कैसे इन्वेस्ट कर सकते हैं

कैसे इंडियन स्टॉक्स में इन्वेस्ट करें या ट्रेडिंग करें (Buy Indian Stocks, Trading Tips)
यह आर्टिकल लिखा गया सहयोगी लेखक द्वारा Marcus Raiyat. मार्कस रैयत एक U.K., फॉरेन एक्सचेंज ट्रेडर हैं और ये Logikfx के संस्थापक/CEO और इंस्ट्रक्टर भी हैं | लगभग 10 वर्षों के अनुभव के साथ मार्कस सक्रिय रूप से ट्रेडिंग फोरेक्स, स्टॉक्स और क्रिप्टो में भी माहिर हैं और CFD ट्रेडिंग, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट और क्वांटिटेटिव एनालिसिस में विशेषज्ञ हैं | मार्कस ने एस्टोन यूनिवर्सिटी से मैथमेटिक्स में BS की डिग्री हासिल की है | Logikfx में इनके काम के लिए इन्हें ग्लोबल बैंकिंग और फाइनेंस रिव्यु के द्वारा "बेस्ट फोरेक्स एजुकेशन एंड ट्रेनिंग U.K. 2021 के रूप में नामांकित किया गया था |
Finance Tips: ऐसे करें अपना निवेश, आपको होगी बंपर कमाई, देखें कैसे करना है इन्वेस्ट
Finance Investment Tips:आज के समय में कुछ लोग अपनी कमाई को कहीं न कहीं निवेश करना चाहते हैं. कुछ लोग इंवेस्टमेंट के लिए FD-RD का सहारा लेते हैं तो कुछ लोगों को Gold में निवेश करना काफी पसंद होता है.
आज शेयर बाजार (Share Market) में कई लोग निवेश करते हैं. इनके अलावा कई ऐसे नए माध्यम हैं, जहां निवेशक इंवेस्ट कर बंपर मुनाफा कमा सकते हैं.
ग्रीन पोर्टफोलियो के को-फाउंडर दिवम शर्मा का कहना है कि निवेश के कई विकल्प आ चुके हैं. निवेशक कम अमाउंट में रियल एस्टेट में भी इंवेस्टमेंट कर सकते हैं. इसके तहत कोई कंपनी स्पॉन्सर होगी. वह एक पूल बनाएगी और रियल एस्टेट में इंवेस्ट करेगी. कंपनी उस पूल के यूनिट्स बना देगी और कोई भी रिटेल इंवेस्टर उसमें निवेश कर सकते हैं.
निवेशक बॉन्ड्स में भी इंवेस्टमेंट कर सकते हैं. लंबे समय तक बॉन्ड्स में निवेश कर अच्छा मुनाफा हासिल किया जा सकता है. इसके अलावा IPO आने से पहले ही IPO में भी पैसा लगाया जा सकता है.
कुछ अर्ली इंवेस्टर्स होते हैं वो आईपीओ आने से पहले ही अपने शेयर बेच देते हैं. ऐसे में Before IPO दूसरे निवेशकों को उस कंपनी के शेयर लेने का मौका मिल जाता है.
आप स्टार्ट-अप में भी आम निवेशक इंवेस्टमेंट कर सकते हैं. आजकल ऐसे कई प्लेटफॉर्म्स आ गए हैं, जहां स्टार्ट-अप खुद को रजिस्टर कर सकते हैं.
वहां स्टार्ट-अप कंपनियां अपने बारे में सब कुछ बताते हैं. यहां एक ग्रुप बनाकर स्टार्ट-अप में इंवेस्ट किया जा सकता है.
Tags: Share Market Investment investment tips Finance Formula हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
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SIP के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश: ब्रोकर की जरूरत नहीं, ऑनलाइन ऐसे जमा करें पैसे
म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले आपको अपना केवाईसी पूरा करना होगा. आप केआरए (केवाईसी पंजीकरण एजेंसी) में ऑनलाइन केवाईसी पंजीकरण फॉर्म भरकर और सेल्फ एटेस्टेड पहचान और पते का प्रमाण जमा करके ऐसा कर सकते हैं.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: Ravikant Singh
Updated on: Apr 04, 2022 | 3:01 PM
म्यूचुअल फंड में निवेश के कई तरीके हैं. ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भी निवेश कर सकते हैं. कम-कम पैसे जमा करके बाद में मोटी रकम जुटाई जा सकती है. यहां कम-कम पैसे जुटाने का अर्थ है एसआईपी के जरिये किया जाने वाला निवेश. एसआईपी का मतलब है सिस्टमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP). आप चाहें तो एसआईपी के माध्यम से म्यूचुअल फंड में ऑनलाइन पैसे जमा कर सकते हैं. एसआईपी म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक तरीका है जहां आप अपनी पसंद की म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) योजना में नियमित रूप से एक निश्चित राशि का निवेश करते हैं. आप अपनी पसंद की म्यूचुअल फंड स्कीम में एसआईपी के जरिए हर महीने कम से कम 500 रुपये का निवेश (SIP online investment) कर सकते हैं.
आप म्यूचुअल फंड के डायरेक्ट प्लान में ऑफलाइन या ऑनलाइन सीधे एसेट मैनेजमेंट कंपनी या एएमसी के जरिए निवेश कर सकते हैं. इसके लिए आपको फंड हाउस की ब्रांच में जाना होगा और म्यूचुअल फंड का फॉर्म भरना होगा. अपना केवाईसी पूरा करने के लिए पासपोर्ट साइज फोटो के साथ खुद से अटेस्ट किया गया पहचान और पते का प्रमाण जमा कर सकते हैं.
कैसे करें म्यूचुअल फंड में निवेश
म्यूचुअल फंड के किसी भी डायरेक्ट प्लान में आप ऑनवाइन या एएमसी की वेबसाइट पर जाकर निवेश कर सकते हैं. इसके लिए आपको म्यूचुअल फंड एप्लिकेशन फॉर्म को जरूरी डिटेल जैसे कि नाम, बैंक की डिटेल के साथ भर सकते हैं. इसी के साथ ईकेवाईसी के लिए पैन और आधार की जानकारी देनी होगी. आप अपने ऑनलाइन बैंक अकाउंट के माध्यम से भी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि एसआईपी के जरिये ऑनलाइन पैसे कैसे जमा कर सकते हैं.
म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले आपको अपना केवाईसी पूरा करना होगा. आप केआरए (केवाईसी पंजीकरण एजेंसी) में ऑनलाइन केवाईसी पंजीकरण फॉर्म भरकर और सेल्फ एटेस्टेड पहचान और पते का प्रमाण जमा करके ऐसा कर सकते हैं.
काम की खबर: नजारा का IPO तो खुला, लेकिन जानिए कैसे करें IPO में निवेश, डीमैट अकाउंट है जरूरी
हमारे देश में बचत के पैसे लगाने यानी निवेश करने के कई तरीके हैं। इन्ही में से एक है 'इनीशियल पब्लिक ऑफर' यानि IPO। निवेश का ये तरीका आज कल ट्रेंड में है। अगर आप भी कैसे इन्वेस्ट कर सकते हैं IPO में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं या करना चाहते हैं तो सबसे पहले ये समझ लीजिए कि IPO क्या होता है? दरअसल, जब कोई कंपनी अपने स्टॉक या शेयर्स छोटे-बड़े निवेशकों के लिए जारी करती है तो उसका जरिया IPO होता है। इसके बाद कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट होती है।
IPO होता क्या है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपनी कंपनी के शेयर्स को लोगों को ऑफर करती है तो इसे IPO कहते हैं। कंपनियों द्वारा ये IPO इसलिए जारी किया जाता है जिससे वह शेयर बाजार में आ सके। शेयर बाजार में उतरने के बाद कंपनी के शेयरों की खरीदारी और बिकवाली शेयर बाजार में हो सकेगी। यदि एक बार कंपनी के शेयरों की ट्रेडिंग की इजाजत मिल जाए तो फिर इन्हें खरीदा और बेचा जा सकता है। इसके बाद शेयर को खरीदने और बेचने से होने वाले फायदे और नुकसान में भागीदारी निवेशकों की होती है।
कंपनी IPO क्यों जारी करती है?
जब किसी कंपनी को अपना काम बढ़ाने के लिए पैसों की जरूरत होती है तो वह IPO जारी करती है। ये IPO कंपनी उस वक्त भी जारी कर सकती है जब उसके पास धन की कमी हो वह बाजार से कर्ज लेने के बजाय IPO से पैसा जुटाना चाहती हैं। शेयर बाजार में लिस्टेड होने के बाद कंपनी अपने शेयरों को बेचकर पैसा जुटाती है। बदले में IPO खरीदने वाले लोगों को कंपनी में हिस्सेदारी मिल जाती है। मतलब जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो आप उस कंपनी के खरीदे गए हिस्से के मालिक होते हैं।
क्या इसमें निवेश करने में रिस्क हो सकता है?
इसमें कंपनी के शेयरों की परफॉर्मेंस के बारे में कोई आंकड़े या जानकारी लोगों के पास नहीं होती है, इसलिए इसे थोड़ा रिस्की तो माना ही जाता है। लेकिन जो व्यक्ति पहली बार शेयर बाजार में निवेश करता है उसके लिए IPO बेहतर विकल्प है।
IPO में निवेश कैसे करें?
अगर आप IPO में इन्वेस्ट करना चाहते है तो उसके लिए आपको डीमैट या ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होता है। ये अकाउंट एचडीएफसी सिक्योरिटीज, आईसीआईसीआई डायरेक्ट और एक्सिस डायरेक्ट जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास जाकर खोला जा सकता है। इसके बाद आपको जिस कंपनी में निवेश करना है उसमें आवेदन करें। निवेश के लिए जरूरी रकम आपके डीमैड एकाउंट से लिंक्ड एकाउंट में होनी चाहिए। निवेश की रकम तब तक आपके एकाउंट से नहीं कटती जब तक आपको शेयर अलॉट नहीं हो जाता।
जब भी कोई कंपनी IPO निकालती है उससे पहले इसका एक समय किया जाता है जो 3-5 दिन का होता है। उसी समय में उस कंपनी का IPO ओपन रहता है। जैसे शेयर मार्केट से हम एक, दो या अपने चुनाव से शेयर खरीदते है यहां ऐसा नहीं होता। यहां आपको कंपनी द्वारा तय किए गए लॉट में शेयर खरीदना होता है। ये शेयर की कीमत के हिसाब से 10, 20, 50, 100, 150, 200 या अधिक भी हो सकता है। वहां आपको 1 शेयर की कीमत भी दिखाई देती है।
IPO की कीमत कैसे तय होती है?
IPO की कीमत दो तरह से तय होती है। इसमें पहला होता है प्राइस बैंड और दूसरा फिक्स्ड प्राइस इश्यू ।
प्राइस बैंड कैसे?
शेयर की कीमत को फेस वैल्यू कहा जाता है। जिन कंपनियों को आईपीओ लाने की इजाजत होती है वे अपने शेयर्स की कीमत तय कर सकती हैं। लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य क्षेत्रों की कंपनियों को सेबी और बैंकों को रिजर्व बैंक से अनुमति लेनी होती है। कंपनी का बोर्ड ऑफ डायरेक्टर बुक-रनर के साथ मिलकर प्राइस बैंड तय करता है। भारत में 20% प्राइस बैंड की इजाजत है। इसका मतलब है कि बैंड की अधिकतम सीमा फ्लोर प्राइस से 20% से ज्यादा नहीं हो सकती है। फ्लोर प्राइस वह न्यूनतम कीमत है, जिस पर बोली लगाई जा सकती है। प्राइस बैंड उस दायरे को कहते हैं जिसके अंदर शेयर जारी किए जाते हैं। मान लीजिए प्राइस बैंड 100 से 105 का है और इश्यू बंद होने पर शेयर की कीमत 105 तय होती है तो 105 रुपए को कट ऑफ प्राइस कहा जाता है। अमूमन प्राइस बैंड की ऊपरी कीमत ही कट ऑफ होती है।
आखिरी कीमत
स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट अविनाश गोरक्षकर के अनुसार बैंड प्राइस तय होने के बाद निवेशक किसी भी कीमत के लिए बोली लगा सकता है। बोली लगाने वाला कटऑफ बोली भी लगा सकता है। इसका मतलब है कि अंतिम रूप से कोई भी कीमत तय हो, वह उस पर इतने शेयर खरीदेगा। बोली के बाद कंपनी ऐसी कीमत तय करती है, जहां उसे लगता है कि उसके सारे शेयर बिक जाएंगे।
अगर IPO में कंपनी के शेयर नहीं बिकते हैं तो क्या होगा?
अगर कोई कंपनी अपना IPO लाती है और निवेशक शेयर नहीं खरीदता है तो कंपनी अपना IPO वापस ले सकती है। हालांकि कितने प्रतिशत शेयर बिकने चाहिए इसको लेकर कोई अलग नियम नहीं है।
ज्यादा मांग आने पर क्या होगा?
मान लीजिए कोई कंपनी IPO में अपने 100 शेयर लेकर आई है लेकिन 200 शेयरों की मांग आ जाती है तो कंपनी सेबी द्वारा तय फॉर्मूले के हिसाब से शेयर अलॉट होते हैं। कंप्यूटराइज्ड लॉटरी के जरिए आई हुई अर्जियों का चयन होता है। इसके अनुसार जैसे किसी निवेशक ने 10 शेयर मांगे हैं तो उस 5 शेयर भी मिल सकते हैं या किसी निवेशक को शेयर नहीं मिलना भी संभव होता है।
क्या आप क्रिप्टो ट्रेडिंग (Crypto Trading) में नए हैं? कहां से करें शुरुआत और क्या हर कोई कर कैसे इन्वेस्ट कर सकते हैं सकता है ट्रेडिंग? आइए जान लेते हैं
आपको बता दें कि नए क्रिप्टो ट्रेडर्स (Crypto Traders) के लिए Binance और WazirX इस्तेमाल करना बहुत आसान है। इसे download करके बस KYC कंप्लीट कर लीजिए डिटेल्स सबमिट करने के बाद अपनी मनचाही digital currency में money add करके trading स्टार्ट कीजिए।
फोटो सोर्स: ANI फाइल फोटो
Highlights क्रिप्टो करेंसी ने पिछले कुछ वर्षों में काफी तेजी से ग्रो की है। ऐसे में जिन लोगों ने धैर्य से काम लिया है आज वे करोड़पति बन गए है। आज की तारीख में क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करना बहुत ही आसान बन गया है।
Crypto: वर्ष 2010 में 10000 रूपए की मूल्य के Crypto currency आज की तारीख में लगभग 66 करोड़ रूपए के हो गए हैं उस समय जिन्होंने धैर्य के साथ विश्वास करके invest बनाए रखा वो सभी आज करोड़पति बन गए।
अगर आप भी Crypto Trading के बारे में जानना चाहते हैं और ये जानना चाहते हैं कि Crypto Trading से कैसे आप एक side income बना सकते हैं, तो आप सबसे पहले कुछ basics समझ लीजिए या इसके लिए आप क्रिप्टो में Trade कैसे कैसे इन्वेस्ट कर सकते हैं करें Beginner to Intermediate book की मदद ले सकते हैं ये Amazon या flipkart पर उपलब्ध है।
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क्या है क्रिप्टो ट्रेडिंग (Crypto Trading)?
क्रिप्टो ट्रेडिंग (Crypto Trading) सुनकर लगता है कि कितना भारी भरकम नाम है पर ये बेहद आसान है। Crypto currency मतलब इंक्रिप्टेड यानी किसी विशेष कोड या पासवर्ड से सुरक्षित की गई मुद्रा और ट्रेडिंग मतलब बेचने के उद्देश्य से खरीदना। अब इसका सीधा सा मतलब ये है कि आप किसी digital currency को खरीदकर रखेंगे और जब इसका मूल्य बढ़ जायेगा तो आप इसे बेच कर मुनाफा कमाएंगे।
कितने प्रकार है क्रिप्टो करेंसी (Crypto currency)?
आज market में कई प्रकार की crypto currency उपलब्ध है जैसे कि Bitcoin, Etherium, Tether, Binance Coin, XRP और भी बहुत हैं आप इनमे से किसी को भी डिजिटल platform के द्वारा खरीद कर रख सकते हैं। इसमें Binance, Wazir X, Coin Switch जैसे आसान मोबाइल ऐप आपकी मदद कर सकते हैं।
क्या नए लोग भी कर सकते है क्रिप्टो ट्रेडिंग (Crypto Trading)?
नए क्रिप्टो ट्रेडर्स (Crypto Traders) के लिए Binance और WazirX इस्तेमाल करना बहुत आसान है। इसे download करके बस KYC कंप्लीट कर लीजिए डिटेल्स सबमिट करने के बाद अपनी मनचाही digital currency में money add करके trading स्टार्ट कीजिए। जब ग्राफ नीचे जा रहा हो तो खरीदो जब ग्राफ ऊपर जाए तो बेचो बस इतना आसान है और आप इस तरह से बन गए Crypto Trader.
क्या है नए Crypto Traders के लिए एक्सपर्ट टिप्स?
नए क्रिप्टो ट्रेडर्स (Crypto Traders) के लिए जानकारों ने कई टिप्स दिए है। इन टिप्स को फॉलो करके कोई भी बहुत आसानी से क्रिप्टो के बारे में जान सकता है। ऐसे में आइए इन टिप्स को एक-एक करके जान लेते है।
1. अपनी मनचाही डिजिटल currency में Invest करने से पहले उसके ऊपर research कीजिए जैसे कि टारगेट market क्या है? उसके कंप्टीटर्स कौन हैं? वो किस टेक्नोलॉजी पर based है? टीम और पार्टनरशिप के बारे में जानकारी लीजिए साथ ही डिमांड एंड सप्लाई कितनी है और लिक्विडिटी,वॉल्यूम आदि की जांच पड़ताल जरुरी है।
2. कुछ क्रिप्टो करेंसी high risk पर high return देती हैं जबकि कुछ low risk पर low return हो सकती है, आप कितना जोखिम उठा सकते हैं ये आप पर निर्भर करता है।
3. क्रिप्टो मार्केट को बारीकी से समझने का प्रयास कीजिए। किसी भी अखबार की अपुष्ट खबरों या अफवाह पर ध्यान मत दीजिए। खरीद फरोख्त करने से पहले इसके लिए टेक्निकल एनालिसिस को भी समझने की कोशिश कीजिए इसके अंतर्गत आप कैंडल स्टिक पैटर्न, मूविंग एवरेज, बॉलिंगर बैंड की सहायता से अपने निवेश को सुरक्षित तरीके से सफल बना सकते हैं।
इसके लिए आप मेरे द्वारा लिखी किताब क्रिप्टो में ट्रेड कैसे करें Beginner to Intermediate की सहायता ले सकते हैं। जिसमें आप colourful charts की मदद से जीरो लेवल से basics समझ सकते हैं और क्रिप्टो ट्रेडिंग में कब entry और कब exit करना है ये आसानी से समझ पायेंगे।
4. आप वाचलिस्ट और रिस्क मैनेज टूल की मदद से अपनी लाभ और हानि के अन्तराल को सुनिश्चित कर जोखिम को सीमित कर सकते हैं।
5.इन्वेस्ट करने के बाद कुछ बातों पर नजर बनाए रखें जैसे कि
कौन सी बड़ी कम्पनी क्रिप्टो में इन्वेस्ट कर रही है?
कौन सी नई Crypto Market में आई है?
कौन सी कम्पनी,इकोनॉमी या देश क्रिप्टो को accept कर रहे हैं?
क्रिप्टो trading में सही समय और मार्केट पर पैनी नजर के साथ टैक्निकल एनालिसिस बेहद कम समय में बड़ा मुनाफा आपको दिला सकता है बस हमारे साथ सीखते रहें और आगे बढ़ते रहें।