ब्रोकरेज क्या होता है

Stock Market News : ये है इस साल के टॉप ऐसे शेयर्स जिन्होंने निवेशकों को कर दिया कंगाल, चैक करले लिस्ट
HR Breaking News, New ब्रोकरेज क्या होता है Delhi : पिछले एक साल में कई कंपनियों ने अपने आईपीओ जारी करें, लेकिन ज्यादातर टेक कंपनियों ने निवेशकों को निराश ही किया है. कई मार्केट एक्सपर्ट और बाजार में बड़े-बड़े दिग्गज ब्रोकरेज हाउस ने पेटीएम-नायका, जोमैटो, नायका, डेलिवरी जैसी कंपनियों के शेयर खरीदने की सलाह दी थी, हालांकि, किसी ने ये नहीं बताया था कि इन कंपनियों का भविष्य क्या होगा? ये कंपनियां आज भी करोड़ों के नुकसान में खड़ी है और इससे निवेशकों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. इन कंपनियों में निवेश कर लोगों ने लाखों करोड़ रुपये का नुकसान कर लिया है. अगर आप भी स्टॉक मार्केट में निवेश करते हैं तो आपको इन स्टॉक (stock market) के बारे में जरूर जान लेना चाहिए. सिर्फ पेटीएम में निवेशकों ने 8 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान झेला है.
डेलिवरी से निवेशक बाहर निकले (delhivery share price)
एनएसई के आंकड़ों से पता चलता है कि, डेलिवरी का लॉक-इन पीरियड हाल ही में खत्म हुआ और सीए स्विफ्ट इन्वेस्टमेंट्स ने इस कंपनी में अपनी आधी हिस्सेदारी 330.02 रुपये प्रति शेयर के दाम पर बेच दी. वहीं पिछले हफ्ते, जापानी वीसी प्रमुख सॉफ्टबैंक ने भी ब्लॉक डील के माध्यम से पेटीएम के 29 मिलियन शेयर बेच दिए थे. मैक्वेरी की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि जियो फाइनेंशियल सर्विसेज आने के बाद पेटीएम को कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा, इस रिपोर्ट के आने के बाद इसके स्टॉक में 11 फीसदी की और गिरावट आ गई. पेटीएम का मार्केट कैप पिछले एक साल में 11.62 अरब डॉलर से घटकर लगभग 3.79 अरब डॉलर पर आ गया है.
जोमैटो से किया निराश ( zomato share price)
आपको बता दें कि जोमैटो में उबर टेक्नोलॉजिक ने निवेश किया था, जो अगस्त 2022 में इस फूड डिलीवरी प्लैटफॉर्म से बाहर हो चुकी है. वर्तमान में जोमैटो का शेयर 62.15 रुपये पर कारोबार कर रहा है.
नायका के आईपीओ को हुआ एक साल
नायका का भी लॉक-इन ब्रोकरेज क्या होता है पीरियड 10 नवंबर को खत्म हो चुका है और उसके बाद से ही स्टॉक में गिरावट देखी जा रही है. वर्तमान में इसका शेयर 171.15 रुपए पर कारोबार कर रहा है. नायका के मुख्य वित्तीय अधिकारी अरविंद अग्रवाल कंपनी से इस्तीफा दे चुके हैं.
गुस्से में नहीं, प्री-प्लान मर्डर है; श्रद्धा ने पहले ही कहा था, वो गला दबाकर मर्डर करेगा फिर टुकड़े
Shraddha Murder Case : श्रद्धा वाल्कर का मर्डर क्या गुस्से में आकर की गई थी. जैसा की कोर्ट में आफताब ने दावा किया था कि हां मैंने गुस्से में श्रद्धा का मर्डर कर दिया. लेकिन खुद श्रद्धा आज से ठीक 2 साल पहले यानी 23 नवंबर 2020 को एक शिकायती लेटर (Shraddha Letter) मुंबई पुलिस को दी थी. उस लेटर में जो बातें हैं उससे साफ पता चलता है कि आफताब झूठ बोल रहा है. गुस्से में आकर कत्ल की कहानी भी आफताब की बनाई हुई एक कहानी है.
क्योंकि श्रद्धा ने उस लेटर में साफ-साफ लिखा था ब्रोकरेज क्या होता है कि आफताब मेरी हत्या करना चाहता है. वो मुझे मारकर मेरे टुकड़े-टुकड़े करना चाहता है. और उस लेटर के करीब डढ़े साल बाद ही श्रद्धा की वो लाइनें सच साबित हो जातीं हैं. ना सिर्फ श्रद्धा का मर्डर होता है बल्कि उसकी लाश के कई टुकड़े कर दिए जाते हैं. तो क्या श्रद्धा के लेटर में लिखीं ये बातें महज इत्तेफाक हैं.
Shraddha murder case Letter
मुर्दा कभी झूठ नहीं बोलते. लाशें सच की गवाही देती हैं. भले ही श्रद्धा की लाश नहीं मिली. जो लाश के टुकड़े मिले हैं उनकी अभी पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन ये सच है कि श्रद्धा की हत्या हो चुकी है. इस बात को आफताब ने खुद कोर्ट में कबूल कर लिया है. उसने कहा कि मैंने गुस्से में हत्या की है. लेकिन साइकोलॉजिकल एक्सपर्ट कहते हैं कि आफताब का ये दावा गलत है. अगर उसने गुस्से में कत्ल किया होता तो कुछ घंटे बाद खुद अपनी गलती मान लेता. लाश के टुकड़े-टुकड़े करके उसे ठिकाने लगाने की पूरी साजिश नहीं रचता. हाथ से मैप नहीं बनाता.
श्रद्धा के लेटर का हिंदी ट्रासलेशन
आखिर श्रद्धा ने लेटर में क्या लिखा था, पहले उसे जानते हैं..
मैं श्रद्धा विकास वाल्कर, उम्र 25 साल, आफताब अमीन पूनावाला, उम्र 26 साल के बारे में रिपोर्ट करना चाहती हूं। आफताब मेरे साथ मारपीट और गाली गलौच करता रहता है। आज उसने गला घोंटकर मुझे जान से मारने की कोशिश की। वो टुकड़े-टुकड़े कर मेरी जान लेने की धमकी देता है और ब्लैकमेल करता है। मेरे साथ उसकी मारपीट के छह महीने हो गए हैं लेकिन पुलिस के ब्रोकरेज क्या होता है पास जाने का मुझ में साहस नहीं क्योंकि उसने मुझे जान से मारने की धमकी दी है।
आज उसने गला घोंटकर मुझे जान से मारने की कोशिश की। वो टुकड़े-टुकड़े कर मेरी जान लेने की धमकी देता है और ब्लैकमेल करता है।
श्रद्धा की हैंडराइटिंग में लिखा हुआ पुलिस को लेटर
श्रद्धा ने गला घोंटकर मारने और फिर लाश के टुकड़े-टुकड़े करने की बात पहले ही लिख दी थी
Shraddha Letter Murder : श्रद्धा के 23 नवंबर 2020 के लेटर से पता चलता है कि आफताब उसे काफी पहले ही मारना चाहता था. उसने लिखा था कि वो गला घोंटकर मुझे मारना चाहता है. मर्डर के बाद वो मेरे टुकड़े करने की धमकी देता है. और वही बात 18 मई 2022 को सच साबित हुई. इस लेटर में श्रद्धा ने ये भी लिखा था कि मैं आफताब से शादी करना चाहती हूं. वो मुझे ब्लैकमेल भी कर रहा है. लेकिन ये पता नहीं चल सका कि आखिर आफताब किस तरह से उसे ब्लैकमेल कर रहा था.
Shraddha murder letter
लिव-इन में रहते हुए आफताब क्यों ब्लैकमेल कर रहा था
श्रद्धा के लेटर से एक बात साफ है कि आफताब उसे ब्लैकमेल कर रहा था. जिस वजह से मर्डर करने की धमकी. हत्या के बाद काटकर टुकड़े करने की धमकी. शादी के लिए बात करने पर शादी नहीं करने की भी धमकी. ऐसी तमाम बातें हैं जिस वजह से श्रद्धा ने 23 नवंबर 2020 को पुलिस में शिकायत की. ये भी कहा कि अब आफताब के साथ नहीं रहना चाहती. लेकिन उसके बाद वो आफताब के साथ रही भी. और आखिर में पुलिस शिकायत को भी वापस ले लिया.
Shraddha Murder case
ये अचानक गुस्से में किया हुआ मर्डर नहीं है : एक्सपर्ट
मनोचिकित्सक डॉ. प्रवीण बताते हैं कि जिस तरह से ये केस को देखा है उससे लगता है कि ये पूरी प्लानिंग के साथ किया हुआ मर्डर है. गुस्से में अचानक हुआ मर्डर तो बिल्कुल नहीं लगता है. मान लिया कि अगर कोई शख्स अपने पार्टनर की हत्या गुस्से में आकर कर भी दे तो कुछ घंटे या कुछ दिन बाद उसे अफसोस होने लगता है.
अक्सर ऐसे केस सामने आते हैं कि कोई शख्स गुस्से में आकर किसी की हत्या कर ब्रोकरेज क्या होता है देता है तो खुद को भी नुकसान पहुंचा लेता है. या फिर खुद ही पुलिस को बता देता है. या खुद थाने में जाकर सरेंडर कर देता है. या फिर कई दिनों तक डेडबॉडी के साथ कमरे में ही पड़ा रहता है. लेकिन ये शख्स यानी आफताब कई महीने तक लाश के टुकड़ों को अलग-अलग जगहों पर छुपाने की कोशिश में लगा रहा.
सबूत मिटाने के लिए इंटरनेट पर सर्च किया. बाकायदा उसने मैप बनाया कि शरीर के टुकड़े को कहां ठिकाने लगाएं. ऐसे में ये केस बिल्कुल भी अचानक गुस्से में किया हुआ मर्डर नहीं लगता. बल्कि पूरी साजिश के तहत कई महीनों या फिर कई दिनों की प्लानिंग के बाद किया हुआ कत्ल है.
श्रद्धा की फाइल फोटो
श्रद्धा केस में आज के बड़े अपडेट
श्रद्धा का लेटर : आज यानी 23 नवंबर 2022 को श्रद्धा का लिखा वो लेटर सामने आया जिसने उसने 2 साल पहले लिखा था. यानी 23 नवंबर 2020 को. इस लेटर को मुंबई पुलिस में दिया था. जिसमें लिखा था कि आफताब उसे परेशान करता है. गाली देता है. गला घोंटकर मेरी हत्या करना चाहता है. मर्डर के बाद मेरे शरीर के कई टुकड़े कर उसे फेंकने की धमकी दे रहा है.
श्रद्धा का इंस्टाग्राम चैट : मौत से कुछ घंटे पहले यानी 18 मई 2022 की शाम को एक दोस्त से श्रद्धा ने चैट किया था. उस चैट में लिखा था कि मेरे पास एक नई खबर है. उस चैट के काफी देर बाद तक उसने कोई चैट नहीं की. उस चैट पर ही दोस्त ने किसी अनहोनी की आशंका भी जताई थी.
आफताब का पॉलिग्राफी टेस्ट : श्रद्धा मर्डर केस में आफताब का पॉलिग्राफी टेस्ट हुआ. जिसमें एक दर्जन से ज्यादा सवाल पूछे गए. इसके आधार पर पुलिस आगे की तफ्तीश कर रही है. अब जल्द ही किसी दिन आफताब का नारको टेस्ट किया जाएगा.
आईनॉक्स ग्रीन एनर्जी सर्विसेज की आज घरेलू मार्केट में कमजोर शुरुआत हुई
मुंबई: आईनॉक्स ग्रीन एनर्जी सर्विसेज की आज घरेलू मार्केट में कमजोर शुरुआत हुई। इसके शेयर आईपीओ निवेशकों को 65 रुपये के भाव पर जारी हुए लेकिन घरेलू इक्विटी मार्केट में इनकी लिस्टिंग करीब 7 फीसदी डिस्काउंट पर हुई। एनएसई पर इसका कारोबार 60 रुपये और बीएसई पर 60.50 रुपये के भाव (Inox Green Energy Services Share Price) से शुरू हुआ। इसके आईपीओ को भी निवेशकों का खास रिस्पांस नहीं मिला था लेकिन पूरा सब्सक्राइब हो गया था। इसका 740 करोड़ रुपये का इश्यू 1.55 गुना सब्सक्राइब हुआ था। सबसे अधिक खुदरा निवेशकों का कोटा करीब 4.70 गुना सब्सक्राइब हुआ था।
आईनॉक्स ग्रीन विंड फॉर्म प्रोजेक्ट्स के लिए लांग टर्म O&M सर्विसेज मुहैया कराती है। Inox Wind जो विंड टर्बाइन जेनेरेटर्स सिस्टम की बिक्री करती है, आईनॉक्स ग्रीन उसके लिए O&M सर्विसेज देती है। इसके लिए कांट्रैक्ट पांच साल से लेकर 20 साल तक का होता है। इसकी मौजूदगी गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल और तमिलनाडु में है। यह आईनॉक्स विंड (Inox Wind) की सब्सिडियरी है जो घरेलू इक्विटी मार्केट में पहले से ही लिस्ट है
कंपनी को लेकर एक्सपर्ट्स का क्या है रूझान: आईनॉक्स ग्रीन एनर्जी के 740 करोड़ रुपये के आईपीओ के तहत 370 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कर्ज चुकता करने, एनसीडी के रिडेम्प्शन और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी। आईसीआईसीआई डायरेक्ट के एनालिस्ट चिराग ब्रोकरेज क्या होता है शाह ने आईपीओ से पहले कहा था कि यह अपने ओएंडएम कांट्रैक्ट्स के लिए ज्यादातर पैरेंट कंपनी पर निर्भर है जिसके चलते इसकी ग्रोथ सुस्त दिख रही है। हालांकि रिलायंस सिक्योरिटीज के एनालिस्ट अराफात सैयद का मानना है कि पिछले दो वित्त वर्ष में कंपनी को घाटा हुआ है लेकिन सरकार ग्रीन एनर्जी पर जोर दे रही है जिससे कंपनी को फायदा मिलेगा। इसके अलावा इसका पोर्टफोलियो मजबूत है और डाइवर्स है तो लांग टर्म में ओएंडएम कांट्रैक्ट्स को सपोर्ट मिलेगा।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
Corona se Careful : सावधान…! इस शहर में एक बार फिर बढ़े कोरोना के मामले, 1 दिन में 31 हजार से ज्यादा केस
बीजिंग/नवप्रदेश। Corona se Careful : चीन में फिर एक बार कोरोना मामलों में तेज बढ़ोतरी नजर आई है। बुधवार को दैनिक कोविड केस 31,454 के रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए। ये महामारी की शुरुआत के बाद का उच्च स्तर है। इस बीच, एपल प्लांट में श्रमिकों व सुरक्षा कर्मियों के बीच झड़प के बाद जेंगझू में लॉकडाउन लगा दिया गया है।
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य ब्यूरो के आंकड़ों ने चौंका (Corona se Careful) दिया है। एक दिन में इतनी ज्यादा मामले सामने आने के बाद चीन सरकार लॉकडाउन, यात्रा पाबंदियां लगाने के अलावा परीक्षण व टीकाकरण को भी तेज कर रही है, ताकि कोरोना को और फैलने से रोका जा सके।
बीजिंग में कड़े प्रतिबंध के ब्रोकरेज क्या होता है साथ लॉकडाउन
राजधानी बीजिंग में कोरोना लॉकडाउन के तहत कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं। पार्क, कार्यालय भवनों और शॉपिंग मॉल को बंद कर दिया गया है। बीजिंग के सबसे अधिक आबादी वाले चाओयांग जिले में करीब पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने चाओयांग जिले के लगभग 35 लाख निवासियों से आग्रह किया कि वे राजधानी बीजिंग कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र बन गया है। इसलिए ज्यादातर समय घर पर ही रहें।
कुछ प्रांतों में सबसे गंभीर स्थिति
चीन के कुछ क्षेत्रों में महामारी का प्रसार तेजी से हो रहा है और रोकथाम और नियंत्रण में कठिनाई बढ़ रही है। कुछ प्रांत तीन साल में सबसे गंभीर और जटिल स्थिति का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नए संक्रमितों की संख्या पूरे चीन में लगातार बढ़ रही है। एक नवंबर के बाद से देश भर में कुल 2,80,000 से ज्यादा संक्रमित मिलने की सूचना है। पिछले सप्ताह औसतन 22,200 मामले रोज मिले।
49 शहरों में लॉकडाउन के कई स्तर लागू
ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने नोमुरा चाइना कोविड लॉकडाउन (Corona se Careful) इंडेक्स (सीएलआई) के आधार पर एक रिपोर्ट में कहा कि चीन में कुल कोविड मामलों की संख्या में वृद्धि के साथ, पिछले एक हफ्ते में देश भर में लॉकडाउन से स्थिति बिगड़ती जा रही है। सरकारी आंकड़ों और हमारे सर्वेक्षण के अनुसार, 21 नवंबर तक 49 शहरों में वर्तमान लॉकडाउन के कई स्तर लागू हैं या किसी प्रकार के जिला-आधारित नियंत्रण उपाय किए गए हैं। हमारा अनुमान है कि वर्तमान में इन लॉकडाउन उपायों से 41.2 करोड़ लोग प्रभावित हैं। ये पिछले सप्ताह के 34 करोड़ से अधिक हैं।
गुस्से में नहीं, प्री-प्लान मर्डर है; श्रद्धा ने पहले ही कहा था, वो गला दबाकर मर्डर करेगा फिर टुकड़े
Shraddha Murder Case : श्रद्धा वाल्कर का मर्डर क्या गुस्से में आकर की गई थी. जैसा की कोर्ट में आफताब ने दावा किया था कि हां मैंने गुस्से में श्रद्धा का मर्डर कर दिया. लेकिन खुद श्रद्धा आज से ठीक 2 साल पहले यानी ब्रोकरेज क्या होता है 23 नवंबर 2020 को एक शिकायती लेटर (Shraddha Letter) मुंबई पुलिस को दी थी. उस लेटर में जो बातें हैं उससे साफ पता चलता है कि आफताब झूठ बोल रहा है. गुस्से में आकर कत्ल की कहानी भी आफताब की बनाई हुई एक कहानी है.
क्योंकि श्रद्धा ने उस लेटर में साफ-साफ लिखा था कि आफताब मेरी हत्या करना चाहता है. वो मुझे मारकर मेरे टुकड़े-टुकड़े करना चाहता है. और उस लेटर के करीब डढ़े साल बाद ही श्रद्धा की वो लाइनें सच साबित हो जातीं हैं. ना सिर्फ श्रद्धा का मर्डर होता है बल्कि उसकी लाश के कई टुकड़े कर दिए जाते हैं. तो क्या श्रद्धा के लेटर में लिखीं ये बातें महज इत्तेफाक हैं.
Shraddha murder case Letter
मुर्दा कभी झूठ नहीं बोलते. लाशें सच की गवाही देती हैं. भले ही श्रद्धा की लाश नहीं मिली. जो लाश के टुकड़े मिले हैं उनकी अभी पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन ये सच है कि श्रद्धा की हत्या हो चुकी है. इस बात को आफताब ने खुद कोर्ट में कबूल कर लिया है. उसने कहा कि मैंने गुस्से में हत्या की है. लेकिन साइकोलॉजिकल एक्सपर्ट कहते हैं कि आफताब का ये दावा गलत है. अगर उसने गुस्से में कत्ल किया होता तो कुछ घंटे बाद खुद अपनी गलती मान लेता. लाश के टुकड़े-टुकड़े करके उसे ठिकाने लगाने की पूरी साजिश नहीं रचता. हाथ से मैप नहीं बनाता.
श्रद्धा के लेटर का हिंदी ट्रासलेशन
आखिर श्रद्धा ने लेटर में क्या लिखा था, पहले उसे जानते हैं..
मैं श्रद्धा विकास वाल्कर, उम्र 25 साल, आफताब अमीन पूनावाला, उम्र 26 साल के बारे में रिपोर्ट करना चाहती हूं। आफताब मेरे साथ मारपीट और गाली गलौच करता रहता है। आज उसने गला घोंटकर मुझे जान से मारने की कोशिश की। वो टुकड़े-टुकड़े कर मेरी जान लेने की धमकी देता है और ब्लैकमेल करता है। मेरे साथ उसकी मारपीट के छह महीने हो गए हैं लेकिन पुलिस के पास जाने का मुझ में साहस नहीं क्योंकि उसने मुझे जान से मारने की धमकी दी है।
आज उसने गला घोंटकर मुझे जान से मारने की कोशिश की। वो टुकड़े-टुकड़े कर मेरी जान लेने की धमकी देता है और ब्लैकमेल करता है।
श्रद्धा की हैंडराइटिंग में लिखा हुआ पुलिस को लेटर
श्रद्धा ने गला घोंटकर मारने और फिर लाश के टुकड़े-टुकड़े करने की बात पहले ही लिख दी थी
Shraddha Letter Murder : श्रद्धा के 23 नवंबर 2020 के ब्रोकरेज क्या होता है लेटर से पता चलता है कि आफताब उसे काफी पहले ही मारना चाहता था. उसने लिखा था कि वो गला घोंटकर मुझे मारना चाहता है. मर्डर के बाद वो मेरे टुकड़े करने की धमकी देता है. और वही बात 18 मई 2022 को सच साबित हुई. इस लेटर में श्रद्धा ने ये भी लिखा था कि मैं आफताब से शादी करना चाहती हूं. वो मुझे ब्लैकमेल भी कर रहा है. लेकिन ये पता नहीं चल सका कि आखिर आफताब किस तरह से उसे ब्लैकमेल कर रहा था.
Shraddha murder letter
लिव-इन में रहते हुए आफताब क्यों ब्लैकमेल कर रहा था
श्रद्धा के लेटर से एक बात साफ है कि आफताब उसे ब्लैकमेल कर रहा था. जिस वजह से मर्डर करने की धमकी. हत्या के बाद काटकर टुकड़े करने की धमकी. शादी के लिए बात करने पर शादी नहीं करने की भी धमकी. ऐसी तमाम बातें हैं जिस वजह से श्रद्धा ने 23 नवंबर 2020 को पुलिस में शिकायत की. ये भी कहा कि अब आफताब के साथ नहीं रहना चाहती. लेकिन उसके बाद वो आफताब के साथ रही भी. और आखिर में पुलिस शिकायत को भी वापस ले लिया.
Shraddha Murder case
ये अचानक गुस्से में किया हुआ मर्डर नहीं है : एक्सपर्ट
मनोचिकित्सक डॉ. प्रवीण बताते हैं कि जिस तरह से ये केस को देखा है उससे लगता है कि ये पूरी प्लानिंग के साथ किया हुआ मर्डर है. गुस्से में अचानक हुआ मर्डर तो बिल्कुल नहीं लगता है. मान लिया कि अगर कोई शख्स अपने पार्टनर की हत्या गुस्से में आकर कर भी दे तो कुछ घंटे या कुछ दिन बाद उसे अफसोस होने लगता है.
अक्सर ऐसे केस सामने आते हैं कि कोई शख्स गुस्से में आकर किसी की हत्या कर देता है तो खुद को भी नुकसान पहुंचा लेता है. या फिर खुद ही पुलिस को बता देता है. या खुद थाने में जाकर सरेंडर कर देता है. या फिर कई दिनों तक डेडबॉडी के साथ कमरे में ही पड़ा रहता है. लेकिन ब्रोकरेज क्या होता है ब्रोकरेज क्या होता है ये शख्स यानी आफताब कई महीने तक लाश के टुकड़ों को अलग-अलग जगहों पर छुपाने की कोशिश में लगा रहा.
सबूत मिटाने के लिए इंटरनेट पर सर्च किया. बाकायदा उसने मैप बनाया कि शरीर के टुकड़े को कहां ठिकाने लगाएं. ऐसे में ये केस बिल्कुल भी अचानक गुस्से में किया हुआ मर्डर नहीं लगता. बल्कि पूरी साजिश के तहत कई महीनों या फिर कई दिनों की प्लानिंग के बाद किया हुआ कत्ल है.
श्रद्धा की फाइल फोटो
श्रद्धा केस में आज के बड़े अपडेट
श्रद्धा का लेटर : आज यानी 23 नवंबर 2022 को श्रद्धा का लिखा वो लेटर सामने आया जिसने उसने 2 साल पहले लिखा था. यानी 23 नवंबर 2020 को. इस लेटर को मुंबई पुलिस में दिया था. जिसमें लिखा था कि आफताब उसे परेशान करता है. गाली देता है. गला घोंटकर मेरी हत्या करना चाहता है. मर्डर के बाद मेरे शरीर के कई टुकड़े कर उसे फेंकने की धमकी दे रहा है.
श्रद्धा का इंस्टाग्राम चैट : मौत से कुछ घंटे पहले यानी 18 मई 2022 की शाम को एक दोस्त से श्रद्धा ने चैट किया था. उस चैट में लिखा था कि मेरे पास एक नई खबर है. उस चैट के काफी देर बाद तक उसने कोई चैट नहीं की. उस चैट पर ही दोस्त ने किसी अनहोनी की आशंका भी जताई थी.
आफताब का पॉलिग्राफी टेस्ट : श्रद्धा मर्डर केस में आफताब का पॉलिग्राफी टेस्ट हुआ. जिसमें एक दर्जन से ज्यादा सवाल पूछे गए. इसके आधार पर पुलिस आगे की तफ्तीश कर रही है. अब जल्द ही किसी दिन आफताब का नारको टेस्ट किया जाएगा.