांतो और नुरुल हसन सोहन।

04 दिसंबर से शुरू होगी वनडे सीरीज

बांग्लादेश और भारत के बीच 4 दिसंबर से वनडे सीरीज क्रिप्टो करेंसी पर भरोसा कैसे करें की शुरुआत हो जाएगी। वहीं अगले वनडे 7 दिसंबर और 10 दिसंबर को खेले जाएंगे। सीरीज के शुरुआती दो वनडे मैच ढाका में खेले जाने हैं जबकि आखिरी वनडे चटगांव में खेला जाएगा। इसके बाद दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जाएगी, जिसका पहला मैच 14-18 दिसंबर (चटगांव) और दूसरा मैच 22-26 दिसंबर (ढाका) में खेला जाएगा। टेस्ट सीरीज के लिए अभी बांग्लादेश की टीम घोषित होना बाकी है।

बांग्लादेश दौरे के लिए भारत की टीमें

वनडे टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उपकप्तान), शिखर धवन, विराट कोहली, रजत पाटीदार, श्रेयस अय्यर, राहुल त्रिपाठी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर) , शाहबाज अहमद, अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, दीपक चाहर, कुलदीप सेन। टेस्ट टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उपकप्तान), शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), केएस भरत (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, अहमद, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और उमेश यादव।

कारा स्विशेर का कॉलम: क्रिप्टोकरेंसी का बाजार हो रहा ध्वस्त, खोया भरोसा फिर से पाना बड़ी चुनौती

कारा स्विशेर, वरिष्ठ अमेरिकी जर्नलिस्ट और एनवाईटी में स्तम्भकार - Dainik Bhaskar

क्रिप्टोकरेंसी का बाजार ध्वस्त हो रहा है। कुछ इसे क्रिप्टो-विंटर की संज्ञा दे रहे हैं, जबकि यह क्रिप्टो का हिम-युग अधिक मालूम होता है। क्रिप्टो करेंसी पर भरोसा कैसे करें ज्यादा पुरानी बात नहीं, नवम्बर में क्रिप्टो बाजार उफान पर था। तब बिटकॉइन की कीमत 69 हजार डॉलर को छू गई थी। आज यह 20 हजार के इर्द-गिर्द मंडरा रही है। ऐसे में अगर इस सेक्टर की री-ब्रांडिंग के लिए बड़े पैमाने पर कोशिशें की जा रही हों तो वे आश्चर्यजनक नहीं हैं, क्योंकि वर्षों की अनवरत हाइप के बाद वह इस मुकाम तक पहुंचा था।

लेकिन हाल-फिलहाल तो इसके अनेक हाई-प्रोफाइल लीडर मुंह छुपाने की हालत में हैं। कारण, आने वाले समय में क्रिप्टो में और गिरावट के अंदेशे जतलाए जा रहे हैं। दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज बायनान्स के संस्थापक और सीईओ चांगपेंग शाओ ने हाल में ब्लूमबर्ग को एक इंटरव्यू दिया। वे टेरायूएसडी के पतन पर बोल रहे थे। टेरायूएसडी एक स्टेबलकॉइन है, जो कि न तो स्टेबल है और न ही सही मायनों में कॉइन है। उन्होंने कहा, ‘मुझे तो इसके लचीलेपन को देखकर अचरज हुआ।

इसके पास कोई बेलआउट नहीं है, सेंट्रल बैंक नहीं है, सरकारी हस्तक्षेप नहीं है, अलबत्ता पैसों की मैं ज्यादा चिंता नहीं करता।’ हम्म, शायद। लेकिन बायनान्स को आज पैसों की ही सबसे ज्यादा चपत लग रही है। जहां अमेरिका और दूसरे देशों के रेगुलेटर्स बायनान्स की जांच-पड़ताल में जुट गए हैं, वहीं उसके सीईओ यह जताने की कोशिश कर रहे हैं कि उन्होंने समय से आगे की कोई चीज बनाई है, जिसे वयस्क ही समझ सकते हैं। तब तो बच्चों को क्रिप्टो से दूर रहना चाहिए, नहीं?

अब इसमें विडम्बना देखिए, शाओ अपनी कम्पनी लेकर दुबई जा छिपे हैं। दुबई ऐसे देशों से घिरा है, जो आज की तारीख में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली कमोडिटी यानी तेल से मुनाफा कमा रहे हैं। शाओ ऐसा करने वाले पहले नहीं हैं। लेकिन क्रिप्टो के बाजार में संदिग्ध चीजों की कमी नहीं है। पूछें कि बायनान्स में चीजें किसके नियंत्रण में हैं? स्वयं शाओ के। और क्या वह कम्पनी है भी? नहीं, वो तो एक ऑर्गेनाइजेशन है।

ब्लूमबर्ग कहता है- एयरबीएनबी, उबर, पे-पल की ही चिर-परिचित राह पर चलने वाला एक और उद्यम हमारे सामने है। इसका एक ही फंडा है कि सरकारों की मांगों को जब तक हो सके, नजरअंदाज करो। और जब आपके बिजनेस का आकार बड़ा हो जाए तो मार्केट-शेयर में सहभागिता के लिए उन्हीं सरकारों के साथ मिलकर काम करो। लेकिन समस्या यह है कि अब क्रिप्टो एक्सचेंज वैश्विक-वित्त के एक बड़े हिस्से के साथ गुंथ चुके हैं, और अगर रेगुलेटर्स को इनके खिलाफ मोर्चा खोलना है तो यह छोटी-मोटी लड़ाई नहीं क्रिप्टो करेंसी पर भरोसा कैसे करें क्रिप्टो करेंसी पर भरोसा कैसे करें होगी।

जब तक यह समाप्त होगा, तब तक क्रिप्टो एक्सचेंज के मालिकान या तो आपराधिक मामलों के अभियुक्त होंगे या शायद दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक। गत माह टेरायूएसडी और लूना- दोनों ही गर्त में गई थीं। वे अपने साथ दूसरी क्रिप्टोकरेंसी और सहयोगी-सेवाओं को भी ले डूबीं। टेरायूएसडी और लूना के पीछे जिस दक्षिण कोरियाई उद्यमी डो क्वोन का दिमाग लगा है, वे अब अपने नाकाम प्रोडक्ट्स के नए संस्करण सामने लाना चाहते हैं।

एक तरफ उन पर सरकारी जांचें चल रही हैं, वहीं वे वॉलस्ट्रीट जर्नल को इंटरव्यू देकर कह रहे हैं कि हमें पूरा विश्वास है हम पहले से भी ताकतवर बनकर लौटेंगे। वे अतीत में ऐसी ही बातें ट्विटर से भी करते रहे हैं। अलबत्ता अपने इंटरव्यू में उन्होंने माना कि उन्होंने टेरायूएसडी पर जो शर्तें लगाई थीं, उन्हें क्रिप्टो करेंसी पर भरोसा कैसे करें वे हार चुके हैं, लेकिन वे कहते हैं कि बिजनेस में नाकाम होना एक बात है और धोखाधड़ी दूसरी बात है।

पर ईमानदारी का सबूत देने के लिए अपनी नाकामियों को सामने रखने से खोया विश्वास नहीं लौटेगा, खासकर तब जब बुरे दिनों का पूर्वानुमान हाे। क्रिप्टो के पैरोकार कहते हैं इकोनॉमी के विकेंद्रीकरण के लिए पैसों का भी विकेंद्रीकरण करना होगा। ये बातें आपको भ्रामक लगती हैं तो उनके नए तर्कों पर आप क्या कहेंगे, जिनकी चमक भी उतर रही है।

क्रिप्टो मार्केट का फंडा है कि सरकारों की मांगों को जब तक हो सके, नजरअंदाज करो। और जब आपका बिजनेस बड़ा हो जाए तो मार्केट-शेयर में सहभागिता के लिए उन्हीं सरकारों के साथ मिलकर काम करो।

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