एमट्रेडिंग खातों की फीस

शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो जरूरी है Demat Account होना, जानें कैसे खुलता है, क्या होता है चार्ज
How to open a Demat Account : डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया बहुत आसान होती है. इसके लिए सबसे पहले आपको एर फॉर्म ऑनलाइन भरना होता है. जिसके बाद ई वेरिफिकेशन होता है. ये प्रोसेस पूरी होते ही आपका डीमैट खाता खुल जाता है.
Demat Account : शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए जरूरी है डीमैट अकाउंट. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
शेयर बाजार में ट्रेडिंग (Share Market Trading) कर पैसा बहुत से लोग बनाना चाहते हैं लेकिन शेयर्स खरीदने और बेचने के लिए जिस डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है, उसके बारे में कम ही जानकारी होती है. डीमैट अकाउंट कैसे काम करता है, इस खाते को खोलने के लिए जरूरी कागजात कौन से होते हैं और कितनी फीस डीमैट खाते को खोलने के लिए खर्च करनी एमट्रेडिंग खातों की फीस पड़ती है. ऐसे बहुत सारे सवालों के जवाब हम आपको इस खबर की मदद से दे रहे हैं क्योंकि शेयर ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट होना जरूरी है, इसके बिना ट्रेडिंग नहीं की जा सकती है.
तो आइए जानते हैं डीमैट खाते से जुड़ी हर जरूरी जानकारी.
क्या होता है डीमैट खाता
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जिस तरह से बैंक अकाउंट होता है. इसी तरह से डीमैट अकाउंट भी बैंक खाते की तरह काम करता है. शेयर बाजार को रेगुलेट करने वाली संस्था SEBI के साफ निर्देश हैं कि बिना डीमैट खाते के शेयरों को किसी भी अन्य तरीके से खरीदा और बेचा नहीं जा सकता है.
डीमैट खाते की सबसे अच्छी बात होती है ये जीरो अकाउंट बैलेंस के साथ भी खोला जा सकता है. इसमें मिनिमम बैलेंस रखने की जरूरत नहीं होती है. शेयर बाजार में निवेश के लिए निवेशक के पास बैंक अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट खाता होने चाहिए क्योंकि डीमैट खाते में आप शेयरों को डिजिटल रूप से अपने पास रख सकते है. तो वहीं ट्रेडिंग अकाउंट से मदद से शेयर, म्युचुअल फंड और गोल्ड में निवेश किया जा सकता है.
कैसे खोलें डीमैट खाता
- शेयरों में ऑनलाइन निवेश करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी डीमैट खाता होता है. आप इसे HDFC सिक्योरिटीज, ICICI डायरेक्ट, Axis डायरेक्ट जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास खुलवा सकते हैं.
- ब्रोकरेज फर्म का फैसला लेने के बाद आप उसकी वेबसाइट पर जाकर डीमैट अकाउंट ओपन करने का फॉर्म सावधानी से भरने के बाद उसकी KYC प्रोसेस को पूरा करें.
- KYC के लिए फोटो आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ के लिए डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी. जब ये प्रोसेस पूरी हो जाएगा तो उसके बाद इन-पर्सन वेरिफिकेशन होगा. संभव है जिस फर्म से आप डीमैट अकाउंट खुलवा रहे हों, वो अपने सर्विस प्रोवाइडर के दफ्तर आपको बुलवाएं.
- इस प्रोसेस को पूरा होने के बाद आप ब्रोकरेज फर्म के साथ टर्म ऑफ एग्रीमेंट साइन करते है. ऐसा करने के बाद आपका डीमैट अकाउंट खुल जाता है.
- एमट्रेडिंग खातों की फीस फिर आपको डीमैट नंबर और एक क्लाइंट आईडी दी जाएगी.
कौन खोलेगा डीमैट खाता
इंडिया में डीमैट खाता खोलने का काम दो संस्थाएं करती है. जिसमें पहली है NSDL (National Securities Depository Limited) और दूसरी है CDSL (central securities depository limited). 500 से अधिक एजेंट्स इन depositories के लिए काम करते है, जिनको आम भाषा में डीपी भी कहा जाता है. इनका काम डीमैट अकाउंट खोलना होता है.
जरूरी शर्तें
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी शर्त होती है कि जो व्यक्ति शेयर ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट खुलवा रहा हो उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए. साथ ही इसके लिए उस व्यक्ति के पास पैन कार्ड, बैंक अकाउंट आइडेंटिटी और एड्रेस प्रूफ होना जरूरी है.
Crypto Currency में निवेश का है इरादा, तो जान लें इनकी ट्रेडिंग पर लगती है कौन-कौन सी फीस
अगर आप क्रिप्टो करेंसी में निवेश की योजना बना रहे हैं तो इनकी ट्रेडिंग के लिए लगने वाली तीन तरह की ट्रांजैक्शन फीस के बारे में जरूर जान लें.
जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो इसे बेच सकते हैं. (Representative Image)
Trading in Crypto Currencies: दुनिया भर में निवेशकों के बीच क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है. इसमें क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज के जरिए ट्रेडिंग होती है. इस एक्सचेंज पर मौजूदा मार्केट वैल्यू के आधार पर क्रिप्टो करेंसीज को खरीदा-बेचा जाता है. जहां इनकी कीमत मांग और आपूर्ति के हिसाब से एमट्रेडिंग खातों की फीस तय होती है. जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो बेच सकते हैं. स्टॉक एक्सचेंज की तरह ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर भी ट्रेडिंग के लिए फीस चुकानी होती है. इसलिए अगर आपने क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पहले इनकी ट्रेडिंग पर लगने वाली तीन तरह की ट्रांजैक्शन फीस के बारे में जरूर जान लें.
एक्सचेंज फीस
- क्रिप्टो खरीद या बिक्री ऑर्डर को पूरा करने के लिए एक्सचेंज फीस चुकानी होती है. भारत में अधिकतर क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज का फिक्स्ड फीस मॉडल है, लेकिन ट्रांजैक्शन की फाइनल कॉस्ट उस प्लेटफॉर्म पर निर्भर होती है जिस पर ट्रांजैक्शन पूरा हुआ है. ऐसे में इसे लेकर बेहतर रिसर्च करनी चाहिए कि कौन सा क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज सबसे कम ट्रांजैक्शन फीस ले रहा है.
- फिक्स्ड फीस मॉडल के अलावा क्रिप्टो एक्सचेंज में मेकर-टेकर फी मॉडल भी है. क्रिप्टो करेंसी बेचने वाले को मेकर कहते हैं और इसे खरीदने वाले को टेकर कहते हैं. इस मॉडल के तहत ट्रेडिंग एक्टिविटी के हिसाब से फीस चुकानी होती है.
नेटवर्क फीस
- क्रिप्टोकरेंसी माइन करने वालों को नेटवर्क फीस चुकाई जाती है. ये माइनर्स शक्तिशाली कंप्यूटर्स के जरिए किसी ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करते हैं और ब्लॉकचेन में जोड़ते हैं. एक तरह से कह सकते हैं कि कोई ट्रांजैक्शंन सही है या गलत, यह सुनिश्चित करना इन माइनर्स का काम है. एक्सचेंज का नेटवर्क फीस पर सीधा नियंत्रण नहीं होता है. अगर नेटवर्क पर भीड़ बढ़ती है यानी अधिक ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करना होता है तो फीस बढ़ जाती है.
- आमतौर पर यूजर्स को थर्ड पार्टी वॉलेट का प्रयोग करते समय ट्रांजैक्शन फीस को पहले से ही सेट करने की छूट होती है. लेकिन एक्सचेंज पर इसे ऑटोमैटिक एक्सचेंज द्वारा ही सेट किया जाता है ताकि ट्रांसफर में कोई देरी न हो. जो यूजर्स अधिक फीस चुकाने के लिए तैयार हैं, उनका ट्रांजैक्शन जल्द पूरा हो जाता है और जिन्होंने फीस की लिमिट कम रखी है, उनके ट्रांजैक्शन पूरा होने में कुछ समय लग सकता है. माइनर्स को इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट और प्रोसेसिंग पॉवर के लिए फीस दी जाती है.
वॉलेट फीस
- क्रिप्टो करेंसी को एक डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. यह वॉलेट एक तरह से ऑनलाइन बैंक खाते के समान होता है जिसमें क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित रखा जाता है. अधिकतर वॉलेट में क्रिप्टो करेंसी के डिपॉजिट और स्टोरेज पर कोई फीस नहीं ली जाती है, लेकिन इसे निकालने या कहीं भेजने पर फीस चुकानी होती है. यह मूल रूप से नेटवर्क फीस है. अधिकतर एक्सचेंज इन-बिल्ट वॉलेट की सुविधा देते हैं.
- क्रिप्टो वॉलेट्स सिस्टमैटिक क्रिप्टो करेंसी खरीदने का विकल्प देते हैं और इसके इंटीग्रेटेड मर्चेंट गेटवे के जरिए स्मार्टफोन व डीटीएस सर्विसेज को रिचार्ज कराया जा सकता है.
(Article: Shivam Thakral, CEO, BuyUcoin)
(स्टोरी में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दिए गए सुझाव लेखक के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)
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SBI YONO ऐप पर खोलिए डीमैट अकाउंट, नहीं देनी होगी कोई फीस
वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण ने पिछले दिनों शेयर मार्केट में छोटे निवेशकों की बढ़ती भागीदारी पर खुशी जताई थी.
अगर आप शेयर मार्केट में निवेश की योजना बना रहे हैं तो इसमें निवेश करने के लिए एक डीमैट और ट्रेडिंग खाते की जरूरत पड़ेगी. वहीं, एसबीआई अपने मोबाइल ऐप योनो (SBI YONO) के जरिए ग्राहकों को फ्री में डीमैट अकाउंट खोलने का ऑफर दे रहा है.
- News18Hindi
- Last Updated : April 15, 2022, 18:02 IST
नई दिल्ली. शेयर बाजार में निवेश करने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट (Demat Account) जरूर होना चाहिए. इसके साथ ही ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account) भी जरूरी है. आमतौर पर डीमैट अकाउंट खोलने पर आपको फीस देनी होती है. वहीं, सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़े बैंक एसबीआई (SBI) अपने मोबाइल ऐप योनो (SBI YONO) के जरिए ग्राहकों को फ्री में डीमैट अकाउंट खोलने का ऑफर दे रहा है. इसके अलावा पहले साल में अकाउंट होल्डर को किसी तरह का एएमसी (AMC) चार्ज नहीं देना होगा.
बैंक ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल @TheOfficialSBI के जरिए कहा, ”अपना पहला डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोले एसबीआई के योनो ऐप के जरिए. आपको डीमैट अकाउंट और पहले साल के डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) एएमसी पर किसी तरह का शुल्क नहीं देना होगा. अब योनो डाउनलोड करें!”
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— State Bank of India (@TheOfficialSBI) April 15, 2022
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एमट्रेडिंग खातों की फीस
एक बिगिनर के रूप में आपको शेयर बाजार चुनौतीपूर्ण लग सकता है, हालांकि हम आपको आश्वस्त करते हैं कि ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखना बहुत आसान है.
Written by Web Desk Team | Published :September 9, 2022 , 6:32 am IST
महंगाई का मुकाबला करने के लिए, शेयर बाजारों और अन्य फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट में निवेश और ट्रेडिंग पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है. यदि आप अपनी गाढ़ी कमाई एमट्रेडिंग खातों की फीस को केवल फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे ट्रेडिशनल फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट (traditional financial instrument) में सेव करते हैं, तो आप अपने फाइनेंशियल गोल को पूरा करने से पीछे रह सकते हैं.
एक बिगिनर के रूप में आपको शेयर बाजार एमट्रेडिंग खातों की फीस चुनौतीपूर्ण लग सकता है, हालांकि हम आपको आश्वस्त करते हैं कि ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखना बहुत आसान है. ऑनलाइन ट्रेडिंग के आने से पहले, जो व्यक्ति बॉन्ड, शेयर, या अन्य सिक्योरिटीज जैसे फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट को खरीदना या बेचना चाहते थे, उन्हें अपनी ब्रोकरेज फर्मों से संपर्क करना पड़ता था और उन्हें उनकी ओर से लेनदेन की व्यवस्था करने के लिए कहना पड़ता था. इसके बाद, प्राइस चेक करने, कॉन्ट्रैक्ट वेरीफाई करने और अंत में ट्रेड की पुष्टि करने की एक लंबी प्रक्रिया का पालन करना पड़ता था. हमें उस फीस को नहीं भूलना चाहिए जो ये ट्रेडिशनल ब्रोकर सर्विस के लिए मांगते थे. फिर आया डिस्काउंट ब्रोकर्स या ऑनलाइन ब्रोकर्स का युग, जिसने खेल को पूरी तरह से बदल दिया. इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग जो पहले कुछ चुनिंदा लोगों के लिए विशेष रूप से उपलब्ध थी अब बहुत बड़ी संख्या में आम लोगों के लिए उपलब्ध कराया गया है.
ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है?
ऑनलाइन ट्रेडिंग फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट को ऑनलाइन खरीदने और बेचने का एक सुविधाजनक तरीका है. इन लेन-देन को ऑनलाइन ब्रोकर्स के माध्यम से आसान बनाया जा सकता है जो इक्विटी, कमोडिटीज, बॉन्ड, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड, फ्यूचर्स आदि जैसे फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट की एक विस्तृत श्रृंखला की पेशकश करते हैं.
ऑनलाइन ट्रेडिंग के क्या फायदे हैं?
किसी भी समय कहीं से भी ट्रेड करने की सुविधा: यदि आपके पास स्मार्टफोन और इंटरनेट कनेक्शन तक पहुंच है तो आप अपने मोबाइल ट्रेडिंग ऐप से किसी भी समय (बाजार के घंटों के दौरान) कहीं से भी ट्रेड/निवेश कर सकते हैं.
अपने निवेश को रियल-टाइम के आधार पर ट्रैक करें और निवेश का निर्णय आसानी से लें: आप अपने निवेश और ट्रेंड्स को एक ही प्लेटफॉर्म पर ट्रैक कर सकते हैं. अधिकांश प्लेटफ़ॉर्म ढेर सारे डेटा पॉइंट भी प्रदान करते हैं जिनसे आप खुद भी रिसर्च कर स्टॉक और अन्य वित्तीय साधनों में ट्रेड कर सकते हैं. यह आपको स्मार्ट निवेश और ट्रेडिंग डिसीजन लेने में मदद कर सकता है. जब भी आप अपने फोन या कंप्यूटर से लॉग इन एमट्रेडिंग खातों की फीस करते हैं तो आप रीयल-टाइम प्रॉफिट या लॉस देख सकते हैं.
ट्रेड करने से पहले अपने ब्रोकर से संपर्क करने की आवश्यकता नहीं: आपको कोई भी लेनदेन करने से पहले अपने ब्रोकर से बात करने की एमट्रेडिंग खातों की फीस भी आवश्यकता नहीं है. इनफॉर्म्ड इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग डिसीजन लेने के लिए, आपको ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखनी चाहिए और डेटा पॉइंट, पैटर्न, ट्रेंड और प्राइस मूवमेंट की समझ प्राप्त करनी चाहिए.
शुरुआती लोग ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकते हैं?
1) ब्रोकर का चयन करें: शुरुआती लोगों के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग में पहला कदम यह निर्धारित करना है कि ब्रोकर वैध है या नहीं. यह देखना होगा कि यह सेबी पंजीकृत ब्रोकर है या नहीं. हर एक ब्रोकर को अपनी सेबी पंजीकृत आईडी को अपनी आधिकारिक वेबसाइटों पर डिस्प्ले करना जरूरी है. एक बार जब आप ब्रोकर की वैधता चेक कर लेते हैं, तो आपको दो प्रकार के ऑनलाइन ब्रोकरों में से चुनना होगा:
– डिस्काउंट ब्रोकर या
– फुल-सर्विस ब्रोकर्स
एक डिस्काउंट ब्रोकर आपको कम शुल्क में सभी आवश्यक ट्रेडिंग टूल प्रदान करेगा, एक फुल-सर्विस ब्रोकरेज फर्म आपको उच्च शुल्क में निवेश सलाह प्रदान करेगी. इस प्रकार आपकी आवश्यकताओं के आधार पर, आप यह तय कर सकते हैं कि आप डिस्काउंट ब्रोकर या फुल-सर्विस ब्रोकर के साथ जाना चाहते हैं. असल में, डी-आई-वाई ट्रेडर बनने के लिए इंटरनेट पर कई संसाधन उपलब्ध हैं जिनके माध्यम से आप ऑनलाइन ट्रेडिंग और शेयर बाजारों के बारे में सीख सकते हैं. आप डिस्काउंट ब्रोकरेज चुन सकते हैं. यदि आपके पास अपने दम पर ट्रेड करने का ज्ञान है, यदि आप निवेश करना चाहते हैं, लेकिन आपके पास बाज़ार का समय या समझ नहीं है, तो एक फुल-सर्विस ब्रोकरेज अकाउंट एक बेहतर विकल्प हो सकता है.
2) डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलें: शुरुआती लोगों के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू करने के लिए अगला कदम और आरंभ करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण कदम डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना है. डीमैट अकाउंट एक बैंक खाते की तरह होता है जहां यह आपके स्टॉक, एमएफ इत्यादि को डीमैटरियलाइज्ड रूप में रखता है जैसे बैंक आपकी नकदी रखता है. जबकि, ट्रेडिंग अकाउंट एक इंटरफ़ेस है जिससे आप एक्चुअल ट्रांजैक्शन कर सकते हैं. इन दिनों डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना बेहद सहज, एमट्रेडिंग खातों की फीस तेज और पेपरलेस हो गया है. एक बार जब आप कुछ बेसिक डॉक्यूमेंट प्रस्तुत कर देते हैं तो आप उसी दिन से ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं.
3) ट्रेडिंग शुरू करें: निवेश या ट्रेडिंग शुरू करने से पहले, ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखना, शेयर बाजारों का कुछ ज्ञान हासिल करना और वर्चुअल ट्रेडिंग का अभ्यास करना एक अच्छा आईडिया है. एक बार जब आप इसे जान लें तो अपने ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से ट्रेडिंग शुरू करें. D-I-Y (do-it-yourself) इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग को आसान बनाने के लिए अपने ब्रोकर के प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध विभिन्न टूल्स का उपयोग करें.
निष्कर्ष ये है कि शेयर बाजार में शुरुआत करने के लिए आपको एक ऑनलाइन ब्रोकर का चयन करना होगा, एक डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलना होगा और ट्रेडिंग शुरू करनी होगी. सुनिश्चित करें कि आप अपने ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म और वेब पर उपलब्ध लर्निंग मटेरियल और टूल्स का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करते हैं
प्रमुख डीमैट अकाउंट कंपनियों की सूचि
दोस्तों, शेयर बाजार के बारें में आप जरूर सुने होंगे। लेकिन क्या आप जानते है की शेयर बाजार में ट्रेडिंग कैसे किया जाता है ? इसमें ट्रेडिंग के लिए पैसे के अलावा सबसे बुनियादी जरुरत क्या होती है?
डीमैट खाता, जी हां दोस्तों। डीमैट अकाउंट (खाता) शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए सबसे बुनियादी जरुरत है। यह आपके बैंक अकाउंट (खाता) की तरह होता है। जैसे आपको पैसे की लेनदेन के लिए बैंक अकाउंट की जरुरत होती है, उसी तरह से शेयर बाजार में शेयर को खरीदने और बेचने के लिए डीमैट अकाउंट (खाता) की जरुरत होता है।
शेयर बाजार में ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट (खाता) अनिवार्य होता है। डीमैट को डीमैटरियलाइज़ेशन कहते है, डीमैट इसका संक्षिप्त रूप है। शेयर बाजार में ट्रेडिंग डिजिटल होता है इसलिए डीमैट अकाउंट अनिवार्य है।
दोस्तों, अब आप समझ गए है की डीमैट अकाउंट की आवश्यकता शेयर बाजार में क्यूँ होता है। अब हम विस्तार से जानेंगे, भारत में सबसे प्रमुख कम्पनियाँ कंपनियों के बारे में, जो डीमैट अकाउंट (खाता) खोलती है।
सबसे प्रमुख डीमैट अकाउंट कम्पनियाँ
1. ज़ीरोदा (Zerodha)
ज़ीरोदा, बैंगलोर, कर्नाटक में स्थित एक डिस्काउंट ब्रोकरेज कंपनी है, जो शेयर बाजार में इक्विटी निवेश की निःशुल्क सुविधा देता है। अन्य ट्रेडिंग जैसे इंट्राडे और फ्यूचर और ऑप्शन (F&O) ट्रेडिंग पर एक निश्चित शुल्क 20 या 0.03% रुपये है।
प्रतिदिन ट्रेडो की संख्या के अनुसार, ज़ीरोदा भारत की सबसे बड़ी रिटेल (खुदरा) ब्रोकर है। यह प्रतिदिन 7 मिलियन से अधिक ट्रेड प्रोसेस करता है। ज़ीरोदा के पास 800 करोड़ रुपये से अधिक पूजी है जो किसी भी ब्रोकर कंपनी से ज्यादा है।
ज़ीरोदा ऑनलाइन डीमैट अकाउंट (खाता) खोलने की सुविधा देती है, कोई भी निवेशक बहुत आसानी से अपना डीमैट अकाउंट (खाता) खोल सकता है। ज़ीरोदा में डीमैट खाता खोलने का कोई शुल्क नहीं लगता है लेकिन खाता का वार्षिक रखरखाव के लिए एक न्यूनतम शुल्क है, जो दूसरे वर्ष से लिया जाता है।
2. अपस्टॉक्स (Upstox)
अपस्टॉक्स मुंबई, महाराष्ट्र में स्थिति भारत की सबसे प्रमुख डिस्काउंट ब्रोकरेज कंपनियों में से एक है जो इक्विटी, कमोडिटी और करेंसी बाजार में ट्रेडिंग की सुविधा प्रदान करती है। उपस्टेक्स के माध्यम से निवेशक स्टॉक्स, म्यूच्यूअल फण्ड, डिजिटल गोल्ड और आईपीओ में आसानी से निवेश या ट्रेड कर सकते है। अपस्टॉक्स में कोई भी निवेशक अपना ऑनलाइन डीमैट अकाउंट (खाता) आसानी से खोल सकता है और डीमैट अकाउंट खोलने का कोई फीस नहीं लगता है । लेकिन आपके खाता के रखरखाव का एक न्यूनतम वार्षिक शुल्क निवेशक को देना होता है।
अपस्टॉक्स, शेयर निवेशोंको को कम सुविधा शुल्क पर पर NSE, BSE और MCX में ट्रेडिंग की सेवा प्रदान करता है। अपस्टॉक्स में निवेश करने वाली कंपनी और उनकी साझेदरी ईएसएस प्रकार है; टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट – 31.1% हिस्सेदारी, कलारी कैपिटल पार्टनर्स – 15.21% हिस्सेदारी, जीवीके डेविक्स टेक्नोलॉजीज – 2.54% हिस्सेदारी और रतन टाटा – 1.33% हिस्सेदारी
3. 5 पैसा
5 पैसा एक डिस्काउंट ब्रोकरेज कंपनी है जो सभी डिस्काउंट ब्रोकरेज कंपनियों से काम शुल्क पर ट्रेडिंग सुविधा देती है। आईआईएफएल (इंडिया इन्फो लाइन लिमिटेड) ने साल 2015 में एक 5 पैसा कंपनी स्थापित की थी और आज भारत के प्रमुख डीमैट कंपनियों में से एक है। यह इक्विटी, करेंसी, म्यूचुअल फंड्स, बीमा, फ्यूचर एंड ऑप्शन (F&O), आईपीओ (IPO) आदि प्रतिभूति बाजार में ट्रेडिंग की सुविधा देता है। 5 पैसा कमोडिटी में ट्रेडिंग की अनुमति नहीं देता है।
4. शेयरखान
शेयरखान एक फुल-सर्विस स्टॉकब्रोकर है जो स्टॉक, निवेश, म्यूचुअल फंड, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज, रिसर्च, निवेशक शिक्षा आदि सहित अन्य शेयर बाजार से जुड़े सेवाएं प्रदान करता है। श्री श्रीपाल मोरखिअ द्वारा शेयरखान की स्थापना मुंबई, महाराष्ट्र में सन 2000 में हुआ था। शेयरखान बीएसई, एनएसई, एमसीएक्स, सीडीएसएल और एनएसडीएल का एक सदस्य है। शेयरखान अपनी ऑनलाइन ट्रेडिंग वेबसाइट शेयरखान के माध्यम से ब्रोकरेज सेवाएं प्रदान करता है।
शेयरखान द्वारा कोई डीमैट खोलने का शुल्क नहीं लिया जाता है जबकि दूसरे वर्ष से 400 रुपये का एक निश्चित डीमैट रखरखाव शुल्क लिया जाता है।
5. आईसीआईसीआई डायरेक्ट
आईसीआईसीआईडायरेक्ट, भारत की सबसे बड़ा खुदरा ब्रोकर है। यह निवेशकों को ऑनलाइन डीमैट अकाउंट (खाता) की सुविधा देता है, जिससे निवेशक निःशुल्क ट्रेडिंग कर सकते है। यह पिछले 2 दशकों में 50+ लाख से अधिक ग्राहकों को सेवा दे रहा है। इसका 170+ शाखाएं पुरे भारत में फैला हुआ है। आईसीआईसीआईडायरेक्ट इक्विटी, म्यूचुअल फंड, डेरिवेटिव्स, फ्यूचर्स और ऑप्शंस (F&O), करेंसी, कमोडिटी, ईटीएफ, इंश्योरेंस, आईपीओ, कॉरपोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट, लोन, एनपीएस, वेल्थ मैनेजमेंट, कॉरपोरेट सर्विसेज, एनआरआई सर्विसेज, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज आदि जैसे 50 से अधिक वित्तीय उत्पादों (Financial Products) और सेवाएं देती है।
6. एचडीएफसी सिक्योरिटीज
एचडीएफसी सिक्योरिटीज एक फुल टाइम सर्विस ब्रोकर है जिसकी शुरुवात सन 2000 में हुआ था। यह एचडीएफसी बैंक का हिस्सा है जो शेयर मार्किट ब्रोकिंग और डीमैट सेवा प्रदान करती है | डिजिटल गोल्ड, इक्विटी, स्टॉक एसआईपी, ईटीएफ, आईपीओ,, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट, डेरिवेटिव, म्यूचुअल फंड, फिक्स्ड डिपाजिट (Fixed Deposit ), एनपीएस (NPS), ऋण, बीमा तथा अन्य सेवाएं देती है।
वे पहले वर्ष से INR 999 का ट्रेडिंग खाता खोलने का शुल्क और INR 750 का डीमैट खाता रखरखाव शुल्क लेते हैं।
7. मोतीलाल ओसवाल
मोतीलाल ओसवाल एक फुल टाइम ब्रोकर है, इसकी शुरुवात सन 1987 में वित्तीय सेवा (Financial Service) के रूप में हुआ था जो आज वित्तीय बाजार में जाना माना नाम हो गया है। शायद ही कोई निवेशक मोतीलाल ओसवाल से परिचित नहीं हो। आज यह इक्विटी, डेरिवेटिव, कमोडिटीज, करेंसी, म्यूचुअल फंड, आईपीओ, डिजिटल गोल्ड, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट, बॉन्ड और कॉरपोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट आदि में सेवा देता है। मोतीलाgraल ओसवाल के पास 9 लाख से अधिक ग्राहक है और इसके 2200 से ज्यादा शाखा है।
खाता खोलने के लिए उनके पास कोई शुल्क नहीं है, लेकिन दूसरे वर्ष से सभी डीमैट खाताधारकों से 441 का वार्षिक रखरखाव शुल्क लिया जाता है।
दोस्तों, आप यहाँ शेयर बाजार में डीमैट खाता के जरुरत को समझा। डीमैट अकाउंट निवेशक के प्रतिभूति (Security) को जमा रखता है और अगर कोई निवेशक शेयर बाजार में अपने प्रतिभूति (Security) को खरीदना या बेचना चाहता है तो डीमैट खाता दे द्वारा खरीद या बेच सकता है। साथ ही भारत की प्रमुख डीमैट खाता खोलने वाली कंपनी के बारे और उनके विशेषतावों को विस्तार जानकारी प्राप्त किये है।
दोस्तों, अगर आपके पास डीमैट खाता है और शेयर बाजार में ट्रेडिंग या निवेश के लिए रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर चाहते है तो आप कॅपिटलविआ (CapitalVia) ग्लोबल रिसर्च लिमिटेड कमपनी को संपर्क कर सकते है।
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