ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं

Stock Split क्या है, और क्यों होता है ? फायदे और नुकसान की पूरी जानकारी
आज कल समाचार में ऐसी ख़बरें आ रही है की IRCTC की Stock Split होने वाली है। वैसे लोग जो बहुत दिनों से शेयर बाज़ार से जुड़े हुए हैं उन्हें तो इस बात की पूरी जानकारी होगी। लेकिन अगर आप इस चीज़ में नए हो तब आपको इस चीज़ को समझने में थोड़ी सी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन आपको परेशान होने की बिलकुल भी जरुरत नहीं है।
लेख में आप जानेंगे की यह Stock plit आखिर होती क्या है? Stock Split काम कैसे करती है? इसके पीछे का कारण और साथ ही आपको बोनस के तौर पर यह बताया जाएगा की Reverse Stock Split क्या होता है?
लेख में मौजूद सामग्री
Stock Split क्या होता है?
Stock Split किसी बड़ी कंपनी या कॉर्पोरेट द्वारा की गयी कार्यवाई है, जिसमे कंपनी अपने मौजूदे शेयर को कई शेयरों में विभाजित करती है। इस प्रक्रिया को इसलिए अपनाया जाता है ताकि एक शेयर की कीमत मौजूदा कीमत से कम हो और अधिक से अधिक लोग कंपनी के शेयर में निवेश कर सकें और इस माध्यम से कंपनी अधिक फंड्स इकट्ठी कर सके।
इस प्रक्रिया को किसी भी कंपनी द्वारा तब अपनाया जाता है जब कंपनी के एक शेयर की कीमत बहुत ज़्यादा हो जाती है और इसमें निवेशक निवेश करने में थोड़ा कतराते हैं। उदाहरण के तौर पर अगर देखा जाए तब कोई भी निवेशक 100 रूपए के 10 शेयर खरीदने के बजाय, 10 रूपए का 100 खरीदने में ज़्यादा सहज महसूस करता है।
Stock Split क्यों किया जाता है?
पहला कारण: चाहे आपके गली में एक छोटा दुकानदार हो या फिर कोई कॉर्पोरेट हर एक बिजनेसमैन की एक ही कोशिश होती है की किसी तरह वो ग्राहक को या कहे निवेशकों को लुभा सके और निवेशक आकर आपकी कंपनी में निवेश कर सकें। Stock Split करने का सबसे बड़ा कारण भी यही है की शेयर की कीमतों को कम करके ज़्यादा से ज़्यादा निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित करना।
उदाहरण के तौर पर अगर देखा जाए तब आप बाजार में किसी ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं मिठाई को 1000 रूपए प्रति किलो में खरीदने में सक्षम न हो लेकिन वहीं अगर मिठाई की कीमत को 100 रूपए कर दी जाए तब इसे केवल आप ही ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं नहीं आपके जैसे अन्य लोग भी खरीद सकेंगे।
दूसरा कारण: जब किसी कंपनी के पास स्टॉक्स ज़्यादा होते हैं तब उसमे लिक्विडिटी भी ज़्यादा होती है और जब लिक्विडिटी ज़्यादा होती है तब निवेशकों और ट्रेडरों को ट्रेडिंग करने के दौरान खरीद बिक्री में काफी आसानी होती है।
क्या Stock Split होने पर वैल्यूएशन कम हो जाती है?
जी नहीं, किसी भी कंपनी के Stock को जब Split किया जाता है तब उस कंपनी की वैल्यूएशन कम नहीं होती बल्कि एक शेयर के कई टुकड़े होते हैं और उन सभी शेयर को टुकड़ों को मिलाने पर जो कीमत निकल कर आती है वह Stock Split होने के समय कीमत के बराबर ही होती है।
उदाहरण के तौर पर अगर देखा जाए तब मान लीजिये आपके पास किसी कंपनी के 100 शेयर हैं और एक शेयर की कीमत 10 रूपए है, तब आपका कुल निवेश होता है 100 शेयर * 10 रूपए = 1000 रुपये का। अगर कंपनी के प्रबंधन में शामिल लोग यह फैसला लेते ही की Stock को 2:1 में Split किया जाएगा, तब ऐसे हालात में आपके पास मौजूद 100 शेयर अब 200 हो जाएंगे और ऐसे में एक शेयर की कीमत पहले जो 10 रूपए थी वह अब 5 रूपए की हो जाएगी। Stock Split होने के बाद भी आपका निवेश अब भी 200 शेयर * 5 रूपए= 1000 रूपए की ही रहेगी।
Stock Split होना अच्छा है या बुरा?
अगर आपने ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं ने उस कंपनी में निवेश किया हुआ है जिसमे Stock Split होने वाले हैं तब आपको बता दें की इससे आपको एक ज़रा भी प्रभाव नहीं पड़ेगा और खुलकर कहें तब इससे आपको जरा भी फर्क नहीं पड़ेगा। वहीँ अगर आप उसी कंपनी के और कुछ स्टॉक्स को खरीदना चाहते हैं तब आपको यहाँ फायदा होगा क्यूंकि अब ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं आपको वह शेयर बाकियों के साथ-साथ कम कीमत पर मिलेगी।
Reverse Stock Split क्या है?
किसी भी Stock को Split करने के बाद उस स्टॉक को वापस प्रूव स्तिथि में किये जाने की प्रक्रिया को Reverse Stock Split कहते हैं। साधारण भाषा में अगर सहने की कोशिश की जाए तब यह Stock Split के बिलकुल उलट की जाने वाली प्रक्रिया है। जब कोई कंपनी या कॉर्पोरेट इस प्रक्रिया से गुज़रती है तब उसमे शेयरों की संख्या घट जाती है।
इनसब के साथ ही शेयर की कीमत भी Reverse Split के अनुसार बढ़ जाती है। Stock Split की तरह ही इसमें भी कंपनी के मार्किट वैल्यू के साथ-साथ निवेशकों के निवेश में बिलकुल भी बदलाव नहीं होता।
Stock Split क्या है? वीडियो 2021 में
अंतिम शब्द
इस लेख में आपने शेयर बाजार में इस्तेमाल होने वाले शब्द Stock Split के बारे में जाना। जिसमे आपने जाना की Stock Split क्या होता है? इसे क्यों किया जाता है? और अंत में आपने बोनस के तौर पर Reverse Stock Split के बारे में भी जाना। लेख से सम्बंधित किसी प्रकार की शंका या कोई विचार आपके मन में हो तब निचे कमेंट कर हमें अवश्य बतलायें, धन्यवाद।
Stock Split क्या है?
किसी भी कंपनी के एक शेयर को एक से दो या ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं फिर एक से तीन या मनचाहे हिस्सों में तोड़ने की प्रक्रिया को ही Stock Split के नाम से जाना जाता है।
आकाश कुमार एक Tech-Enthusiast और एक Electronics and Communications ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं Engineering Graduate हैं, और इनका Passion है ब्लॉगिंग करना और लोगो तक सही एवं शटीक जानकारी पहुँचाना। अपने फ्री समय में ये Spotify में गाना सुनना पसंद करते हैं।
Demat Account: डीमैट खाता खुलवा रहे हैं तो इन बातों का रखें ध्यान, फायदे में रहेंगे
Demat Account: शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट खोला जाता है. बिना डीमैट अकाउंट के शेयर मार्केट में ट्रेडिंग नहीं की जाती है.
By: ABP Live | Updated at : 24 Jan 2022 06:44 AM (IST)
Demat Account: डीमैट अकाउंट (Demat account) के बारे में आपने जरूर सुना होगा, लेकिन बहुत से लोग डीमैट अकाउंट के बारे में नहीं जानते. दरअसल शेयर मार्केट (Share Market) में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट खोला जाता है. बिना डीमैट अकाउंट के शेयर मार्केट में ट्रेडिंग नहीं की जाती है. आज हम आपको बता रहे हैं कि डीमैट अकाउंट खोलते समय कौन-कौन सी बातों पर ध्यान देना होता है.
ब्रोकरेज और ट्रांजेक्शन फीस
- ब्रोकरों के बीच डीमैट अकाउंट खोलने और ब्रोकरेज चार्ज अलग-अलग हैं.
- आजकल ज्यादातर मुफ्त डीमैट खाते खोल रहे हैं.
- इक्विटी खरीदने और बेचने पर आपसे लेनदेन (ट्रांजेक्शन) की फीस ली जा सकती है.
इन बातों की करें जांच
- डीमैट अकाउंट की फीस, सालाना मेंटेनेंस चार्ज, ट्रांजेक्शन फीस.
- ट्रांजेक्शन फीस को लेकर ब्रोकरों के बीच बड़ा अंतर हो सकता है.
अन्य सुविधाएं
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- आपको ब्रोकरेज हाउस क्या-क्या सुविधाएं देगा यह जरूर जान लें.
- कुछ ब्रोकरेज हाउस इक्विटी ब्रोकिंग की सेवा के अतिरक्त भी कई प्रकार की अन्य सेवाएं देते हैं.
- जैसे कई ब्रोकरेज फर्म आपको समय-समय पर रिसर्च उपलब्ध कराती रहती हैं. यह रिसर्च आपको सही जगह निवेश करने में मदद करती है.
डीमैट और ट्रेडिंग खाता
- आपका ब्रोकर 2-इन-1 डीमैट और ट्रेडिंग खाता आपको देता हैं तो यह सबसे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं अच्छा है.
- ट्रेडिंग खाते के बगैर डीमैट खाता अधूरा है.
- ध्यान रखें कि डीमैट खाते में आप सिर्फ डिजिटल रूप में शेयरों को रख सकते हैं.
- ट्रेडिंग खाते के साथ आप शेयर, आईपीओ, म्यूचुअल फंड और यहां तक गोल्ड में निवेश कर सकते हैं. इसके बाद आप इन्हें डीमैट खाते में रख सकते हैं.
पोर्टफोलियो की जानकारी भी जरूरी
- कुछ ब्रोकरेज हाउस आपके पोर्टफोलियो की जानकारी आपको समय-समय पर देते हैं.
- इससे निवेश से मिलने वाले रिटर्न की जानकारी रखने में मदद मिलती है.
कनेक्टिविटी
- कारोबार के लिए फोन और इंटरनेट दोनों का ही इस्तेमाल किया जा सकता है.
- ब्रोकरेज हाउस दोनों में से कौनसी सुविधा मुहैया करवाता है यह जानना जरूरी है.
- वैसे ज्यादातर ब्रोकर्स दोनों ही सुविधाएं देते हैं.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना ज़रूरी है की मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
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Published at : 24 Jan 2022 06:43 AM (IST) Tags: Stock Market demat account broker हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
Algo Trading क्या है कैसे करें फायदे व नुकसान पूरी जानकारी | Algo Trading in Hindi
साथियों अगर आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते हैं और आपने एल्गो ट्रेडिंग के बारे में सुना है तो आज के इस लेख में हम आपके लिए बताने वाले हैं कि एल्गो ट्रेडिंग क्या है कैसे करते हैं एवं इसके फायदे वह नुकसान (Algo Trading in hindi) क्या है पूरी जानकारी विस्तार से देने वाले हैं।
साथियों पहले के जमाने में जो ट्रेडिंग होती थी उसके लिए पेपर ट्रेड होती थी यानी कि कागज पर लिखा जाता था ऑनलाइन का कोई जमाना नहीं था लेकिन भारत में सन 2000 में जब शेयर मार्केट ऑनलाइन आया जिससे लोग अपने घर बैठे मोबाइल लैपटॉप कंप्यूटर आदि से ट्रेडिंग कर सकते हैं और अब एक और नया ट्रेडिंग का कंसेप्ट आया है जिसे हम एल्गो ट्रेडिंग कहते हैं तो चलिए जानते हैं की एल्गो ट्रेडिंग क्या होती है एल्गो ट्रेडिंग कैसे की जाती है एवं इसके फायदे नुकसान क्या है पूरी जानकारी विस्तार से-
एल्गो ट्रेडिंग क्या है | What is algo Trading in Hindi
एल्गो ट्रेडिंग का मतलब है कि ऑटोमेटिक ट्रेड होना या फिर कंप्यूटर Bot द्वारा ट्रेड होना जिसे हम एल्गोरिदम भी कहते ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं हैं आसान भाषा में कहें तो की Algo Trading Means Algorithm trading कहते हैं जिसे कंप्यूटर में एक बार algorithm सेट करने पर कंप्यूटर ऑटोमेटिक ट्रेड करेगा और प्रॉफिट होने पर हमारे Trade को काटेगा या फिर स्टॉप लॉस हो जाने पर Trade को काट देगा इसमें व्यक्ति के इमोशन या फिर व्यक्ति का होना जरूरी नहीं होता है। इसे एल्गो ट्रेडिंग कहते हैं।
ये ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो रूल्स बेस पर होता है जिसमे पहले से ही कोडिंग की मदद से सारी चीज़े सेट की जाती है और फिर उसके माध्यम से ही एल्गो ट्रेडिंग काम करता है इसमें हमें पहले से ही हमारे रूल्स, इंस्ट्रक्शन्स या फिर लॉजिक को सेट करना होता है और फिर इसी लॉजिक पर हमारा लैपटॉप एल्गो ट्रेडिंग में काम करता है। ये रूल्स, और इंस्ट्रक्शन्स आप अपने हिसाब से सेट कर सकते है।
उदाहरण के लिए कहे कि अगर आपने सॉफ्टवेयर में एल्गो ट्रेडिंग में रूल सेट किए हैं कि किसी शेयर के प्राइस 9 Day Moving Average से नीचे है और जैसे ही ऊपर क्रॉस करते हैं तो हमारे 50 शेयर Buy हो जाए और 10% का स्टॉपलॉस रखें एवं 20% प्रॉफिट होने पर 50 Shere को Sell कर दे। या फिर 10% का लॉस होने पर 50 Shere को Sell कर दे। यह नियम आपने एल्बमें सेट करके छोड़ दिया है।
जैसे ही मार्केट में ऐसी कंडीशन बनेगी तो आपका एल्बो शेयर को तुरंत को तुरंत खरीद लेगा एवं 10% लॉस होने पर या 20% प्रॉफिट होने पर आपके शेयर को बेच देगा इसमें आपको मैनुअली कुछ भी नहीं करना होगा तो इसे ही एल्गो ट्रेडिंग कहते हैं मतलब आपको एक बार सेट करना है और फिर कुछ भी नहीं करना है।
एल्गो ट्रेडिंग का सबसे अच्छी एक विशेषता है कि यह काम सेकंड में कर सकता है एवं आप इससे जितनी चाहे Backtesting कर सकते हैं अगर आप पिछले 5 साल की बैक टेस्टिंग करना चाहते हैं तो यह आपको कुछ ही सेकंड में बैक टेस्टिंग का रिजल्ट बता देगा।
Algo Trading कैसे करें-
साथियों एल्गो ट्रेडिंग का इस्तेमाल अभी बड़े-बड़े इंस्टीट्यूशंस और बड़े-बड़े ट्रेडर करते हैं एवं एल्गो ट्रेडिंग करने के लिए किसी भी कोडिंग लैंग्वेज की जानकारी होना अनिवार्य नहीं है क्योंकि अगर आप एल्गो ट्रेडिंग करना चाहते हैं।
साथियों एल्गो ट्रेडिंग करने के लिए आपको अपने स्टॉक ब्रोकर से API लेनी होगी और उस API को आपको एल्गो ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर से लिंक करनी होगी एल्गो ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा सॉफ्टवेयर Algo Test है जो कि बिल्कुल फ्री है और लिटिल टेलर इसे आसानी से सीख सकते हैं और अपनी स्ट्रेटजी बना सकते हैं और उसे बैक टेस्ट भी कर सकते हैं।
भारत के शेयर बाजार के लीडिंग स्टॉक ब्रोकर जैसे- Zerodha, Angel one, Upstock , Dhan आदि प्लेटफार्म अपने सॉफ्टवेयर बनाकर रिटेल ट्रेडर्स के लिए उपलब्ध कराते हैं आप इनके सॉफ्टवेयर से अपने एल्गो ट्रेडिंग स्ट्रेटजी बना सकते हैं और ट्रेड कर सकते हैं हां लेकिन आपको थोड़ी बहुत चार्जिस अलग से देने होंगे।
एल्गो ट्रेडिंग कैसे करते हैं इससे रिलेटेड आप यूट्यूब पर वीडियो देख सकते हैं तो आपको एल्गो टेस्ट सॉफ्टवेयर के बारे में वीडियो मिल जाएंगी।
Algo Trading के फायदे
एल्गो ट्रेडिंग के फायदे बहुत हैं जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं-
- Emotionaless Trading – एल्गो ट्रेडिंग का सबसे अच्छा फायदा या है कि इसमें किसी व्यक्ति का इंवॉल्वमेंट नहीं होता है जिससे इमोशनल ट्रेडिंग नहीं होती है क्योंकि इमोशनल ट्रेडिंग से हमें अच्छा खासा लॉस हो सकता है एल्गो ट्रेडिंग में इमोशनलेस ट्रेडिंग होती है अगर आपको फायदा होता है तो तो ठीक है लेकिन आपके स्टॉपलॉस पर यह आपको बाहर कर देगा।
- Unlimited Backtesting– ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं एल्गो सॉफ्टवेयर के माध्यम से आप जितना चाहे व्यक्ति स्टिंग कर सकते हैं और बहुत ही कम समय में आप कई सालों की बैक टेस्टिंग कर सकते हैं जिससे आपकी ट्रेडिंग में बहुत अच्छा कॉन्फिडेंस बिल्ड होता है।
- High Speed Trade – किसी इंसान द्वारा कोई भी ट्रेड बहुत जल्दी नहीं लिया जा सकता समय लगता है और जो इंस्टीट्यूशंस और बड़ी ट्रेडर के लिए यह आसान नहीं होता उन्हें बहुत जल्दी ट्रेड लेने होते हैं और बड़ी क्वांटिटी में ट्रेड लेने होते हैं लेकिन मार्केट में ज्यादा कॉन्टिटी के आर्डर एक ही समय में ऑर्डर करना आसान नहीं है लेकिन एल्गो ट्रेडिंग से बहुत आसान बनाती है एल्गो ट्रेडिंग से माध्यम से आप सेकंड में अपने ऑर्डर को एग्जीक्यूट कर सकते हैं।
- Time Freedom – जब हम ट्रेड लेते हैं तो हमें मार्केट को दिनभर देखना होता है और टारगेट एवं लॉस को देखना होता है लेकिन जब आपने एक बार एल्बो सेट कर दिया है तो आप और भी अपना काम कर सकते हैं एवं ट्रेडिंग का काम मार्केट में आपका एल्गो ट्रेडिंग करेगा इसमें आपकी समय की बचत अच्छी होती है अगर आपके पास समय की कमी है तो एल्गो ट्रेडिंग आपके लिए वरदान है।
- एल्गो ट्रेडिंग में आप अनलिमिटेड स्टॉक ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं के डाटा को एनालाइज कर सकते हैं एवं उन पर एक ही टाइम पर नजर रख सकते हैं।
Algo Trading के नुकसान
एल्गो ट्रेडिंग आज के समय में बहुत प्रचलित हो रहा है और लोगों का कहना है कि एल्गो ट्रेडिंग भविष्य है क्योंकि भविष्य मेल को ट्रेडिंग ही होने वाली है तो दोस्तों एल्गो ट्रेडिंग के नुकसान की बात करें तो एल्गो ट्रेडिंग के नुकसान बहुत कम है लेकिन किसी भी नए ट्रेडर के लिए एल्गो ट्रेडिंग बिल्कुल भी नहीं है पहले उसे मैनुअली ट्रेडिंग सीखनी होगी।
इसी के साथ आपको बता दें कि एल्गो ट्रेडिंग कंप्यूटर या फिर रोबोट द्वारा जाने वाली ट्रेडिंग है और आपको पता ही होगा कि कंप्यूटर कभी भी गलती नहीं करता है अगर आप कोई Algo Trading स्ट्रेटजी बना रहे हैं और उसमें कोई गलती हो जाती है तो आप इसे इग्नोर बिल्कुल भी नहीं कर सकते क्योंकि इससे आपको बहुत ज्यादा नुकसान हो सकता है।
तो साथियों आशा करता हूं कि आपको इस लेख के माध्यम से एल्गो ट्रेडिंग क्या है (Algo Trading in Hindi) एल्गो ट्रेडिंग कैसे करते हैं एल्गो ट्रेडिंग के फायदे एवं नुकसान क्या है इससे संबंधित पूरी जानकारी आपको विस्तार से मिल गई होगी ऐसे ही शेयर मार्केट से संबंधित खबरों एवं जानकारियों के लिए हमारे ब्लॉग को पढ़ते रहिए एवं इस लेख को अपने दोस्तों के साथ नीचे दिए गए शेयर बटन के माध्यम से शेयर जरूर करें धन्यवाद।
Algo Trading क्या होती है, इसके फायदे व नुकसान
What is Algo Trading in Hindi
What is Algo Trading: अल्गो ट्रेडिंग (Algo Trading) भी एक प्रकार की ट्रेडिंग है। इसमें शेयर बाजार में ट्रेडिंग की जाती है। हालांकि यह अन्य सामान्य ट्रेडिंग (Trading) की तुलना में काफी अलग है। एल्गो ट्रेडिंग प्रमुख रूप से कंप्यूटर प्रोग्राम (Computer Program) के जरिए होती है और बाजार के हालात के अनुसार कंप्यूटर खुद निर्णय लेता है और ट्रेडिंग करता है।
एल्गो ट्रेडिंग में कंप्यूटर प्रोग्राम की जरूरत होती है जिसमें मार्केट के डाटा (Deta) अपलोड किए जाते हैं। डाटा के आधार पर कंप्यूटर अपने आप ट्रेडिंग के लिए शेयर को चुनता है और शेयर को बेचने और खरीदने की सलाह देता है। इस तरह से ट्रेडिंग में हानि (Loss) होने की संभावना बेहद कम हो जाती है।
हालांकि अभी यह बहुत ज्यादा लोकप्रिय नही है। अभी एल्गो ट्रेडिंग (Algo Trading) बड़े पैमाने पर ट्रेड करने वाले निवेशक (Investor) है और इस तकनीक का इस्तेमाल करते हैं।
Meaning of Algo Trading –
एल्गो ट्रेडिंग का अर्थ होता है एल्गोरिदम तकनीक पर आधारित है। इसमें कंप्यूटर प्रोग्राम बनाया जाता है और शेयर बाजार की तकनीकी डाटा को विश्लेषण (Analysis) करके उसमें set कर दिया जाता है। इसमें deta fix करने के बाद कंप्यूटर प्रोग्राम मार्केट के रुख के अनुसार शेर का विश्लेषण करता है और संभावित प्रॉफिट और लास्ट की जानकारी कैलकुलेशन के जरिए बताता है, जो कि एक आम इंसान के लिए तेजी से करना थोड़ा मुश्किल होता है। ऐसे में इससे समय की बचत होती है। इसमें एल्गो ट्रेडिंग में code के जरिए कुछ नियम बनाए जाते हैं। जिससे तुरंत design लेने में मदद मिलती है।