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निवेश के पहले क्या मेरे लिए स्टॉक

निवेश के पहले क्या मेरे लिए स्टॉक

इक्विटी में नए हैं, तो कुछ ऐसे कर सकते है निवेश

कई निवेशक जो इक्विटी में नए हैं, अक्सर समझ नहीं पाते कि सही निवेश पथ पर कैसे आरंभ किया जाए। इक्विटी के प्रति रुचि आमतौर पर लंबी अवधि में मुद्रास्फीति से ऊपर रिटर्न बनाने की संभावना से बनती है। हमारे लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कुछ इक्विटी एक्सपोजर की आवश्यकता होती है, चाहे वह म्युचुअल फंड, प्रत्यक्ष स्टॉक या इन दोनों के संयोजन के माध्यम से हो। लेकिन अगर आप इक्विटी में नए हैं और सीधे स्टॉक से शुरुआत करना चाहते हैं, तो निवेश करने के लिए सही कंपनी का चयन करना आसान नहीं है।आपको किसी कंपनी की वित्तीय स्थिति, व्यावसायिक संभावनाओं, उद्योग मूल्यांकन, बाजार की स्थितियों आदि को समझने की आवश्यकता है। अगर यह आपको मुश्किल लगता है, तो निफ्टी 50 ईटीएफ आपके लिए उपयुक्त विकल्प है।

लेखक : करुणेश देव

ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) क्या है: ईटीएफ शेयर्स का एक समूह है जो विशिष्ट इंडेक्स को ट्रैक करता है, एक्सचेंजों पर शेयरों की तरह कारोबार करता है लेकिन म्यूचुअल फंड हाउस द्वारा पेश किया जाता है। आप बाज़ार के समय के दौरान एक्सचेंजों से ईटीएफ की इकाइयां खरीद और बेच सकते हैं।

निफ्टी 50 ईटीएफ क्या है: निफ्टी 50 ईटीएफ पहली बार स्टॉक निवेशकों के लिए और सामान्य रूप से अपनी इक्विटी यात्रा शुरू करने वालों के लिए सबसे अच्छे शुरुआती विकल्पों में से एक है। यह इंडेक्स के सबसे बड़ी 50 कंपनियों या ब्लू-चिप शेयरों का विविध संग्रह है।

इसके कुछ ख़ास लाभ हैं

विविधता: निफ्टी 50 इंडेक्स में बाजार पूंजीकरण के मामले में सबसे बड़ी भारतीय कंपनियां शामिल हैं। इसलिए निफ्टी 50 ईटीएफ एक निवेशक के लिए शेयरों और क्षेत्रों में उत्कृष्ट विविधीकरण प्रदान करता है।

कम जोखिम: डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो निवेशक के लिए जोखिम को कम करता है, जो कि एक स्टॉक में निवेश करने के मामले में नहीं हैए जहां बाजार में उतार-चढ़ाव कंपनियों की ईटीएफ की तुलना में स्टॉक की कीमत पर अधिक प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। इसके अलावाए निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश से मिलने वाला रिटर्न अंतर्निहित सूचकांक में उतार-चढ़ाव की नकल करेगा।

कम लागत: निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश अपेक्षाकृत सस्ता है। ईटीएफ एक सक्रिय उत्पाद नहीं है। यह केवल निफ्टी 50 इंडेक्स को ट्रैक करता है। चूंकि इसमें कोई रिप्लेसमेंट कॉस्ट या निर्णय लेने की लागत शामिल नहीं है, इसलिए कुल शुल्क कम हैं। एक्सपेंस रेश्यो, निवेश के पहले क्या मेरे लिए स्टॉक या दूसरे शब्दों मेंए फंड चार्ज सिर्फ 2.5 आधार अंक (0.02.0.05) है, जो अन्य निवेशों की तुलना में नगण्य है।

छोटे निवेश के लिए उपयुक्त: इक्विटी और स्टॉक में एक नए निवेशक के रूप मेंए आपको कुछ कंपनियों के शेयरों की कीमतें काफी महंगी लग सकती हैं। निफ्टी में ऐसे शेयर हैं जो 15,000 रुपए से 90,000 रुपए प्रति शेयर पर कारोबार निवेश के पहले क्या मेरे लिए स्टॉक कर रहे हैं। यदि आप अपने विश्लेषण पर निवेश कर रहे हैं तो आपको इन कंपनियों में निवेश करने के लिए पर्याप्त राशि की आवश्यकता होगी। नए निवेशकों के लिएए विशेष रूप से उनके करियर के शुरुआती दौर में यह राशि बहुत बड़ी और पहुंच से बाहर हो सकती है।

बाजार की समझ: निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश करके, आप शुरू में बहुत अधिक जोखिम उठाए बिना बाजार की गतिशीलता को समझना शुरू कर सकते हैं। जब आप बाजारों को चलाने वाले विभिन्न कारकों से खुद को परिचित करते हैं, तो आप अपनी जोखिम लेने की क्षमता, लक्ष्य, समय सीमा और निवेश योग्य राशि के आधार पर छोटे और मिड कैप स्टॉक या म्यूचुअल फंड का पता लगा सकते हैं।

चलते-चलतेनिवेश करना कठिन नहीं है, लेकिन इसके लिए निश्चित रूप से धैर्य, समझ और समय की जरूरत निवेश के पहले क्या मेरे लिए स्टॉक होती है।

आपको रिंग में उतरना पड़ेगा, केवल दर्शक होने से यहां परिणाम नहीं मिलते हैं।

नोट : यहां दी गई जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्य से दी गई है। किसी भी निवेश से पहले उसकी पूरी जानकारी अवश्य लें।

Stock Market Investment Tips: शेयर बाजार में निवेश करते समय भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना डूब जाएगा पूरा पैसा

निवेश

कोरोना महामारी के बाद से भारत में बड़े पैमाने पर लोग अपने पैसों को शेयर मार्कट में इन्वेस्ट कर रहे हैं। शेयर मार्केट में निवेश करना बाजार जोखिमों के आधीन आता है। ऐसे में इस क्षेत्र में निवेश करते समय कई सावधानियों को बरतना जरूरी है। स्टॉक मार्केट में निवेश के समय आपकी जरा सी गलती एक बड़े नुकसान की वजह बन सकती है। अगर आप भी शेयर मार्केट में अपने पैसों को निवेश करने की प्लानिंग बना रहे निवेश के पहले क्या मेरे लिए स्टॉक हैं, तो आपको कुछ गलतियों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए। शेयर बाजार में पैसों का इन्वेस्ट करते समय अगर आप इन गलतियों निवेश के पहले क्या मेरे लिए स्टॉक को करते हैं, तो ज्यादा संभावना है कि आपके पैसे डूब सकते हैं। ऐसे में आपको एक बड़े वित्तीय घाटे का सामना करना पड़ेगा। इसी कड़ी में आइए जानते हैं उन गलतियों के बारे में, जिन्हें भूलकर भी शेयर मार्केट में निवेश करते समय आपको नहीं करनी चाहिए।

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बिना जानकारी के न करें निवेश

अक्सर कई लोग अपना डिमैट अकाउंट खुलवा कर बिना जानकारी के शेयर मार्केट में पैसों को निवेश करते हैं। बिना जानकारी के शेयर मार्केट में निवेश करना एक बहुत बड़ी गलती है। ऐसा करने पर आपके सारे पैसे डूब सकते हैं। स्टॉक मार्केट में निवेश करते समय आपको ये गलती कभी नहीं करनी चाहिए। स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें।

भारतीय स्टॉक मार्केट का सबसे बुरा दौर बीता, स्मॉल कैप दे रहे कमाई के जोरदार मौके : शंकर शर्मा

शंकर शर्मा ने कहा कि नए जमाने की इंटरनेट और टेक्नोलॉजी आधारित कंपनी रिवर्स कंपाउंडर हैं

शंकर शर्मा का कहना है कि स्मॉलकैप स्पेस में तेजी के साफ संकेत नजर आ रहे हैं। संभवत: निवेशकों को स्मॉलकैप स्पेस 10 साल में एक बार मिलने वाला शानदार निवेश का मौका दे रहा है

बाजार के जाने-माने निवेशक शंकर शर्मा का कहना है कि भारतीय स्टॉक मार्केट के लिए सबसे बुरा दौर बीत चुका है। हालांकि कुछ मैक्रो इकोनॉमिक चुनौतियां अभी भी बनी हुई हैं। शंकर शर्मा ने cnbc tv18 से हुई बातचीत में कहा है कि भारतीय बाजार के लिए सबसे बुरा दौर बीत चुका है लेकिन मैं इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं हूं कि दूसरे बाजारों के लिए भी यह बात सही है।

लेकिन भारतीय बाजारों के लिए पक्के तौर पर कहा जा सकता है कि वह अपने सबसे बुरे दौर से बाहर आ चुका है। हालांकि मैक्रो इकोनॉमिक मोर्चे पर कुछ चुनौतियां अभी भी बनी हुई है। महंगाई अपने ऊंचे स्तरों पर है। महंगाई दर ऊंची नजर आ रही है लेकिन यह अपने में कोई बड़ी समस्या नहीं है। यह सिर्फ दरों मे बदलाव का खेल है जो ऊंचे बेस इफेक्ट के कारण ठंडा होता नजर आएगा। बाजार की नजर इस पर बनी हुई है और अंतत: बाजार इस पर अपनी प्रतिक्रिया देगा।

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शंकर शर्मा का कहना है कि स्मॉलकैप स्पेस में तेजी के साफ संकेत नजर आ रहे हैं। संभवत: निवेशकों को स्मॉलकैप स्पेस 10 साल में एक बार मिलने वाला शानदार निवेश का मौका दे रहा है। उन्होंने इस बातचीत में आगे कहा कि स्मॉलकैप इंडेक्स अगले कुछ महीनों में जनवरी 2022 का अपना हाई छूता नजर आ सकता है और अगले 12 महीनों में इस लेवल को भी पार करके नई ऊंचाई छू सकता है। ऐसे में हमें लगता है यह स्मॉलकैप स्पेस में निवेश करने वाला दशकों में एक बार मिलने वाला मौका है।

शंकर शर्मा ने कहा "कि नए जमाने की इंटरनेट और टेक्नोलॉजी आधारित कंपनी रिवर्स कंपाउंडर हैं। 2000 के दशक में भी नई एज की कंपनियां अपनी लिस्टिंग वैल्यू से घटकर आधे पर आ गई थीं और 90 फीसदी नीचे आने तक इनमें गिरावट देखने को मिली थी। इस समय भी हमें यही देखने को मिल रहा है। यह कोई नई बात नहीं है । इस तरह की तमाम कंपनियों की समस्या यह नहीं है कि इनकी लिस्टिंग भारी और अस्वाभाविक वैल्यूएशन पर हुई थी। बल्कि इनकी समस्या यह है कि ये भारी करेक्शन के बाद अभी भी ओवरवैल्यूड हैं और मेरा तो यह भी मानना है कि ये कंपनियां मुनाफे में आने के बाद भी ओवरवैल्यूड ही रहेंगी"।

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MoneyControl News

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Tags: # share markets

First Published: Jul 29, 2022 2:33 PM

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शेयर बाजार में 80 लाख गंवाने के बाद आई 'समझ', खड़ा कर दिया बिजनेस, सब्सक्राइबर 2 करोड़ पार!

2008 की मंदी में अजय लखोटिया को शेयर बाजार में 80 लाख रुपये का लॉस हुआ.

2008 की मंदी में अजय लखोटिया को शेयर बाजार में 80 लाख रुपये का लॉस हुआ.

2008 की मंदी में अजय लखोटिया को शेयर बाजार में 80 लाख रुपये का लॉस हुआ. उन्होंने बाद में एशिया का पहला सोशल इन्वेस्टमें . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : October 05, 2022, 18:03 IST

हाइलाइट्स

2008 से पहले वे ज्यादा से ज्यादा रिटर्न पाने के लिए एक रेस में दौड़ रहे थे.
2008 में शेयर बाजार क्रैश होने पर उनकी आंखें खुलीं और हकीकत नजर आई.
उन्होंने स्टॉकग्रो नाम का एक सोशल इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म बनाया है.

नई दिल्ली. एक दशक पहले जब शेयर बाजार को भारी वित्तीय संकट ने घेरा था, तब अजय लखोटिया नाम का एक शख्स भी इसकी चपेट में आया था. 2008 अजय के लिए एक अच्छा साल नहीं था. 2008 से पहले वे ज्यादा से ज्यादा रिटर्न पाने के लिए एक रेस में दौड़ रहे थे. इस समय एशिया के पहले सोशल इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म StockGro के सीईओ और फाउंडर अजय लखोटिया ने बाजार में उस गिरावट के दौरान 80 लाख रुपये गंवा दिए थे.

लाइवमिंट ने अजय लखोटिया की कहानी शेयर की है, जिसमें उन्होंने अपने इस सफर के दौरान आए अप्स एंड डाउन्स के बारे में खुलकर बताया है. उन्होंने निवेश के पहले क्या मेरे लिए स्टॉक निवेशकों के लिए वो फॉर्मूला भी बताया, जिससे कि वे किसी भी संकट में उनकी तरह बर्बाद होने से बच सकें.

जब तेजी का बबल फूटा तो…
लखोटिया ने कहा- “2008 में शेयर बाजार क्रैश में मुझे ₹80 लाख से अधिक का नुकसान हुआ, जो मेरे लिए आंखें खोल देने वाला अनुभव था. 2008 से पहले, बाजार तेजी से बढ़ रहा था. एफडी की ब्याज दरें जहां 7-8% थीं, बाजार बहुत अधिक रिटर्न (प्रति माह 2% रिटर्न, सालाना लगभग 24%) दे रहे थे. यही कारण है कि सभी ने भारी निवेश करना शुरू कर दिया.”

उन्होंने कहा कि दोस्त एक-दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धा कर रहे थे कि देखते हैं किसने सबसे ज्यादा रिटर्न हासिल किया. उस समय, निवेश पूरी तरह से टिप्स के आधार पर किया गया था.

उन्होंने कहा- “लेकिन जब बाजार क्रैश हुआ, तो मुझे एहसास हुआ कि मुझे बाजार की कोई जानकारी नहीं है. मैं यह नहीं जानता था कि बाजार कैसे काम करता है. विश्लेषक कंपनी के प्रदर्शन का मूल्यांकन किस तरह से करते हैं और स्टॉक की टिप्स कैसे देते हैं.”

क्या था कंपनी बनाने का आधार?
लखोटिया ने 80 लाख रुपये का नुकसान तो झेला, लेकिन बाजार से भागे नहीं. उन्होंने फैसला किया कि वे जानेंगे कि बाजार कैसे काम करता है और इसी से वे अपने नुकसान की भरपाई करें.

इसी दौरान उन्होंने महसूस किया कि कैसे भारत में निवेश के पहले क्या मेरे लिए स्टॉक हर कोई शेयर बाजार के बारे में बात करना पसंद करता है और सही अवसरों को खोजने और निवेश करने के लिए उत्सुक रहता है. लेकिन उनके पास सही एंट्री और एग्जिट जैसी तकनीकी को समझने की समझ की कमी है. इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि अच्छे साक्षरता स्तर के बावजूद केवल 4 फीसदी लोग ही वित्तीय बाजारों में निवेश करते हैं.

मार्केट क्रैश में पैसा खोने और बाजार से ही उसे वापस पाने का तरीका जानना ही इस यात्रा का अहम हिस्सा बन गया. इसी के आधार पर स्टॉक ग्रो (StockGro) का निर्माण किया गया.

लखोटिया का निवेश करने का मंत्र

पर्सनल फाइनेंस मैनेज करने का तरीका
अधिकतर लोगों का मनी मैनेजमेंट ऑटोपायलट पर होता है. वे अपनी कमाई का कुछ हिस्सा (10 या 20 फीसदी) फिक्स्ड डिपॉजिट में डालते हैं और बाकी का खर्च कर देते हैं. लखोटिया कहते हैं कि सामान्य तरीका ये है कि 20 साल काम करने के बाद आपका निवेश आपको वार्षिक आधार पर निवेश के पहले क्या मेरे लिए स्टॉक इतना रिटर्न दे कि आप अपने लाइफस्टाइल को कैरी कर पाएं.

बाजार से जुड़े अन्य विशेषज्ञों की तरह ही अजय लखोटिया भी इस बात में भरोसा करते हैं कि व्यक्ति को अपने जीवन में निवेश की शुरुआत काफी पहले कर लेनी चाहिए. क्योंकि कम उम्र में आपके रिस्क लेने की क्षमता अधिक होती है और आपकी लाइस्टाइल कॉस्ट कम. जैसे-जैसे आप बड़े होते हैं तो आप पर परिवार की जिम्मेदारियां आती हैं और रिस्क लेने की क्षमता कम हो जाती है.

मनी मैनेज करने का फंडा
50% – खर्च
20% – FD सेविंग्स
30%- स्टॉक, म्यूचुअल फंड्स

लखोटिया मानते हैं कि व्यक्ति को ऐसे प्रोडक्ट्स में निवेश करना चाहिए, जो उसे लगे कि भविष्य में लंबे समय के लिए उनकी मांग बनी रहेगी. आपको बाजार में उछाल या गिरावट के चक्र पर ध्यान नहीं देना चाहिए.

बता दें निवेश के पहले क्या मेरे लिए स्टॉक कि स्टॉकग्रो, बैंगलोर स्थित स्टार्टअप है, जिसे जनवरी 2020 में स्थापित किया गया था. मिलेनियल्स और जेन-जेड पर फोकस के साथ कंपनी मासिक आधार पर 2x बढ़ने का दावा करती है. 23 से 38 वर्ष की आयु वाले लोगों के वर्ग को मिलेनियल्स और जेन-जेड कहा जाता है. कंपनी जून में लॉन्च होने के बाद 2 वर्षों के भीतर 20 मिलियन ऐप डाउनलोड को पार कर गई है.

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