कैसे पैटर्न काम करते हैं

क्रिप्टो चार्ट को कैसे पढ़े?
जानिए चार्ट के आधार पर कैसे काम किया जाए, या उनसे मिलने वाले संकेतों को कैसे मुनाफे में बदला जाए
किसी ने भी जिसने क्रिप्टोकरेंसी में किसी भी तरह का निवेश किया है, वह जानता है कि क्रिप्टोकरेंसी का चार्ट रियल-टाइम में कितनी तेजी से लगातार बदलते रहता है। इस एसेट की विख्यात वोलैटिलिटी के कारण कीमतों में जो भारी उतार-चढ़ाव दिखता है, वह भले ही सांसे थमाने वाला हो, लेकिन अपेक्षाकृत कम ही लोग ऐसे हैं जो वास्तव में समझ पाते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी चार्ट को कैसे पढ़ा जाए और उससे भी कम लोग इस बात को सच में समझ पाते हैं कि चार्ट के आधार पर कैसे काम किया जाए, या उनसे मिलने वाले संकेतों को कैसे मुनाफे में बदला जाए।
चार्ट क्या है?
जो लोग ट्रेडिंग में नए हैं, उनके लिए क्रिप्टो चार्ट लाइन और कैंडलस्टिक पैटर्न का एक ऐसा समूह हैं जो क्रिप्टोकरेंसी का ऐतिहासिक प्राइस परफॉर्मेंस दिखाते हैं। ये बाजार की परिस्थितियों में होने वाले बदलावों और भविष्य के रुझानों का अनुमान लगाने में आपकी मदद कर सकते हैं, जिससे आपको निवेश के बेहतर फैसले लेने में मदद मिल सके।
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यह एक स्नैपशॉट है, सेकेंड से लेकर मिनट, दिन, हफ्ते, महीने और यहां तक कि साल और उससे भी ज्यादा समय के दौरान हुए ऐतिहासिक और मौजूदा प्राइस मूमेंट का। क्रिप्टो चार्ट अप्रशिक्षित आंखों के लिए काफी जटिल मालूम पड़ सकते हैं, इसलिए बेहतर यही होगा कि इसके मूलभूत सिद्धांतों को समझ लिया जाए।
क्रिप्टोकरेंसी चार्ट ट्रेडिंग पेयर, अवधि और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का संकेत करते हैं। अमूमन, चार्ट हर समयावधि में खुलने, बंद होने, उस दौरान छुए गये सबसे ऊंचे और सबसे नीचे के भाव की जानकारी देते हैं। चार्ट के सबसे नीचे और बगल में तारीख और कीमतों में होने वाली वृद्धि दर्शाई जाती है।
चार्ट के आधार पर, वॉल्यूम या मूविंग एवरेज जैसे टेक्निकल संकेत दिखने लग जाएंगे और हर ट्रेडिंग सत्र के खुलने और बंद होने के साथ आगे बढ़ेंगे।
जापानी कैंडलस्टिक चार्ट
जापानी कैंडलस्टिक चार्ट (नीचे की दूसरी तस्वीर में दाईं ओर दिखने वाला) लाइन चार्ट के बाद दूसरा सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला चार्ट है। विश्लेषक आमतौर पर जापानी कैंडलस्टिक को कैसे पैटर्न काम करते हैं बेहतर मानते हैं क्योंकि इसमें कई अतिरिक्त आंकड़े भी दिखते हैं।
कैंडल आम तौर पर दो रंगों में दिखते हैं, लाल और हरा।
जब किसी कैंडल का रंग लाल होता है तो इसका मतलब होता है कि आलोच्य समयावधि में बंद होने का भाव खुलने के भाव से नीचे था। इसका मतलब उस समय के दौरान उस एसेट की कीमत में गिरावट आई।
जब कोई कैंडल हरा हो जाता है, तो इसका मतलब है कि उसके बंद होने का भाव खुलने की तुलना में ज्यादा था। नीचे की तस्वीर इसे प्रदर्शित कर रही है:
उदाहरण के लिए, हर कैंडल के खुलने, उच्चतम स्तर, निम्नतम स्तर और बंद होने से अतिरिक्त जानकारियां मिल सकती हैं। यदि कैंडल के दौरान भाव खुलने या बंद होने की सीमा से परे जाते हैं, तो एक शैडो या कैंडल “विक” रह जाता है।
इन कैंडलस्टिक के आकार, स्वरूप, अवधि और रंग तथा जो पैटर्न ये बनाते हैं, उनसे विश्लेषकों, खरीदारों और ट्रेडरों को भाव के भविष्य की चाल का अंदाजा मिल जाता है, जिससे उन्हें कैसे पैटर्न काम करते हैं संभावना के आधार पर अपनी पोजीशन बदलने या नई पोजीशन लेने की सहूलियत मिल जाती है।
जापानी कैंडलस्टिक एक अकेले कैंडल से कई सारी सूचनाएं देने में समर्थ है। फिर भी, जब एक खास तरह के कैंडल विशेष क्रम में आते हैं, तब ये भविष्य में कीमतों की चाल के बारे में एक सटीक अनुमान दे सकते हैं।
इन्हें मोटे तौर पर दो श्रेणियों में बांटा जाता है:
1. बुलिश रिवर्सल पैटर्न
2. बियरिश रिवर्सल पैटर्न
कुछ सबसे महत्वपूर्ण और प्रभावशाली बुलिश रिवर्सल पैटर्न निम्नांकित हैं।
हैमर कैंडल पैटर्न
एक “बुलिश हैमर” ऐसा रिवर्सल पैटर्न होता है जो आम तौर पर गिरावट के रुझान में बॉटम पर बनता है। इसमें कैंडल का बॉडी हैमर के प्रहार वाले हिस्से को इंगित करता है, जबकि उनका लंबा बॉटम विक हैमर का हत्था दर्शाता है।
हरे रंग का हैमर लाल रंग के हैमर से ज्यादा प्रभावशाली होता है, लेकिन जैसा कि 2015 में बिटकॉइन के बॉटम के उदाहरण से दिखता है कि लाल रंग का हैमर भी अपनी तरह से शक्तिशाली संकेत हो सकता है। यह पैटर्न दिखाता है कि किस तरह बिकवालों ने पूरी ताकत से कीमत को नीचे धकेला, लेकिन खरीदारों ने भी उन्हें कड़ी टक्कर दी और आखिरकार उन्हें खरीदारी की ताकत से परास्त कर दिया। इस पैटर्न के वैध होने के लिए आवश्यक है कि इसके बाद तेजी का रुझान बने।
बुलिश एनगल्पफिंग कैंडल पैटर्न
एक बुलिश एनगल्फिंग कैंडल एक ऐसा रिवर्सल पैटर्न है जिसमें एक हरा कैंडल बॉडी पिछले दिन के कैंडल बॉडी को पूरी तरह निगल जाता है। इससे संकेत मिलता है कि बिकवाल थक गये हैं और खरीदार कहीं ज्यादा जोश से कूद पड़े हैं, जिसके कारण अब रुझान पलटने वाला है। उदाहरण के लिए, नीचे के चार्ट में बुलिश एनगल्फिंग आने वाली तेजी का एक संकेत है।
मॉर्निंग स्टार कैंडल पैटर्न
एक मॉर्निंग स्टार कैंडल तब बनता है जब पहले तो गिरावट के रुझान के बाद बॉटम पर एक दोजी का निर्माण होता है और फिर उसके बाद एक मजबूत तेजी का दौर शुरू हो जाता है। एक दोजी में कैंडल बॉडी या तो बहुत छोटा होता है या फिर नहीं होता है और छोटे विक्स या शैडो होते हैं। यह बिकवाली का मजबूत रुझान दर्शाता है, जिसमें धीरे-धीरे बिकवाल हिचकिचाने लगते हैं और फिर आखिरकार यह ट्रेंड पलट जाता है।
बियरिश रिवर्सल पैटर्न
हर तेजी के पैटर्न के बाद एक मंदी का पैटर्न भी होता है। इस तरह के पैटर्न पलटने से पहले किसी तेजी के बिलकुल शीर्ष पर उभरते हैं। कुछ सबसे आम लेकिन मजबूत बियरिश रिवर्सल पैटर्न निम्नांकित हैं।
शूटिंग स्टार कैंडल पैटर्न
शूटिंग स्टार कैंडल पैटर्न में एक कैंडल होता है, जिसमें ऊपर की ओर एक लंबा शैडो होता है। उसकी बॉडी कैसे पैटर्न काम करते हैं छोटी होती है और नीचे या तो कोई शैडो नहीं होता या फिर छोटा शैडो होता है। यह तेजी के रुझान के शीर्ष पर उभरता है और उसके बाद बाजार की दिशा पलट जाती है।
यह कैंडल खरीदारों की ओर से लगाई गई पूरी ताकत दर्शाता है, जिसे जबर्दस्त प्रतिरोध का सामना करना पड़ता है और इसी कारण ऊपर की ओर एक लंबा शैडो छूटता है।
जानें बिना डाटा डीलीट के भी कैसे तोड़ें पैटर्न और पासवर्ड लॉक
एंडरॉयड स्मार्टफोन में आप बिना डाटा खोए भी पैटर्न और पासवर्ड को अनलॉक कर सकते हैं।
- Mukesh SinghMukesh Singh -->
- Published: July 3, 2016 11:10 AM IST
स्मार्टफोन में हमेशा हम डाटा को लेकर काफी सजग रहते हैं। परंतु कई बार स्थिति ऐसी होती है कि डाटा नष्ट हो जाता है। फोन की सुरक्षा के लिए हम बार-बार पासवर्ड तो बदल देते हैं लेकिन पासवर्ड और पैटर्न भूल जाने की वजह से ही फोन को हार्डबूट करना होता है और सारा डाटा नष्ट हो जाता है। जानकारी के अभाव में हम कैसे पैटर्न काम करते हैं ऐसा करते हैं। क्योंकि फोन में लॉक पासवर्ड या पैटर्न भूल जाने के बाद भी हम बिना डाटा खोए नया पासवर्ड डाल सकते हैं। आगे हमने ऐसा ही तरीका समझाया है। Also Read - Jio True 5G सर्विस इन दो बड़े शहरों में हुई लॉन्च, फ्री में मिलेगी 1Gbps की स्पीड
हालांकि इसके लिए आपको थोड़ी तैयारी करनी होगी। आपको एक मैमोरी कार्ड की जरूररत होगी और अपने पीसी पर एरोमा फाइल मैनेजर डाउनलोड करना होगा। आपका फोन पासवर्ड से लॉक है या फिर पैटर्न से कोई फर्क नहीं पड़ता डाटा मिल जाएगा। इसके बाद Also Read - Toyota Glanza CNG Vs Maruti Baleno CNG: ग्लैंजा या बलेनो? जानें दोनों CNG कारों में कौन है बेहतर
स्टेप 1: एरोमा फाइल मैनेजर को पीसी में डाउनलोड करने के बाद उसे मैमोरी कार्ड में डालें। और मैमोरी कार्ड को अपने लॉक एंडरॉयड फोन में लगा दें। Also Read - Maruti Grand Vitara CNG भारत में जल्द होगी लॉन्च, जानें इसमें क्या कुछ होगा खास
स्टेप 2: अब फोन को रिकवरी मोड में डालें। इसके लिए आपको फोन को आॅफ कर पावर बटन और वॉल्यूम डाउन बटन को एक साथ दबाना होगा। अलग-अलग फोन में यह तरीका बदल सकता है। इसलिए अपने फोन को एक बार जांच लें अन्यथा गूगल से अपने मॉडल नंबर के अनुसार पता कर लें।
स्टेप 3: याद रहे कि यहां टच काम नहीं करेगा ऐसे में आप वॉल्यूम डाउन बटन को प्रेस कर कार्य करें और पावर बैटन से ओके करें।
फोटो साभार: droid-life.com
स्टेप 4: यहां आपको इंस्टॉल जीप फ्रॉम एसडीकार्ड के विकल्प को चुनना है और फिर उसे माइक्रोएसडी कार्ड से एरोमा फाइल मैनेजर का पाथ देना है।
स्टेप 5: इंस्टॉल होने के बाद यह रिकवरी मोड को ओपेन करेगा और फिर आप एरोमा फाइल मैनेजर से सेटिंग में जाएं और अनमाउंट आॅल डिवाइस आॅन स्टार्ट का चुनाव करें और एक्जिट करें। इस प्रक्रिया को आपको 4 से 5 बार करना है।
स्टेप 6: इसके बाद आप फिर से एरोमा फाइल मैनेजर को ओपेन करें और यहां से डाटा फोल्डर में जाएं। यहां से सिस्टम फोल्डर में का चुनाव करें और फिर फाइंड का विकल्प में जाएं। अब जेस्चर.की का विकलप मिलेगा या फिर पासवर्ड की मिलेगा जिसे आपने अपने फोन में डाटा था।
स्टेप 8: इसे डिलीट कर दें और एरोमा फाइल मैनेजर से बाहर आ जाएं। अब जब आप अपने फोन को रीबूट करेंगे तो पाएंगे कि पैटर्न और पासवर्ड खत्म हो गया है। यहां से आप अपने फोन के लिए नया पैटर्न बना सकते हैं। परंतु इसमें डाटा नष्ट नहीं होगा।
- Published Date: July 3, 2016 11:10 AM IST
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कलेक्टर (Collector) कैसे बनें
कलेक्टर को एक जिले की पूरी जिम्मेदारी सौंपी जाती है | इसलिए वह जिले का सबसे बड़ा प्रशासनिक अधिकारी होता है | कलेक्टर को किसी जिले के हर छोटे-बड़े कैसे पैटर्न काम करते हैं सभी कार्य करने होते है जैसे – आपदा प्रबंध, सरकारी योजनायों को लागू करवाना, ऋण वितरण, कर्ज वसूली, कर वसूली, भूमि अधिग्रहण, भूमि मूल्यांकन, आम जानता की समस्या का समाधान करके उसका हल निकालना आदि सभी कार्य करने होते हैं |
इसके अतिरिक्त एक कलेक्टर को मुख्य कार्य कानून व्यवस्था को बनाये रखना एवं जिले की जानकारी सरकार तक पहुंचाने के काम की भी जिम्मेदारी सौंपी जाती है | यदि आप भी कलेक्टर बनना चाहते है तो, यहाँ पर आपको कलेक्टर (Collector) कैसे बनें, योग्यता, परीक्षा पैटर्न, सैलरी, कार्य की विस्तृत जानकारी प्रदान की जा रही है |
कलेक्टर कैसे बने ?
Table of Contents
कलेक्टर एक बड़ा पद होता है, जिसे प्राप्त करने के लिए कड़ी से कड़ी मेहनत करनी होती है क्योंकि, कलेक्टर बनने के लिए आपको सिविल सर्विस एग्जाम (CSE) देना होता है | इस परीक्षा का आयोजन यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) द्वारा किया जाता है | आप इस परीक्षा के लिए ग्रेजुएशन पूरा होने के बाद आवेदन कर सकते है लेकिन, आप इस परीक्षा में पास होने के लिए ग्रेजुएशन के साथ ही यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दें ताकि आप आसानी से इस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सके |
परीक्षा पैटर्न
अभ्यर्थियों को इस पद के लिए तीन परीक्षाएं देनी रहती है, जो इस प्रकार है –
- प्रारंभिक परीक्षा – (Preliminary Exam)
- मुख्य परीक्षा – (Main Exam)
प्रारंभिक परीक्षा
इस परीक्षा का आयोजन जून – जुलाई और अगस्त महीने के बीच किया जाता हैं | इस परीक्षा में अभ्यर्थियों को 2 पेपर देने होते हैं पहला सामान्य अध्यन तथा दूसरा सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट कराया जाता है | ये दोनों पेपर 250-250 अंकों के होते हैं | जो अभ्यर्थी इस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर लेते हैं उन्हें मुख्य परीक्षा में शामिल कर लिया जाता हैं |
मुख्य परीक्षा
इस परीक्षा का आयोजन दिसंबर से जनवरी के बीच किया जाता है |
साक्षात्कार
मुख्य परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है, साक्षात्कार कुल 750 अंकों का कराया जाता है | इसके बाद जो अभ्यर्थी इन तीनो परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर लेते है, तो उन्हें इस पद के लिए नियुक्त कर लिया जाता है |
योग्यता
कलेक्टर बनने के लिए अभ्यर्थी को कम से कम ग्रेजुएशन (स्नातक) होना अनिवार्य है |
आयु सीमा
- सामान्य श्रेणी (General) – 21 से 32 वर्ष – 21- 32 वर्ष (तीन साल की छूट =35 वर्ष ) – 32 वर्ष (पांच साल की छूट =37 वर्ष )
इसके अतिरिक्त विकलांग और सेवा-निवृत सैनिक या कर्मी को भी UPSC के नियमानुसार छूट प्रदान की जाती है |
सैलरी
एक कलेक्टर को प्रतिमाह ढाई लाख रूपये तक सैलरी के साथ बहुत प्रकार के भत्ते व सरकारी सुविधाए प्रदान की जाती है | अधिक जानकारी के लिए आप आईएएस के बारे में हमारा लेख पढ़े |
एंड्रॉयड सुरक्षा में सबसे कमजोर साबित होता एंड्रॉयड लॉक पैटर्न
लोग अपने फोन का पासवर्ड अमूमन '123456' या 'Password' रखते हैं जो कि कैसे पैटर्न काम करते हैं सुरक्षा के लिहाज से सबसे कमजोर माना जाता है. पर एक शोध के मुताबिक यह पता चला है कि एंड्रॉयड का पैटर्न लॉक भी उतना ही कमजोर साबित हो रहा है जितना '123456' या 'Password' है.
aajtak.in
- 24 अगस्त 2015,
- (अपडेटेड 24 अगस्त 2015, 4:44 PM IST)
लोग अपने फोन का पासवर्ड अमूमन '123456' या 'Password' रखते हैं जो कि सुरक्षा के लिहाज से सबसे कमजोर माना जाता है. पर एक शोध के मुताबिक यह पता चला है कि एंड्रॉयड का पैटर्न लॉक भी उतना ही कमजोर है जितना '123456' या 'Password' है.
नॉर्वे यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी की रिसर्चर मार्टे लोगे ने अपने रिसर्च में यह दावा किया है कि उनके रिसर्च के 77% लोगों ने लॉक स्क्रीन का पैटर्न एक कोने से शुरू किया जबकि 44% लोगों ने लॉक पैटर्न स्क्रीन के उपर बाईं तरफ से शुरू किया.
उन्होंने अपना रिसर्च रिपोर्ट लास वेगास में चल रहे एक हैकर कांफ्रेंस पासवर्डकॉन में जारी की है जिसमे उन्होंने 4,000 यूजर जेनरेटेड पैटर्न को सैंपल के रूप में रखा था.
हालांकि एंड्रॉयड लॉक पैटर्न चार नोड्स से नौ नो नोड्स तक के होते हैं जिनमें लगभग 400,000 कॉम्बिनेशन बनाए जा सकते हैं. जो कि एक मजबूत पासवर्ड माना जा सकता है. पर मार्टे लोगे के रिसर्च के मुताबिक एंड्रॉयड इस्तेमाल करने वाले बहुत ही सरल कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल करते हैं जिसका अंदाज लगाना दूसरे के लिए बिल्कुल आसान है.