पीपीएफ खाता क्या है?

पर्सनल फाइनेंस: PPF अकाउंट में हर महीने निवेश करें सिर्फ 1 हजार रुपए, 15 साल बाद मिलेंगे 3.21 लाख रुपए
अगर आप मंथली इन्वेस्टमेंट करके एक बड़ा फंड जुटाना चाहते हैं पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) स्कीम इसके लिए बिल्कुल सही रहेगी। इस स्कीम के तहत फिलहाल 7.1 फीसदी सालाना ब्याज दिया जा रहा है जो बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट से काफी ज्यादा है। इस स्कीम के तहत सिर्फ 1 हजार रुपए महीना निवेश करके 15 साल में लगभग 3.21 लाख रुपए का फंड तैयार कर सकते हैं। हम आपको इस स्कीम के साथ यह बता रहे हैं कि आप इस स्कीम के जरिए किस तरह आसानी से बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं।
2 हजार महीना निवेश करने पर मिलेंगे 6.43 लाख रुपए
इस स्कीम के तहत सिर्फ 2 हजार रुपए महीना निवेश करके 15 साल में लगभग 6.43 लाख रुपए का फंड तैयार कर सकते हैं। वहीं अगर आप 500 रुपए महीना निवेश करते हैं तो आपको 15 साल बाद लगभग 1.6 लाख रुपए मिलेंगे। यहां जाने इसमें निवेश करने पर आपको कितना फायदा होगा।
निवेश (हर महीने रु. में) | 15 साल बाद कितना मिलेगा (रु) | 20 साल बाद कितना मिलेगा (रु) |
500 | 1.6 लाख | 2.65 लाख |
1 हजार | 3.21 लाख | 5.30 लाख |
2 हजार | 6.43 लाख | 10.60 लाख |
3 हजार | 9.64 लाख | 15.91 लाख |
नोट : ये टेबल एक मोटे अनुमान के हिसाब से दी गई है क्योंकि पीएफ पर मिलने वाले ब्याज की समीक्षा हर 3 महीने में होती है। इसके अलावा यहां जो टेबल बताई गई है उसमें ब्याज की गणना सालाना हिसाब से की गई है।
पोस्ट ऑफिस या बैंक में खोल सकते हैं अकाउंट
एक पीपीएफ खाता किसी पोस्ट ऑफिस या बैंक में अपने नाम से और नाबालिग की तरफ से किसी और व्यक्ति द्वारा खोला जा सकता है। हालांकि, नियमों के अनुसार, एक हिंदू अविभाजित परिवार(HUF) के नाम पर एक पीपीएफ खाता खोला नहीं जा सकता है।
500 रुपए में खोल सकते हैं खाता
पीपीएफ खाता खोलने के लिए आवश्यक न्यूनतम राशि 500 रुपए है। किसी वित्त वर्ष में न्यूनतम 500 रुपए जमा करने की जरूरत है, जबकि अधिकतम निवेश सीमा 1.5 लाख रुपए प्रति वर्ष तय की गई है।
मैच्योरिटी के बाद 5-5 साल के लिए मिलेगा एक्सटेंशन
पीपीएफ खाता 15 साल में मैच्योर होता है, हालांकि अवधि को परिपक्वता के एक वर्ष के भीतर 5-5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए मैच्योरिटी पूरा होने के एक साल पहले ही बढ़ाना होगा।
5 साल का रहता है लॉक इन पीरियड
पीपीएफ अकाउंट खोलने वाले साल के बाद 5 साल तक इस खाते से पैसा नहीं निकाला जा सकता। ये अवधि पूरा होने के बाद फॉर्म 2 भर कर पैसा निकाला जा सकेगा। हालांकि 15 साल साल पहले पैसा निकालने पर आपके फंड से 1 फीसदी की कटौती की जाएगी।
इस पर मिलता है सस्ता लोन
पीपीएफ खाते पर जमा पर आप लोन भी ले सकते हैं। आपने जिस वित्त वर्ष में पीपीएफ खाता खुलवाया है, उस वित्त वर्ष की समाप्ति के एक वित्त वर्ष बाद से लेकर पांचवें वित्त वर्ष की समाप्ति तक आप पीपीएफ से लोन लेने के हकदार हैं। अगर आपने जनवरी 2017 में पीपीएफ खाता खुलवाया है पीपीएफ खाता क्या है? तो आप 1 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2022 तक लोन ले सकते हैं। जमा पर अधिकतम 25 फीसदी का लोन ले सकते हैं।
इस पर मिलता है टैक्स छूट का लाभ
पीपीएफ EEE की श्रेणी में आती है। यानी योजना में किए गए पूरे निवेश पर आपको टैक्स छूट का लाभ मिलता है। साथ ही इस योजना में निवेश से मिलने वाले ब्याज और निवेश की संपूर्ण राशि पर भी किसी तरह का टैक्स नहीं देना होता। पीपीएफ इन्वेस्टमेंट पर मिलने वाले इंटरेस्ट की दर हर तीन महीने में बदलती रहती है।
पीपीएफ अकाउंट को नहीं किया जा सकेगा जब्त
पीपीएफ अकाउंट को किसी भी कोर्ट या आदेश द्वारा कर्ज या अन्य लायबिलिटी के समय जब्त नहीं किया जा सकता है।
कौन खोल सकता है पीपीएफ अकाउंट?
कोई भी व्यक्ति किसी पोस्ट ऑफिस या बैंक में अपने नाम पर यह अकाउंट खोल सकता है। इसके अलावा नाबालिग की तरफ से किसी और व्यक्ति द्वारा भी से खाता खोला जा सकता है।
भारतीय स्टेट बैंक में पीपीएफ खाता के लाभ सारे बैंकों से ज्यादा हैं क्या ? जानिए सही जानकारी
भारतीय स्टेट बैंक में पीपीएफ खाता के लाभ, अन्य बैंकों और पोस्ट ऑफिस की तुलना में अधिक मिलते हैं क्या ? ऐसा सवाल मुझसे मेरे एक मित्र ने किया। आपके सामने इस विषय को रखना इसलिए जरूरी हो, गया क्योंकि औसतन 10 लोगों में से 6 लोगों का खाता SBI में ही होता है।
और यह भी देखा गया है कि, जिस बैंक में व्यक्ति का सेविंग अकाउंट होता है वह उसी में अपना, पीपीएफ अकाउंट भी खुलवाता है।
दूसरी महत्वपूर्ण बात है कि, अगर सेविंग अकाउंट किसी अन्य बैंक में भी हो और यदि भारतीय स्टेट बैंक में पीपीएफ खाता के लाभ अधिक मिल रहे हों तो आपका सुनहरा मौका निकलना नहीं चाहिए, इसलिए भी आपको सही जानकारी देना जरूरी है।
भारतीय स्टेट बैंक में पीपीएफ खाता के लाभ
कोई भी व्यक्ति अपना पीपीएफ खाता क्या है? पीपीएफ खाता दो मकसद से खुलवाता है पहली वजह यह होती है कि, वह अपने पैसों की बचत करना चाहता है। और दूसरी वजह यह होती है कि, पीपीएफ में पैसा जमा करने से टैक्स में छूट मिल जाती है।
भारतीय स्टेट बैंक में पीपीएफ खाते के 5 प्रमुख लाभ मिलते हैं।
1 – सबसे प्रमुख बात है कि, इसमें निवेश करना रिस्क फ्री होता है और मार्केट के उतार-चढ़ाव का फर्क नहीं पड़ता है।
2 – इसमें लॉन्ग टर्म को बचत होती है।
3 – तीसरा फायदा है मैच्चोरिटी पर मिलने वाला अमाउंट टैक्स फ्री होगा।
4 – जरूरत पड़ने पर आप इसमें लोन भी ले सकते हैं।
5 – कम पैसों से भी आप एक निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।
अगर इसकी बात करें कि, भारतीय स्टेट बैंक में पीपीएफ खाता के लाभ अन्य जगह की तुलना में कुछ अधिक हैं तो इसका जवाब है नहीं !
आप कहीं पर भी अपना पीपीएफ अकाउंट खुलवायें आपको समान लाभ ही प्राप्त होगें। फर्क केवल आपके सामने इसे पेश करने में होगी, जैसा कि आपने कहावत सुनी होगी कि, लिफाफा बदल जाता है और चीज वही रहती है !
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वास्तव में यह भारत सरकार के द्वारा 1968 में लायी थी और सरकार ही लाभ की गारंटी लेती है। अतः आप किसी बहकावे में न आयें कि, भारतीय स्टेट बैंक में पीपीएफ खाता के लाभ अधिक मिलते हैं।
निष्कर्ष
आपको वास्तव में अपना पीपीएफ अकाउंट उसी बैंक में खुलवाना चाहिए जहाँ पर आपके लिए आसानी हो। और आप अपने खाते को आसानी से मैनेज का पायें क्योंकि इसमें हर वर्ष न्यूनतम एमाउंट जो कि 500 रुपये हैं आपको जमा करने पड़ते है।
आप 500 से 1.5 लाख के बीच हर वर्ष कुछ भी जमा करा सकते हैं, लेकिन यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपका खाता बंद हो सकता है।
क्या है पीपीएफ अकाउंट ? कैसे खोले पीपीएफ अकाउंट ? स्टेप बाई स्टेप गाइड
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड निवेशकों के बीच एक लोकप्रिय निवेश योजना है जो इसके कई निवेशकों के अनुकूल सुविधाओं और संबंधित लाभों के सौजन्य से है। यह उन व्यक्तियों के बीच लोकप्रिय दीर्घकालिक निवेश योजना है जो उच्च लेकिन स्थिर प्रतिफल अर्जित करना चाहते हैं। पीपीएफ खाता खोलने वाले व्यक्तियों का प्रमुख लक्ष्य प्रधान राशि का उचित सुरक्षित संचालन है।
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) भारत सरकार द्वारा विनियमित एक कर-मुक्त बचत योजना है। यह एक लॉन्ग टर्म निवेश योजना है जिसमें 15 साल की लॉक-इन अवधि होती है। एक व्यक्ति 500 पी.ए न्यूनतम राशि के साथ पीपीएफ में निवेश शुरू कर सकता हैं। ब्याज दर हर तिमाही के लिए सरकार के द्वारा निर्धारित और भुगतान की जाती है। पीपीएफ की ब्याज दर वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही यानी पहली अक्टूबर से 31 दिसंबर तक 7.1% तय की गई है।
पीपीएफ खाते की विशेषताएं-
1. निवेश का कार्यकाल
पीपीएफ खाते में निवेश पर 15 साल की लॉक-इन अवधि होती है, जिसके पहले धन पूरी तरह से वापस नहीं लिया जा सकता है। यदि आवश्यक हो तो लॉक-इन अवधि समाप्त होने के बाद एक निवेशक इस कार्यकाल को 5 साल तक बढ़ाने का विकल्प चुन सकता है।
2. मुख्य राशि
पीपीएफ खाते में भविष्य निधि योजना के तहत सालाना न्यूनतम राशि रू। 500 और अधिकतम राशि रु। 1.5 लाख इन्वेस्ट किया जा सकता है। यह इन्वेस्टमेंट कनॉट या फिर किस्त के आधार पर किया जा सकता है। पीपीएफ खाते में एक व्यक्ति सिर्फ 12 वार्षिक किस्तो का भुगतान कर सकता है। पीपीएफ खाते में निवेश हर साल किया
जाता सकता है जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि खाता सक्रिय है।
3. निवेश के खिलाफ ऋण
सार्वजनिक भविष्य निधि, निवेश राशि के मुकाबले ऋण का लाभ देती है। हालांकि, ऋण केवल तभी दिया जाएगा जब इसे 3 साल की शुरुआत से किसी भी समय खाता खोलने की तारीख से 6 साल के अंदर लिया जाएगा।
पीपीएफ के खिलाफ ऐसे ऋणों का अधिकतम कार्यकाल 36 महीने का है। इस प्रयोजन के लिए खाते में उपलब्ध कुल राशि का केवल 25% या उससे भी कम का दावा किया जा सकता है।
4. PPF पर ब्याज दर क्या है?
वर्तमान ब्याज दर 7.1% पी.ए. है। (1 अक्टूबर 2020 से 31 दिसंबर 2020 तक की तिमाही के लिए, 31 मार्च 2020 तक यह 7.9% p.a था) जो कि साल भर का कंपाउंड इंटरेस्ट है। वित्त मंत्रालय हर साल ब्याज दर निर्धारित करता है, जिसका भुगतान 31 मार्च को किया जाता है। ब्याज की गणना हर महीने के पांचवें दिन और आखिरी दिन के बीच में सबसे कम बैलेंस पर की जाती है।
इसके अलावा, पीपीएफ खाते में एक निश्चित राशि का निवेश करने पर आप जो रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं, उसका पता लगाने के लिए पीपीएफ कैल्क्युलेटर का उपयोग कर सकते हैं।
5. पात्रता के लिए मापदंड
भारतीय नागरिक अपने नाम से पीपीएफ खाता खोल सकते हैं और जो नाबालिक है वह एक सार्वजनिक खाता खोल सकते है जिससे उनके माता-पिता चला सकते है।
गैर-आवासीय भारतीयों को एक नया पीपीएफ खाता खोलने की अनुमति नहीं है। हालाँकि, उनके नाम पर कोई भी खाता कार्यकाल पूरा होने तक सक्रिय रहता है। इन खातों को 5 साल तक नहीं बढ़ाया जा पीपीएफ खाता क्या है? सकता है।
पीपीएफ खाता कैसे खोलें ?
ऑफ़लाइन और ऑनलाइन दोनों प्रक्रियाएं किसी व्यक्ति के लिए उपलब्ध हैं बशर्ते वह पात्रता मानदंडों में उल्लिखित अपेक्षित मापदंडों को पूरा करता हो। पीपीएफ खाते को ऑनलाइन किसी भी बैंक या डाकघर के पोर्टल पर जाकर शुरु कर सकते है।
पीपीएफ खाते को खोलने के लिए कुछ दस्तावेजों की जरूरत है। वह दस्तावेज निम्नलिखित है-
- किसी व्यक्ति की पहचान केवाईसी दस्तावेजों से होती हैं, जैसे- वोटर आईडी,आधार, ड्राइविंग लाइसेंस, आदि।
- पैन कार्ड।
- आवासीय पते का प्रमाण।
- नामांकित घोषणा के लिए प्रपत्र।
- पासपोर्ट साइज फोटो।
पीपीएफ खाता ऑनलाइन खोलने के लिए चरण-दर-चरण प्रक्रिया:
1. सबसे पहले, आपको अपने नेट बैंकिंग पोर्टल पर लॉगइन करना होगा।
2. अगला, उस विकल्प पर क्लिक करें जो आपको एक नया पीपीएफ खाता खोलने की अनुमति देता है।
3. कुछ बैंको के पास स्व-खाते और मामूली खाते के बीच चयन करने का विकल्प होगा। प्रासंगिक विकल्प चुनें।
4. आप नामित विवरण, बैंक विवरण आदि दर्ज करके पीपीएफ खाता बनाना शुरू कर सकते हैं। कुछ विवरण जैसे कि आपका स्थायी खाता संख्या (पैन) प्रदर्शित किया जाएगा। आपको यह सत्यापित करना होगा कि स्क्रीन पर प्रदर्शित सभी विवरण सही हैं।
5. वो राशि जो PPF खाते में जमा है वो एक बार विवरण दर्ज होने के पश्चात दर्ज होंगी।
6. कुछ बैंकों में स्थायी निर्देश दिए जाते हैं ताकि पैसा अपने आप किस्तों में या एकमुश्त जमा पीपीएफ खाता क्या है? हो पीपीएफ खाता क्या है? सके।
7. बैंक के आधार पर, अगला कदम OTP दर्ज करना होगा जो आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर या लेनदेन पासवर्ड को भेजा गया है।
8. उपरोक्त चरण पूरा होने के बाद, PPF खाता बनाया जाएगा। आप संदर्भ उद्देश्यों के लिए स्क्रीन पर प्रदर्शित खाता संख्या का नोट बना सकते हैं।
9. हालाँकि, कुछ बैंकों के लिए, आपको उन विवरणों का प्रिंट-आउट लेना होगा जो संदर्भ संख्या के साथ दर्ज किए गए हैं और बैंक में इसे अपने ग्राहक (केवाईसी) विवरण के साथ जमा करें।
पीपीएफ खाता ऑनलाइन खोलने के लिए अनिवार्य आवश्यकताएं -
पीपीएफ खाता ऑनलाइन खोलने के लिए जिन अनिवार्य शर्तों का पालन किया जाना चाहिए, वे नीचे दिए गए हैं:
PPF खाते से कब, कैसे और कितना निकाल सकते हैं पैसा? जानिए यहां
PPF खाते में जमा की गई धनराशि को इस समयावधि के बाद ही निकाला जा सकता है.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में निवेश कई लोगों का पसंदीदा विकल्प है. इसमें निवेश टैक्स फ्री है और मिलने वाला ब्याज भी टैक्स फ्री. बाद में मिलने वाली धनराशि भी कर मुक्त है. खास बात यह है कि इस स्कीम में लॉक-इन पीरियड 15 साल की है. इस खाते में जमा की गई धनराशि को इस अवधि के बाद ही निकाला जा सकता है. हालांकि कुछ परिस्थितियों में खाताधारक रकम को निकाल सकता है.
पीपीएफ खाते (PPF Account) में जमा राशि का 50 फीसदी तक निकालने की अनुमति खाता शुरू करने के साल से पांच साल पूरे होने के बाद मिलती है. वहीं हर वित्तीय वर्ष में आंशिक निकासी की अनुमति है. धनराशि निकालने को बेहतर समझने के लिए, मान लीजिए कि आपने पीपीएफ खाता क्या है? PPF खाता 15 जनवरी 2015 को खोला था. ऐसे में आप केवल वित्तीय वर्ष 2018-19 से आंशिक निकासी कर सकते हैं.
धनराशि निकालने के लिए जानें जरूरी बातें
पीपीएफ खाते का 50 प्रतिशत 5 साल पूरे होने पर निकाला जा सकता है. पूरी रकम 15 साल की अवधि पूरी होने पर निकाली जा सकती है.
पैसे निकासी के लिए आवेदन
PPF खाते से पैसे निकालने के लिए पोस्ट ऑफिस या बैंक, जहां पर खाता है, वहां पर उपलब्ध फॉर्म C भरकर जमा करना होगा. खाता संख्या और निकाली जाने वाली धनराशि का फॉर्म में उल्लेख किया जाना जरूरी है. खाताधारक के साइन होने के साथ ही फॉर्म में राजस्व टिकट भी लगा होना चाहिए.
PPF खाते से रकम निकालने की प्रक्रिया
बैंक या डाकघर से पैसे निकालने के लिए सबसे पहले पता लगाएं कि आप निकासी के लिए पात्र हैं या नहीं. इसके लिए खाता खोलने की तारीख का पता लगाएं. अगर आप पात्र होते हैं, तो ये पता करें कि आप कितना पैसा निकाल सकते हैं. राशि ग्राहक के बैंक खाते में जमा हो जाएगी या बैंक ड्राफ्ट दे दिया जाता है.
पीपीएफ खाते को कैसे करें बंद
पीपीएफ खाते को पीपीएफ खाता क्या है? जितने लंबे समय के लिए चलाया जाता है, उसमें ही फायदा होता है. लेकिन मेच्योरिटी से पहले खाता बंद करने के लिए एक विशेष स्थिति होती है. किसी गंभीर बीमारी या बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए PPF अकाउंट से खुले अगर पांच साल हो चुके हों, तो उसे बंद किया जा सकता है.
EPF अकाउंट से कब और कैसे निकाल सकते हैं पैसे? जानिए यहां
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FAQ Public Provident Fund - Faq's
पीपीएफ भविष्य निधि (पीपीएफ) योजना, 1968 के लिए आवेदन करने हेतु आपको फॉर्म ए भरकर संबंधित दस्तावेज़ों के साथ एसबीआई की किसी शाखा में जमा करना होता है। पीपीएफ खाता किसी एक शाखा में खोला जाएगा। आप जिस शाखा में लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) खाता खोलना चाहते हैं, उसका फॉर्म ए में उल्लेख करें। आवश्यक दस्तावेज़ों की जानकारी के लिए प्राय: पूछे जाने वाले प्रश्नों का संदर्भ लें।
अवयस्क की ओर से खोले गए खाते को छोड़कर, एक व्यक्ति एक ही खाता रख सकता है।
- निवासी भारतीय व्यक्तियों और अवस्यकों की ओर से व्यक्तियों द्वारा एक लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) खाता खोला जा सकता है।
- अवयस्क की ओर से खोले गए खाते को छोड़कर, एक व्यक्ति एक ही खाता रख सकता है।.
- माता या पिता द्वारा अपने अवयस्क पुत्र या पुत्री के लिए लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) खाता खोला जा सकता है; हालांकि एक ही अवयस्क के लिए माता एवं पिता दोनों लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) खाते नहीं खोल सकते।.
- दादा-दादी अपने अवयस्क पौत्र-पौत्री की ओर से लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) खाता नहीं खोल सकते, हालांकि माता और पिता दोनों की मृत्यु हो जाने की स्थिति में दादा-दादी पौत्र-पौत्री के अभिभावक के रूप में लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) खाता खोल सकते हैं।.
- पीपीएफ खाता आवेदन फार्म (फॉर्म ए)
- नामांकन फॉर्म
- पासपोर्ट आकार के फोटोग्राफ
- पैन कार्ड/फॉर्म 60-61 की प्रति
- बैंक के केवाईसी मानकों के अनुसार पहचान एवं आवास प्रमाण
लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) संशोधन योजना, 2016 के तहत न्यूनतम और अधिकतम कितनी राशि का निवेश किया जा सकता है?
प्रति वर्ष न्यूनतम जमा राशि रु. 500 रुपये है और अधिकतम सीमा रु. 1,50,000 प्रति वर्ष है।
वित्त वर्ष की समाप्ति तक यदि ग्राहक न्यूनतम रु. 500 जमा नहीं करता है तो चूक के प्रत्येक वर्ष के लिए रु. 50 का अर्थदंड लगाया जाएगा।
लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) खाता खोले जाने के वर्ष से 15 वर्ष की समाप्ति के बाद परिपक्व होता है।
ग्राहक परिपक्वता की तारीख से एक वर्ष के भीतर फॉर्म एच प्रस्तुत कर लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) निवेश की अवधि परिपक्वता अवधि से 5 वर्ष की ब्लॉक अवधि के लिए विस्तारित कर सकता है।
पीपीएफ (संशोधन) योजना 2016 के अनुसार, परिपक्वता से पूर्व भुगतान की अनुमति केवल उस खाते या अवयस्क खाता धारक के अभिभावक को होती है, जो पाँच वित्तीय वर्ष पूरे कर चुके होते हैं, जहाँ:
- खाताधारक, पति या पत्नी अथवा आश्रित बच्चों या माता-पिता के लिए गंभीर बीमारियों या जानलेवा रोगों के उपचार हेतु राशि की आवश्यकता हो। इसके लिए सक्षम चिकित्सा प्राधिकारी से संबंधित दस्तावेज़ प्रस्तुत किए जाने चाहिए;
- खाताधारक या अवयस्क खाताधारक की उच्च शिक्षा के लिए राशि आवश्यक हो। इसके लिए भारत और विदेशों में उच्च शिक्षा के मान्यता प्राप्त संस्थान में प्रवेश की पुष्टि करते दस्तावेज़ और शुल्क बिल प्रस्तुत किए जाने चाहिए।
ग्राहक 7वें वित्तीय वर्ष से हर साल एक बार राशि का आहरण कर सकता है, यह राशि ग्राहक के खाते में चौथे वर्ष की समाप्ति पर उपलब्ध शेष राशि के 50% से अधिक नहीं होगी, यह राशि आहरित किए जा रहे वर्ष के ठीक पूर्ववर्ती वर्ष की राशि या पूर्ववर्ती वर्ष की समाप्ति पर उपलब्ध शेष राशि, इनमें से जो भी कमतर हो, होगी।
ग्राहक तीसरे वित्तीय वर्ष से छठे वित्तीय वर्ष के बीच यानी तीसरे वित्तीय वर्ष के अंत से पाँचवे वित्तीय वर्ष के अंत तक ऋण की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
अन्य बैंक/डाक घर में मेरे विद्यमान लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) खाते को एसबीआई में अंतरित करने की प्रक्रिया क्या है?
सरकार की पीपीएफ योजना के अनुसार, ग्राहक अपने पीपीएफ खाते को एक अधिकृत बैंक या डाकघर से दूसरे में अंतरित कर सकते हैं। ऐसे मामले में, पीपीएफ खाते को निरंतर खाता माना जाएगा। ग्राहकों को अपने मौजूदा पीपीएफ खातों को एसबीआई में अंतरित करने में समर्थ बनाने के लिए, निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए।
- राहक उस बैंक या डाकघर से संपर्क करता है, जहाँ उसका वर्तमान पीपीएफ खाता है और एसबीआई की शाखा में पीपीएफ खाते के अंतरण के लिए आवेदन प्रस्तुत करता है।
- एक बार आवेदन प्रक्रिया हो जाने के बाद, मौजूदा बैंक/डाकघर ग्राहक द्वारा उपलब्ध कराए गए मूल दस्तावेज़ जैसे खाते की प्रमाणित प्रति, खाता खोलने का आवेदन, नामांकन फॉर्म, नमूना हस्ताक्षर आदि पीपीएफ खाते की बकाया राशि के चेक/डीडी के साथ एसबीआई शाखा के पते पर भेजने की व्यवस्था करता है।
अंतरण के बाद एसबीआई शाखा में दस्तावेज़ प्राप्त होने के बाद, ग्राहकों को अपनी मूल पासबुक के साथ नया पीपीएफ खाता खोलने का फॉर्म (फॉर्म ए) और नामांकन फॉर्म (नामांकन के परिवर्तन के मामले में फॉर्म ई/फॉर्म एफ) प्रस्तुत करना होगा। साथ ही ग्राहक को केवाईसी दस्तावेजों का एक नया सेट प्रस्तुत करना होगा।
क्या मैं एसबीआई में अपने लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) खाते को इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से ऍक्सेस कर सकता हूँ?
जी हाँ, एसबीआई आपको अपने एसबीआई नेट बैंकिंग खाते में लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) खाते की शेष राशि, लिंक्ड बचत खाते से ऑनलाइन निधि अंतरण और लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) खाते की विवरणी ऑनलाइन देखने की सुविधा प्रदान करता है।
क्या पीपीएफ अंशदाताओं के लिए बचत बैंक/चालू खाते को नामे कर पीपीएफ खाते में आवधिक जमा (निश्चित राशि) करने के लिए स्थाई अनुदेश का कोई प्रावधान है?
जी हाँ, पीपीएफ खाते में राशि जमा करने के लिए एसबी या चालू खाते से स्थाई अनुदेश देने का प्रावधान है। इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से पीपीएफ खाते में आवधिक आधार पर राशि जमा करने के लिए स्थाई अनुदेश ऑनलाइन भी दिए जा सकते हैं। अन्य बैंकों के साथ खाता रखने वाले ग्राहकों के लिए पीपीएफ में अंशदान के लिए ईसीएस अधिदेश की सुविधा भी उपलब्ध है।
निवासी भारतीय होने के दौरान मैंने अपना पीपीएफ खाता खोला था। अभी मैं अनिवासी भारतीय हूँ। क्या मैं एसबीआई में अपना खाता जारी रख सकता हूँ?
वित्त मंत्रालय पीपीएफ खाता क्या है? की अधिसूचना संख्या जीएसआर1237 (ई) दिनांकित 3.10.17 के अनुसार, निवासी भारतीयों के पीपीएफ खाते, जो परिपक्वता अवधि के दौरान एनआरआई बन गए, उन्हें उस तिथि से बंद माना जाएगा, जिससे वे खाताधारक एनआरआई बने थे। हालाँकि, इस नियम को फिलहाल स्थगित रखा गया गया है (सरकार के ओएम सं. एफ/01/10/2016-एनएस दिनांकित 23.02.18 के अनुसार) और एनआरआई पहले की तरह पीपीएफ खाते जारी रख सकते हैं।
Last Updated On : Tuesday, 17-12-2019
ब्याज दर
8.40%* प्रति वर्ष.
04.10.2022 से लागू
*शर्तें लागू
शुरू से
10.65% प्रति वर्ष. *
2.70% प्रति वर्ष .
10 करोड़ रुपए से कम, 15.10.2022 से प्रभावी
3.00% प्रति वर्ष .
10 करोड़ रुपए व अधिक, 15.10.2022 से प्रभावी
8.30%* से शुरू
एसबीआई गोल्ड
एसबीआई रियल्टी गोल्ड लोन
7.90% से शुरू
एसबीआई वैयक्तिक स्वर्ण ऋण
*शर्तें लागू
Loan amount up to Rs. 3 lakhs
8.85% प्रति वर्ष.
> Rs. 3 lakhs & up to Rs. 5 lakhs
2.70% प्रति वर्ष .
रु 10 करोड़ से कम शेष राशि
3.00% प्रति वर्ष .
रु 10 करोड़ और अधिक शेष राशि
7.95% प्रति वर्ष*
* शर्तें लागू
8.40% प्रति वर्ष.
*शर्तें लागू
(YONO के माध्यम से आवेदन करने पर)
7.75% प्रति वर्ष .
3 वर्ष से 5 वर्ष से कम तक
5 वर्ष से अधिक और 10 वर्ष तक
त्वरित लिंक
- डोरस्टेप बैंकिंग (डीएसबी) सेवाएँ
- उपकरण और कैलकुलेटर
- अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
- ब्याज दर
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महत्वपूर्ण : भारतीय स्टेट पीपीएफ खाता क्या है? बैंक कभी भी फोन/एसएमएस/ई-मेल के माध्यम से आपका यूज़र आईडी/पासवर्ड/पिन नंबर नहीं मांगता है। कृपया ऐसे किसी भी फोन/एसएमएस/ई-मेल का जवाब न दें। ऐसा कोई भी फोन/एसएमएस/ई-मेल जिसमें आपकी लॉग इन संबंधी जानकारी या एसएमएस का एक बारगी पासवर्ड मांगा गया हो, यह आपके खाते से राशि निकालने का प्रयास हो सकता है। यह जानकारी कभी भी किसी को न दें। भारतीय स्टेट बैंक आपकी सुरक्षा चाहती है।यदि आपकी जानकारी मे इस प्रकार की कोई घटना आए तो कृपया हमे निम्नलिखित ई –मेल पते पर सूचित करें
© कॉपीराइट भारतीय स्टेट बैंक (APM Id : Webs_Info_875)
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