मूल्य सीमाएं

BILASPUR VACANCY 2022 : छत्तीसगढ़ बिलासपुर में कुक, स्वीपर और चपरासी के पदों पर निकली वेकेंसी
Bilaspur Vacancy 2022 : तीन वर्ष की परिवीक्षा अवधि के लिए चतुर्थ श्रेणी के पदों में उद्भूत रिक्तियों पर भर्ती हेतु नगरसेना, विभाग में स्वयंसेवक के पद पर पदस्थ रहते हुए वर्ष की सेवाअवधि पूर्ण कर चुके है उनसे निर्धारित प्रपत्र में आवेदन पत्र आमंत्रित किए जाते हैं। निर्धारित प्रपत्र में पूर्ण रूप से भरे आवेदन पत्र दिनांक 30.11.2022 को सायं 5.30 बजे तक पंजीकृत डाक / स्पीड पोस्ट अथवा स्वयं उपस्थित होकर जिला सेनानी नगरसेना कार्यालय जिला बिलासपुर में मूल्य जिला रायगढ़ में सफाई कर्मचारी (पीपर) स्थानीय बाजार दर पर मय आवश्यक प्रमाण पत्रों (मूल्य सीमाएं छायाप्रति स्वयं से सत्यापित ) स्वीकार किए जाएंगे। अंतिम तिथि के पश्चात् प्राप्त आवेदन पत्र निरस्त माना जायेगा। रिक्त पद का विवरण निम्नानुसार है –
आल मूल्य सीमाएं इंडिया में जारी होने वाली सरकारी नौकरी देखे
Bilaspur Vacancy 2022 : Notification Details
Name of Posts
पदों की संख्या – 03 पद
Application Fee CG Bilaspur Vacancy 2022
इस नौकरी में आवेदन करने वाले आवेदकों से किसी भी प्रकार का आवेदन शुल्क नहीं लिया जाएगा ।
Age Details Bilaspur Bharti 2022
इस भर्ती में आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु सीमा 24 वर्ष होनी चाहिए तथा अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष तक होनी चाहिए, इस भर्ती में आरक्षित श्रेणी के आवेदकों को अधिकतम आयु सीमा में सरकारी नियमानुसार छूट भी दी जाएगी ।
Qualification Details Bilaspur Vacancy 2022
कुक, चपरासी शैक्षणिक योग्यता –
किसी मान्यता प्राप्त संस्था / बोर्ड / विश्वविद्यालय से आठवी उत्तीर्ण अथवा समकक्ष योग्यता होनी चाहिए ।
स्वीपर शैक्षणिक योग्यता –
जिला रायगढ़ के स्थानीयवासी जो कि कक्षा पांचवी उत्तीर्ण हो ऐसे ही अभ्यर्थी उत पद हेतु आवेदन पत्र स्वीकार्य होंगे।
Physical Efficiency Bilaspur Bharti 2022
(क) ऊंचाई – 162 से.मी. या उससे अधिक ( सामान्य संवर्ग, अनुसूचित जाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के पुरुष अभ्यर्थियों के लिए ) 153 से.मी. या उससे अधिक अनुसूचित जनजाति संवर्ग के पुरुष / महिला अभ्यर्थियों के लिए तथा 158 से.मी. सवर्ग के शेष महिला अभ्यर्थियों के लिए।
(ख) सीना – बिना फुलाएं 81 से.मी. एवं फुलाने पर 86 सेमी. ( अनु०ज०जा० सवर्ग को छोडकर ) अनुवजन जाति अभ्यर्थियों के लिए बिना फुलाए 78 से.मी. एवं फुलाने पर 81 सेमी, सभी संवर्ग के मूल्य सीमाएं अभ्यर्थियों को 5 से.मी. सीना फुलाना अनिवार्य है। महिला अभ्यर्थियों को इस शारीरिक अर्हता से छूट होगी।
(ग) अभ्यर्थियों को दृष्टि संबंधी कोई रोग मूल्य सीमाएं होना नहीं चाहिए, दृष्टि बिना चश्मे के एक आंख की 6 / 9 तथा दूसरी आंख की 6/12 से कम नहीं होना चाहिए।
(घ) अभ्यर्थी शारीरिक रूप से कमजोर नहीं होना चाहिए।
भर्ती तरीका
01- लिखित परीक्षा- 100 अंक
02- मोटर सायकल चालन का अनुभव तथा ड्रायविंग लाईसेन्स होना चाहिए। चयन पूर्व चालक की चालन दक्षता का टेस्ट समिति द्वारा लिया जायेगा।
टीप – कुल 100 अंको के आधार पर वरीयता सूची ( मेरिट लिस्ट) तैयार की जावेगी तथा वरीयता कमानुसार नियुक्ति दी जावेगी।
Important Dates Bilaspur Recruitment 2022
- आवेदन प्रारंभ : 15-11-2022
- अंतिम तिथि : 30-11-2022
Application Process Bilaspur Recruitment 2022
प्रमाण पत्र एवं अकसूचियों की स्वयं सत्यापित छायाप्रति सहित उम्मीदवार को आवेदन दिनांक 30.11.20022 को साथ 5.30 बजे तक अथवा उसके पूर्व स्वयं उपस्थित होकर या पंजीकृत डाक/ स्पीड पोस्ट द्वारा स.क. 01 एवं एक 02 के पद हेतु जिला सैनानी, नगरसेना, कार्यालय बिलासपुर में अनिवार्य रूप से प्राप्त हो जाना चाहिए। विलम्ब से प्राप्त आवेदन पत्रों पर विचार नहीं किया जायेगा।
Selection Process Bilaspur Vacancy 2022
(क) सेवा में भर्ती के लिए प्रतियोगी परीक्षा ऐसे अंतरालों से ली जावेगी जैसे कि नियुक्ति प्राधिकारी सरकार के परामर्श से अवधारित करें।
(ख) नवनियुक्त कर्मचारी को पेंशन की नियमानुसार पात्रता होगी।
(ग) उक्त परीवीक्षा अवधि के दौरान उन्हें पुनरीक्षित वेतन लेबल 03 एवं 01 के न्यनूतम वेतन का प्रथम वर्ष 70 प्रतिशत द्वितीय वर्ष 80 प्रतिशत एवं तृतीय वर्ष 90 प्रतिशत या स्टायपेण्ड एवं शासन द्वारा देय अन्य भत्ते नियमानुसार देय होंगे। परीवीक्षा अवधि के दौरान विभाग द्वारा निहित परीक्षण प्राप्त करना होगा। परीवीक्षा अवधि पूर्ण उपरान्त न्यूनतम मूल वेतन तथा नियमितीकरण उपरान्त नियमानुसार वेतन वृद्धि की पात्रता होगी।
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FAQs
Official Notification releases on 16th November 2022.
Candidates can apply Offline for the Recruitment
The last date to fill the Bilaspur Vacancy Form is 30th November 2022
छत्तीसगढ़ सरकार का अहम् फैसला : किसानों को बिना ब्याज के लाख की खेती के लिए मिलेगा ऋण
रायपुर, छत्तीसगढ़। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के अनुरूप छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार द्वारा किसानों को लाख की खेती के लिए प्रोत्साहित करने और उनकी आय में वृद्धि हेतु विशेष पहल की जा रही है। इसके परिपालन में छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा बीहन लाख आपूर्ति तथा बीहन लाख विक्रय और लाख फसल ऋण की उपलब्धता के मूल्य सीमाएं लिए मदद सहित आवश्यक व्यवस्था की गई है। राज्य में वर्तमान में 4 हजार टन लाख का उत्पादन होता है, जिसका अनुमानित मूल्य राशि 100 करोड़ रूपए है। राज्य में लाख उत्पादन को 10 हजार टन तक बढ़ाते हुए 250 करोड़ रूपए की आय कृषकों को देने का लक्ष्य है।
राज्य में बीहन लाख की कमी को दूर करने हेतु कृषकों के पास उपलब्ध बीहन लाख को उचित मूल्य पर क्रय करने के लिए क्रय दर का निर्धारण किया गया है। इसके तहत कुसुमी बीहन लाख (बेर वृक्ष से प्राप्त) के लिए कृषकों को देय क्रय दर 550 रूपए प्रति किलो ग्राम तथा रंगीनी बीहन लाख (पलाश वृक्ष से प्राप्त) के लिए कृषकों को देय क्रय दर 275 रूपए प्रति किलोग्राम निर्धारित है। इसी तरह कृषकों को बीहन लाख उपलब्ध कराने हेतु विक्रय दर का भी निर्धारण किया गया है। इसके तहत कुसुमी बीहन लाख (बेर वृक्ष से प्राप्त ) के लिए कृषकों को देय विक्रय दर 640 रूपए प्रति किलोग्राम और रंगीनी बीहन लाख (पलाश वृक्ष से प्राप्त) के लिए कृषकों को देय विक्रय दर 375 रूपए प्रति किलोग्राम निर्धारित है।
राज्य सरकार द्वारा किसानों को लाख की खेती के लिए प्रोत्साहित करने के लिए जिला सहकारी बैंक के माध्यम से लाख फसल ऋण निःशुल्क ब्याज के साथ प्रदाय करने हेतु व्यवस्था की गई है। इसके तहत लाख पालन करने हेतु पोषक वृक्ष कुसुम पर 5 हजार रूपए, मूल्य सीमाएं बेर पर 900 रूपए तथा पलाश पर 500 रूपए प्रति वृक्ष ऋण सीमा निर्धारित है। लाख पालन को वैज्ञानिक पद्धति से करने हेतु राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा कांकेर में प्रशिक्षण केन्द्र खोला गया है। इस केन्द्र में 03 दिवसीय संस्थागत प्रशिक्षण के साथ लाख उत्पादन क्लस्टर में ऑनफार्म प्रशिक्षण मूल्य सीमाएं भी दिया जा रहा है।
राज्य में योजना के सफल क्रियान्वयन और लाख उत्पादन में वृद्धि करने के लिए 20 जिला यूनियनों में 03 से 05 प्राथमिक समिति क्षेत्र को जोड़ते हुए लाख उत्पादन क्लस्टर का गठन भी किया गया है। इसके तहत प्रत्येक लाख उत्पादन क्लस्टर में सर्वेक्षण कर कृषकवार बीहन लाख की मांग की जानकारी ली जा रही है। इनमें कृषकों को संघ द्वारा निर्धारित मूल्य पर बीहन लाख प्रदाय करने हेतु आवश्यक कुल राशि को अग्रिम रूप से जिला यूनियन खाते में जमा कराना होगा। इसके तहत कुसुमी बीहन लाख के लिए कृषकों से प्राप्त मांग के अनुरूप राशि जमा किए जाने हेतु 15 दिसंबर तक समय-सीमा निर्धारित है।
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किसानों को बिना ब्याज के लाख की खेती के लिए मिलेगा ऋण,छत्तीसगढ़ सरकार का अहम् फैसला
रायपुर/मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के अनुरूप छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार द्वारा किसानों को लाख की खेती के लिए प्रोत्साहित करने और उनकी आय में वृद्धि हेतु विशेष पहल मूल्य सीमाएं की जा रही है। इसके परिपालन में छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा बीहन लाख आपूर्ति तथा बीहन लाख विक्रय और लाख फसल ऋण की उपलब्धता के लिए मदद सहित आवश्यक व्यवस्था की गई है। राज्य में वर्तमान में 4 हजार टन लाख का उत्पादन होता है, जिसका अनुमानित मूल्य राशि 100 करोड़ रूपए है। राज्य में लाख उत्पादन को 10 हजार टन तक बढ़ाते हुए 250 करोड़ रूपए की आय कृषकों को देने का लक्ष्य है।
राज्य में बीहन लाख की कमी को दूर करने हेतु कृषकों के पास उपलब्ध बीहन लाख को उचित मूल्य पर क्रय करने के लिए क्रय दर का निर्धारण किया गया है। इसके तहत कुसुमी बीहन लाख (बेर वृक्ष से प्राप्त) के लिए कृषकों को देय क्रय दर 550 रूपए प्रति किलो ग्राम तथा रंगीनी बीहन लाख (पलाश वृक्ष से प्राप्त) के लिए कृषकों को देय क्रय दर 275 रूपए प्रति किलोग्राम निर्धारित है। इसी तरह कृषकों को बीहन लाख उपलब्ध कराने हेतु विक्रय दर का भी निर्धारण किया गया है। इसके तहत कुसुमी बीहन लाख (बेर वृक्ष से प्राप्त ) के लिए कृषकों को देय विक्रय दर 640 रूपए प्रति किलोग्राम और रंगीनी बीहन लाख (पलाश वृक्ष से प्राप्त) के लिए कृषकों को देय विक्रय दर 375 रूपए प्रति किलोग्राम निर्धारित है।
राज्य सरकार द्वारा किसानों को लाख की खेती के लिए प्रोत्साहित करने के लिए जिला सहकारी बैंक के माध्यम से लाख फसल ऋण निःशुल्क ब्याज के साथ प्रदाय करने हेतु व्यवस्था की गई है। इसके तहत लाख पालन करने हेतु पोषक वृक्ष कुसुम पर 5 हजार रूपए, बेर पर 900 रूपए तथा पलाश पर 500 रूपए प्रति वृक्ष ऋण सीमा निर्धारित है। लाख पालन को वैज्ञानिक पद्धति से करने हेतु राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा कांकेर में प्रशिक्षण केन्द्र खोला गया है। इस केन्द्र में 03 दिवसीय संस्थागत प्रशिक्षण के साथ लाख उत्पादन क्लस्टर में ऑनफार्म प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
राज्य में योजना के सफल क्रियान्वयन और लाख उत्पादन में वृद्धि करने के लिए 20 जिला यूनियनों में 03 से 05 प्राथमिक समिति क्षेत्र को जोड़ते हुए लाख उत्पादन क्लस्टर का गठन भी किया गया है। इसके तहत प्रत्येक लाख उत्पादन क्लस्टर में सर्वेक्षण कर कृषकवार बीहन लाख की मांग की जानकारी ली जा रही है। इनमें कृषकों को संघ द्वारा निर्धारित मूल्य पर बीहन लाख प्रदाय करने हेतु आवश्यक कुल राशि को अग्रिम रूप से जिला यूनियन खाते में जमा कराना होगा। इसके तहत कुसुमी बीहन लाख के लिए कृषकों से प्राप्त मांग के अनुरूप राशि जमा किए जाने हेतु 15 दिसंबर तक समय-सीमा निर्धारित है।
मूल्य सीमाएं
भारत को सिर्फ अपनी भौगोलिक सीमाओं से बाहर मुनाफा कमाने और लेने वाले देश के रूप में नहीं देखा जा सकता : गौतम अदाणी
नई दिल्ली, 19 नवंबर (आईएएनएस)। अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा कि भारत मूल्य सीमाएं को अपनी भौगोलिक सीमाओं से बाहर मुनाफा कमाने और लेने के देश के रूप में नहीं देखा जा सकता है।
नई दिल्ली, 19 नवंबर (आईएएनएस)। अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा कि भारत को अपनी भौगोलिक सीमाओं से बाहर मुनाफा कमाने और लेने के देश के रूप में नहीं देखा जा सकता है।
मुंबई में अकाउंटेंट्स की 21वीं विश्व कांग्रेस में बोलते हुए, अदाणी ने कहा कि चूंकि घरेलू कंपनियां और बहुराष्ट्रीय कंपनियां भारत के बाजार के आकार का लाभ उठाती हैं, इसलिए हमें मजबूत जनादेश की आवश्यकता होगी, जहां कॉरपोरेट एक सामाजिक संरचना को सक्षम करने की चुनौती का सामना करने के लिए मजबूर हैं जो हमारी संस्कृति के मूल को पहचानता है और हमारी राष्ट्रीय आवश्यकताओं के अनुरूप है।
उन्होंने कहा, भारत को सिर्फ अपनी भौगोलिक सीमाओं से मुनाफा कमाने और लेने वाले देश के रूप में नहीं देखा जा सकता है। यही कारण है कि मैंने शुरुआत में कहा था कि बहुध्रुवीय दुनिया में महाशक्तियों को यह स्वीकार करना चाहिए कि लोकतंत्र का कोई एक आकार नहीं है जो सभी के लिए उपयुक्त हो और वैश्वीकरण का स्वाद उतना सपाट नहीं है जितना कि भविष्यवाणी की गई थी।
अदाणी ने कहा कि ग्रह को ठंडा करना अगले कई दशकों में सबसे अधिक लाभदायक व्यवसायों में से एक होगा और नौकरी देने वालों में सबसे बड़ा होगा।
मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन का नेतृत्व करेगा। यही कारण है कि अदाणी ग्रुप न केवल भारत, बल्कि वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन को संचालित करने में भारी निवेश कर रहा है। अगले दशक में, हम इस क्षेत्र में 70 अरब डॉलर से अधिक का निवेश करेंगे और दुनिया की सबसे एकीकृत नवीकरणीय ऊर्जा मूल्य श्रृंखला का निर्माण करेंगे। भारत की विकास गाथा में मेरे भरोसे का इससे बड़ा कोई संकेत नहीं हो सकता।
छत्तीसगढ़ सरकार का अहम् फैसला : किसानों को बिना ब्याज के लाख की खेती के लिए मिलेगा ऋण
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के अनुरूप छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार द्वारा किसानों को लाख की खेती के लिए प्रोत्साहित करने और उनकी आय में वृद्धि हेतु विशेष पहल की जा रही है। इसके परिपालन में छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा बीहन लाख आपूर्ति तथा बीहन लाख विक्रय और लाख फसल ऋण की उपलब्धता के लिए मदद सहित आवश्यक व्यवस्था की गई है। राज्य में वर्तमान में 4 हजार टन लाख का उत्पादन होता है, जिसका अनुमानित मूल्य राशि 100 करोड़ रूपए है। राज्य में लाख उत्पादन को 10 हजार टन तक बढ़ाते हुए 250 करोड़ रूपए की आय कृषकों को देने का लक्ष्य है।
राज्य में बीहन लाख की कमी को दूर करने हेतु कृषकों के पास उपलब्ध बीहन लाख को उचित मूल्य पर क्रय करने के लिए क्रय दर का निर्धारण किया गया है। इसके तहत कुसुमी बीहन लाख (बेर वृक्ष से प्राप्त) के लिए कृषकों को देय क्रय दर 550 रूपए प्रति किलो ग्राम तथा रंगीनी बीहन लाख (पलाश वृक्ष से प्राप्त) के लिए कृषकों को देय क्रय दर 275 रूपए प्रति किलोग्राम निर्धारित है। इसी तरह कृषकों को बीहन लाख उपलब्ध कराने हेतु विक्रय दर का भी निर्धारण किया गया है। इसके तहत कुसुमी बीहन लाख (बेर वृक्ष से प्राप्त ) के लिए कृषकों को देय विक्रय दर 640 रूपए प्रति किलोग्राम और रंगीनी बीहन लाख (पलाश वृक्ष से प्राप्त) के लिए कृषकों को देय विक्रय दर 375 रूपए प्रति किलोग्राम निर्धारित है।
राज्य सरकार द्वारा किसानों को लाख की खेती के लिए प्रोत्साहित करने के लिए जिला सहकारी बैंक के माध्यम से लाख फसल ऋण निःशुल्क ब्याज के साथ प्रदाय करने हेतु व्यवस्था की गई है। इसके तहत लाख पालन करने हेतु पोषक वृक्ष कुसुम पर 5 हजार रूपए, बेर पर 900 रूपए तथा पलाश पर 500 रूपए मूल्य सीमाएं प्रति वृक्ष ऋण सीमा निर्धारित है। लाख पालन को वैज्ञानिक पद्धति से करने हेतु राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा कांकेर में प्रशिक्षण केन्द्र खोला गया है। इस केन्द्र में 03 दिवसीय संस्थागत प्रशिक्षण के साथ लाख उत्पादन क्लस्टर में ऑनफार्म प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
राज्य में योजना के सफल क्रियान्वयन और लाख उत्पादन में वृद्धि करने के लिए 20 जिला यूनियनों में 03 से 05 प्राथमिक समिति क्षेत्र को जोड़ते हुए लाख उत्पादन क्लस्टर का गठन भी किया गया है। इसके तहत प्रत्येक लाख उत्पादन क्लस्टर में सर्वेक्षण कर कृषकवार बीहन लाख की मांग की जानकारी ली जा रही है। इनमें कृषकों को संघ द्वारा निर्धारित मूल्य पर बीहन लाख प्रदाय करने हेतु आवश्यक कुल राशि को अग्रिम रूप से जिला यूनियन खाते में जमा कराना होगा। इसके तहत कुसुमी बीहन लाख के लिए कृषकों से प्राप्त मांग के अनुरूप राशि जमा किए जाने हेतु 15 दिसंबर तक समय-सीमा निर्धारित है।