ट्रेडिंग क्या होती है?

ट्रेडिंग क्या है ( Trading meaning in Hindi )
Trading in Hindi: अक्सर आप विज्ञापन या लोगो के द्वारा ट्रेडिंग , इन्वेस्टमेंट जैसे शब्द सुनते हैं और इनके माध्यम से पैसे कमाना और अमीर बनना आदि बातों को सुनकर किसी Trading App या Company में ट्रेडिंग करना शुरू कर देते हैं.
अगर आप नहीं जानते हैं की ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाते हैं तो आज आप इस लेख में ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट से जुड़ी सारी जानकारी पढ़ेंगे जैसे ट्रेडिंग क्या है और यह कैसे होती , इसमें पैसे लगाए या नहीं आदि।
आसान शब्दों में ट्रेडिंग का मीनिंग व्यापर होता है जैसे किसी वस्तु को खरीदकर बेचना और मुनाफा कमाना और इसी तरह से Stock Trading भी है।
What is Trading in Hindi
साधारण भाषा में वस्तुओं की खरीद और बिक्री को ट्रेडिंग यानी व्यापार कहा जाता है। इसी तरह शेयर बाजार में सिक्योरिटी को ख़रीदा अथवा बेचा जाता है जैसे Stock , bonds , currencies and commodities ( Oil , Gold ) .
जैसे हमने किसी कंपनी का स्टॉक ख़रीदा या मुद्रा और गुड्स में निवेश किया और फिर दाम बढ़ने पर इनको बेच दिया , इसी टर्म को ट्रेडिंग कहते हैं। ध्यान रहें ट्रेडिंग में आपको loss/profit दोनों हो सकता है मार्केट के घटने या बढ़ने पर।
Stock Market में ट्रेडिंग करने के लिए आपका Demat Account होना जरूरी है और इसी अकाउंट से आप शेयर खरीद या बेच सकते हैं।
Demat Account हमेशा एक अच्छे Broker से खुलवाएं जिससे आपको hidden charge और extra charge ना देना पड़े। Account verified होने के बाद आप Stock , IPO , ( F&O ) , Mutual Funds में ट्रेड कर सकते हैं.
Types of Trading
Share Market में तीन तरह से ट्रेडिंग की जाती है :
- Intraday Trading
- Positional Trading
- Swing Trading
Intraday Trading: इसे Day Trading भी कहा जाता है क्योंकि इसमें एक ही दिन शेयर को ख़रीदा या बेचा जाता है. भारतीय शेयर बाजार सुबह 9:15 am पर खुलता है और शाम के 3:30 pm पर बंद होता है.
और Intraday Trading में इसी अवधि के बीच शेयर की खरीद बिक्री होती है. इस तरह की ट्रेडिंग कम समय में ज्यादा लाभ कमाने के लिए की जाती है लेकिन कभी कभी इसका उल्टा भी होता है।
Positional Trading: अगर आप कोई शेयर खरीदते हैं और उसको एक ही दिन बेचने के बजाय एक हफ्ते या जब आपका मन हो तब बेचे , इसे Positional Trading कहा जाता है और इसके लिए आपको Share खरीदते वक्त Delivery चुनना पड़ता है.
Swing Trading: इसमें trader शेयर को एक हफ्ते से लेकर चार हफ्ते तक होल्ड करता है और शेयर में होने वाले up का फायदा उठाता है. इसमें entry और exit point को ध्यान में रखकर ट्रेडिंग करना होता है.
ट्रेडिंग कैसे शुरू करें How to start Trading in Hindi
आजकल ट्रेडिंग करने के लिए कई सारे App उपलब्ध है जैसे expert option , IQ Option , Olymp Trade , Binomo Trading App etc. लेकिन अगर आपको एक सफल ट्रेडर बनना है तो आपको Share Market में ट्रेडिंग करना चाहिए।
इसके लिए सबसे पहले आपको किसी Broker के माध्यम से Demat Account खुलवाना है और उस Demat Account में आपको अपने Bank Account से Money Add करके ट्रेडिंग करनी है.
शेयर बाजार में आप दो तरह से ट्रेडिंग कर सकते हैं पहला Stocks को sell/buy कर सकते है दूसरा आप Future And Options ( F&O ) में ट्रेडिंग कर सकते हैं. Future and Options को Derivative trading कहा जाता हैं।
चूकि F&O में Trade करना High Risk हो सकता हैं इसलिए आपको पहले Stocks में Trading करके बाजार को समझना है। बाजार में निवेश की शुरआत से पहले आपको Market को अच्छे से विश्लेषण करना है ताकि आपका पैसा सुरक्षित रहें।
इसके लिए आपको Moneycontrol , Economictimes आदि से रेगुलर news और update प्राप्त करना है साथ ही बाजार के Movements को समझना है.
Demat Account कैसे ओपन करें
तो यह सब करने के बाद हम आ जाते हैं अपने Demat Account पर। Account Opening के लिए आपको एक अच्छे और low brokerage वाले broker को चुनना है जिसका कोई hidden charge ना हो।
Account Opening के लिए आपके पास Aadhaar Card , Pan Card , 6 Month की Bank Statement होनी चाहिए 10,000 रुपये की क्लोजिंग के साथ ( F&O में Trade के लिए ). नीचे कुछ पॉपुलर Broker ट्रेडिंग क्या होती है? के नाम दिए गए हैं जिनसे आप Account खुलवा सकते हैं –
Upstox , Groww , Paytm Money , Zerodha , Kotak Securities , Angel One , Samco Trading , HDFC Securities
लेकिन अगर आप beginner हैं stock market में तो आपको Groww से Demat Account खुलवाना चाहिए क्योंकि इसका Dashboard समझना काफी आसान है और इसमें कोई hidden charge नहीं है और इसके करीब 40 million users हैं.
नीचे Groww Android App का लिंक दिया हुआ है जिस पर क्लिक करके आप डाउनलोड कर सकते हैं. इसके साथ ही यह iOS पर भी उपलब्ध है।
इस लेख को अच्छे से समझने के लिए शेयर बाजार के ऊपर यह जानकारी जरूर करें –
Option Trading in hindi
Option Trading एक ऐसा सिस्टम है शेयर मार्किट में जिससे 1000 से भी 10,000 या उससे ज्यादा भी कमा सकते हैं सिर्फ एक दिन या कुछ ही घंटों में. अगर आप Stop Loss लगाकर ट्रेडिंग करते हैं तो Loss आपका limited ही रहेगा लेकिन Profit की इसमें कोई लिमिट है.
जैसा की हमने ऊपर जाना था Option Trading में High Risk होता है लेकिन फिर भी अगर आप मार्किट की अच्छी समझ रखते हैं और risk management करना जानते हैं इस Stock Market की इस segment में Profit की कोई सीमा नहीं है।
इसमें NSE ( National Stock Exchange ) की Indexes जैसे NIFTY 50 , NIFTY BANK , NIFTY MID CAP आदि में इनकी Price पर पैसा लगता है कि इनके दाम बढ़ेंगे या फिर ट्रेडिंग क्या होती है? घटेंगे। अगर लगता है Market Increase होगा तो Call buy करना है और अगर decrease होगा तो Put buy करना है।
इसके अलावा आप डायरेक्ट कम्पनी में भी ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं जैसे Reliance , TCS , HDFC Bank etc. आइये अब step by step देखते हैं ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे की जाती है.
Option Trading कैसे शुरू करें
सबसे पहले आपको जिस भी Indices या Share में ऑप्शन ट्रेड करना है , उसका Option Chain समझना होगा जैसे किस Date की ऑप्शन खरीदनी या बेचनी है , Strike Price कितना है , LTP कितना है , OI कितना है आदि।
इसके बाद अगर आपको लगता है Market Up होगा तो आपको Call Option Buy करना है या अगर Market Down तो Put Option Buy करना है। Option Weekly और Monthly Expire होता है इसलिए Buy करते वक्त आपको Date चुननी है।
जैसे NIFTY 50 का ऑप्शन खरीदना है तो सबसे पहले ये तय करना आप किस Strike Price पर खरीदना चाहते हैं जैसे 17500 , 17800, 17900 , 18000, 18200 . इसके बाद Call/Put Price देखना है जो Strike Price के बाएं और दाएं लिखी होती है और यह मात्र कुछ पैसो से लेकर हजार से भी ऊपर की हो सकती है.
अगर आपको अच्छे से समझ नहीं आ रहा है तो चिंता मत कीजिये क्योंकि Youtube पर कई ऐसे Stock Trader हैं जिनसे आप Trading और Option Trading दोनों आसानी से सीख सकते हैं।
निष्कर्ष ( Conclusion )
तो साथियों आज का यह लेख Trading meaning in Hindi पर आपकी क्या राय कमेंट करके हमें जरूर बताएं। साथ ही Trading से संबंधित कोई प्रश्न हो तो जरूर पूछे। मैने अपनी तरफ से Trading और Option Trading को समझाने का पूरा प्रयास किया लेकिन फिर भी अगर इस लेख को लिखते हुए हमसे कोई भूल हुई हो तो छमा कीजियेगा।
ट्रेडिंग क्या है ( Trading meaning in Hindi )
Trading in Hindi: अक्सर आप विज्ञापन या लोगो के द्वारा ट्रेडिंग , इन्वेस्टमेंट जैसे शब्द सुनते हैं और इनके माध्यम से पैसे कमाना और अमीर बनना आदि बातों को सुनकर किसी Trading App या Company में ट्रेडिंग करना शुरू कर देते हैं.
अगर आप नहीं जानते हैं की ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाते हैं तो आज आप इस लेख में ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट से जुड़ी सारी जानकारी पढ़ेंगे जैसे ट्रेडिंग क्या है और यह कैसे होती , इसमें पैसे लगाए या नहीं आदि।
आसान शब्दों में ट्रेडिंग का मीनिंग व्यापर होता है जैसे किसी वस्तु को खरीदकर बेचना और मुनाफा कमाना और इसी तरह से Stock Trading भी है।
What is Trading in Hindi
साधारण भाषा में वस्तुओं की खरीद और बिक्री को ट्रेडिंग यानी व्यापार कहा जाता है। इसी तरह शेयर बाजार में सिक्योरिटी को ख़रीदा अथवा बेचा जाता है जैसे Stock , bonds , currencies and commodities ( Oil , Gold ) .
जैसे हमने किसी कंपनी का स्टॉक ख़रीदा या मुद्रा और गुड्स में निवेश किया और फिर दाम बढ़ने पर इनको बेच दिया , इसी टर्म को ट्रेडिंग कहते हैं। ध्यान रहें ट्रेडिंग में आपको loss/profit दोनों हो सकता है मार्केट के घटने या बढ़ने पर।
Stock Market में ट्रेडिंग करने के लिए आपका Demat Account होना जरूरी है और इसी अकाउंट से आप शेयर खरीद या बेच सकते हैं।
Demat Account हमेशा एक अच्छे Broker से खुलवाएं जिससे आपको hidden charge और extra charge ना देना पड़े। Account verified होने के बाद आप Stock , IPO , ( F&O ) , Mutual Funds में ट्रेड कर सकते हैं.
Types of Trading
Share Market में तीन तरह से ट्रेडिंग की जाती है :
- Intraday Trading
- Positional Trading
- Swing Trading
Intraday Trading: इसे Day Trading भी कहा जाता है क्योंकि इसमें एक ही दिन शेयर को ख़रीदा या बेचा जाता है. भारतीय शेयर बाजार सुबह 9:15 am पर खुलता है और शाम के 3:30 pm पर बंद होता है.
और Intraday Trading में इसी अवधि के बीच शेयर की खरीद बिक्री होती है. इस तरह की ट्रेडिंग कम समय में ज्यादा लाभ कमाने के लिए की जाती है लेकिन कभी कभी इसका उल्टा भी होता है।
Positional Trading: अगर आप कोई शेयर खरीदते हैं और उसको एक ही दिन बेचने के बजाय एक हफ्ते या जब आपका मन हो तब बेचे , इसे Positional Trading कहा जाता है और इसके लिए आपको Share खरीदते वक्त Delivery चुनना पड़ता है.
Swing Trading: इसमें trader शेयर को एक हफ्ते से लेकर चार हफ्ते तक होल्ड करता है और शेयर में होने वाले up का फायदा उठाता है. इसमें entry और exit point को ध्यान में रखकर ट्रेडिंग करना होता है.
ट्रेडिंग कैसे शुरू करें How to start Trading in Hindi
आजकल ट्रेडिंग करने के लिए कई सारे App उपलब्ध है जैसे expert option , IQ Option , Olymp Trade , Binomo Trading App etc. लेकिन अगर आपको एक सफल ट्रेडर बनना है तो आपको Share Market में ट्रेडिंग करना चाहिए।
इसके लिए सबसे पहले आपको किसी ट्रेडिंग क्या होती है? Broker के माध्यम से Demat Account खुलवाना है और उस Demat Account में आपको अपने Bank Account से Money Add करके ट्रेडिंग करनी है.
शेयर बाजार में आप दो तरह से ट्रेडिंग कर सकते हैं पहला Stocks को sell/buy कर सकते है दूसरा आप Future And Options ( F&O ) में ट्रेडिंग कर सकते हैं. Future and Options को Derivative trading कहा जाता हैं।
चूकि F&O में Trade करना High Risk हो सकता हैं इसलिए आपको पहले Stocks में Trading करके बाजार को समझना है। बाजार में निवेश की शुरआत से पहले आपको Market को अच्छे से विश्लेषण करना है ताकि आपका पैसा सुरक्षित रहें।
इसके लिए आपको Moneycontrol , Economictimes आदि से रेगुलर news और update प्राप्त करना है साथ ही बाजार के Movements को समझना है.
Demat Account कैसे ओपन करें
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Account Opening के लिए आपके पास Aadhaar Card , Pan Card , 6 Month की Bank Statement होनी चाहिए 10,000 रुपये की क्लोजिंग के साथ ( F&O में Trade के लिए ). नीचे कुछ पॉपुलर Broker के नाम दिए गए हैं जिनसे आप Account खुलवा सकते हैं –
Upstox , Groww , Paytm Money , Zerodha , Kotak Securities , Angel One , Samco Trading , HDFC Securities
लेकिन अगर आप beginner हैं stock market में तो आपको Groww से Demat Account खुलवाना चाहिए क्योंकि इसका Dashboard समझना काफी आसान है और इसमें कोई hidden charge नहीं है और इसके करीब 40 million users हैं.
नीचे Groww Android App का लिंक दिया हुआ है जिस पर क्लिक करके आप डाउनलोड कर सकते हैं. इसके साथ ही यह iOS पर भी उपलब्ध है।
इस लेख को अच्छे से समझने के लिए शेयर बाजार के ऊपर यह जानकारी जरूर करें –
Option Trading in hindi
Option Trading एक ऐसा सिस्टम है शेयर मार्किट में जिससे 1000 से भी 10,000 या उससे ज्यादा भी कमा सकते हैं सिर्फ एक दिन या कुछ ही घंटों में. अगर आप Stop Loss लगाकर ट्रेडिंग करते हैं तो Loss आपका limited ही रहेगा लेकिन Profit की इसमें कोई लिमिट है.
जैसा की हमने ऊपर जाना था Option Trading में High Risk होता है लेकिन फिर भी अगर आप मार्किट की अच्छी समझ रखते हैं और risk management करना जानते हैं इस Stock Market की इस segment में Profit की कोई सीमा नहीं है।
इसमें NSE ( National Stock Exchange ) की Indexes जैसे NIFTY 50 , NIFTY BANK , NIFTY MID CAP आदि में इनकी Price पर पैसा लगता है कि इनके दाम बढ़ेंगे या फिर घटेंगे। अगर लगता है Market Increase होगा तो Call buy करना है और अगर decrease होगा तो Put buy करना है।
इसके अलावा आप डायरेक्ट कम्पनी में भी ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं जैसे Reliance , TCS , HDFC Bank etc. आइये अब step by step देखते हैं ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे की जाती है.
Option Trading कैसे शुरू करें
सबसे पहले आपको जिस भी Indices या Share में ऑप्शन ट्रेड करना है , उसका Option Chain समझना होगा जैसे किस Date की ऑप्शन खरीदनी या बेचनी है , Strike Price कितना है , LTP कितना है , OI कितना है आदि।
इसके बाद अगर आपको लगता है Market Up होगा तो आपको Call Option Buy करना है या अगर Market Down तो Put Option Buy करना है। Option Weekly और Monthly Expire होता है इसलिए Buy करते वक्त आपको Date चुननी है।
जैसे NIFTY 50 का ऑप्शन खरीदना है तो सबसे पहले ये तय करना आप किस Strike Price पर खरीदना चाहते हैं जैसे 17500 , 17800, 17900 , 18000, 18200 . इसके बाद Call/Put Price देखना है जो Strike Price के बाएं और दाएं लिखी होती है और यह मात्र कुछ पैसो से लेकर हजार से भी ऊपर की हो सकती है.
अगर आपको अच्छे से समझ नहीं आ रहा है तो चिंता मत कीजिये क्योंकि Youtube पर कई ऐसे Stock Trader हैं जिनसे आप Trading और Option Trading दोनों आसानी से सीख सकते हैं।
निष्कर्ष ( Conclusion )
तो साथियों आज का यह लेख Trading meaning in Hindi पर आपकी क्या राय कमेंट करके हमें जरूर बताएं। साथ ही Trading से संबंधित कोई प्रश्न हो तो जरूर पूछे। मैने अपनी तरफ ट्रेडिंग क्या होती है? से Trading और Option Trading को समझाने का पूरा प्रयास किया लेकिन फिर भी अगर इस लेख को लिखते हुए हमसे कोई भूल हुई हो तो छमा कीजियेगा।
Horse Trading: क्या होती है हार्स ट्रेडिंग, सियासत में क्या मायने, राजनीति में कब से हुई इस शब्द की शुरुआत
Horse Trading in politics आखिर क्या होती है हार्स ट्रेडिंग सियासत में इसके क्या मायने हैं और राजनीति में इस शब्द की शुरुआत कब से हुई? दरअसल भारतीय राजनीति में इस शब्द का इस्तेमाल सांसदों और विधायकों को प्रलोभन से जोड़कर प्रयोग किया जाता है।
नोएडा, आनलाइन डेस्क। राजस्थान में राज्यसभा चुनाव को लेकर चल रहे सियासी बवाल के बीच मुख्यमंत्री गहलोत बार बार भाजपा पर हार्स ट्रेडिंग के आरोप लगा रहे हैं। ऐसे में यह समझना जरूरी है कि आखिर क्या होती है हार्स ट्रेडिंग, सियासत में इसके क्या मायने हैं और राजनीति में इस शब्द की शुरुआत कब से हुई? दरअसल, भारतीय राजनीति में इस शब्द का इस्तेमाल सांसदों और विधायकों को प्रलोभन से जोड़कर किया जाता है। जब किसी फायदे के लिए या किसी सरकार को अस्थिर करने के लिए सांसद या विधायक पाला बदलते हैं तो इसे हार्स ट्रेडिंग का नाम दिया जाता है।
जानें हार्स ट्रेडिंग शब्द के मायने
हार्स ट्रेडिंग शब्द को सबसे पहले कैम्ब्रिज डिक्शनरी में शामिल किया गया था। जहां इस शब्द का मतलब परदे से पीछे दो पार्टियों के बीच होने वाली ऐसी बातचीत से था, जिसमें दोनों का फायदा हो। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि हार्स ट्रेडिंग का मतलब कड़े शब्दों में तैयार की गई ऐसी सौदेबाजी से है जिसमें दोनों ही पार्टियां इस कोशिश में रहती हैं कि ज्यादा से ज्यादा फायदा उन्हें हो जाए और बाद में एक नतीजे पर दोनों पार्टियां पहुंचती हैं। 1820 के आसपास घोड़ों की बिक्री के लिए ही इस शब्द का प्रयोग होता था।
व्यापार का यह तरीका कुछ ऐसा था कि इसमें चालाकी, पैसा और आपसी फायदों के साथ घोड़ों को किसी के अस्तबल से खोलकर कहीं और छुपा देते थे। फिर पैसों के लेनदेन की दम पर सौदा किया जाता था। मतलब, कारोबारी अपने घोड़ों की खरीद फरोख्त के लिए जो अलग अलग तरीके अपनाते थे, उन्हें ही हार्स ट्रेडिंग कहा जाता था। बाद में इस शब्द का इस्तेमाल पॉलिटिक्स के लिए होने लगा। जब एक पार्टी विपक्ष में बैठे अन्य नेताओं को अपने साथ मिलाने के लिए हर तरह का लालच देती है। इस किस्म की विधायकों की खरीद फरोख्त को राजनीति में हॉर्स ट्रेडिंग कहा जाता है। Macmillan इंग्लिश डिक्शनरी के मुताबिक, इसका मतलब कठिन और कभी-कभी उन लोगों के बीच बेईमान चर्चा है, जो किसी एग्रीमेंट पर पहुंचना चाह रहे हैं।
भारतीय राजनीति में कब से हार्स ट्रेडिंग
कहा जाता है कि भारतीय राजनीति में हार्स ट्रेडिंग की शुरुआत 1967 से हुई। अक्टूबर, 1967 में हरियाणा के एक विधायक गया लाल ने 15 दिनों के भीतर तीन बार दल बदलकर इस मुद्दे को राजनीति की मुख्यधारा में ला दिया था। उस दौर में ‘आया राम गया राम’ की राजनीति देश में काफी प्रचलित हो चली थी। इस मौकापरस्ती की प्रथा को बंद करने के लिए 1985 में 52वां संविधान संशोधन किया गया और संविधान में 10वीं अनुसूची जोड़ी गई जिससे कि पार्टी छोड़कर भागने की प्रथा पर काबू पाया जा सके।
Insider Trading क्या होती है और कैसे ये काम करता है?
डीएनए हिंदी: अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं या करने के इच्छुक होंगे तो आपने इनसाइडर ट्रेडिंग का नाम भी सुना होगा? इनसाइडर ट्रेडिंग क्या होता है? क्या यह कानूनी है? अमूमन इस तरह के सवाल हमारे जेहन में आते रहते हैं. यहां हम आपको बताएंगे कि इनसाइडर ट्रेडिंग होती क्या है और ये कैसे काम करती है?
इनसाइडर ट्रेडिंग क्या होती है?
आम भाषा में समझें तो जब कोई व्यक्ति गैर कानूनी तरीके से शेयरों की खरीद बिक्री करके फायदा कमाता है तो इसे ही इनसाइडर ट्रेडिंग (Insider Trading) कहते हैं. इसे हिंदी में भेदिया कारोबार भी कहते हैं. ऐसा खासकर किसी बड़ी कंपनी के मैनेजमेंट से जुड़ा हुआ व्यक्ति कंपनी के अंदर की अहम जानकारियों के आधार पर करता है.
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए अगर कोई कंपनी किसी दूसरी कंपनी के साथ मर्जर यानी कि विलय करने वाली है या अपनी कंपनी के शेयर गिरवी रखकर पैसा जुटाने के फिराक में है. ऐसे में प्रमोटर या कंपनी से जुड़े लोगों को हल्का सा भी अनुमान है कि इस कदम से कंपनी का शेयर बढ़ेगा तो वो डील अनाउंस होने से पहले ही अपने करीबियों के नाम पर शेयर खरीद लेते हैं. अब डील के अनाउंस होने से जैसे ही शेयर के दाम में उछाल आता है वो शेयर बेचकर मुनाफा कमा लेते हैं. इसे ही इनसाइडर ट्रेडिंग कहते हैं. हालांकि प्रमोटर अगर शेयर की खरीद करता है तो यह गलत नही है बस उसे SEBI के दिशा निर्देशों के मुताबिक शेयर में खरीदारी करनी चाहिए.
इनसाइडर ट्रेडिंग के लिए सेबी के उठाये गए कड़े कदम
सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने इनसाइडर ट्रेडिंग की पहचान करने के लिए मार्केट सर्विलांस सिस्टम लागू की है जो मार्केट में चल रहे असामान्य मार्केट पैटर्न पर नजर बनाए रखती है. सेबी समय-समय पर अपने सिस्टम में सुधार करता रहता है. इस नियम के तहत कई कंपनियों को दंडित भी किया जा चुका है.
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Trading Meaning In Hindi – Trading क्या होती है? जाने इसके प्रकार
Trading kya hai, इसे कैसे किया जाता है, यह कितनी तरह की होती है, क्या ट्रेडिंग और निवेश करने में कोई अंतर होता है, Trading in hindi से जुड़े कई तरह के प्रश्न आपके दिमाग में आते होंगे। यह सभी शंकाएं आपके दिमाग में तब तक रहेगी जब तक कि आपको ट्रेडिंग का सरल शब्दों में अर्थ ना समझ में आ जाए।
इसलिए आपकी सभी शंकाओं पर विराम लगाते हुए आज हम आपको ट्रेडिंग की संपूर्ण जानकारी देंगे जिसमें ट्रेडिंग मीनिंग इन हिंदी, इसके प्रकार, ट्रेडिंग कैसे करते हैं इत्यादि का संपूर्ण विश्लेषण करेंगे। तो आइए शुरू करते हैं।
ट्रेडिंग मीनिंग इन हिंदी | Trading Meaning In Hindi
ट्रेडिंग का अर्थ व्यापार करने से होता है। इसमें एक चीज़ को लेकर उसे कुछ ज्यादा दाम में दूसरों को बेच दिया जाता है। जिस प्रकार किसी धंधे में एक व्यापारी अपने व्यापार से संबंधित चीजों को खरीद कर उसे अपने ग्राहकों को कुछ ज्यादा दाम में बेचकर लाभ कमाता हैं, ठीक उसी प्रकार ट्रेडिंग में होता है।
Trading Meaning in Hindi = व्यापार / लेन देन
ट्रेडिंग का अर्थ सरल शब्दों में | Trading Ka Matlab
इसे यदि हम सरल शब्दों में आपको बताना चाहे तो आप अपने आसपास की दुकानों का उदाहरण ले सकते हैं। ट्रेडिंग क्या होती है? उदाहरण के तौर पर आप चायपत्ती को लीजिए। आप इसे अपने आसपास की दुकान से या बाजार जाकर खरीदते होंगे।
अब आप इसे जिस दुकान से खरीदते हैं वह आपको उस चायपत्ती को उसी दाम में तो नही बेचता होगा ना। मान लो आप एक किलो चायपत्ती 300 रुपए की खरीदते हैं तो वह चायपत्ती उस दुकानदार को उससे कुछ कम दाम में पड़ती होगी।
अब वह चायपत्ती उस दुकानदार को चाहे 250 रुपए में पड़ी हो या 280 रुपए में लेकिन आपने उसे उसके सही दाम से कुछ ज्यादा दाम में उस दुकानदार से खरीदा। इस तरह वह दुकानदार उस चायपत्ती को आपको बेचकर लाभ कमा रहा है।
यही बात आपके द्वारा खरीदी जाने वाली हर चीज़ पर लागू होती हैं। ठीक उसी प्रकार ट्रेडिंग ऑनलाइन व्यापार होता है लेकिन यह किसी वस्तु से संबंधित नही होता है। आइए जाने ट्रेडिंग का संबंध किससे होता है।
ट्रेडिंग क्या है | What is Trading In Hindi
अब तक आप यह तो जान ही गए कि ट्रेडिंग कहते किसे हैं लेकिन ट्रेडिंग में किस चीज़ का आदान-प्रदान होता है, इसके बारे में जानना भी आवश्यक है। ट्रेडिंग में किसी वस्तु का लेनदेन ना होकर शेयर का लेनदेन होता है। हर बड़ी कंपनी के अपने शेयर होते है और उनका कुछ मूल्य होता है।
ट्रेडिंग में व्यक्ति किसी कंपनी के कुछ शेयर खरीदता हैं और उसे कुछ ज्यादा दाम में कुछ समय के बाद किसी और को बेच देता है। इस तरह ट्रेडिंग का व्यापार किया जाता है और लाभ कमाया जाता है।
उदाहरण के तौर पर आप रिलायंस कंपनी के शेयर ले लीजिए। रिलायंस के एक शेयर का मूल्य 2300 रुपए के आसपास होता है। यह प्रतिदिन ऊपर-नीचे होता है। अब यदि किसी दिन रिलायंस का एक शेयर 2310 रुपए का है और आपने इसके 100 शेयर खरीद लिए। अगले दिन यही शेयर 2320 रुपए का हो जाता है और आपने यह शेयर बेच दिए तो इस तरह आपने एक दिन में 1000 रुपए कमा लिए।
इसी तरह शेयर मार्किट में हजारों कंपनियां हैं जिनके शेयर वहां उपलब्ध हैं। हर कंपनी के शेयर का मूल्य अलग-अलग होता है। आपको शेयर मार्किट में 2-3 रुपए से लेकर हजारों रुपए के मूल्य वाले शेयर मिल जाएंगे। यह आप पर निर्भर करता हैं कि आप कितना निवेश करना चाहते हैं।
ट्रेडिंग के प्रकार | Types of Trading In Hindi
आपके द्वारा शेयर खरीद कर उसे बेचने की अवधि के आधार पर ट्रेडिंग को 4 भागों में बांटा गया है। आइए इसके बारें में भी जाने।
1. स्कैल्पिंग ट्रेडिंग | Scalping Trading Kya Hai
यदि आप एक शेयर को खरीद कर उसे उसी दिन कुछ ही समय में बेच देते हैं तो इसे स्कैल्पिंग ट्रेडिंग के अंदर माना जाता है। यह समय कुछ सेकंड, मिनट से लेकर कुछ घंटो का हो सकता है। जैसे कि आपने एक शेयर सुबह 10 बजे खरीदा और उसे 11 बजे के आसपास बेचकर लाभ कमा लिया।
2. इंट्राडे ट्रेडिंग | Intraday Trading Meaning In Hindi
इसमें शेयर को खरीद कर उसे बेचने का समय एक दिन का होता है। कहने का तात्पर्य हुआ कि आपने एक शेयर सुबह बाजार खुलने के समय ले लिया और उसे उसी दिन बाज़ार बंद होने से पहले बेच दिया। सरल शब्दों में एक शेयर को बाजार खुलने पर खरीद कर, उसी दिन बाजार बंद होने से पहले बेच देना इंट्राडे ट्रेडिंग के अंतर्गत आता है।
3. स्विंग ट्रेडिंग | Swing Trading Kya Hai
इसमें आप किसी कंपनी के शेयर को खरीद कर उसे कुछ दिनों के लिए होल्ड पर रखते हैं और फिर उसे कुछ ज्यादा मूल्य में बेच देते हैं। अर्थात इसमें एक शेयर को कुछ घंटो या एक दिन के लिए नही बल्कि कुछ दिनों के लिए अपने पास रखा जाता है और मूल्य बढ़ने पर उसे बेच दिया जाता है।
4. पोजीशनल ट्रेडिंग | Positional Trading Meaning In Hindi
इसमें शेयर को होल्ड रखने की अवधि दिनों से बढ़कर महीने की हो जाती है। अर्थात यदि आप किसी शेयर को लेकर उसे अपने पास कुछ महीनो के लिए रखकर उसके मूल्य के बढ़ने का इंतज़ार करना चाहते हैं तो वह पोजीशनल ट्रेडिंग के अंतर्गत आती है।
ट्रेडिंग व इन्वेस्टिंग में अंतर | Difference between Trading Or Investing
इन्वेस्टमेंट की बात करें तो यह भी एक तरह से ट्रेडिंग का ही एक अगला चरण हैं लेकिन इसे ट्रेडिंग के प्रकारों में ना लेकर इन्वेस्टिंग में ले लिया जाता है। इसमें समय अवधि महीनो से ना रहकर सालों में आ जाती हैं। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि यदि आपकी पोजीशनल ट्रेडिंग की अवधि एक वर्ष को पार कर जाती है तो वह ट्रेडिंग से निकल कर इन्वेस्टिंग में आ जाती है।
इन्वेस्टिंग का अर्थ ही होता है किसी चीज़ में ज्यादा समय तक पैसा लगाकर रखना। ठीक वैसे ही जैसा हम जमीन इत्यादि में पैसा निवेश करते हैं। ठीक उसी प्रकार किसी शेयर में लंबे समय के लिए पैसे निवेश करना इन्वेस्टिंग के अंतर्गत आता है।
ट्रेडिंग कैसे करते हैं? | How to do Trading in Hindi
अब जब आपने ट्रेडिंग के बारे में लगभग सब जान लिया हैं तो सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न जो हम सभी के मन में आएगा कि आखिर ट्रेडिंग करते कैसे हैं। इसके लिए आपको शेयर मार्किट के बारे में अच्छे से जानकारी होना अति-आवश्यक है क्योंकि बिना इसके ट्रेडिंग बिज़नेस में जाना घाटे का सौदा हो सकता है।
कहने का अर्थ हुआ कि यह ट्रेडिंग क्या होती है? निश्चित नही कि आपके द्वारा लिए गए शेयर का मूल्य आगे बढ़े ही, क्या पता वह गिर जाए तब आप क्या करेंगे। इसलिए पहले आपको इसके बारे में पूरी जानकारी इकठ्ठा करनी होगी, जो शेयर आप ले रहे हैं, उसके बारे में आंकलन करना होगा।
यह इस पर भी निर्भर करता हैं कि आप ट्रेडिंग का कौन-सा प्रकार करना चाहते हैं और कितने दिनों तक निवेश करके रख सकते हैं। इसके अलावा अन्य कई फैक्टर होते हैं जिनका आपको ध्यान रखना होगा। ट्रेडिंग करने के लिए कुछ ऐप्स हैं जिनकी सहायता आप ले सकते हैं।
ट्रेडिंग करने की ऐप्स :
- Zerodha
- Groww
- Upstox
- Angel Broking
- 5Paisa इत्यादि।
ऐसे ही और भी ढेरों app हैं। आप अपने मुताबिक इन में से किसी भी app पर रजिस्टर करके अपना अकाउंट बना कर ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।
वीडियो से जाने ट्रेडिंग क्या है | Video of Trading Meaning in Hindi
तो दोस्तों ये थी ट्रेडिंग (trading in hindi) के बारे में जानकारी। हम आशा करते हैं की आप Trading Meaning in Hindi समझ गए होंगे। अगर आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें और हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें ताकि आपको ऐसी ही जानकारी मिलती रहे।
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