डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं

- Angel Broking
- Geojit Securities
- Icici Direct
- HDFC
- Motilal Oswal
- Share Khan
- Religare
- Zerodha - Discount Broker .
उम्मीद है, आपको इस आर्टिकल से Stock Broker and Brokrage fee के बारे में काफी महत्वपूर्ण जानकारी मिली होगी। अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आये। तो आप इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। यदि शेयर बाजार से सम्बंधित आपका कोई सवाल या सुझाव देना चाहते हैं तो आप कमेंट करके पूछ सकते है।
स्टॉक ब्रोकर नौकरी| सैलरी| 2022| Stock Broker Kya Hota Hai
स्टॉक ब्रोकर क्या होता है – stock broker kya hota hai, शेयर मार्केट में ब्रोकर का क्या काम होता है?
दोस्तों, इस लेख में हम शेयर मार्किट में उपयोग होने बाले ब्रोकर (broker) के बारे में जानकरी प्राप्त करेंगे. क्योकि बिना ब्रोकर के शेयर को खरीद या बेच नहीं सकते है. इस समय सभी लोग share market की तरफ आना चाहते है और काफी लोग निवेश भी कर चुके है. जब से इन्टरनेट का दौर आया है तब से ज्यादातर कार्य ऑनलाइन होने लगे है.
पहले के लोग सिटी में ही निवेश करते थे लेकिन अब गाँव के लोग भी निवेश करने लगे है यह सिर्फ इन्टरनेट के करण संभव हुआ है. इसलिए शेयर मार्किट में निवेश करने के लिए बेसिक जानकारी पता होना चाहिए जिससे आगे आपको कोई समस्या ना हो.
Stock broker kya hota hai के बारे मे अच्छे से समझाने की कोशिश करेंगे ताकि आपको एक बेसिक ज्ञान मिलते रहे। तो चलिए मे आपको step by step जानकारी इस पोस्ट के जरिये बता रहे है.
जैसा की आपको पता है की डायरेक्ट शेयर मार्किट में जाकर किसी कंपनी के शेयर नहीं खरीद सकते है उसके लिए एक कंपनी या ऐसा रास्ता चाहिए जो मार्केट में जाकर आपके आर्डर को पहुचाएं, उसको हम stock broker कहते है. ब्रोकर हमारे आर्डर को stock exchange NSE या BSE में पहुचाते है और ये ब्रोकर कंपनिया कुछ फीस लेती है जिनको हम ब्रोकरेज या दलाली कहते है. ब्रोकर अपनी फीस को लेकर हमारे आर्डर को मार्किट में प्लेस करते है जिसको stock broker कहते है.
स्टॉक ब्रोकर किस तरह से काम करता है (Stock Broker Kya Hota Hai)
शेयर मार्किट में शेयर को sell और buy के लिए stock broker में ट्रेडिंग account बनाना होता है. इसके जरिये ही हम मार्किट मे आप आर्डर लगाते है की हमें किस शेयर को किस समय ख़रीदे और कब बेचे, कितनी क्वांटिटी ख़रीदे. ये कुछ ही सेकंड में अपने आर्डर को मार्किट में पंहुचा देते है.Stock broker kya hota hai
इसका प्रोसेस कुछ इस तरह है –
मान लीजिये की आपने अपने ट्रेडिंग अकाउंट से TCS कंपनी के 20 शेयर खरीदने का आर्डर दिया अब आर्डर को प्लेस करते ही stock ब्रोकर आपके आर्डर को शेयर मार्किट में ले जायगा. और जो व्यक्ति TCS कंपनी के शेयर को बेचने के लिए खोज रहा होगा. इस प्रोसेस में आप शेयर को खरीद रह है और वो व्यक्ति शेयर को बेच रहा है. ये मैचिंग आर्डर हुआ जिसमे वह आपके आर्डर को आप तक पंहुचा देगा ये काम stock broker करते है.
Stock broker कितने प्रकार के होते है?
स्टॉक ब्रोकर 2 प्रकार के होते है-
1.फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर (Full-Service Broker)
2.डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर (Discount Stock Broker)
1.फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर (Full-Service Broker)-
ये ब्रोकर फुल सर्विस प्रोवाइड करते है लेकिन इसमें sell और buy की सुविधा नहीं मिलती है. इसमें कई अन्य सर्विस प्रोवाइड होती है जैसे कौनसा शेयर खरीदना है, कितने शेयर खरीदना है, और उसे कब बेचना है ये सभी जानकारी Full-Service Broker में मिलती है.
यदि जब भी आप कोई stock खरीद रह है और पैसे कम है तो ऐसे में आपको डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं margin money की सुविधा मिलती है. यदि आप “इनिशियल पब्लिक ओफ्फेरिंग” के जरिये शेयर को खरीद रह है तो आप फ़ोन से कॉल करके या इन्टरनेट एप्लीकेशन की मदद से अपने दिय गय आर्डर को प्लेस कर सकते है. इस ब्रोकर में आपको पोर्टफोलियो मैनेज की सुविधा मिलती है.
2. डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर (Discount Stock Broker)-
ट्रेडर इस ब्रोकर के नाम से ही पता चल रहा है की ये Discount Stock Broker है. यहाँ पर ब्रोकर की फीस कम होती है कम पैसो में आपको आर्डर को मार्किट में प्लेस किया जाता है. डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर की तरफ से कोई भी सर्विस नहीं मिलेगी, आपको खुद ही खोज कर प्लेस करना होता है. इस ब्रोकर में आपको पोर्टफोलियो मैनेज की सुविधा नहीं मिलती है.
Top 10 Stock Brokers in India 2022
2 Angel Broking
3 India Infoline
4 Motilal Oswal
9 HDFC Security
लोगों दोवारा पूछे गय सवाल –
स्टॉक ब्रोकर की सैलरी कितनी होती है?
यदि आपको स्टॉक ब्रोकर के बारे में पूरी जानकारी है तो आप अपने लिए खुद का ऑफिस खोल कर व्यापार शुरू कर सकते है. वही दूसरी तरफ आप किसी कंपनी में जॉब करते है तो आपको प्रतेक महीने सुरुआती में ₹25000 से लेकर ₹40000 तक सैलरी मिलेगी.
जिस तरह से आपको अनुभव होगा ठीक उसी तरह से सैलरी भी बढेगी. अच्छी योग्यता होने पर आपको महीने में 1 लाख सैलरी भी मिलने लगेगी. आप चाहे तो इसे side income के तौर पर कर सकते है.
स्टॉक मार्केट में नौकरी – Job in Stock Market
हम आपको ज्ञात कराते है की स्टॉक मार्किट में जॉब करने पर आपको क्या-क्या कार्य करने को मिलेंगे. स्टॉक मार्किट में सिक्योरिटी एनालिस्ट, स्टॉक ब्रोकर्स, सिक्योरिटी रिप्रेजेंटेटिव एवं कैपिटल मार्केट स्पेशलिस्ट, मार्केटिंग एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव आदि. स्टॉक मार्किट में सभी लेखा-जोखा तथा रिसर्च सम्बंधित हिसाब करना होता है.
स्टॉक ब्रोकर बनने के क्या फायदे है?
- ब्रोकर्स अपने अधिक मात्रा में ग्राहक होने पर ब्रोकरेज फीस ले सकता है.
- ग्राहक मैनेजमेंट और रिसर्च आदि की जिम्मेदारी sub broker को दे सकता है.
- जैसा की आपको पता है की स्टॉक मार्किट में अधिक पैसा है जिसमे आप स्टॉक ब्रोकर बने और सर्विस देकर अच्छी कमाई कर सकते है.
- जब आप स्टॉक ब्रोकर बन जायेंगे तो आपको शेयर मार्किट के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त हो जायगी. इसके माध्यम से आप शेयर मार्किट में पैसा इन्वेस्ट करके अच्छा पैसा कमा सकते है.
- इसके आलावा जो भी शेयर मार्किट में पैसा इन्वेस्ट करना चाहता है उसे आप राये, सलाह और अच्छा मार्गदर्शन देकर उनसे फीस भी ले सकते है.
- इसके आलावा youtube पर अपना channel बना सकते है और शेयर मार्किट से सम्बंधित जो भी जानकरी आपको है वह youtube पर विडियो के माध्यम से अपलोड कर सकते है.
इन्हें डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं भी पढ़े –
शेयर मार्केट में ब्रोकर बनने के लिए क्या करना होगा?
यदि आप स्टॉक ब्रोकर बनना चाहते है तो उसके लिए आपको financial market course करना होगा. इसके साथ में आपको economics, statistics, commerce, accountancy या Business Administrator इन सब्जेक्ट की ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ले सकते है यदि इसकी knowledge होगी तो काफी मदद मिलेगी.
यदि आपको course करना है तो National Stock Exchange का NCFM Course कर सकते है यह एक online certification program है. इस course को करने बाले को math या english होना बहुत जरुरी है. इसके तरह ही BSE institute भी online program प्रोवाइड करता है. स्टॉक ब्रोकिंग छेत्र रिस्क से भरा हुआ है. इसमें कम काम और अधिक समय का होता है बहुत अधिक प्रेशर भी होता है. Stock Broker Kya Hota Hai, स्टॉक ब्रोकर कैसे बने?
दलाल कितने प्रकार के होते हैं?
दलाल कई प्रकार के होते है-
ब्रोकर-डीलर
सीमा शुल्क दलाल
व्यापार दलाल
कार्गो ब्रोकर
ब्रोकरेज फ़र्म
ऑटो परिवहन दलाल
कमोडिटी ब्रोकर
सूचना दलाल
दलाल को इंग्लिश में क्या कहते हैं?
दलाल किसे कहते है – दलाल (broker) वो होता है जो खरीदने बाले और बेचने बाले के बिच में सौदा कराने में मदद करता है जिसे हम english में broker कहते है.
स्टॉक ब्रोकर का मतलब क्या है?
काफी सारे लोगो को पता नहीं होगा की स्टॉक ब्रोकर का मतलब क्या है? दलाल (broker) दूसरे लोगों के बिच में ख़रीद-बिक्री का काम करता है जिसमे उसे कुछ मुनाफा मिलता है.
क्या मैं स्टॉक ब्रोकर बन सकता हूं?
स्टोक ब्रोकर बनने के लिए 21 वर्ष की आयु होना जरुरी है. स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए 10th या 12th पास होना चाहिए. इसके लिए आपको Partner or Authorized Assistant or Authorized Clerk or Remisier or Handyman 2 बर्ष का अनुभव होना चाहिए.
What is Stock Broker and Brokrage fee-in Hindi .
Stock Market में काम करने वाले बहुत से लोग stock broking service के बारे में जानना चाहते है, कि स्टॉक ब्रोकर क्या है और ये क्या काम करते है? लोग ब्रोकरेज फीस के बारे में जानना चाहते है। इस आर्टिकल में आप What is Stock Broker and Brokrage Fee के बारे में विस्तार से जानेगे।
स्टॉक ब्रोकर
Stock Broker रजिस्टर्ड फाइनेंसियल रिप्रजेंटेटिव पेशेवर होते हैं। शेयर ब्रोकर एक इन्वेस्टमेंट सलाहकार और साधारण ब्रोकर का कार्य करता है। Stock Broker, शेयर और दूसरी securities के Stock Market में अपने ग्रहकों की ओर से buy और sell के ऑर्डर पूरे करते हैं। स्टॉक ब्रोकर ब्रोकरेज फर्म से जुडे होते हैं तथा वह इन्टीटूशनल और रिटेल कस्टमर के ट्रांजेक्शन हैंडल करते हैं। स्टॉक ब्रोकर को एक निवेश सलाहकार के रूप में भी जाना जाता है।
(1) Full -service broker
Full-service broker
फुल सर्विस ब्रोकर लइसेंसयुक्त बड़ी ब्रोकर डीलर फर्म होती है। जो अपने क्लाइंटो को रिसर्च रिपोर्ट आधारित निवश सलाह, ट्रेडिंग टिप्स, टेक्स प्लानिंग सलाह आदि मुहैया कराती है। Full-service broker की ब्रोकरेज फीस Discount broker की तुलना में ज्यादा होती है। इनकी Brokrage fee 0.50 % से 0.75 % तक हो डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं सकती है। इसे भी पढ़ें-How to Buy and Sell Stocks Online - In hindi
फुलसर्विस स्टॉक ब्रोकर उन लोगो के लिए ठीक है, जिन्हे निवेश तथा ट्रेडिंग के लिए सलाहकार की जरूरत होती है। जिन्हे शेयर मार्केट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती। ऐसे इन्वेस्टर जिनका बड़ा पोर्टफोलियो होता है। उनके लिए फुलसर्विस ब्रोकर सही होते है।
Discount broker
टेक्नोलॉजी के उत्थान से पहले केवल धनी लोग ही Share market में काम कर पाते थे। इंटरनेट केआगमन के बाद कोई भी सामान्य पढ़ा लिखा व्यक्ति, जिसे शेयर बाजार का ज्ञान हो छोटी सी धन-राशि से Discount broker के यहां बहुत कम Brokrage fee में इन्वेस्ट तथा ट्रेडिंग कर सकता है।
डिस्काउंट ब्रोकिंग सर्विस में शेयर ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग करने पहले, आपको शेयर मार्केट ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग खुद करना आना चहिये। इधर-उधर से टिप्स लेकर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग नहीं चाहिए। जिससे नुकसान ना हो। ये भी पढ़ें- शेयर बाजार से पैसे कमाने के दस सबसे अच्छे तरीके
डिस्काउंट शेयर ब्रोकर, buy और sell के ऑर्डर को फूलसर्विस ब्रोकर की तुलना में कम ब्रोकरेज पर पूरा करते ह। ये 0.10 % से 0. 01% तक डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं हो सकती है। लेकिन डिस्काउंट ब्रोकर निवेश तथा के लिए सलाह नहीं देते तथा ना ही रिसर्च रिपोर्ट प्रकाशित करते है।
यदि आप शेयर मार्केट में नुकसान नहीं उठाना चाहते तो आपको बेंजामिन ग्राहम द्वारा लिखित बुक 'द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर बुक (हिंदी) को एक बार जरूर पढ़ना चाहिए। इस बुक को शेयर मार्केट की बाइबिल भी कहा जाता है। The intelligent investors book को आप इस लिंक द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर पर क्लिक करके बहुत आसानी से खरीद सकते हैं।
डिस्काउंट ब्रोकर अपने कस्टमर के लिए टेक्स प्लानिंग भी नहीं करते है। Discount stock broker उन इन्वेस्टर तथा ट्रेडर दोनों के लिए उपयोगी है। एक्टिव ट्रेडर जो लगातार ट्रेड करते हैं, उन्हें डिस्काउंट ब्रोकर यहाँ खता खुलवाना चाहिए। क्योकि कम ब्रोकरेज उनके प्रॉफिट को नहीं खाती और इससे उनको ज्यादा प्रॉफिट होता है।
ऐसे इन्वेस्टर तथा ट्रेडर जो शेयर बाजार के जानकर होते है। जिनका छोटा पोर्टफोलियो होता है,उनके लिए Discount stock broker फायदे का सौदा है। जो लोग Share market के जानकर हैं और अपने शेयर ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग के निर्णय खुद हैं,उन्हें डिस्काउंट ब्रोकर यहाँ खाता खुलवाने में ही फायदा है। ये भी पढ़ें- फंडामेंटल एनालिसिस और टेक्निकल एनालिसिस में क्या अन्तर है ?
सही Stock broker तथा Brokrage cost कैसे चुनें?
शेयर खरीदने तथा बेचने की लागत बहुत ही पेचीदा होती है। ब्रोकिंग हाउस के रिलेशनशिप मैनेजर से कमीशन (Brokrage ) के बारे पूछे। ज्यादातर मैनेजर आपको ब्रोकरेज .05% इंट्राडे के लिए तथा .50% डिलीवरी के लिए बतायगे। यदि आप इसे नहीं मानेगे या दूसरी जगह ट्राई करेंगे तो ये कम हो सकती है। जैसे कि .01% इंट्राडे के लिए तथा .10% डिलीवरी बेस खरीदारी करने के लिए।
जब आप एक ब्रोकर चुन लेते है, तो यह पक्का करे कि क्या वो वही ब्रोकरेज ले रहा है। जिसकी उसने आपसे शुरू में पेशकश की थी। समय-समय डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं पर Brokrage fee को चेक करते रहे।
Stock broker आपके अकाउंट के अमाउंट से एनुअल मेंटेनेंस चार्ज करते है। इसे AMC भी कहते है। यदि इसे आपका ब्रोकर मंथली चार्ज करेगा तो यह आपकी बेलेंश शीट को खाता रहेगा। इसका बेस्ट ऑप्शन इसे लम्प्शम्प पे करना चाहिए। यह लाइफटाइम के लिए 600-700 /- रूपये के आसपास होना चाहिए। शेयर मार्केट निवेश के दौरान ध्यान देने योग्य बातें
इंडिया के कुछ मुख्य स्टॉक ब्रोकर
स्टॉक ब्रोकर को SEBI (सेबी ) में रजिस्टर्ड होना चाहिए। आप सेबी की वेबसाइट पर जाकर ब्रोकर की रजिस्ट्रेशन डिटेल चेक कर सकते। प्रत्येक Stock broker की वेबसाइट पर उसका रजिस्ट्रेशन नम्बर लिखा होता है।उस रजिस्ट्रेशन नंबर को सेबी की वेबसाइट पर डालकर स्टॉक ब्रोकर के बारे में डिटेल जान सकते है।
यहां पर इंडिया के कुछ मुख्य स्टॉक ब्रोकर के नाम दिए गए है। इनमे से कुछ अंतरराष्ट्रीय मार्केट में भी है-
- Angel Broking
- Geojit Securities
- Icici Direct
- HDFC
- Motilal Oswal
- Share Khan
- Religare
- Zerodha - Discount Broker .
उम्मीद है, आपको इस आर्टिकल से Stock Broker and Brokrage fee के बारे में काफी महत्वपूर्ण जानकारी मिली होगी। अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आये। तो आप इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। यदि शेयर बाजार से सम्बंधित आपका कोई सवाल या सुझाव देना चाहते हैं तो आप कमेंट करके पूछ सकते है।
डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं
Written by Web Desk Team | Published :November 17, 2022 , 12:46 pm IST
महंगाई का मुकाबला करने के लिए, शेयर बाजारों और अन्य फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट में निवेश और ट्रेडिंग पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है. यदि आप अपनी गाढ़ी कमाई को केवल फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे ट्रेडिशनल फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट (traditional financial instrument) में सेव करते हैं, तो आप अपने फाइनेंशियल गोल को पूरा करने से पीछे रह सकते हैं.
एक बिगिनर के रूप में आपको शेयर बाजार चुनौतीपूर्ण लग सकता है, हालांकि हम आपको आश्वस्त करते हैं कि ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखना बहुत आसान है. ऑनलाइन ट्रेडिंग के आने से पहले, जो व्यक्ति बॉन्ड, शेयर, या अन्य सिक्योरिटीज जैसे फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट को खरीदना या बेचना चाहते थे, उन्हें अपनी ब्रोकरेज फर्मों से संपर्क करना पड़ता था और उन्हें उनकी ओर से लेनदेन की व्यवस्था करने के लिए कहना पड़ता था. इसके बाद, प्राइस चेक करने, कॉन्ट्रैक्ट वेरीफाई करने और अंत में ट्रेड की पुष्टि करने की एक लंबी प्रक्रिया का पालन करना पड़ता था. हमें उस फीस को नहीं भूलना चाहिए जो ये ट्रेडिशनल ब्रोकर सर्विस के लिए मांगते थे. फिर आया डिस्काउंट ब्रोकर्स या ऑनलाइन ब्रोकर्स का युग, जिसने खेल को पूरी तरह से बदल दिया. इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग जो पहले कुछ चुनिंदा लोगों के लिए विशेष रूप से उपलब्ध थी अब बहुत बड़ी संख्या में आम लोगों के लिए उपलब्ध कराया गया है.
ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं है?
ऑनलाइन ट्रेडिंग फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट को ऑनलाइन खरीदने और बेचने का एक सुविधाजनक तरीका है. इन लेन-देन को ऑनलाइन ब्रोकर्स के माध्यम से आसान बनाया जा सकता है जो इक्विटी, कमोडिटीज, बॉन्ड, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड, फ्यूचर्स आदि जैसे फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट की एक विस्तृत श्रृंखला की पेशकश करते हैं.
ऑनलाइन ट्रेडिंग के क्या फायदे हैं?
किसी भी समय कहीं से भी ट्रेड करने की सुविधा: यदि आपके पास स्मार्टफोन और इंटरनेट कनेक्शन तक पहुंच है तो आप अपने मोबाइल ट्रेडिंग ऐप से किसी भी समय (बाजार के घंटों के दौरान) कहीं से भी ट्रेड/निवेश कर सकते हैं.
अपने निवेश को रियल-टाइम के आधार पर ट्रैक करें और निवेश का निर्णय आसानी से लें: आप अपने निवेश और ट्रेंड्स को एक ही प्लेटफॉर्म पर ट्रैक कर सकते हैं. अधिकांश प्लेटफ़ॉर्म ढेर सारे डेटा पॉइंट भी प्रदान करते हैं जिनसे आप खुद भी रिसर्च कर स्टॉक और अन्य वित्तीय साधनों में ट्रेड कर सकते हैं. यह आपको स्मार्ट निवेश और ट्रेडिंग डिसीजन लेने में मदद कर सकता है. जब भी आप अपने फोन या कंप्यूटर से लॉग इन करते हैं तो आप रीयल-टाइम प्रॉफिट या लॉस देख सकते हैं.
ट्रेड करने से पहले अपने ब्रोकर से संपर्क करने की आवश्यकता नहीं: आपको कोई भी लेनदेन करने से पहले अपने ब्रोकर से बात करने की भी आवश्यकता नहीं है. इनफॉर्म्ड इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग डिसीजन लेने के लिए, आपको ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखनी चाहिए और डेटा पॉइंट, पैटर्न, ट्रेंड और प्राइस मूवमेंट की समझ प्राप्त करनी चाहिए.
शुरुआती लोग ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकते हैं?
1) ब्रोकर का चयन करें: शुरुआती लोगों के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग में पहला कदम यह निर्धारित करना है कि ब्रोकर वैध है या नहीं. यह देखना होगा कि यह सेबी पंजीकृत ब्रोकर है या नहीं. हर एक ब्रोकर को अपनी सेबी पंजीकृत आईडी को अपनी आधिकारिक वेबसाइटों पर डिस्प्ले करना जरूरी है. एक बार जब आप ब्रोकर की वैधता चेक कर लेते हैं, तो आपको दो प्रकार के ऑनलाइन ब्रोकरों में से चुनना होगा:
– डिस्काउंट ब्रोकर या
– फुल-सर्विस ब्रोकर्स
एक डिस्काउंट ब्रोकर आपको कम शुल्क में सभी आवश्यक ट्रेडिंग टूल प्रदान करेगा, एक फुल-सर्विस ब्रोकरेज फर्म आपको उच्च शुल्क में निवेश सलाह प्रदान करेगी. इस प्रकार आपकी आवश्यकताओं के आधार पर, आप यह तय कर सकते हैं कि आप डिस्काउंट ब्रोकर या फुल-सर्विस ब्रोकर के साथ जाना चाहते हैं. असल में, डी-आई-वाई ट्रेडर बनने के लिए इंटरनेट पर कई संसाधन उपलब्ध हैं जिनके माध्यम से आप ऑनलाइन ट्रेडिंग और शेयर बाजारों के बारे में सीख सकते हैं. आप डिस्काउंट ब्रोकरेज चुन सकते हैं. यदि आपके पास अपने दम पर ट्रेड करने का ज्ञान है, यदि आप निवेश करना चाहते हैं, लेकिन आपके पास बाज़ार का समय या समझ नहीं है, तो एक फुल-सर्विस ब्रोकरेज अकाउंट एक बेहतर विकल्प हो सकता है.
2) डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलें: शुरुआती लोगों के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू करने के लिए अगला कदम और आरंभ करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण कदम डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना है. डीमैट अकाउंट एक बैंक खाते की तरह होता है जहां यह आपके स्टॉक, एमएफ इत्यादि को डीमैटरियलाइज्ड रूप में रखता है जैसे बैंक आपकी नकदी रखता है. जबकि, ट्रेडिंग अकाउंट एक इंटरफ़ेस है जिससे आप एक्चुअल ट्रांजैक्शन कर सकते हैं. इन दिनों डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना बेहद सहज, तेज और पेपरलेस हो गया है. एक बार जब आप कुछ बेसिक डॉक्यूमेंट प्रस्तुत कर देते हैं तो आप उसी दिन से ट्रेडिंग डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं शुरू कर सकते हैं.
3) ट्रेडिंग शुरू करें: निवेश या ट्रेडिंग शुरू करने से पहले, ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखना, शेयर बाजारों का कुछ ज्ञान हासिल करना और वर्चुअल ट्रेडिंग का अभ्यास करना एक अच्छा आईडिया है. एक बार जब आप इसे जान लें तो अपने ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से ट्रेडिंग शुरू करें. D-I-Y (do-it-yourself) इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग को आसान बनाने के लिए अपने ब्रोकर के प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध विभिन्न टूल्स का उपयोग करें.
निष्कर्ष ये है कि शेयर बाजार में शुरुआत करने के लिए आपको एक ऑनलाइन ब्रोकर का चयन करना होगा, एक डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलना होगा और ट्रेडिंग शुरू करनी होगी. सुनिश्चित करें कि आप अपने ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म और वेब पर उपलब्ध लर्निंग मटेरियल और टूल्स का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करते हैं
शेयर ब्रोकर चुनने में इन पांच बातों का रखें ध्यान
शेयर बाजार में शेयर खरीदन-बेचना बच्चों का खेल नहीं. इसके लिए आपको जरूरत होती है. ब्रोकर के चयन के दौरान इन बातों का रखें ध्यान.
1. डिस्काउंट ब्रोकर पर दांव!
डिस्काउंट ब्रोकर आपके आदेशानुसार सिर्फ शेयरों की खरीद फरोख्त करते हैं. फुल सर्विस ब्रोकर आपको निवेश आइडिया भी देते हैं. इसलिए यदि आप बाजार की उथल-पुथल और हलचल को समझते हैं, जो आप डिस्काउंट ब्रोकर का चुनाव कर सकते हैं. अन्यथा फुल सर्विस ब्रोकर ही बेहतर है.
2. फोन या ऑनलाइन कारोबार की सेवा
आप कारोबार के लिए फोन और इंटरनेट दोनों का ही इस्तेमाल कर सकते हैं. ब्रोकर का चयन करने से पहले यह जान लेना जरूरी है कि वह दोनों में से कौनसी सुविधा मुहैया करवाता है. हालांकि, हाइब्रिड ब्रोकर्स दोनों ही सुविधाएं देते हैं.
इसे भी पढ़ें: ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए MRP बताना अनिवार्य, सरकार का आदेश
3. ब्रोकिंग चार्जेज पर नजर
अकसर ब्रोकर्स अपना ब्रोकिंग चार्ज फिक्स्ड ही रखते हैं. हालांकि, ये कारोबार के वॉल्यूम और फ्रीक्वेंसी पर भी निर्भर करते हैं. ऐसे डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं में इस बारे में बात कर लेना भी जरूरी है.
4. अन्य सुविधाएं के बारे में जानें
कुछ ब्रोकरेज हाउस सिर्फ इक्विटी ब्रोकिंग की सेवा ही नहीं प्रदान करतें, बल्कि कई प्रकार की अन्य सेवाएं भी आप तक पहुंचाते हैं. ऐसे में जान लें कि यह सेवाएं क्या हैं और आपके लिए इनकी क्या उपयोगिता है. इसके बाद ही ब्रोकर का चयन करें.
5. ब्रोकरेज की छवि जान लें
अपने ब्रोकर पर मुहर लगाने से पहले बाजार में उसकी छवि जान लें. ब्रोकर की सेवाओं और सुविधाओं की संतुष्टि के बाद ही उससे जुड़े. सभी ब्रोकरेज के खिलाफ दर्ज शिकायतों का ब्यौरा सेबी के पास मिल जाएगा.
(नोट: यह लेख सेंटर फॉर इंवेस्टमेंट एजुकेशन एंड लर्निंग के विचारों से प्रभावित हैं. इस लेख में गिरिजा गाद्रे, आरती भार्गव और लब्धि मेहता ने अहम योगदान दिया है.)
हिंदी में पर्सनल फाइनेंस और शेयर बाजार के नियमित अपडेट्स के लिए लाइक करें हमारा फेसबुक पेज. इस पेज को लाइक करने के लिए यहां क्लिक करें.
आइये जाने स्टॉक ब्रोकर क्या होते है, शेयर बाजार में स्टॉक ब्रोकर के प्रकार के बारे में
What is Stock Broker in Hindi
What डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं is Stock Broker in Hindi: शेयर मार्केट के बारे में हम सभी ने सुना है। शेयर मार्केट से ही स्टॉक ब्रोकर (stock broker) भी जुड़ा होता है। ज्यादातर हमें से सभी लोगों ने स्टॉक ब्रोकर का नाम भी सुना होगा! आज हम जानेगे स्टॉक ब्रोकर क्या होता है? स्टॉक ब्रोकर का शेयर मार्केट में क्या काम करता है?
स्टॉक ब्रोकर का काम शेयर मार्केट (share market) में बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह स्टॉक एक्सचेंज और डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं इन्वेस्टर के बीच में एक कड़ी के रूप में काम करता है। बिना ब्रोकर के कोई भी निवेशक (Investor) शेयर मार्केट में निवेश नहीं कर सकता है। अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है। यह दोनों ही अकाउंट आप एक स्टॉकब्रोकर में ही खोल सकते हैं।
दूसरे शब्द में कहे तो किसी भी Investor द्वारा शेयर को खरीदने और बेचने के आर्डर को स्टॉक एक्सचेंज (stock exchange) तक पहुंचाने का काम स्टॉक ब्रोकर का काम होता है।
स्टॉक ब्रोकर को ही दलाल के नाम से भी जानते हैं। सामान्य शब्दों में कहें तो वह व्यक्ति या संस्था या कंपनी जो डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं हमारे शेयर के खरीदने के आर्डर को मार्केट में पहुंचाने का काम करता है उसे स्टॉकब्रोकर कहा जाता है। यह स्टॉक ब्रोकर कोई व्यक्ति, कंपनी या फिर कोई फर्म हो सकती है। यह स्टॉक एक्सचेंज में रजिस्टर होते हैं