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USD की वसूली

USD की वसूली
If Pakistan insists on USD 20 Dollar Fee for Kartarpur Pilgrims&India signs agreement on 23 rd Oct-19 then NDA/BJP Govt should undertake to pay that Jazia Tax in MOU itself.Paying to visit Kartarpur Sahib goes against grain of “KHULE DARSHAN in Holy Ardas https://t.co/1eOoxZQLUV— Manish Tewari (@ManishTewari) October 22, 2019

USD की वसूली

एफसीएनआर खाते - अपने पसंद की किसी विदेशी मुद्रा में जमा रखने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए है. फिलहाल, अमेरिकी डॉलर (USD), पौंड स्टर्लिंग (GBP), जापानी येन (JPY), यूरो(EURO), ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (AUD) और कैनेडियन डॉलर (CAD) मुद्राओं में राशि एफसीएनआर (बी) खाता में जमा की जा सकती हैं. इस खाते का प्रमुख लाभ यह है कि जमाकर्ता को विनिमय दर में USD की वसूली उतार चढ़ाव के बारे में चिंता करने की जरुरत नहीं होती है.

अनिवासी भारतीय(एनआरआई) उक्त खाते के लिए 1 वर्ष से 5 वर्ष की अवधि के बीच चयन कर सकते हैं. मुद्रा के आधार पर जमाराशियों के ब्याज दर में भिन्नता होती है. वर्तमान ब्याज दर हेतु कृपया हमारे वैबसाइट को देखें.

निवासी और/या अनिवासियों के साथ उक्त खाते को संयुक्त रूप से खोला जा सकता है. यदि खाता अनिवासी के साथ संयुक्त रूप से खोला गया है तो उसका संचालन खाते धारक के इच्छानुसार किया जाएगा परंतु यदि खाता निवासी भारतीय के साथ खोला गया है तो संयुक्त खाता धारक भारतीय रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों के अनुरूप निकटस्थ रिश्तेदार होना चाहिए और खाते का संचालन केवल पूर्ववर्ती व्यक्ति या उत्तरजीवी व्यक्ति द्वारा किया जाएगा.

भारत में जमाकर्ता के अनुरोध करने पर जमकर्ता एवं तीसरे पक्ष को जमाराशियों पर ऋण लेने की सुविधा है. बैंक एफ़सीएनआर(बी) जमाराशियों पर विदेशी मुद्रा में भी ऋण देता है, पर यह सुविधा केवल जमाकर्ता के लिए है.उक्त खाता को विदेश से या विद्यमान एनआरई/ एफ़सीएनआर खाते से निधि अंतरण के जरिये भी खोला जा सकता है.

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Kartarpur Corridor : श्रद्धालुओं से पाकिस्तान द्वारा वसूले जाने वाले 20 डॉलर को कांग्रेस ने बताया 'जजिया कर"

Kartarpur Corridor : श्रद्धालुओं से पाकिस्तान द्वारा वसूले जाने वाले 20 डॉलर को कांग्रेस ने बताया

नई दिल्‍ली। करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जाने वाले हर श्रद्धालु से पाकिस्तान द्वारा वसूले जाने वाले 20 डॉलर की राशि को कांग्रेस ने 'जजिया कर" करार देते हुए कहा कि यह सरकार द्वारा भरा जाना चाहिए। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि सेवा शुल्क के रूप में वसूली जाने वाली यह राशि भाजपा सरकार द्वारा भरी जानी चाहिए, क्योंकि यह 'खुले दर्शन" के खिलाफ है।

तिवारी ने एक ट्वीट में कहा है- यदि पाकिस्तान 23 अक्टूबर, 2019 को होने वाले समझौते में करतारपुर श्रद्धालु से 20 डॉलर शुल्क वसूली पर जोर देता है तो तो एमयूओ में ही राजग/भाजपा सरकार द्वारा उस जजिया कर को भरने की बात होनी चाहिए।

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करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए शुल्क चुकाना पवित्र अरदास में खुले दर्शन के खिलाफ है।" पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी पाकिस्तानी अधिकारियों से 20 डॉलर की शुल्क के प्रस्ताव पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया USD की वसूली है। विदेश मंत्रालय ने भी अपने एक बयान में कहा है कि प्रति श्रद्धालु 20 डॉलर सेवा शुल्क की वसूली पर पाकिस्तान का जोर देना निराशाजनक है।

If Pakistan insists on USD 20 Dollar Fee USD की वसूली for Kartarpur Pilgrims&India signs agreement on 23 rd Oct-19 then NDA/BJP Govt should undertake to pay that Jazia Tax in MOU itself.Paying to visit Kartarpur Sahib goes against grain of “KHULE DARSHAN in Holy Ardas https://t.co/1eOoxZQLUV

— Manish Tewari (@ManishTewari) October 22, 2019

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भारतीय क्षेत्र में बनाए जा रहे 4.2 USD की वसूली किलोमीटर लंबा कॉरिडोर 31 अक्टूबर तक तैयार हो जाएगा। सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देवजी का इस साल 550वां प्रकाश पर्व है।

Nirav Modi Scam: PNB को अमेरिका से मिली वसूली की पहली किश्त, 3.25 मिलियन डॉलर जब्‍त

भगोड़े नीरव मोदी की प्रॉपर्टी के जरिए बैंक का नुकसान की भरपाई वसूलने USD की वसूली का काम जारी है. नीरव मोदी और उनके अंकल मेहुल चोकसी पर 11 हजार करोड़ से ज्यादा के घोटाले का आरोप है.

Nirav Modi Scam: PNB को अमेरिका से मिली वसूली की पहली किश्त, 3.25 मिलियन डॉलर जब्‍त

Aug 25, 2020 | 9:40 PM

पीएनबी का पैसा लेकर फरार (PNB Scam) चल रहे हीरा कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi) को एक और झटका लगा है. कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) ने अमेरिका से नीरव मोदी मामले में 3.25 मिलियन डॉलर की वसूली में सफलता हासिल की है.

पंजाब नेशनल बैंक लिमिटेड (PNB) ने कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) को सूचित किया है कि उसे 3.25 मिलियन डॉलर (24.33 करोड़ रुपये के बराबर) पहली किश्त के रूप में मिले हैं. यूएस चैप्टर 11 ट्रस्टी के देनदारों की संपत्ति पर, पीएनबी सहित असुरक्षित लेनदारों को वितरण के लिए 11.04 मिलियन डॉलर (82.66 करोड़ रुपये के बराबर) की राशि उपलब्ध है.

पिछले साल फरवरी में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एमी मोदी का नाम सप्‍लीमेंट्री चार्जशीट में दिया था. नीरव मोदी के जो न्यू यॉर्क में 30 मिलियन डॉलर के दो अपार्टमेंट थे उससे फायदा लेनेवालों में एमी मोदी का नाम भी आया था. ये अपार्टमेंट उस 637 करोड़ रुपये की विदेशी प्रॉपर्टी का हिस्सा थे जिसे जब्त किया गया था. इसमें लंदन मे मौजूद 56.97 करोड़ का फ्लैट भी शामिल था.

बता दें कि नीरव मोदी, उनके भाई निहाल (बेलजियन नागरिक) और बहन पूर्वी मोदी के खिलाफ पहले ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो चुका है. नीरव मोदी (48 साल) और उनके अंकल मेहुल चोकसी (60 साल) पर 11 हजार करोड़ से ज्यादा के घोटाले का आरोप है. भगोड़े नीरव मोदी की प्रॉपर्टी के जरिए बैंक का नुकसान वसूलने का काम जारी है. अभी जून में दोनों की 1350 करोड़ रुपये की जूलरी हांगकांग से भारत लाई गई थी. इसके बाद जुलाई मे उनकी 329 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की गई थी.

गिरता जा रहा रुपया, इकोनॉमी को कैसे होगा नुकसान, किसे मिलेगा फायदा, समझें

तमाम एक्सपर्ट को ये आशंका है कि डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट अभी आगे भी जारी रहेगी। अब सवाल ये है कि रुपये की गिरावट का आप पर या देश की इकोनॉमी पर क्या असर होगा? आइए इसे समझ लेते हैं।

गिरता जा रहा रुपया, इकोनॉमी को कैसे होगा नुकसान, किसे मिलेगा फायदा, समझें

भारत की करेंसी रुपया USD की वसूली अब तक के सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। मंगलवार को एक बार फिर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया ने अपने ऑल टाइम लो लेवल को टच किया। यह कारोबार के दौरान 79.38 रुपया प्रति डॉलर के स्तर तक गया।

वहीं क्लोजिंग 42 पैसे गिरकर 79.37 रुपया प्रति डॉलर USD की वसूली के स्तर पर हुई। तमाम एक्सपर्ट को ये आशंका है कि रुपये की गिरावट अभी आगे भी जारी रहेगी। अब सवाल ये है कि रुपये की गिरावट का आप पर या देश की इकोनॉमी USD की वसूली पर क्या असर होगा? आइए इसे समझ लेते हैं।

महंगाई बढ़ेगी: रुपया के कमजोर होने से देश में महंगाई बढ़ जाएगी। दरअसल, भारत अपनी जरूरत का 70 फीसदी से ज्यादा पेट्रोलियम उत्पाद आयात करता है। भारत का आयात डॉलर में होता है। रुपया कमजोर होने से भारत को आयात के लिए पहले के मुकाबले ज्यादा भुगतान करना होगा। पेट्रोलियम उत्पादों के आयात महंगा होने की वजह से तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल के भाव बढ़ा सकती हैं।

ईंधन के दाम बढ़ेंगे तो माल ढुलाई का चार्ज बढ़ जाएगा। आमतौर पर यह देखा गया है कि जब भी पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ते हैं तो माल ढुलाई के चार्ज भी बढ़ जाते हैं। इस अतिरिक्त चार्ज की वजह से कंपनियों या कारोबारियों का मार्जिन कम होगा और फिर इसकी वसूली ग्राहकों से की जाएगी। वसूली के लिए प्रोडक्ट के दाम बढ़ा दिए जाएंगे।

आपको बता दें कि भारत बड़े पैमाने पर खाद्य तेलों और दालों का भी आयात करता है। रुपया के कमजोर होने का असर घरेलू बाजार में खाद्य तेलों और दालों की कीमतों पर दिख सकता है और इसके रेट बढ़ सकते हैं। इसके अलावा जितने भी विदेश से प्रोडक्ट आयात किए USD की वसूली जाते हैं, कमोबेश सब पर इसका असर दिखेगा। वहीं, रुपया में गिरावट की वजह से विदेशी मुद्रा भंडार भी कमजोर होगा।

विदेश घूमना-पढ़ना सब महंगा: रुपया के कमजोर हो जाने से आपका विदेश घूमना या पढ़ना महंगा हो जाएगा। दरअसल, रुपया की वैल्यू कमजोर होगी, ऐसे में जब आप विदेश यात्रा या पढ़ाई के लिए खर्च करेंगे तो आपको लोकल करेंसी के लिए पहले के मुकाबले ज्यादा रुपया देने होंगे। इसके अलावा किसी तरह की भी सुविधा विदेश से लेते हैं तो आपको इसकी ज्यादा कीमत चुकानी होगी।

यहां मिलेगा फायदा: हालांकि, रुपया के कमजोर होने का फायदा निर्यातकों को मिलेगा। जब भी उन्हें विदेश से पेमेंट मिलेगा, वह भारतीय करेंसी में कंवर्ट होते ही पहले के मुकाबले ज्यादा होगा।

वजह क्या है: घरेलू शेयर बाजार में बिकवाली का सिलसिला बरकरार रहने के अलावा डॉलर के USD की वसूली मजबूत होने की वजह से भारतीय रुपया कमजोर होता जा रहा है। दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को परखने वाला डॉलर सूचकांक 0.89 प्रतिशत बढ़कर 106.07 पर पहुंच USD की वसूली गया है।

वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.10 प्रतिशत गिरकर 112.25 डॉलर प्रति बैरल रह गया। यह भी रुपया के कमजोर होने में बड़ा फैक्टर साबित हो रहा है। इसके अलावा उम्मीद से कमजोर घरेलू आर्थिक आंकड़ों की वजह से भी रुपया सुस्त है।

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नई दिल्ली,एजेंसी। भारत सरकार ने विदेश यात्रियों के लिए एक नई ई वीजा प्रणाली की शुरुआत की है। इसकी घोषणा पर्यटन पर राज्य सरकार के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक के दौरान पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल ने की है। इस दौरान उन्होंने कहा कि जुलाई से मार्च तक जब सबसे ज्यादा यात्री आते है उस समय भारत 25 अमेरिकी डॉलर यानी लगभग 1791 रुपये में 30-दिवसीय ई-पर्यटक वीजा प्रदान करेगा।

अप्रैल से जून के बीच ऐसा रहेगा शुल्क

अप्रैल से जून के बीच जब पर्यटक सबसे कम आते है उस वक्त 10 अमेरिकी डॉलर यानी लागभग 716 रुपये में 30 दिवसीय ई पर्यचक वीजा दिया जाएगा।

पांच वर्षों के लिए इतने में मिलेगा ई वीजा
पटेल ने साथ ही बताया कि अब पांच वर्षों के लिए 80 अमेरिकी डॉलर यानी 5,680 रुपये में नया़ ई-पर्यटक वीजा मिलेगा और साथ ही 40 अमेरिकी डॉलर यानी करीब 2,840 शुल्क का एक वर्षीय ई-पर्यटक वीजा शुरू किया गया है।

जापान, सिंगापुर, श्रीलंका के लिए जब कम पर्यटक आते हैं। उस वक्त 10 दिन के लिए 10 अमेरिकी डॉलर यानी करीब 716 रुपये और एक और पांच वर्ष के लिए 25 अमेरिकी डॉलर लगभग 1791 रुपये होगा।

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